Coronavirus in Hindi कोरोना वायरस (COVID-19) दुनियाभर में लोगों के मौत का कारण बन रहा है। इसकी शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी जो अब फ्रांस, अमेरिका, इटली, जापान, थाईलैंड, इंग्लैंड और भारत सहित दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस इंफेक्शन बहुत घातक है और इसका प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। चीन में फैला कोरोनावायरस बिल्कुल नया है और माना जा रहा है कि यह सार्स नामक कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है। ऐसे में कोरोनावायरस बीमारी के लक्षण, इलाज और बचाव के बारे में हम आपको पूरी जानकारी दे रहे हैं। इस लेख में आप जानेगें कोरोना वायरस क्या है, कोरोना वायरस कैसे फैलता है, कोरोना वायरस के लक्षण क्या होते हैं, कोरोना वायरस का इलाज क्या है और कोरोनावायरस से कैसे बचें।
कोरोनावायरस (COVID-19) बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 37,846 हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित किया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। लक्षणों की पहचान करके ही कोरोना वायरस को नियंत्रित किया जा सकता है।
सार्स severe acute respiratory syndrome (SARS) नामक कोरोना वायरस के कारण वर्ष 2002-03 में 8,098 लोग संक्रमित हुए थे और उनमें से 774 लोगों की मौत हो गई थी। नया कोरोना वायरस दिसंबर 2019 के पहले हफ्ते में पकड़ में आया था। प्रयोगशाला में जांच के बाद इसे नए प्रकार का कोरोना वायरस घोषित किया गया। वास्तव में छह प्रकार के कोरोना वायरस की पुष्टि पहले ही हो चुकी है। चीन के वुहान में फैले नए कोरोनावायरस को सातवां कोरोना वायरस माना जा रहा है। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कोरोना वायरस क्या है, कैसे फैलता है कोरोना वायरस, कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं और कोरोनावायरस से बचने के उपाय क्या हैं।
कोरोना वायरस क्या होता है? कोरोना वायरस कई वायरसों का एक ग्रुप (परिवार) है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। कोरोनावायरस का यह नाम उसके क्राउन जैसे शेप के कारण पड़ा। यह वायरस जानवरों और इंसानों दोनों को संक्रमित करता है। कोरोना वायरस भी वैसे ही फैलता है जैसे कोल्ड के वायरस फैलते हैं। चीन के वुहान में फैला कोरोनावायरस नए प्रकार का है जिसे अभी 2019 नोवल कोरोनावायरस (2019-nCoV) COVID-19 नाम दिया गया है। यह वायरस शरीर के कई सिस्टम को प्रभावित करता है जिससे पीड़ित व्यक्ति में खांसी, छींक आना, भारीपन जैसे संकेत दिखते हैं।
हालाँकि यह कोरोनावायरस मूल रूप से जानवरों से मनुष्यों में फैलता है, यह पुष्टि की गई है कि वायरस अब मनुष्यों से मनुष्यों में भी फैल सकता है। मर्स और सार्स वायरस की तरह नया कोरोना वायरस भी जानवरों से ही आया है। माना जा रहा है कि चीन के वुहान में मिलने वाले सी फूड के कारण कोरोनावायरस का संक्रमण फैला है। यह वायरस अन्य जीवित जानवरों जैसे चमगादड़, सूअर, घरेलू जानवर, चिड़िया, कुत्ता, बिल्ली, ऊंट और मर्मोट्स (marmots) के कारण फैलता है। इस वायरस का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह इंसानों से इंसानों में फैलता है।
कोरोनावायरस ज़ूनोटिक हैं, जिसका अर्थ है कि वे जानवरों से लोगों के बीच संचारित होते हैं। विस्तृत जांच में पाया गया कि SARS-CoV को केवेट बिल्लियों से मनुष्यों और MERS-CoV से ड्रोमेडरी ऊंटों से मनुष्यों में स्थानांतरित किया गया। कई ज्ञात कोरोनावायरस उन जानवरों में घूम रहे हैं जिन्होंने अभी तक मनुष्यों को संक्रमित नहीं किया है।
अन्य कोरोनावायरस की तरह नया कोरोना वायरस भी कॉमन कोल्ड के दौरान कफ या छींक आने पर ड्रॉपलेट्स के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच सकता है। इसके अलावा किसी दूषित सरफेस जैसे दरवाजे के हैंडल, सीढ़ी या बालकनी की रेलिंग को छूने से भी फैल सकता है। कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति कई लोगों को संक्रमित कर सकता है। हालांकि यह नए प्रकार का कोरोना वायरस है इसलिए इसके फैलने का सटीक कारण पता नहीं चल पाया है।
चीन में फैले कोरोनावायरस के लक्षण अन्य श्वसन संक्रमण (respiratory infection) की तरह ही होते हैं। इसलिए कई बार यह पता लगाना मुश्किल होता है कि व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित है या राइनोवायरस के इंफेक्शन से। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है। गले में दर्द, जुकाम, खांसी, बुखार आना इसके शुरुआती लक्षण माने जाते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के मुख्य लक्षण ये हैं:
सिरदर्द: पूरे दिन सिर भारी रहना, सिर में तेज दर्द महसूस होना।
नाक बहना: लगातार कई दिनों तक नाक बहना और दवा लेने के बाद भी नियंत्रित न होना।
खांसी: तेज खांसी आना कोरोनावायरस के संक्रमण का संकेत हो सकता है।
गले में खराश: इस संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति के गले में हमेशा खराश बनी रहती है।
बुखार: कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर बुखार आना इस इंफेक्शन का शुरुआती लक्षण है।
अस्वस्थ महसूस करना: कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर शरीर के अंदर बेचैनी सी होती है और व्यक्ति को सही तरीके से समझ में नहीं आता है कि उसे हुआ क्या है लेकिन वह काफी अस्वस्थ और बीमार महसूस करता है।
छींक आना : कोरोना वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है जिसके कारण छींक आना इस समस्या का संकेत है।
अस्थमा का बिगड़ना : अस्थमा के रोगियों को इस संक्रमण के कारण सांस लेने में सबसे ज्यादा कठिनाई होती है।
थकान महसूस करना: पूरे दिन थकान महसूस होना और शरीर में लगातार थकान बनी रहना कोरोना वायरस इंफेक्शन का लक्षण है।
निमोनिया: कोरोनावायरस का इंफेक्शन श्वसन तंत्र के निचले हिस्से में फैलता है जिसके कारण खासतौर से वृद्ध लोगों में निमोनिया की समस्या हो जाती है। साथ ही हृदय रोगों और कमजोरी इम्यून सिस्टम वाले लोगों में भी कोरोना वायरस के कारण निमोनिया के लक्षण नजर आते हैं।
फेफड़ों में सूजन: वायरस के कारण फेफड़ों में सूजन आ जाती है जिससे इसकी गंभीरता बढ़ सकती है।
संक्रमण के सामान्य संकेतों में श्वसन संबंधी लक्षण, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। अधिक गंभीर मामलों में, संक्रमण से निमोनिया, गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम, गुर्दे की विफलता और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है। यदि बच्चों और वयस्कों में बुखार 100 ° F (37.7 ° C) या उससे ऊपर पहुँचता हैं, तो यह चिंता का विषय है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर, 88 प्रतिशत में बुखार, 68 प्रतिशत खांसी और कफ, 38 प्रतिशत को थकान, 18 प्रतिशत को साँस लेने में परेशानी, 14 प्रतिशत को शरीर में दर्द और सिरदर्द, 11 प्रतिशत को ठंड लगना और 4 प्रतिशत में दस्त के लक्षण होते हैं। नाक बहने को कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है।
तेज बुखार: अगर किसी व्यक्ति को सूखी खांसी के साथ तेज बुखार आता है, तो उसे एक बार जांच अवश्य करवानी चाहिए। यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 ° F है, तो इसे बुखार नहीं माना जाएगा। यह केवल तभी चिंता का विषय है जब तापमान 100 ° F (37.7 ° C) या इससे ऊपर पहुँच जाता है।
कफ और सूखी खांसी:
अभी तक कोरोनावायरस का कोई इलाज नहीं है। जिस तरह आम सर्दी का कोई इलाज नहीं है, वैसे ही नए कोरोनावायरस के लिए कोई खास इलाज नहीं है। लेकिन सावधानियां बरतकर इस वायरस के इंफेक्शन की चपेट में आने से काफी हद तक बचा जा सकता है। जिस तरह से कॉमन कोल्ड का कोई इलाज नहीं है, ठीक उसी तरह कोरोनावायरस के इंफेक्शन का भी कोई विशेष इलाज नहीं है। कोरोना वायरस के इंफेक्शन से बचने के लिए अभी तक कोई एंटीवायरल दवा या वैक्सीन विकसित नहीं की गयी है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि अभी कोई कोरोनावायरस वैक्सीन नहीं है। इसलिए सावधानी ही बेहतर उपाय है। कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों को कुछ थेरेपी भी दी जा रही है हालांकि यह बहुत प्रभावकारी नहीं है।
सबसे पहले कोरोनावायरस के संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है और श्वसन तंत्र की जांच करके सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में कमजोरी सहित अन्य प्रभावों का पता किया जाता है। जांच के दौरान कोरोना वायरस की पुष्टि में कठिनायी होने पर मरीज के खून का सैंपल लैब में भेजा जाता है और ब्लड टेस्ट से कोरोनावायरस के संक्रमण का निदान किया जाता है।
चीन से शुरू हुए घातक कोरोना वायरस ने अब भारत में भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिये हैं। अभी तक भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 1,251 हो गई है जिससे लोगों में दहशत फैलनी शुरू हो गई है। इसमें कुछ विदेशी लोग भी शामिल हैं। कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 37,846 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 787,438 लोग इसकी चपेट में है और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है।
कई देशों में कोरोनावायरस का इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है और इसकी चपेट में आने वाले लोगों की मौत हो रही है। चूंकि इस वायरस की कोई दवा या वैक्सीन नहीं है इसलिए इसे बेहद खतरनाक माना जा रहा है। चीन में अब तक कोरोनावायरस से 3000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 80000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। हालांकि इसमें सर्दी जुकाम जैसे लक्षण ही दिखते हैं लेकिन इसका असर इतना गंभीर होता है कि व्यक्ति की मौत हो सकती है।
(और पढ़ें – कोरोना वायरस के वो 10 सवाल जिनके जवाब आप तलाश रहे हैं)
कोरोनावायरस के इंफेक्शन से बचने की कोई वैक्सीन निर्मित नहीं की गयी है इसलिए बचाव ही कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज है। कोरोनावायरस के इंफेक्शन से बचने के लिए ये उपाय करें:
आमतौर पर कोरोनावायरस के इंफेक्शन को कम करने के लिए वही उपाय किये जा रहे हैं जो कॉमन कोल्ड और निमोनिया के संकेतों को कम करने के लिए किये जाते हैं। जैसे:
अब तो आप जान गए होगें कि कोरोना वायरस क्या है, कोरोनावायरस कैसे फैलता है, कोरोनावायरस के लक्षण क्या होते हैं और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
संक्रमण को रोकने के लिए मानक सिफारिशों में नियमित रूप से हाथ धोना, खाँसने और छींकने पर मुंह और नाक को ढंकना, मांस और अंडे को अच्छी तरह से पकाना शामिल है। खांसी और छींकने जैसी सांस की बीमारी के लक्षण दिखाने वाले किसी के भी निकट संपर्क से बचें।
और अधिक जानकरी के लिए आप विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जारी यह विडियो देख सकते हैं
यदि आप इनमे से कोई भी लक्षण देखें तो डरें नहीं और तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ हो सकता है आपके लक्षण किसी नॉर्मन बीमारी या सर्दी जुकाम के कारण हो रहें हों। अधिकांश कोरोनावायरस खतरनाक नहीं होते हैं। हालांकि उनमें से कुछ प्रकार गंभीर हैं। अधिकांश कोरोनावायरस उसी तरह फैलते हैं जैसे अन्य सर्दी पैदा करने वाले वायरस फैलते हैं कोरोनावायरस जानवरों और मनुष्यों दोनों को संक्रमित कर सकता है। इसलिए इनके इन्फेक्शन से बचने के लिए सही तरीके अपनाने चाहिए।
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से कोरोना वायरस अपडेट जानने के लिए यहां क्लिक करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से संबंधित कोरोना वायरस सलाहकार के लिए यहां क्लिक करें
कोरोना वायरस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब के लिए यहां जाएं
डब्ल्यूएचओ से कोरोना वायरस की नवीनतम स्थिति जानने के लिए यहां क्लिक करें।
भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र को सूचित करने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 24 घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष (control room) तैयार किया गया है।
कंट्रोल रूम के फोन नंबर 011-23978046 के जरिए संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा, कोरोना वायरस के लक्षण या किसी भी प्रकार की आशंका के बारे में ncov2019@gmail.com पर मेल करके भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
इसके आलावा आप Toll Free number 1075 पर भी काल कर सकते हैं।
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