Dant Ke Kide Nikalne Ke Gharelu Upay जानें दांतों में कीड़े लगने का घरेलू उपाय, दांतों में कीड़े लगना इसका मतलब है कि आपके खान पान में पाबंदी लगना। आज बहुत से लोग दांतों में कीड़े लगने के कारण परेशान होते हैं जो कि बहुत ही दर्दनाक भी होता है। दांतों में कीड़े लगने को लोग सामान्य भाषा में कैविटी के नाम से जानते हैं। लोगों के लिए दांतों में कीड़े लगना एक शर्मनाक शब्द हो सकता है क्योंकि यह सीधे ही लोगों के दांतों की सफाई से संबंधित है। लेकिन इस समस्या से छुटकारा पाने के कुछ प्राकृतिक और प्रभावी इलाज भी मौजूद हैं। इस आर्टिकल में आप दांत के कीड़े दूर करने के उपाय के बारे में जानेंगे। आइए जाने कैविटी दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं।
विषय सूची
यदि आप दांत दर्द या दांत के कीड़ों से परेशान हैं तो आप दांत के कीड़ों को दूर करने के लिए प्राकृतिक उपचारों को आजमा सकते हैं। क्योंकि इन प्राकृतिक उपचारों में शक्तिशाली औषधीय गुण होते हैं जो दांतों की सभी समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर कर उन्हें स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करते हैं। आइए जाने दांतों के कीड़े दूर करने के प्रभावी इलाज क्या हैं।
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प्राचीन समय से ही लौंग तेल का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जा रहा है। लेकिन आयुर्वेद में दांत का कीड़ा निकालने के लिए लौंग तेल को बहुत ही प्रभावी औषधी माना जाता है। लौंग तेल का उपयोग न केवल दांतों के कीड़ों को दूर करने बल्कि दांत दर्द से भी राहत दिलाने में मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लौंग में एक बहुत ही मजबूत घटक के रूप में यूजीनॉल पाया जाता है। यह एनेस्थेटिक और एंटीसेप्टिक दोनों ही गुणों वाला होता है। इस घटक की मौजूदगी आपके तंत्रिकाओं को कम करने और संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। इस तरह से आप दांत के कीड़ों का उपचार करने के लिए लौंग तेल का उपयोग कर सकते हैं।
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आप पुदीना के शीतलन गुणों के बारे जानते होगें। लेकिन क्या आपको पता है कि पुदीना आपके दांतों की समस्याओं को भी दूर कर सकता है। पुदीने में मेन्थॉल नामक एक सक्रिय घटक होता है जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। ये गुण स्वाभाविक रूप से दांतों के दर्द से छुटकारा दिलाते हैं। आप अपने दांतों के कीड़े सहित दांतों से संबंधित अन्य सभी समस्याओं को दूर करने के लिए पुदीने का उपयोग फायदेमंद होता है। दांत में लगे कीड़े को निकालने के लिए पुदीने के तेल के अलावा इसकी पत्तियों को पीस कर निकाले गए रस का उपयोग कर सकते हैं।
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आप लहसुन का उपयोग अपने भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए करते हैं। लेकिन लहसुन एक ऐसी जड़ी बूटी भी है जो आपके दांतों के दर्द और अन्य समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर कर सकती है। आप अपने दांत दर्द का इलाज करने के लिए लहसुन की कलियों को पीस लें। लहसुन को पीसने पर इससे एलिसिन निकलता है। यह एक प्राकृतिक जीवाणुरोधी होता है। यह आपके दांत दर्द और दांतों के कीड़ों को दूर करने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा दांत दर्द होने पर आप कच्चे लहसुन को भी चवा सकते हैं। आप लहसुन के साथ पुदीना का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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प्राकृतिक रूप से दांतों के कीड़े हटाने के लिए आप प्याज का उपयोग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्याज के रस में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इन गुणों के कारण प्याज मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को प्रभावी रूप से दूर करने में मदद करती है। जिनके परिणाम स्वरूप आपको दांतों में दर्द और सड़न जैसी समस्या होती है। इस तरह से आप अपने दांतों की देखभाल करने के लिए प्याज के रस का उपयोग कर सकते हैं। अध्ययनों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि प्याज के रस का उपयोग करने पर दांत दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
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जैसा कि आप जानते हैं कि अदरक उपचार गुणों से भरपूर औषधी है। अदरक में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इन गुणों के कारण अदरक का उपयोग दांतों की सभी समस्याओं को दूर करने में उपयोग किया जा सकता है। अदरक में मौजूद सक्रिय घटक के रूप में अदरकोन, शोगोल और जिंजरोल आदि शामिल होते हैं। कच्चे अदरक को चबाने से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद मिलती है। नियमित रूप से अदरक का सेवन
करने से संक्रमण को पूरी तरह से रोका जा सकता है साथ ही भविष्य में इस प्रकार के संक्रमण की संभावनाओं में भी कमी आ सकती है। इस तरह से दांतों की सफाई और स्वास्थ्य के लिए आप अदरक का उपयोग कर सकते हैं।(और पढ़े – अदरक के फायदे, औषधीय गुण, उपयोग और नुकसान…)
पानी में नमक घोलकर कुल्ला करने से आप अपने दांतों को सड़ने से बचा सकते हैं। क्योंकि नमकीन पानी से कुल्ला करने के फायदे मुंह की स्वच्छता को बनाए रखने में मदद करते है। नमक युक्त पानी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिसके कारण यह मुंह में मौजूद खराब बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होते हैं। इस तरह से आप अपने मुंह को संक्रमण से बचाने के लिए प्रत्येक भोजन के बाद नमक वाले पानी से कुल्ला करें। आप सोने से पहले और सुबह उठने के बाद भी इस नमकीन पानी का उपयोग कर सकते हैं।
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दुनिया भर में औषधीय उपयोग के लिए हल्दी का उपयोग किया जाता है। हल्दी के फायदे इसमें पाए जाने वाले एक सक्रिय घटक कर्क्यूमिन (curcumin) पाया जाता है। इस घटक में एंटीसेप्टिक, पीड़ाहारी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। कर्क्यूमिन आपके दांतों के दर्द को दूर करने में मदद करता है साथ ही यह संक्रमण और मसूड़ों में मौजूद घावों को ठीक करने में सहायक होता है। यदि आपके दांतों में दर्द होता है तो आपको हल्दी का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इसके लिए आप हल्दी पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं और रूई की सहायता से प्रभावित क्षेत्र में इस पेस्ट को लगाएं। यदि आपको कच्ची हल्दी का स्वाद पसंद न आए तो आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं। यह आपके दांतों कैविटी को दूर करने का सबसे आसान तरीका हो सकता है।
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प्राचीन समय से ऑयल पुलिंग मेथर्ड का उपयोग किया जा रहा है जो आज भी बहुत ही लोकप्रिय है। यह एक ऐसी व्यवस्था है जहां लोग आवश्यक तेलों जैसे कि तिल का तेल या नारियल तेल को लगभग 20 मिनिट के लिए अपने मुंह में रखते हैं और चारों ओर घुमाते हैं। इसके बाद इस तेल को बाहर थूक देते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस पद्यति का उपयोग करने से मुंह में मौजूद विषाक्तता को बाहर करने में मदद मिलती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अध्ययनों ने स्पष्ट किया है कि तिल का तेल दांतों से प्लेक को हटाने में मदद कर सकता है।
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विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर हड्डी का शोरबा दांत दर्द और दांत के कीड़े मारने का प्रभावी तरीका हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हड्डी का सूप बनाने के लिए कई प्रकार की जाता सब्जियों का भी उपयोग किया जाता है जिनके पोषक तत्व, खनिज पदार्थ और विटामिन दांतों की समस्याओं का प्रभावी इलाज कर सकते हैं। हड्डी के सूप में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। आप जानते हैं कि कैल्शियम दांतों में प्रमुख घटक के रूप में मौजूद रहता है। हमारे दांतों के कमजोर होने का प्रमुख कारण कैल्श्यिम की कमी भी हो सकती है। इस तरह से आप अपने दांतों में कैल्शियम की कमी को पूरा कर दांतों की समस्याओं से बच सकते हैं।
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विटामिन सी की उच्च मात्रा नींबू में होती है। इसके अलावा नींबू के रस में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। इस कारण मुंह के कीड़ों को मारने के लिए नींबू का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। यदि आप दांतों से संबंधित समस्याओं से परेशान हैं तो नींबू के रस को अपने दर्द प्रभावित जगह पर लगाएं या नींबू के टुकड़े को मुंह में रखें और थोड़ी देर के बाद आप साफ पानी से कुल्ला कर लें। यह आपकी दांतों संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे सरल तरीका है।
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प्राचीन समय से लोगों द्वारा टूथ ब्रश की जगह नीम की दांतून का उपयोग किया जा रहा है। स्वाभाविक रूप से दांतों को स्वस्थ्य रखने में नींम बहुत ही फायदेमंद होती है। नीम की दांतुन में फाइबर की मात्रा होती है जो दांतों से प्लेक को हटाने में मदद करती है। इसके अलावा आप दांतों के कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए भी नींम की दांतून और नीम की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप नींम की पत्तियों को चबाएं और फिर तुंरत ही पानी से कुल्ला कर लें। यह आपके दांतों को स्वस्थ्य और मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकती है।
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एंटीमाइक्रोबायल गुणों के कारण बेकिंग सोड़ा का उपयोग दांतों की सफाई के लिए किया जा सकता है। बेकिंग सोड़ा में क्षारीय गुण होते हैं जो मुंह में मौजूद एसिड को निष्क्रिय करने में मदद करते हैं। एसिड के कारण मसूड़ों और दांतों को नुकसान हो सकता है। आप दांतों की सफाई के लिए गीले ब्रश को बेकिंग सोडा में भिगोएं और अपने दांतों को साफ करें। लेकिन सावधान रहें यह आपके दांतों की तामचीनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए इस उपचार को कुछ ही दिनों के लिए उपयोग करें। अधिक दिनों तक बेकिंग सोड़ा का उपयोग आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है।
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