Eat And Avoid In Loose Motion In Hindi जानिए दस्त (डायरिया या लूज मोशन) में क्या खाएं और क्या ना खाएं दस्त एक आम और गंभीर समस्या हो सकती है। इसलिए दस्त के दौरान क्या खान चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए (Dast Me Kya Khaye Aur Kya Na Khaye) इस बात की पूरी जानकारी होना आवश्यक है। सामान्य रूप से अधिकांश लोगों को साल में कम से कम एक या दो बार दस्त का अनुभव जरूर होता है। जो कि एक या दो दिनों में दूर हो जाते हैं। यदि दस्त के दौरान खाने-पीने में संयम न रखा जाए तो यह गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। लेकिन हमारे पास दस्त होने पर खाए जाने वाले बहुत से खाद्य पदार्थ हैं, जिनका उपभोग कर आप दस्त के प्रभाव को कम कर सकते हैं। इनके अलावा आप दस्त से बचने के लिए घरेलू उपायों का भी उपयोग कर सकते हैं।
आइए जाने दस्त ठीक करने के लिए क्या खाएं और क्या ना खाएं के बारे में।
विषय सूची
1. दस्त क्या है – What is Diarrhea in Hindi
2. दस्त के लक्षण – Diarrhea Symptoms in Hindi
3. दस्त में क्या खाना चाहिए – Dast Me Kya Khana Chahiye in Hindi
4. लूज मोशन (दस्त) में क्या नहीं खाना चाहिए – Loose Motion Me Kya Nahi Khana Chahiye in Hindi
5. दस्त के प्रभाव को बढ़ाने वाले अन्य खाद्य पदार्थ – Avoid Food During Diarrhea in Hindi
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपको ढीले (पतले) मल की समस्या होती है। दस्त एक आम समस्या है जो कि आमतौर पर 3 दिनों से अधिक नहीं होती है। लेकिन यदि यह आपको बार-बार हो रहे हैं या लंबे समय तक आपको परेशान कर रहे हैं। तो ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। दस्त आमतौर पर गंभीर नहीं होते हैं लेकिन इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। जो आपके लिए अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
सामान्य रूप से दस्त बच्चों और वयस्कों को कभी भी हो सकते हैं। मुख्य रूप से दूषित भोजन या अधिक मात्रा में भोजन करने के कारण दस्त हो सकते हैं। दस्त आपकी कमजोर पाचन शक्ति को भी दर्शाता है। ढीले मल के अलावा दस्त के पाचन से संबंधित अन्य लक्षणों में शामिल हैं :
यदि दस्त का अनुभव हो तो व्यक्ति को अपने खान-पान पर नियंत्रण रखना आवश्यक है। कुछ खाद्य पदार्थ दस्त के लक्षणों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जो आपके दस्त के प्रभाव और बढ़ा सकते हैं। आइए जाने दस्त के दौरान क्या खाएं और क्या न खाएं।
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पेट की खराबी या दस्त एक आम समस्या है। लेकिन फिर भी यह बहुत ही गंभीर हो सकती है यदि समय पर इसकी रोकथाम न की जाए। क्योंकि दस्त अक्सर संक्रामक जीवाणुओं के आक्रमण के कारण होता है। इसलिए समय रहते इसका इलाज किया जाना चाहिए। लेकिन यह सबसे बड़ी समस्या है कि दस्त के दौरान हमें किस प्रकार का भोजन करना चाहिए। क्योंकि दस्त का प्रमुख कारण हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ ही होते हैं। आइए जाने दस्त दूर करने के घरेलू उपाय के दौरान हमें क्या-क्या खाना चाहिए।
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आप डायरिया के इलाज के लिए दवाएं ले सकते हैं या घरेलू उपचारों को अपना सकते हैं। यह दोनों ही आपकी मदद कर सकते हैं। लेकिन फिर भी उपचार के दौरान आपका खान-पान उपचार प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान आप आलूओं को उबालकर इसमें नमक और काली मिर्च पाउडर का इस्तेमाल करके सेवन कर सकते हैं। आलू में स्टार्च की बहुत अच्छी मात्रा होती है जिसके कारण दस्त के दौरान इनका सेवन करने की सलाह दी जाती है। उबले हुए आलूओं का सेवन करने से विटामिन सी और विटामिन बी6 की कमी को पूरा किया जा सकता है। दस्त के दौरान आपके शरीर में पानी, सोडियम और बहुत से खनिज पदार्थों की कमी हो सकती है। इसलिए आपके द्वारा खाए जाने वाले पदार्थों में आलू के साथ ही नारियल पानी, मक्खन, संतरा, अनार और तरबूज आदि का भी उपयोग किया जा सकता है।
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क्या आप दस्त के दौरान एक आदर्श भोजन की तलाश कर रहे हैं। यदि ऐसा है तो आप चमकदार और स्वादिष्ट सेब का सेवन कर सकते हैं। सेब में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। पोषक तत्वों के अलावा सेब में पेक्टिन भी अच्छी मात्रा में होता है जिसमें बंधनकारी गुण (binding properties) होते हैं। मसले हुए सेब दस्त के दौरान आहार का एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
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जब आप दस्त से ग्रसित होते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको अच्छे और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। ढीले मल के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में दही का उपयोग किया जा सकता है। यह आपके पेट में शीतलन प्रभाव डालता है जिससे पेट को आराम मिलता है। दही एक प्रोबायोटिक (Probiotics) है जो आपकी आंत के अच्छे बैक्टीरिया की मदद करते हैं। आपकी आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया पाचन और स्वतंत्र मल त्याग (bowel movements) में सहायता करते हैं।
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अक्सर देखा जाता है कि दस्त के दौरान हल्की खिचड़ी खाने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह पाचन में हल्की होती है और इससे आपको पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा और पोषण मिलता है। इसके लिए आप मूंग दाल और सफेद चावल का उपयोग किया जा सकता है। यह आपको आवश्यक ताकत और ऊर्जा देता है। चावल में फाइबर की अच्छी मात्रा आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है।
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वयस्कों की अपेक्षा बच्चों के दस्त ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में आप बच्चों को गाजर का सेवन करा सकते हैं। यदि बच्चों को गाजर खाने में अच्छा न लगे तो आप इसे उबालकर या इसके जूस का उपयोग कर सकते हैं। गाजर के रस का उपयोग पतले दस्त से तुरंत ही राहत दिलाने में मदद करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गाजन में पेक्टिन (Pectin) अच्छी मात्रा में होता है जो आपके शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को अवशोषित करता है। इसलिए दस्त से छुटकारा पाने के लिए गाजर का उपयोग किया जा सकता है।
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विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए अनार का उपयोग किया जाता है। विशेष रूप से यह शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है। लेकिन दस्त के दौरान भी अनार फायदेमंद होता है। अनार में बंधनकारी गुण होते हैं जो दस्त का इलाज करने में मदद करते हैं। पर्याप्त मात्रा में अनार का सेवन करने से यह शरीर की कमजोरी और पानी की कमी को दूर करने में भी मदद करता है।
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घुलनशील फाइबर (Soluble fiber) की अच्छी मात्रा दलिया में होती है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक में पानी को अवशोषित करता है और आपके मल को पतला होने से रोकता है। इस प्रकार दस्त के दौरान दलिया का सेवन करने से दस्त से छुटकारा मिल सकता है। लेकिन दस्त के दौरान दलिया में दूध का उपयोग करने के बजाय आप इसमें सेम, ककड़ी और गाजर जैसी हल्की और पौष्टिक सब्जियों का उपयोग करें। यह दस्त को दूर करने का नुस्खा बहुत ही प्रभावी होता है।
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दस्त में परहेज बहुत जरूरी होता है जैसा कि आप जानते हैं कि आपका स्वास्थ्य आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों पर निर्भर करता है। इसलिए दस्त के दौरान आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो दस्त के प्रभाव को कम करने में आपकी मदद करें। साथ ही आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का उपभोग करने से भी बचना चाहिए जो दस्त के प्रभाव को और अधिक बढ़ा सकते हैं। ऐसे पदार्थों की जानकारी होना आवश्यक है। आइए जाने दस्त के दौरान कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। और दस्त में क्या न खाएँ के बारे में।
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आपके लिए डेयरी उत्पाद बहुत ही फायदेमंद होते हैं। लेकिन दस्त के दौरान इनका सेवन करने से आपको बचना चाहिए। दूध, पनीर या मक्खन जैसे खाद्य पदार्थों में लैक्टोज (Lactose) के रूप में चीनी मौजूद रहती है जो दस्त के प्रभाव को और अधिक बढ़ा सकती है। आहार विशेषज्ञों का मानना है कि डेयरी उत्पाद अक्सर आंतों की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसलिए यदि आप दस्त से ग्रसित हैं तो इस प्रकार के खाद्य पदार्थों से बचना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि दही का सेवन करने से आपकी आंतों को फायदा होता है।
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तले हुए, चिकन, क्रीम या अन्य वसा वाले खाद्य पदार्थ का सेवन दस्त के दौरान नहीं करना चाहिए। फैटी खाद्य पदार्थ आंतों के संकुचन को बढ़ाने और पाचन प्रक्रिया को खराब कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में दस्त के गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। इसलिए दस्त होने पर हल्के और पौष्टिक आहार पर ध्यान देना चाहिए। फैटी फूड आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं।
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साबूत अनाजों में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। लेकिन दस्त के दौरान इनका सेवन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि यह पेट में पानी की मात्रा को बढ़ाते हैं और मल त्याग को उत्तेजित करते हैं जो आपको बार-बार परेशान कर सकता है। इसके अलावा अधिक मात्रा में इनका सेवन आपकी पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। इसलिए आपको दस्त के दिनों में साबूत अनाज और फाइबर की अधिक मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।
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आपकी दैनिक दिनचर्या में चाय या कॉफी का विशेष स्थान होता है। लेकिन जब आप दस्त से ग्रसित हों तो इनका उपयोग न करें। चाय या कॉफी में कैफीन होता है। कैफीन धीरे-धीरे अनुबंधित होने के बजाय तेजी से अनुबंधित करने के लिए आंतों को उत्तेजित करते हैं। यह आपकी पाचन समस्याओं में अम्लता को बढ़ा सकता है जो कि दस्त के प्रभाव और लक्षणों को बढ़ाने में मदद करता है।
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अधिक मसाले वाले भोजन में मिर्च और दूसरे अन्य मसाले अधिक मात्रा में होते हैं। मसालेदार भोजन आपके पेट की समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है। जिससे इस समस्या का समाधान करने के लिए आपके शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। यह अतिरिक्त पानी आपके आंतों के माध्यम से भोजन तेजी से आगे बढ़ाता है जो कि दस्त का कारण बन सकता है। इसलिए दस्त होने पर अधिक मसाले वाले भोजन से बचना चाहिए।
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अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जो लोग रात मे बहुत शराब पीते हैं सुबह उनका पेट खराब हो जाता है। यह अलग बात है कि शराब आपके पाचन की प्रक्रिया को बढ़ा देता है। लेकिन दस्त की स्थिति में यह आपके शरीर के पानी अवशोषण प्रक्रिया को प्रभावित करता है। यही कारण है कि अक्सर जब कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है तो उसे दस्त या पेट की अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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दस्त होने पर आपके शरीर में पोषक तत्वों और पानी की कमी हो सकती है। इसकी भरपाई के लिए आपको अन्य तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन ऐसी स्थिति में आपको फलों के रस का उपभोग करने से बचना चाहिए। फलों के रस का सेवन करने से आपके शरीर में चीनी की अतिरिक्त मात्रा पहुंच सकती है। चीनी आपके संवेदनशील आंत्र प्रणाली के लिए अच्छी नहीं होती है। इसके अलावा फलों के रस में सोर्बिटोल (Sorbitol) के रूप में गैर-पचाने योग्य चीनी हो सकती है जो आपकी पाचन प्रणाली में व्यवधान ला सकती है। इसलिए दस्त के दौरान चीनी या फलों के रस का सेवन करने से बचना चाहिए।
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जब आप दस्त का अनुभव करते हैं तो ऐसे बहुत से खाद्य पदार्थ हैं जिनका आपको सेवन नहीं करना चाहिए।
ये खाद्य पदार्थ आपके पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
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