Dark Chocolate In Hindi: चॉकलेट का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है। क्या आप डार्क चॉकलेट के फायदे और नुकसान के बारे में जानते है? डार्क चॉकलेट, चॉकलेट का ही प्रकार है जिसका रंग देखने में सामान्य मिल्क चॉकलेट की अपेक्षा अधिक डार्क होता है।
चॉकलेट खाना बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद होता है और इसे देख कर लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। डार्क चॉकलेट खाना हमारे स्वस्थ के लिए भी कई प्रकार से लाभदायक होता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि डार्क चॉकलेट क्या है, डार्क चॉकलेट के पोषक तत्व क्या है और यह हमारे लिए किस प्रकार से फायदेमंद होती है। आइये इसे विस्तार से जानते है।
डार्क चॉकलेट क्या है, इसे बताने की जरूरत नहीं है, अधिकांस लोग इसके बारे में जानते है और उनको इसे खाना भी बहुत पसंद होता है। डार्क चॉकलेट कोको बीन्स से बनी हुई है। इसमें सामान्य मिल्क चॉकलेट की अपेक्षा 50 से 90 प्रतिशत अधिक कोको सॉलिड, कोको बटर और चीनी होती है। डार्क चॉकलेट खाने से क्या फायदे और नुकसान होते है, इसे जानते है।
(और पढ़ें – क्या आप जानते हैं चॉकलेट खाने के फायदे और नुकसान के बारे में)
यदि आप उच्च कोको सामग्री वाली डार्क चॉकलेट खरीदते हैं, तो इसमें काफी पौष्टिक तत्व होते है। इसमें घुलनशील फाइबर की एक अच्छी मात्रा होती है। 70-85% कोको के साथ आने वाली डार्क चॉकलेट के 100 ग्राम मात्रा में निम्न पौष्टिक शामिल हैं।
डार्क चॉकलेट पोषक तत्वों से भरी होती है जो आपके स्वास्थ्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। डार्क चॉकलेट खाने के निम्न लाभ होते है।
डार्क चॉकलेट का सेवन करना हृदय स्वास्थ्य के लिए के लाभदायक माना जाता है। इसमें फ्लैवनॉल (flavanol) नामक तत्व पाया जाता है जो ख़राब कोलेस्ट्रॉल और ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करता है। एक अध्ययन से पता चला है कि प्रति सप्ताह 5 बार से अधिक डार्क चॉकलेट खाने से हृदय रोग का खतरा 57% कम हो जाता है। इसलिए नियमित रूप से डार्क चॉकलेट खाने से हृदय रोग का खतरा कम हो सकता है।
तनाव और डिप्रेशन को दूर करने में डार्क चॉकलेट को खाना अच्छा माना जाता है। एक अध्ययन के अनुसार लगातार तीन दिन तक डार्क चॉकलेट का सेवन करने से डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार पाया गया था। यह आपके मूड को ठीक करके चिड़चिड़ापन को दूर करने में मदद करती है।
डार्क चॉकलेट में कोको की मात्रा सामान्य मिल्क चॉकलेट की अपेक्षा अधिक होती है। इसके अलवा कोको में कैफीन और थियोब्रोमाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ होते हैं, जो ब्रेन फंक्शन में सुधार करने में सहायक होते है। कोको का सेवन मानसिक विकृति वाले बुजुर्ग लोगों में भी काफी सुधार कर सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि पांच दिनों तक उच्च-फ्लेवनॉल कोको खाने से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में डार्क चॉकलेट खाना अच्छा रहता है। डार्क चॉकलेट में पाया जाने वाला कोको पॉलीफेनोल्स तत्व गुड कोलेस्ट्रॉल
को बढ़ाकर, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा इसमें प्लांट स्टेरोल्स (plant sterols) और कोको फ्लैवेनॉल्स (cocoa flavanols) होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करके हृदय स्वास्थ्य और ब्लड प्रेशर में भी सुधार करता है।डार्क चॉकलेट के सेवन से रक्त प्रवाह और निम्न रक्तचाप में सुधार हो सकता है। नाइट्रिक ऑक्साइड का एक कार्य धमनियों को आराम करने के लिए सिग्नल भेजना है, जो रक्तचाप को कम करता है। डार्क चॉकलेट में पाए जाने काले फ़्लेवनोल्स, नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) उत्पन्न करने के लिए एंडोथेलियम, धमनियों की परत को उत्तेजित कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार कोको और डार्क चॉकलेट रक्त प्रवाह और निम्न रक्तचाप में सुधार कर सकते हैं, हालांकि इसके प्रभाव आमतौर पर कम होते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को कई प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए बहुत ही जरूरी होते है। फल और सब्जियों की तरह डार्क चॉकलेट में भरपूर में मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते है। डार्क चॉकलेट में फेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके पॉलीफेनोल्स, फ्लेवनॉल्स और कैटेचिन एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर में मुक्त कणों और कोशिकाओं के नुकसान को रोकता है।
डार्क चॉकलेट में बायोएक्टिव यौगिक होता है जो आपकी त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसमें फ्लेवोनोल्स भी होते है जो सूरज से हमारी स्किन की रक्षा कर सकते हैं, त्वचा में रक्त के प्रवाह में सुधार करते हैं और त्वचा का घनत्व और हाइड्रेशन बढ़ाते हैं। डार्क चॉकलेट के कोको में मौजूद डायट्री फ्लेवोनोल्स त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से भी बचाते है। जिसकी वजह से पिंपल और मुंहासे से छुटकारा मिलता है।
अगर आप वजन कम करना चाहते है तो इसमें डार्क चॉकलेट आपकी मदद कर सकती है। डार्क चॉकलेट पाचन क्रिया को ठीक करके वसा और कार्ब्स के अवषोषण को कम करती है। इसके अलावा यह भूख को मिटाकर पेट को भरा हुआ महसूस करने में सहायक होती है। जिससे आप कम खाते है और आपका वजन कम होने लगता है।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है। जो संक्रमण और हल्की बुखार को ठीक करने में सहायक होते है। सर्दी और जुकाम को ठीक करने के लिए भी डार्क चॉकलेट का सेवन किया जा सकता है, इसमें थियोब्रोमाइन (Theobromine) नाम का एक रासायनिक पदार्थ होता है, जो श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है।
कैंसर को ठीक करने में भी डार्क चॉकलेट सहायक हो सकती है। डार्क चॉकलेट कोको में कैटेचिन (catechins) और प्रोसीएनिडिन (procyanidins) की उच्च मात्रा भी होती है जो पेट के कैंसर के दौरान कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने और सूजन को कम कर सकता है।
अधिक डार्क चॉकलेट खाने से यह नुकसानदायक भी होती है। इसकी कुछ प्रमुख हानि निम्न है-
डार्क चॉकलेट के फायदे और नुकसान (Dark Chocolate Ke Fayde Or Nuksan) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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