Datura Ke Fayde In Hindi धतूरा एक विषैले घटक के रूप में जाना जाता है लेकिन फिर भी धतूरा के फायदे होते हैं। भारत में धतूरा का उपयोग विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि धतूरा का आध्यात्मिक महत्व भी होता है। इसे शिवजी की पूजा में उपयोग किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण धतूरा के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में अस्थमा को दूर करने, बुखार को कम करने, दिल की रक्षा, दर्द को खत्म करने, प्रजनन क्षमता बढ़ाने, बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, स्वस्थ नींद को प्रेरित करने और प्रसव पीड़ा को कम करने की क्षमता शामिल है। धतूरा एक मादक या नशीला खाद्य पदार्थ होता है। जिसका औषधीय उपयोग करने पर लाभ होते हैं। लेकिन आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करने पर यह हानिकारक भी हो सकता है।
आज इस लेख में आप धतूरा के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. धतूरा क्या है – Datura Kya hai in Hindi
2. धतूरा के अन्य नाम – Datura ke anya naam in Hindi
3. धतूरा का पौधा – Dhatura ka poudha in Hindi
4. धतूरा की तासीर – Datura ki taseer in Hindi
5. धतूरा के फायदे – Datura ke fayde in Hindi
- धतूरा के फायदे श्वसन स्वास्थ्य के लिए – Datura for Better Respiratory health in Hindi
- धतूरा के लाभ मूड को सुधारे – Datura Benefits for Improved Mood in Hindi
- धतूरा के औषधीय गुण बुखार कम करे – Datura Benefits for Fever in Hindi
- धतूरे के बीज दिल के लिए फायदेमंद – Datura ke beej dil ke liye faydemand in Hindi
- धतूरा के बीज प्रजनन क्षमता बढ़ाएं – Datura beej for Improved Fertility in Hindi
- धतूरे के बीज का तेल बालों के लिए – Datura ke beej ka tel For Hair Care in Hindi
- धतूरा के फायदे गर्भावस्था के लिए – Datura ke fayde Pregnancy me in Hindi
- धतूरे के बीज खाने से प्रतिरक्षा बढ़ती है – Datura beej for Boost immunity in Hindi
- धतूरा करे अनिद्रा का इलाज – Datura for Treat Insomnia in Hindi
- धतूरा बीज के अन्य उपयोग – Datura seeds other Use in Hindi
6. धतूरा के पत्तों का उपयोग – Dhatura ke patte ka Upyog in Hindi
7. धतूरा के नुकसान – Datura ke Nuksan in Hindi
धतूरा क्या है – Datura Kya hai in Hindi
धतूरा एक खरपतवार है जिसके सुंदर फूल देखकर आप आकर्षित हो सकते हैं। लेकिन सावधान रहें क्योंकि धतूरा की लगभग 9 अलग-अलग प्रजातियां होती हैं जिनमें से कुछ जहरीले भी होते हैं। पारंपरिक रूप से धतूरा का उपयोग नशीली दवाओं के निर्माण में किया जाता है। धतूरा की बड़ी मात्रा में विषाक्त हो सकती है, छोटी मात्रा में जब उचित रूप से इसे लिया जाता है तो इसके औषधीय प्रभाव भी हो सकते हैं।
धतूरा आमतौर पर कैनबिस (स्मोक्ड) के साथ सेवन किया जाता है या शक्ति बढ़ाने के लिए शराब में जोड़ा जाता है। धतूरा में विभिन्न अल्कलॉइड, खनिज और कार्बनिक यौगिक हैं, जो इस पौधे के प्रभावों को इतना दिलचस्प बनाते हैं।
धतूरा के अन्य नाम – Datura ke anya naam in Hindi
धतूरा एक खरपतवार है जो सामान्य रूप से उस जगह आसानी से मिल जाता है जहां कचरा या कूड़ा एकत्र किया जाता है। धतूरा को अलग-अलग स्थानों पर कई नामों से जाना जाता है। जैसे कि मदन, उन्मत्त, शिवप्रिय, महामोही, कृष्ण धतूरा, खरदूषण, शिवशेखर, सविष, धुतूरा, सादा धुतूरा, धोत्रा ततूर, दतुरम आदि। इसकी कई प्रजातियां होने के कारण केवल कुछ प्रजातियों का औषधीय उपयोग किया जाता है। क्योंकि कुछ प्रजातियां बेहद जहरीली होती हैं।
धतूरा का पौधा – Dhatura ka poudha in Hindi
धतूरा का पौधा मध्यम आकार का पौधा होता है जिसके सभी अंगों का औषधीय उपयोग किया जाता है। इसके पत्ते बड़े डंठल वाले नोकदार और अंडाकार जैसे होते हैं। धतूरा के फूल की आकृति किसी घंटी के आकार की तरह दिखाई देती है। इसके फूल में 5 पंखुडियां होती हैं। हालांकि प्रजाति के अनुसार धतूरा के फूलों के रंग अलग-अलग होते हैं। धतूरा का फल गोल और कांटे युक्त होता है। हालांकि इसके फल में लगे कांटे नरम होते हैं। धतूरा के पत्ते और फलों के सूखे बीजों का विशेष रूप से औषधीय प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है। धतूरा के बीज काले भूरे रंग के होते हैं। धतूरा के साबुत बीजों में किसी प्रकार की गंध नहीं होती है लेकिन इनका स्वाद कड़वा होता है।
धतूरा की तासीर – Datura ki taseer in Hindi
धतूरा की तासीर गर्म होती है जिसके कारण ही इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधीयों में किया जाता है। गर्म तासीर होने के कारण इसका उपयोग नशीले प्रभाव के लिए भी किया जाता है।
धतूरा के फायदे – Datura ke fayde in Hindi
अपने औषधीय गुणों और पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण धतूरा का उपयोग करने से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो सकते हैं। आइए धतूरा के इन आकर्षक स्वास्थ्य लाभों में से कुछ पर ध्यान दें। और जाने धतूरा के औषधीय लाभ क्या हैं।
धतूरा के फायदे श्वसन स्वास्थ्य के लिए – Datura for Better Respiratory health in Hindi
श्वसन संबंधी समस्याओं के लिए धतूरा के लाभ होते हैं। इस समस्या के उपाय में धतूरा का उपयोग गांजा (cannabis) के समान धूम्रपान के रूप में किया जाता है। धतूरा में एंटीस्पास्मोडिक (antispasmodic) प्रभाव होते हैं। जिसके कारण यह अस्थमा (asthma) के उपचार में प्रभावी होता है। धतूरा का उपयोग करने पर यह श्वसन पथ को शांत करने और उन्हें बंद होने और खांसी आने से रोकता है। धतूरा के एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव शरीर के अन्य हिस्सों पर भी अपना प्रभाव डालते हैं। जिनमें मांसपेशियों को आराम दिलाना शामिल है।
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धतूरा के लाभ मूड को सुधारे – Datura Benefits for Improved Mood in Hindi
अब तक के ज्ञात धतूरा के लाभों में यह प्रमुख लाभ है जो मूड को सुधारने (improve mood) और तनाव (stress) को कम करने में प्रभावी होता है। धतूरा का सेवन करने से शरीर में ऐसे हार्मोनों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है जो तनाव को कम करने और मन को शांत करने में सहायक होते हैं।
जो लोग नियमित रूप से तनाव से ग्रस्त हैं, उनके लिए शरीर में हार्मोन का निर्माण खतरनाक हो सकता है। धतूरा की छोटी मात्रा में धूम्रपान पारंपरिक रूप से मूड में सुधार और अवसाद के लक्षणों से राहत के लिए किया जाता है।
इस तरह के लाभ प्राप्त करने के लिए धतूरा की बहुत ही कम मात्रा को धूम्रपान के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने पर यह नुकसानदायक हो सकता है।
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धतूरा के औषधीय गुण बुखार कम करे – Datura Benefits for Fever in Hindi
आयुर्वेद में बुखार के लक्षणों को कम करने के लिए धतूरा के फल का उपयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि धतूरा के औषधीय गुण बुखार के लक्षणों को कम कर सकते हैं। परंपरागत रूप से यह मलेरिया के प्रभाव को कम करने में उपयोग किया जाता है। मलेरिया का उपचार करने के लिए आप धतूरे के फल को आग में जलाएं और इसके बाद इसकी बहुत ही कम मात्रा का सेवन करें। चूंकि धतूरा एक विषैला फल है इसलिए इसका सेवन करने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति या आयुर्वेद जानकार से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।
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धतूरे के बीज दिल के लिए फायदेमंद – Datura ke beej dil ke liye faydemand in Hindi
शरीर और मन को शांत करने के लिए धतूरा के फायदे जाने जाते हैं। शरीर और मन को शांत करके, यह हृदय प्रणाली को भी आराम दे सकता है। धतूरे के बीज के फायदे दिल के लिए भी होते हैं। यह हृदय प्रणाली को भी आराम दिलाने में सहायक होते हैं। धतूरा उन लोगों के लिए अधिक फायदेमंद होता है जो दिल की अनियंत्रित धड़कन से ग्रसित हैं। जिन लोगों की हृदय गति अचानक तेज या धीमी हो जाती है उनके लिए यह एक प्रभावी औषधी माना जाता है। इसका सेवन करने से रक्तचाप को कम करने (reducing blood pressure) में और एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis), दिल के दौरे और स्ट्रोक (heart attacks, and strokes) की संभावना को भी कम करने में मदद मिलती है। इस तरह से हृदय रोगियों के लिए धतूरा फायदेमंद होता है। लेकिन फिर भी इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
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धतूरा के बीज प्रजनन क्षमता बढ़ाएं – Datura beej for Improved Fertility in Hindi
प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए पारंपरिक रूप से धतूरा के बीजों का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। पारंपरिक चिकित्सा में धतूरा के सबसे लोकप्रिय उपयोगों में से एक यौन ऊर्जा, कामेच्छा और प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देना है। हालांकि इसके वैज्ञानिक सबूत नहीं हैं। लेकिन ऐसा माना जाता है कि धतूरा का उपयोग धूम्रपान के रूप में करने से यह प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकता है। इसके अलावा धतूरा के बीजों को दूध या पानी के साथ सेवन करने प्रजनन आंगों में रक्त संचार को भी बढ़ाया जा सकता है। जिससे यौन शक्ति में वृद्धि होती है। यदि आप भी अपनी यौन क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो धतूरा का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन आपको सलाह दी जाती है किसी अनुभवी व्यक्ति या आयुर्वेदिक सलाहकार से परामर्श लेकर ही इसका उपयोग करें।
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धतूरे के बीज का तेल बालों के लिए – Datura ke beej ka tel For Hair Care in Hindi
यदि आप बाल झड़ने से परेशान हैं तो धतूरा के बीज का तेल उपयोग कर सकते हैं। यदि आपके पास धतूरे का तेल उपलब्ध नहीं है तो सबसे अच्छा है कि आप धतूरे के बीजों को पीस कर पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर को पानी के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें और अपने सिर पर लगाएं। इस मिश्रण को बालों में लगाने से यह बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और नए बालों को उगने में मदद करता है। लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि यदि आप बालों के लिए धतूरा उपयोग करना चाहते हैं तो इसका सेवन न करें बल्कि इसके बीजों को पीसकर अपने बालों में लगाएं।
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धतूरा के फायदे गर्भावस्था के लिए – Datura ke fayde Pregnancy me in Hindi
गर्भावस्था या गर्भवती महिला के लिए भी धतूरा के फायदे होते हैं। यदि आप एक विशेष रूप से दर्दनाक गर्भावस्था या प्रसव से पीड़ित हैं, तो एक सामयिक तरीके से धतूरा का उपयोग बहुत उपयोगी हो सकता है। विशेष रूप से यह प्रसव पीड़ा को कम करने में मदद कर सकता है। इस दौरान सामयिक तरीके से धतूरा का उपयोग बहुत ही उपयोगी होता है। प्रसव के बाद जब बच्चा मां के शरीर पर सीधे तौर पर निर्भर नहीं होता है तब इस फल का बहुत ही कम मात्रा में सेवन किया जाना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान दर्द और मानसिक तनाव से राहत पाने के लिए धतूरा के फल का धुंआ भी लिया जा सकता है।
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धतूरे के बीज खाने से प्रतिरक्षा बढ़ती है – Datura beej for Boost immunity in Hindi
आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ानें के लिए धतूरे का इस्तेमाल कर सकते हैं। धतूरा में एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) की अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा इनमें एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) भी उच्च मात्रा में होते हैं जिसके कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद औषधीय गुण और घटक रक्त की श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करता है और शरीर के विभिन्न प्रणालियों में मौजूद मुक्त कणों को बेअसर करते है। जिससे संक्रमण से लड़ने की शक्ति को बढ़या जा सकता है। इस प्रकार धतूरा का सेवन करने से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
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धतूरा करे अनिद्रा का इलाज – Datura for Treat Insomnia in Hindi
जो लोग अनिद्रा की समस्या से परेशान हैं वे धतूरा के लाभ प्राप्त कर सकते हैं। धतूरा में मौजूद शामक गुण (sedative qualities of datura) अच्छी नींद लेने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह हमारी आंतरिक नसों को आराम दिलाने, हार्मोनल रिलीज को प्रेरित करने, सूजन और दर्द को कम करने में भी सहायक होते हैं। धतूरा प्रभावी रूप से अनिद्रा या अन्य नींद की गड़बड़ी से पीड़ित लोगों के लिए आरामदायक नींद दे सकता है। यदि आपको भी पर्याप्त नींद लेने में परेशानी हो रही है तो आप भी धतूरा का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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धतूरा बीज के अन्य उपयोग – Datura seeds other Use in Hindi
धतूरा फल और इसके बीज के अन्य स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं –
- आयुर्वेद में धतूरा के बीजों का उपयोग अस्थमा और हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है।
- गठिया की ऐंठन और दर्द के लिए भी धतूरा के बीजों का उपयोग लाभकारी होता है।
- धतूरे के बीजों और पत्तियों का उपयोग एंटीमेटिक, एंटीस्पास्मोडिक, हिप्नोटिक और मादक के रूप में भी किया जाता है।
- त्वचा के ऊपरी हिस्सों में मौजूद फोड़े और फुंसीयों के उपचार के लिए धतूरा के बीजों का इस्तेमाल उपयोगी होता है।
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धतूरा के पत्तों का उपयोग – Dhatura ke patte ka Upyog in Hindi
धतूरा के बीजों की तरह ही इसके पत्तों के भी फायदे होते हैं। धतूरा के पत्तों का उपयोग निम्न समस्याओं के लिए किया जा सकता है।
- धतूरा के पत्ते सिर दर्द का उपचार करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप धतूरा के पत्तों का पेस्ट बनाएं और प्रभावित जगह पर लगाएं।
- धतूरा के पत्तों के वाष्प का उपयोग गठिया के दर्द से राहत दिलाता है।
- धतूरा के पत्तों से निकले इथेनॉल के अर्क का उपयोग मच्छरों के लार्वा और मच्छर को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
- धतूरा के पत्तों के रस का उपयोग कान के दर्द को कम करने में प्रभावी होता है।
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धतूरा के नुकसान – Datura ke Nuksan in Hindi
स्वास्थ्य लाभ होने के साथ ही धतूरा के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। क्योंकि धतूरा एक अत्यंत मादक पदार्थों की श्रेणी में आता है। आइए जाने धतूरा के नुकसान क्या हैं।
- धतूरा एक जहरीला पौधा है इसलिए इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है। अन्यथा यह हानिकारक हो सकता है।
- स्कॉचामाइन और एट्रोपीन जैसे धतूरा रसायनों को जहर के रूप में उपयोग किया जाता है। इसलिए अधिक मात्रा में धतूरा का सेवन करने से बचना चाहिए।
- अधिक मात्रा में सेवन करने पर धतूरा हृदय गति को बढ़ा सकता है। इसलिए हृदय रोगियों को बहुत ही कम मात्रा में और स्वास्थ्य सलाहकार की अनुमति लेने के बाद ही धतूरा का सेवन करना चाहिए।
- त्वचा पर धतूरा लगाने से खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि इनमें एंटीकोलिनर्जिक (anticholinergic) नामक रसायन होता है।
- अधिक मात्रा में धतूरा का सेवन करने से धुंधली दृष्टि, जी मिचलाना, उच्च रक्तचाप आदि की समस्या हो सकती है।
- धतूरा के पत्तों का रस आंखों के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। इसलिए उपयोग करने के दौरान सावधान रहना चाहिए।
सावधानी: यह पर्याप्त जोर नहीं दिया जा सकता है कि धतूरा एक जहरीला पौधा है, और उचित सलाह के बिना इसका उपभोग करने की सिफारिश नहीं की जाती है। अधिक या अनुचित खपत मतली, चक्कर आना, थकान, और मतिभ्रम से लेकर और अधिक गंभीर प्रभाव, जैसे कि स्थायी मानसिक असंतुलन और यहां तक कि मृत्यु तक का कारण बन सकता है। कुछ स्थानों और यूके जैसे देशों में धतूरा का उपयोग प्रतिबंधित है। हमेशा एक नए प्राकृतिक उपचार का उपयोग करने से पहले एक चिकित्सा पेशेवर या प्रशिक्षित औषधि विशेषज्ञ से बात करें।
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