Creative Ideas To Teach Your Kids In Hindi छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका: छोटे बच्चों को पढ़ाना क्या वाकई इतना आसान है। शायद नहीं। ये छोटे जरूर होते हैं, लेकिन इन्हें एक जगह बैठाकर पढ़ाना टीचर और पैरेंट्स दोनों के लिए ही एक बड़ा टास्क है। बच्चों की लर्निंग हैबिट्स को लेकर पैरेंट्स और टीचर्स के मन में एक ही सवाल होता है कि आखिर इन्हें पढ़ाया कैसे जाए। आपको बता दें कि बच्चों को कुछ देर भी चुपचाप बैठाकर पढ़ाना काफी टफ है, इसके लिए जरूरी है कि आप अपने पढ़ाने का तरीका बदल दें। बच्चों को ऐसे अनोखे तरीकों से पढ़ाएं कि उन्हें ये अहसास ही ना हो, कि वो पढ़ाई करने जैसा भारी काम कर रहे हैं।
अपने पढ़ाने के तरीके में जरा ट्विस्ट लाएं। उन्हें बातों-बातों में, खेल-खेल में और मस्ती के साथ पढ़ाना सिखाएं। उनमें एक्साइटमेंट पैदा करें। इससे पढ़ाई उन्हें बोझ नहीं लगेगी और वे जल्दी सबकुछ आसानी से सीख जाएंगे। अगर आपको भी अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर कुछ ऐसी ही शिकायत है तो हमारा ये आर्टिकल आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। इसमें हम आपको बताएंगे बच्चों को पढ़ाने के अनोखे तरीकों के बारे में।
विषय सूची
- प्लेइंग टेक्निक से बच्चों को पढ़ाना होगा आसान – Teach your kid with playing technique in hindi
- छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स हैं बेहतर – Teach your kid with gadgets in hindi
- कलरफुल बुक्स बनाएंगी बच्चों की टीचिंग को आसान – Colorful books are creative option for kids teaching in hindi
- छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका सवाल का दे सही जवाब – Chote baccho ko padane ke sath sawal ka de jawab in hindi
- पोयम के जरिए पढ़ाए छोटे बच्चों को – Poem ke jarie baccho ko padhay in hindi
- बच्चों को पढ़ाते समय डांट-फटकार ना लगाएं – Dont beat kids while teaching in hindi
- बच्चों को पढ़ाने के लिए पढ़ाते समय बच्चे को करें प्रोत्साहित – Appreciate your kids while teaching in hindi
- बच्चों को पढ़ाने के लिए शाम का समय है बेहतर – Evening time is best to teach you kids in hindi
- छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए एक घंटा है काफी – One Hour Is Sufficient To Teach Your Kids In Hindi
- छोटे बच्चों को पढ़ाने से पहले खुद को कैसे करें तैयार – Simple Ways To Prepare Yourself Before Teaching Your Kids In Hindi
- छोटे बच्चों को बैठकर पढ़ाने की सही जगह – Right place in home to teach your kids in hindi
प्लेइंग टेक्निक से बच्चों को पढ़ाना होगा आसान – Teach your kid with playing technique in Hindi
अगर आप बच्चों को पढ़ाने का अनोखा तरीका खोज रहे हैं तो बच्चों को सिर्फ पढ़ाएं नहीं बल्कि उन्हें खेल-खेल में अलग अंदाज के साथ पढ़ाने की कोशिश करें। आप अपने बच्चों के साथ छोटे-छोटे खेलों में हिस्सा लेकर उन्हें कई चीजें याद करा सकते हैं। उतनी देर के लिए आपको अपने बच्चे के साथ खुद भी बच्चा बनना होगा।
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छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स हैं बेहतर – Teach your kid with gadgets in Hindi
ये ते आप भी जानते होंगे कि बच्चे सुनने से ज्यादा देखने वाली चीज जल्दी याद करते हैं। बेहतर है कि उन्हें आप जो भी पढ़ाएं उसका एक वीडियो अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाईल पर दिखाएं, यह बच्चों को पढ़ाने का सही तरीका माना जाता है। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट हमेशा बच्चे को बिगाड़ते नहीं बल्कि उन्हें नई लर्निंग टेक्नीक्स सिखाने में आपकी मदद करते हैं। इन दिनों यूट्यूब पर बच्चों के लिए कई ऐसे लर्निंग वीडियोज हैं, जिन्हें देखकर आधी से ज्यादा चीजें वे खुद ही सीख जाएंगे। बच्चों को क्रिएटिव तरीके से पढ़ाने का ये बेस्ट तरीका है।
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कलरफुल बुक्स बनाएंगी बच्चों की टीचिंग को आसान – Colorful books are creative option for kids teaching in Hindi
छोटे बच्चों की दुनिया काफी रंगीन होती है। किड्स को पढ़ाने के तरीके में ब्लैक एंड व्हाइट के लिए कोई स्पेस ही नहीं है। शायद यही वजह है कि बच्चे ऐसी किताबों से पढ़ना नहीं चाहते, जिनमें चित्र कम हों या फिर ब्लैक एंड व्हाइट हों। इसलिए कोशिश करें कि जिन किताबों से आप बच्चों को पढ़ा रहे हैं, वो ज्यादा से ज्यादा कलरफुल हों। इससे बच्चों को पढ़ी हुई चीजें लंबे समय तक आसानी से याद रह सकती हैं।
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छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका सवाल का दे सही जवाब – Chote baccho ko padane ke sath sawal ka de jawab in Hindi
कई बार पढ़ते-पढ़ते बच्चे बीच में कई सवाल पूछने लगते हैं, जिसे पैरेंट्स अक्सर टाल देते हैं। वे उनके सवालों के जवाब देना जरूरी नहीं समझते। पर ऐसा करना सही नहीं है। बच्चे सवाल पूछें तो न केवल उनका जवाब दें, बल्कि उनसे भी पलट कर कुछ प्रश्र आप कर सकते हैं। इससे उन्हें भी पढऩे में मजा आएगा और कुछ सीखने का मौका मिलेगा।
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पोयम के जरिए पढ़ाए छोटे बच्चों को – Poem ke jarie baccho ko padhay in Hindi
यदि आप सोचा रहें हैं की बच्चों को कैसे पढ़ाया जाए तो पोयम सुनाकर उन्हें पढ़ना सबसे आसान होता है छोटे बच्चों को कुछ भी याद कराना बहुत मुश्किल है। कभी-कभी तो पैरेंट्स खुद चिड़चिड़ा जाते हैं। पर सच तो ये है कि वे खुद नहीं जानते कि वे क्या पढ़ रहे हैं, इसलिए उन्हें याद कराने की सारी मेहनत आपको ही करनी होगी। खासतौर से बच्चों को अगर स्पेलिंग या कोई स्टोरी याद करानी है तो जिंगल्स या पोयम बनाकर याद कराएं। हो सके तो गाना बनाकर भी स्पेलिंग याद करा सकते हैं। बच्चों को स्टोरी याद कराने का सबसे अच्छा तरीका है उनके सामने उसकी एक्टिंग करना। एक्टिंग करके देखने से बच्चों को जल्दी सबकुछ याद हो जाता है।
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बच्चों को पढ़ाते समय डांट-फटकार ना लगाएं – Dont beat kids while teaching in Hindi
कई पैरेंट्स में पेशंस की बहुत कमी होती है। बच्चे ने अगर एक बार कुछ याद न किया तो उन्हें जबरदस्ती डांट फटकार लगाकर या कभी-कभी तो याद कराने के लिए उन पर जोर देते हैं और जरूरत पड़ने पर उन पर हाथ तक उठा देते हैं। ऐसा करना न केवल आपके लिए नुकसानदायक है बल्कि आपके बच्चे के लिए भी उतना ही कष्टदायक है। विशेषज्ञ कहते हैं कि मारने-डाटने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रोष पैदा होता है और मार के डर से उसे जितना भी याद है वो भी भूल जाता है। ऐसे में बच्चों को प्यार से ही पढ़ाने की कोशिश करें।
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बच्चों को पढ़ाने के लिए पढ़ाते समय बच्चे को करें प्रोत्साहित – Appreciate your kids while teaching in Hindi
छोटे बच्चों को पढ़ाते समय थोड़ा लालच देना जरूरी होता है। उन्हें कहें कि अगर वे पढ़ेंगे तो उन्हें ईनाम मिलेगा। अगर वे अपना कोई टास्क पूरा कर लें, तो उनकी कॉपी पर गुड, स्टार, स्माइली जैसी चीजें बनाकर उन्हें प्रोत्साहित करें। ऐसा करने से बच्चे खुश हो जाते हैं और आगे भी आसानी से पढ़ने के लिए तैयार रहते हैं।
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बच्चों को पढ़ाने के लिए शाम का समय है बेहतर – Evening time is best to teach you kids in Hindi
वैसे तो बच्चों को पढ़ाने का कोई समय सही या गलत नहीं होता। ये आपके बच्चे पर निर्भर करता है कि कब उसका दिमाग एक्टिव है। बावजूद इसके शाम का समय बच्चों को सही तरीके से पढ़ाने के लिए बेहतर माना जाता है। इसके कई फायदे भी हैं। पहले तो इस समय तक बच्चे का माइंड रिलेक्स हो चुका होता है और वह आसानी से पढ़ाई में मन लगा सकता है। शाम के समय अगर वह नेचुरल लाइट में पढ़ेगा, तो उसकी आंखों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ेगा।
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छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए एक घंटा है काफी – One Hour Is Sufficient To Teach Your Kids In Hindi
कई टीचर्स मानते हैं कि छोटे बच्चों पर पढ़ाई का ज्यादा प्रेशर ना डाला जाए। क्योंकि इस समय उनका माइंड डेवलप हो रहा है, ऐसे में वे जितना पढ़ें उन्हें उतना ही पढ़ाना चाहिए। अपने प्यारे छोटे बच्चों को दिनभर में पढ़ाने के लिए सिर्फ एक घंटा ही काफी है। इस दौरान ध्यान रहे कि शोर-शराबा ना हों। इससे ज्यादा देर पढ़ाएंगे, तो हो सकता है कि याद किया हुआ भी सब भूल जाएं। इसलिए एक घंटे के बीच में भी 5 -5 सैकंड का ब्रेक ले लें।
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छोटे बच्चों को पढ़ाने से पहले खुद को कैसे करें तैयार – Simple Ways To Prepare Yourself Before Teaching Your Kids In Hindi
- बच्चे को पढ़ाने बैठाने से पहले आप अपना मोबाईल और सभी गैजेट्स को स्विच ऑफ कर दें। इससे आपको न आपके बच्चे को डिस्टर्बेंस नहीं होगा।
- बच्चे को पढ़ाते वक्त खुद टीवी के सामने न बैठें।
- बच्चे को पढ़ाते समय उससे ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश में बात करें।
- पढ़ाने के बीच में बार-बार बच्चे से खाने-पीने के बारे में कुछ भी ना पूछें।
- एक घंटा खुद को अपने बच्चे के लिए फ्री रखें और अपने सभी काम बाद में पूरे करें।
- पढ़ाते समय बार-बार कमरे से उठकर ना जाएं। इससे पढऩे और पढ़ाने का लय पूरी तरह से टूट जाता है। इससे जो चीज बच्चा 5 मिनट में याद कर सकता है उसे याद करने में आधा घंटा लग जाएगा।
- लिखकर याद कराने वाली चीजों के लिए चॉक और बोर्ड का इस्तेमाल करना बेहतर ऑप्शन है। इससे बच्चे जल्दी लिखना और याद करना सीखते हैं। इसलिए पढ़ाने से पहले उनके लिए ये व्यवस्था जरूर कर दें।
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छोटे बच्चों को बैठकर पढ़ाने की सही जगह – Right place in home to teach your kids in Hindi
कुछ पैरेंट्स बच्चों को घर के किसी भी हिस्से में बैठकर पढ़ा लेते हैं। कभी गार्डन में, कभी ड्राइंग रूम में, कभी छत पर तो कभी किचन में ही बैठा लिया। आपके लिए भले ही बच्चों को पढ़ाने की ये जगह सही हों, लेकिन बच्चा इन जगहों पर पढऩे से कंफर्टेबल फील नहीं करता। उसके पढ़ने के लिए माहौल बनाएं। स्टडी रूम या फिर बेडरूम में शांत वातावरण में बैठकर बच्चों को पढ़ाना बेस्ट तरीका है। अगर आप बच्चे को रोज इन्हीं जगहों पर पढ़ाएंगे, तो वे हमेशा इसी जगह पर पढ़ना पसंद करेंगे और उनका कंसन्ट्रेशन भी इन्हीं जगहों पर बनेगा। इसलिए बच्चों के पढ़ाने के लिए हर घर में एक स्पेशल स्पेस होना जरूरी है।
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