Cinnamon in Hindi: दालचीनी का उपयोग एक स्वादिष्ट मसाले के रूप में किया जाता है। लेकिन दालचीनी के औषधीय गुण के कारण आयुर्वेद इसे एक औषधीय जड़ी बूटी मानता है। दालचीनी खाने के फायदे आपको स्वास्थ्य, त्वचा और बालों संबंधी कई समस्याओं से बचा सकते हैं। दालचीनी अपनी तासीर, विशेष सुगंध और तीखे स्वाद के कारण लोकप्रिय है।
दालचीनी स्टिक का इस्तेमाल वजन घटाने के लिए विशेष रूप से किया जाता है। दालचीनी पाउडर के लाभ कैंसर, गठिया, मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों के लिए भी होता है। दालचीनी के नुस्खे दालचीनी के लाभ इसे बहुत ही दिलचस्प बना देते हैं। दालचीनी का प्रयोग औषधी के रूप में छाल, पाउडर, चूर्ण और दालचीनी के तेल के रूप में किया जा सकता है।
इस लेख में हम आपको दालचीनी के फायदे और नुकसान के साथ इसके उपयोग की जानकारी दे रहे हैं।
प्राचीन ग्रंथों में दालचीनी के लाभ और उपयोग संबंधी जानकारी मौजूद है। दालचीनी एक विशेष मसाला है जो सिनामोमम पेड़ (Cinnamomum trees) की छाल से प्राप्त होता है। यह भूरे रंग का होता है। विभिन्न प्रकार की औषधीय दवाओं के लिए दालचीनी का प्रमुख घटक के रूप में उपयोग किया जाता है।
दालचीनी की चाय और पाउडर के रूप में इसका विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। वजन कम करना हो, सेक्स पावर बढ़ानी हो या सर्दी जुकाम से निजात पाना हो, इन सब के लिए दालचीनी का इस्तेमाल काफी फायदेमंद रहता है। आइए जाने औषधीय गुणों से भरपूर दालचीनी से संबंधित अन्य जानकारीयां।
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आयुर्वेद के अनुसार सर्दी खांसी का घरेलू उपचार करने के लिए दालचीनी की चाय पीने की सलाह दी जाती है। क्योंकि दालचीनी की तासीर गर्म होती है। जिसके कारण दालचीनी का उपयोग हमारी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने और सर्दी, खांसी जैसी सामान्य बीमारियों का प्राकृतिक इलाज करने में मदद मिल सकती है।
सिनामोमम पेड़ की आंतरकि छाल से दालचीनी प्राप्त किया जाता है। मुख्य रूप से दालचीनी के दो प्रकार की होती है पहला कैसिया दालचीनी (Cassia cinnamon) और दूसरा सीलोन दालचीनी (Ceylon cinnamon)।
कैसिया दालचीनी का उत्पादन सामान्य रूप से चीनी, वियतनाम और इंडोनेशिया में किया जाता है। सीलोन दालचीनी को श्रीलंका, भारत, मेडागास्क्र, ब्राजील और कैरिबियन आदि देशों में प्रमुख रूप से उत्पादन किया जाता है।
लेकिन स्वास्थ्य लाभ के नजरिये से सीलोन दालचीनी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। दालचीनी की छाल को पाउडर के अलावा दालचीनी के तेल के रूप में भी उपयोग किया जाता है। दालचीनी का तेल पेड़ की छाल और पत्तियों से प्राप्त किया जाता है।
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दालचीनी को ट्रू सिनामोमम पेड़ (true cinnamon tree) भी कहा जाता है। दालचीनी का पौधा एक छोटा सदाबहार पेड़ है जिसे श्रीलंका का मूल निवासी माना जाता है। दालचीनी लॉरेशी फेमिली (Lauraceae family) से संबंधित पौधा है।
हालांकि दालचीनी की दूसरी प्रजातियां भी हैं जिनकी छाल का उपयोग किया जाता है। दालचीनी का वैज्ञानिक नाम सिनामोमम वर्म (innamomum verum) जिसका उपयोग विशेष रूप से मसाले के रूप में किया जाता है।
दालचीनी में ऐसे बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो हमारी स्वस्थ्य समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर करने में मदद कर सकते हैं। दालचीनी में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडें, खनिज पदार्थ और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। दालचीनी के औषधीय गुण में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी शामिल हैं जो संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं को रोकने में मदद करते हैं।
आप अपनी रोग प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने के लिए भी दालचीनी चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने दालचीनी में मौजूद पोषक तत्व क्या हैं जो हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
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सामान्य रूप से हम दालचीनी की छाल के साथ ही दालचीनी पाउडर का विशेष रूप से इस्तेमाल करते हैं। यहां दालचीनी पाउडर की 1 चम्मच मात्रा में मौजूद कुछ विशेष पोषक तत्वों की जानकारी दी जा रही है जो इस प्रकार है।
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सामान्य रूप से दालचीनी की छड़ की अपेक्षा दालचीनी के पाउडर का अधिक उपयोग किया जाता है। आपको अलग से दालचीनी पाउडर खरीदने की आवश्यकता नहीं है। आप अपने घर पर ही शुद्ध रूप से दालचीनी का पाउडर तैयार कर सकते हैं। आइए जाने घर पर दालचीनी पाउडर बनाने की विधि क्या है।
सामग्री जो चाहिए
दालचीनी पाउडर बनाने का तरीका
जैसा कि हम जानते हैं कि दालचीनी दो प्रकार की होती है जिसमें सीलोन दालचीनी सेवन करने की सलाह दी जाती है। हालांकि उपलब्ध न होने पर कैसिया दालचीनी का भी दैनिक आधार पर केवल 1 चम्मच नियमित रूप से सेवन किया जा सकता है।
लेकिन यदि आपके पास सीलोन दालचीनी उपलब्ध है तो आप इसे दैनिक आधार पर 5 ग्राम तक खा सकते हैं जिसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। लेकिन इससे अधिक मात्रा में दालचीनी का सेवन करने पर कई संभावित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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सिनामोमम पेड़ से प्राप्त दालचीनी एक औषधीय मसाला होने के साथ ही विशेष जड़ी बूटी भी मानी जाती है। दालचीनी के फायदे बहुत ही व्यापक होते हैं जो हमारी सेहत, त्वचा और बालों के लिए समान रूप से प्रभावी होते हैं। आइए जाने दालचीनी से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य लाभ क्या क्या हैं।
निम्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दालचीनी के औषधीय गुणों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आयुर्वेद और कई वैज्ञानिक अध्ययन भी बताते हैं कि दालचीनी का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। यदि आप भी यहां बताई जा रही स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है।
यदि आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो दालचीनी पाउडर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। दालचीनी पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है जो वजन घटाने में हमारी मदद कर सकते हैं। दालचीनी के गुण शरीर से न केवल विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं बल्कि शरीर में जमा अतिरिक्त फैट को दूर करने में भी मदद करते हैं।
दालचीनी आपके पूरे सिस्टम को नियंत्रित करता है और वजन घटाने में हेल्प करता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि केवल दालचीनी का सेवन करने मात्र से आपको वजन कम करने में सफलता नहीं मिल सकती है। इसलिए उचित खानपान और नियमित व्यायाम भी करना चाहिए। यदि आप भी दालचीनी से मोटापे को कम करना चाहते हैं तो दालचीनी चाय का सेवन कर सकते हैं।
दालचीनी की चाय कैसे बनाएं
दालचीनी चाय बनाने की विधि आसान है। इसके लिए आपको कुछ सामग्री चाहिए जो इस प्रकार है :
दालचीनी चाय बनाने का तरीका
आप पहले एक कप पानी को उबालें इसके बाद आंच को धीमा कर दें। फिर इसमें 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं। लगभग 5 मिनिट के बाद इस मिश्रण को कप में छान लें और फिर इसमें शहद और नींबू के रस मिलाएं। वेट लॉस के लिए दालचीनी चाय तैयार है। नियमित रूप से सुबह के समय खाली पेट इस चाय का सेवन आपके लिए और भी फायदेमंद हो सकता है।
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अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से दालचीनी पाउडर का सेवन करना मधुमेह रोगियों को फायदा पहुंचा सकता है। दालचीनी के पाउडर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने की क्षमता होती है। यदि उचित मात्रा में दालचीनी का उपभोग किया जाता है तो यह लगभग 24 प्रतिशत तक रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है।
मधुमेह के लक्षणों को कम करने का यह सबसे असरदार घरेलू नुस्खा माना जाता है। आप नियमित दवा के साथ 1 चुटकी दालचीनी पाउडर का सेवन करके भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मधुमेह के लिए दालचीनी की चाय कैसे बनाएं
डायबिटीज का घरेलू उपचार करने के लिए दालचीनी चाय एक लोकप्रिय टॉनिक है। इसे बनाने का तरीका बहुत ही सरल है। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए
डायबिटिक के लिए दालचीनी चाय बनाने की विधि
आप एक कप पानी को अच्छी तरह से गर्म करें फिर इसमें अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े डालें। 1 उबाल आने के बाद आंच को बंद करें इसके बाद दालचीनी की छाल को मिलाएं। लगभग 5 मिनिट के बाद इस मिश्रण को कप में छान लें और इसमें नींबू के रस को मिलाएं। आप की चाय तैयार है। आप इस चाय को दिन के किसी भी समय पी सकते हैं।
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शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। लेकिन इस प्रकार की समस्याओं से बचने का सबसे आसान उपाय दालचीनी का सेवन करना हो सकता है। दालचीनी पाउउर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल धमनियों में अवरोध पैदा करके रक्त परिसंचरण को बाधित कर सकता है। जिससे हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती है।
आप अपने रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाए रखने और हार्ट प्राब्लम से बचने के लिए दैनिक आधार पर दालचीनी का सेवन कर सकते हैं। हालांकि इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि दालचीनी को प्रतिदिन 6 ग्राम से अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। अन्यथा दालचीनी के लाभ हानि में बदल सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल के लिए दालचीनी कैसे सेवन करें
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सिनोमोन में बहुत सारे पोषक तत्व और खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा में होते हैं। दालचीनी के तेल के प्रयोग से आप गठिया के लक्षणों का इलाज कर सकते हैं। दालचीनी खाने के लाभ गठिया के दर्द और सूजन को प्रभावी रूप से कम करने में होते हैं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि दालचीनी चूर्ण में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। कोशिकाओं की सूजन और दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। दालचीनी के पाउडर में सिनामाल्डिहाइड और सिनैमिक (Cinnamaldehyde and Cinnamic) एसिड भी होते हैं जो कोशिकाओं की क्षति को कम करने में मदद कर सकते हैं।
गठिया में दालचीनी का इस्तेमाल कैसे करें
आप गठिया का घरेलू उपचार करने के लिए अपने आहार दालचीनी पाउडर को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप दालचीनी के तेल की 3 से 4 बूंदों को नारियल तेल या सरसों के तेल में मिलाकर हल्का गुनगुना करें। फिर इस तेल से प्रभावित क्षेत्र की हल्की मालिश करें। ऐसा करने से आपको गठिया के दर्द और सूजन से राहत मिल सकती है।
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महिलाओं के लिए भी दालचीनी का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। विशेष रूप से मासिक धर्म संबंधी समस्याओं को दूर करने में दालचीनी पाउडर खाने के लाभ होते हैं। क्या आपने कभी पीरियड्स के दौरान दालचीनी पाउडर से बनी चाय पीने की कोशिश की है।
यदि नहीं तो इस घरेलू नुस्खे को आजमएं। दालचीनी की चाय मासिक धर्म चक्र की ऐंठन और दर्द के इलाज में मदद कर सकती है। इसके अलावा यह मासिक धर्म के समय होने वाले भारी रक्त स्राव को भी नियंत्रित कर सकती है।
मासिक धर्म के दौरान दालचीनी का प्रयोग कैसे करें
पीएमएस लक्षणों को कम करने के लिए दालचीनी के पानी का सेवन किया जा सकता है। सिनामोन वाटर बनाने के लिए आपको चाहिए
दालचीनी वाटर बनाने की विधि
दालचीनी का पानी तैयार करने का तरीका बहुत ही आसान है। आप पहले 1 गिलास पानी को उबालें इसके बाद इसमें दालचीनी पाउडर को मिलाएं। इस मिश्रण को थोड़ा ठंडा होने दें और फिर इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें। यह अद्भुद पेय महिलाओं की मासिक ऐंठन और दर्द को कम कर सकता है।
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खराब जीवनशैली और व्यस्त जीवन जीने के कारण लोगों को कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक कमजोरियों का समाना करना पड़ सकता है। यदि आप अपने यौन जीवन में भी कमजोरी या अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो दालचीनी के चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दालचीनी के पाउडर में कुछ प्राकृतिक रसायन होते हैं जिन्हें सिनेमेल्डिहाइड (cinnamaldehyde) के रूप में जाना जाता है। यह प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है साथ ही महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकता है। नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करना महिलाओं के शरीर में हार्मोन संतुलन के साथ ही यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है।
दालचीनी का उपयोग कैसे करें
सामान्य रूप से यौन स्वास्थ्य संबंधी कमजोरी को दूर करने के लिए दालचीनी को लगभग सभी प्रकास से उपयोग किया जा सकता है। आप अपने आहार में मसाले के रूप में शामिल करने के साथ ही दालचीनी चाय और दालचीनी के पानी का भी सेवन कर सकते हैं।
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मुंह से बदबू आना एक प्रमुख समस्या है जो मुंह की सही तरह से सफाई न करने के कारण हो सकती है। हालांकि कुछ मामलों में मुंह की बदबू बैक्टिरियल प्रभाव के कारण भी हो सकती है। ऐसी स्थिति का घरेलू इलाज करने के लिए दालचीनी पाउडर का उपयोग किया जा सकता है।
दालचीनी की चाय पीने के फायदे आपके मुंह की बदबू को भी दूर करने में प्रभावी हो सकते हैं। क्योंकि दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मुंह के अंदर के बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करते हैं।
दालचीनी से मुंह की बदबू कैसे दूर करें
नियमित रूप से दालचीनी की चाय पीना आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकती है। इसके अलावा आप दालचीनी के पानी से कुल्ला भी कर सकते हैं।
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क्या आप दांतों की सड़न या मसूड़ों की सूजन आदि से परेशान हैं। इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी दालचीनी के पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है। दालचीनी पाउडर के औषधीय गुण मुंह की बदबू, मसूड़ों की सूजन, दांत के दर्द और दांतों की सड़न जैसी समस्याओं का प्रभावी इलाज कर सकते हैं।
दालचीनी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह में जमा प्लेग और बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होते हैं। आप नियमित रूप से दालचीनी की चाय का सेवन कर इस प्रकार की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
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दिल को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा और प्राकृतिक उपाय दालचीनी को माना जाता है। नियमित रूप से दालचीनी का उपयोग करना आपको कई गंभीर हृदय रोगों से बचा सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व हृदय कोशिकाओं को मजबूत बनाने और रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। जिससे हृदय की कार्य प्रणाली और कार्य क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
हार्ट हेल्थ के लिए दालचीनी का प्रयोग
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औषधीय गुण की उच्च मात्रा होने के कारण जानकार दालचीनी को ब्रेन हेल्थ के लिए सबसे बेस्ट टॉनिक मानते हैं। नियमित रूप से दालचीनी का इस्तेमाल करना कई मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को दूर कर सकता है। हम जानते हैं कि दालचीनी में विशेष सुगंध होती है जो आपके मस्तिष्क गतिविधियों को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं।
दालचीनी का सेवन करना न केवल आपके दिमाग को तेज कर सकता है बल्कि स्ट्रेस और डिप्रेशन को कम कर सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि दालचीनी के तेल की खुशबू लेने से स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
दिमाग को तेज करने के लिए दालचीनी का उपयोग
यदि आप अपनी मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और दिमाग को तेज करना चाहते हैं तो दालचीनी की चाय का सेवन कर सकते हैं। दालचीनी की चाय बनाने की विधि बहुत ही आसान है। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए
दालचीनी की चाय बनाने की विधि
आप पहले पानी को उबालें इस उबलते पानी किसी बर्तन में पलटाएं और इसमें दालचीनी मिलाएं। लगभग 5 मिनिट के बाद इस मिश्रण को कप में छान लें और इसमें शहद मिलाएं। इस चाय की खुशबू लेने और नियमित रूप से पीने पर आप अपने दिमाग को तेज बना सकते हैं।
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सिनामोन के हेल्थ बेनिफिट्स में यीस्ट संक्रमण से बचाव भी शामिल हैं। दालचीनी में कई प्रकार के फंगल संक्रमण को रोकने की क्षमता होती है। कई विशेषज्ञों के अध्ययनों के अनुसार दालचीनी के तेल में ऐसे कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जो कैंडिडा खमीर संक्रमण को रोकने में प्रभावी होते हैं। यदि आप भी इस प्रकार के संक्रमण से परेशान हैं तो अपने नियमित आहार में दालचीनी को विभिन्न विकल्पों के रूप में शामिल कर सकते हैं।
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सर्दी और खांसी कहने के लिए सामान्य बीमारी है। लेकिन सर्दी खांसी के लक्षण बहुत दिनों तक बने रहते हैं जो दैनिक जीवन में कई समस्याओं का कारण बन सकता है। दालचीनी में एंटी-माइक्रोबायल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इन सभी गुणों की मौजूदगी के कारण दालचीनी सर्दी और खांसी के लक्षणों को आसानी से कम कर सकता है। आप भी सर्दी के सामान्य लक्षणों को कम करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दालचीनी का इस्तेमाल सर्दी दूर करने के लिए
यदि आप सर्दी के लक्षणों को दूर करने का घरेलू उपाय करना चाहते हैं तो दालचीनी एक अच्छा विकल्प है। इसके लिए आपको चाहिए
बनाने का तरीका
आप 1 गिलास पानी में लौंग को डालकर लगभग 10 मिनिट तक उबालें। फिर इस पानी में छान लें दालचीनी पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को कुछ देर के बाद कप में छान लें और इसका सेवन करें। नियमित रूप से 2 या 3 कप दालचीनी की चाय पीने पर यह आपको सर्दी और खांसी के लक्षणों से आराम दिला सकता है।
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हृदय संबंधी अधिकांश समस्याएं रक्त परिसंचरण में रुकावट के कारण होती हैं। लेकिन यदि आप नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करते हैं तो रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दालचीनी में ऐसे यौगिक मौजूद होते हैं जो रक्त को पतला बनाने में मदद कर सकते हैं। जिससे पूरे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर हो सकता है। उचित रक्त परिसंचरण के कारण पूरे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाया जा सकता है।
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यदि आप पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में दालचीनी के पोषक तत्व पाचन तंत्र को फायदा पहुंचा सकते हैं। माइक्रबियल गुण होने के कारण दालचीनी पाचन तंत्र में मौजूद संक्रामक बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होते हैं। आप भी यदि पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो दालचीनी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
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दूषित पानी पीना, खराब भोजन करना और अन्य मौसमी कारणों से दस्त या डायरिया होने की संभावना बढ़ जाती है। दस्त का उपचार करने से पहले आपको घरेलू इलाज लेने के बारे में सोचना चाहिए। क्योंकि दालचीनी का घरेलू उपचार दस्त का इलाज करने में प्रभावी माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि दालचीनी के औषधीय गुण डायदिया का उपचार करने में मदद कर सकते हैं।
दालचीनी का प्रयोग दस्त के लिए कैसे करें
दस्त का उपचार करने के लिए दालचीनी को औषधीय जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आपको चाहिए
बनाने की विधि
दस्त का उपचार करने के लिए आप इन सभी घटकों को एक गिलास पानी में अच्छी तरह से मिलाएं और घोलें। इसके बाद इस पानी का सेवन करें, नियमित रूप से दिन में 2 से 3 बार इस पानी का सेवन करना दस्त के लक्षणों को कम कर सकता है।
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यह जानकर आपको हैरानी नहीं होनी चाहिए कि दालचीनी का उपयोग करना आपकी जीवन आयु को बढ़ा सकता है। नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करना आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है। जिससे आपको लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जीने में आसानी होती है।
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किसी भी प्रकार के शारीरिक दर्द को ठीक करने के लिए सबसे पहले घरेलू उपचार ही किये जाते हैं। क्या आप दर्द को कम करने वाली दवाओं का सेवन करते हैं, ये दवाएं हानिकारक हो सकती हैं। इसके वजाय आप दर्द का इलाज करने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। दालचीनी में ऐसे गुण होते हैं जो चोट के दर्द, दांत के दर्द, हड्डियों के दर्द आदि को कम कर सकते हैं।
दर्द कम करने के लिए दालचीनी का प्रयोग कैसे करें
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नियमित रूप से दालचीनी का उपयोग करना आपको केवल स्वास्थ्य लाभ ही नहीं बल्कि त्वचा लाभ भी दिला सकता है। महिला हो या पुरुष सभी की इच्छा होती है कि उनका चेहरा सुंदर और साफ दिखे। इस प्रयोजन हेतू कई प्रकार की रासायनिक दवाओं और क्रीम आदि का इस्तेमाल किया जाता है जो त्वचा को हानि भी पहुंचा सकती है। लेकिन दालचीनी के फायदे त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी होते हैं। आइए जाने दालचीनी के लाभ त्वचा के लिए कौन कौन से हैं।
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चेहरे में मुंहासे होने का प्रमुख कारण त्वचा में आने वाला प्राकृतिक तेल और बैक्टीरियल प्रभाव होता है। साथ ही धूल-मिट्ट और प्रदूषण भी मुंहासों की संभावना को बढ़ा सकते हैं। लेकिन आप घर में उपयोग किये जाने वाले सामान्य मसालों में उपयोग किये जाने वाले दालचीनी का इस्तेमाल मुंहासों को दूर करने के लिए कर सकते हैं।
दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो मुंहासे और इनके निशानों को आसानी से दूर करने में मदद करते हैं। आप मुंहासों का इलाज करने के लिए दालचीनी और शहद के फायदे भी प्राप्त कर सकते है।
दालचीनी का उपयोग मुंहासे के लिए कैसे करें
मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए आप औषधीय दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सामग्री इस प्रकार है
बनाने की विधि
आप अपने हाथ में इन दोनों घटकों को लें और उंगली की मदद से एक पेस्ट बनाएं।
लगाने की विधि
इस मिश्रण को रात में सोने से पहले उपयोग करना चाहिए। चेहरे पर लगाने से पहले आप अपने चेहरे को अच्छी तरह से धो लें फिर इस मिश्रण को अपने मुंहासों पर लगाएं। अगली सुबह साफ पानी से अपने मुंह को धो लें। इस मिश्रण को तैयार करने से पहले हाथ को अच्छी तरह से धो लें जिससे आपके हाथों में मौजूद बैक्टीरिया आपके चेहरे तक न पहुंचे।
इस मिश्रण से आपको लाभ प्राप्त होने में कुछ देरी हो सकती है। लेकिन नियमित रूप से उपयोग करने पर आपको निश्चित रूप से लाभ प्राप्त हो सकता है।
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चेहरे की सुंदरता में होठों का भी अहम योगदान होता है। हर महिलाएं चाहती हैं कि उनके होठ भी सेलिब्रिटी की तरह ही चमकदार और सुंदर हों। यदि आप भी अपने होठों को सुंदर बनाना चाहते हैं तो घरेलू मसाले में उपयोग होने वाली दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने हम दालचीनी से होठों को कैसे सुंदर बना सकते हैं।
दालचीनी से होठ को सुंदर कैसे बनाएं
हमारी सुंदरता चेहरे के साथ ही होठों से भी होती है। होठों को सुंदर बनाने के लिए हम दालचीनी का इस्तेमाल लोशन या लिप बाम के रूप में कर सकते हैं। इसके लिए हमें चाहिए
लिप बाम बनाने की विधि
आप कांच की बोतल में दालचीनी को डालें और इसमें जैतून का तेल मिलाएं। तेल इतना होना चाहिए कि दालचीनी अच्छी तरह से भीग जाएं। अब इस बोतल को अच्छी तरह से बंद करके 2 सप्ताह के लिए छोड़ दें। जब इस मिश्रण के रंग में परिवर्तन आने लगे तब यह समझ लेना चाहिए की मिश्रण में दालचीनी के गुण आ चुके हैं। आप इस तेल का उपयोग अपने होठों पर कर सकते हैं।
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मौसम में परिवर्तन होने पर बहुत से लोगों की त्वचा शुष्क और ड्राई हो सकती है। जिससे चेहरे की सुंदरता कम हो सकती है। इस प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए कई प्रकार की रासायनिक क्रीम का उपयोग किया जाता है जो आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
ड्राई स्किन का घरेलू उपचार करने के लिए दालचीनी एक अच्छा प्राकृतिक विकल्प हो सकता है। दालचीनी में मृत त्वचा कोशिकाओं को दूर करने और नई कोशिकाओं को विकसित करने की क्षमता होती है। आइए जाने शुष्क और रूखी त्वचा के लिए दालचीनी किस प्रकार फायदेमंद होती है।
शुष्क त्वचा के लिए दालचीनी
आप दालचीनी का इस्तेमाल एक स्कब्र के रूप में कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए अपको चाहिए
स्कब्र बनाने की विधि
आप दालचीनी पाउडर, नमक, जैतून तेल, बादाम तेल और शहद को मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण का उपयोग आप हर्बल स्कब्र के रूप में कर सकते हैं। जो आपके चेहरे से मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने और नई कोशिकाओं के विकास में मदद कर सकता है।
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क्या आप अपने चेहरे की रंगत को बढ़ाना चाहते हैं। क्योंकि तेज धूप और प्रदूषण के कारण चेहरे की त्वचा बेजान हो जाती है जिससे चेहरे की रंगत कम होने लगती है। लेकिन आप अपने चेहरे की सुंदरता को बनाए रखने और त्वचा को गोरा बनाने के लिए दालचीनी फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने गोरी त्वचा के लिए दालचीनी फेस पैक बनाने की विधि क्या है।
फेस पैक बनाने के लिए आपको चाहिए
फेस पैक बनाने की विधि
दालचीनी पाउडर, केला और दही को मिलाकर एक चिकना मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को समान रूप से अपने चेहरे और गर्दन में लगाएं। जब पेस्ट पूरी तरह से सूख जाए तब सामान्य पानी से अपने चेहरे को धो लें। नियमित रूप से सप्ताह में दो बार इस फेस पैक का इस्तेमाल करना आपकी त्वचा को सुंदर और गोरा बना सकता है। यदि इस फेस पैक से आपको त्वचा में खुजली या जलन हो तो तुरंत ही इसे साफ कर लें और दोबारा इस मिश्रण का उपयोग न करें।
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त्वचा में होने वाले संक्रमण को दूर करने में दालचीनी प्रभावी हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दालचीनी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से भी बचाते हैं। इन सभी गुणों के कारण दालचीनी के लाभ त्वचा संक्रमण को दूर करने के लिए होते हैं।
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स्वस्थ शरीर और सुंदर चेहरे के साथ ही स्वस्थ घने और काले बाल की इच्छा सभी की होती है। यदि आप भी अपने बालों को सुंदर और स्वस्थ रखना चाहते हैं तो दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने हानिकारक तेल और शैम्पू के बजाये बालों में दालचीनी का उपयोग क्यों कैसे किया जा सकता है।
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दालचीनी का उपभोग करने से शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा मिलता है। जिससे शरीर के सभी अंगों में पर्याप्त पोषक तत्व और ऑक्सीजन को पहुंचाने में मदद मिल सकती है। यही लाभ बालों के लिए भी होते हैं। जब आप अपने बालों में दालचीनी का इस्तेमाल करते हैं तो यह स्कैल्प के स्वास्थ्य को बढ़ा सकता है। जिससे आपके बालों की रुकी हुई वृद्धि को फिर से बढ़ाया जा सकता है।
बालों के लिए दालचीनी हेयर पैक
इस हेयर पैक को बनाने के लिए आपको चाहिए
दालचीनी हेयर पैक बनाने की विधि
आप जैतून तेल को एक कटोरी में हल्का गर्म करें। इस गर्म तेल में दालचीनी और शहद को अच्छी तरह से मिलाएं। अब इस मिश्रण को ब्रश की मदद से अपने बालों में अच्छी तरह से जड़ तक लगाएं। लगभग 15 से 20 मिनिट के बाद आप अपने बालों को रैग्यूलर शैंपू से धो लें। आप इस दालचीनी हेयर मॉस्क को सप्ताह में 1 बार उपयोग कर सकते हैं।
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क्या आप अपने बालों को प्राकृतिक रंग देना चाहते हैं। हालांकि बाजार में बालों को डाई करने के लिए बहुत से रासायनिक उत्पाद मौजूद हैं। लेकिन इनका उपयोग करना आपके बालों को हानि पहुंचा सकता है। ऐसे में दालचीनी आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। आप दालचीनी पाउडर और कंडीशनर को मिलाकर एक पेस्ट बना सकते हैं।
इस पेस्ट को बालों में लगाने से पहले अपने बालों को अच्छी तरह से धो लें और पूरी तरह सुखा लें। अब इस बने हुए पेस्ट को अपने बालों में लगाएं और रात भर इसे अपने बालों में लगे रहने दें। आप शॉवर कैप का भी उपयोग कर सकते हैं। अगली सुबह आप अपने बालों को धो लें। यह आपके बालों को प्राकृतिक रंग दिलाने में मदद कर सकता है।
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पोषक तत्वों की कमी के कारण हमें कई प्रकार की सवास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ठीक इसी तरह से पोषक तत्वों की कमी होने की वजह से हमारे बाल भी कमजोर हो जाते हैं और झड़ने लगते हैं। ऐसी स्थिति में आपको बालों को अतिरिक्त पोषण देने की आवश्यकता होती है। आप अपने बालों को मजबूत बनाने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने दालचीनी का इस्तेमाल करने से आप बालों को किस तरह से मजबूत बना सकते हैं।
सामग्री
बालों के लिए दालचीनी पेस्ट बनाने की विधि
एक कटोरी में इन तीनों उत्पादों को लें और एक मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को अपने बालों में लगाएं। लगभग 10 से 12 मिनिट के बाद अपने बालों को अच्छी तरह से धो लें।
दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो उन फ्री रेडिकल्स को रोकने में मदद करते हैं जो बालों नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह से आप अपने बालों को स्वस्थ और हेल्दी रखने के लिए दालचीनी के हेयर पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने बालों में इस हेयर पैक को सप्ताह में 1 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
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दालचीनी एक हर्बल उत्पाद है जिसका आयुर्वेद में विशेष स्थान है। उचित मात्रा में दालचीनी का सेवन करना फायदेमंद होता है। हालांकि दालचीनी के लाभ और हानि दोनों ही होते हैं। आइए जाने दालचीनी के नुकसान क्या हैं।
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इस दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान (Cinnamon Uses Benefits and Side Effects in Hindi) वाले आर्टिकल में दालचीनी की तासीर, दालचीनी के प्रकार और दालचीनी पाउडर के पोषक तत्व की जानकारी दी गई है।
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Reference
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