Delivery Ke Bad Stan Ko Tight Kaise Kare गर्भावस्था महिलाओं के जीवन का एक सुंदर समय होता है। गर्भधारण करने के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव दिखायी देते हैं और इनमें से एक है हार्मोन में परिवर्तन के कारण स्तनों का बड़ा होना। यहां तक कि स्तन के अलावा एरोला (areola) और निप्पल भी बड़े और काले पड़ने लगते हैं। यह सभी क्रियाएं शरीर में अधिक मात्रा में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के बनने के कारण होती है। लेकिन डिलीवरी के बाद बच्चे को स्तनपान कराने के कारण स्तन ढीले पड़ जाते हैं और देखने में बहुत खराब लगते हैं। जिसके कारण कुछ महिलाएं अपना आत्मविश्वास (confidence) खो देती हैं और डिलीवरी के बाद स्तन को टाइट करने के लिए तरह तरह के उपाय खोजती हैं।
यदि आप प्रेगनेंसी, ब्रैस्टफीड या डिलीवरी के बादढीले हो गए स्तन को टाइट कैसे करें के बारे में जानना चाहतीं हैं तो हम आपको डिलीवरी के बाद स्तन टाइट करने का घरेलू नुस्खा, शिशु जन्म के बाद लटकते हुए स्तन को टाइट करने का उपाय, स्तनपान के बाद लूज़ ब्रेस्ट को टाइट करने और शेप में लाने के तरीके, ब्रेस्टफीडिंग के बाद ब्रेस्ट को कम करने के देशी उपाय बता रहें हैं।
अगर आप भी प्रसव के बाद अपने स्तनों में कसाव लाना चाहती हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि डिलीवरी के बाद स्तन को टाइट कैसे करें।
विषय सूची
गर्भावस्था के हार्मोन महिलाओं के स्तन को पहले ही बढ़ा देते हैं लेकिन बच्चे को जन्म देने के बाद जैसे ही स्तनपान कराने की बारी आती है तो स्तन अपने आप लटकना (sagging) शुरू हो जाते हैं। आमतौर पर इसके दो कारण होते हैं, पहला हार्मोनल और दूसरा बच्चे को दूध पिलाने के कारण स्तन में खिंचाव आता है जिसके कारण कोशिकाएं (cells) अंदर से ही ढीली पड़ने लगती हैं। यही कारण है कि ज्यादातर महिलाएं डिलीवरी के आप स्तनों के आकार को लेकर बेहद चिंतित रहती हैं।
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बच्चे को जन्म देने के बाद स्तनों का ढीला होना स्वाभाविक है। इस समस्या को प्राकृतिक रुप से ठीक करने के लिए जैतून के तेल से डिलीवरी के बाद ढीले स्तनों की मालिश करना एक बेहतर उपाय है। जैतून के तेल में पर्याप्त मात्रा में फैटी एसिड और एंडीऑक्सीडेंट होता है तो मुक्त कणों (free radicals) से होने वाले नुकसान से स्तन की कोशिकाओं को बचाता है। जैतून के तेल से मसाज करने पर आपके स्तन का आकार भी बेहद आकर्षक होता है। डिलीवरी के बाद ढीले स्तनों स्तनों पर जैतून का तेल लगाकर 15 मिनट तक मसाज करने से रक्त का प्रवाह (blood flow) बढ़ता है और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
(और पढ़े – जैतून तेल की मालिश के फायदे…)
एक खीरे को कद्दूकस करके इसमें एक अंडे की जर्दी (egg yolk) और एक चम्मच क्रीम मिलाकर मिश्रण बनाएं। इसके बाद इसे दोनों स्तनों पर लगाकर 30 मिनट तक के लिए छोड़ दें और सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। इससे स्तनों में प्राकृतिक रुप से कसाव आता है। अंडे की जर्दी में उच्च मात्रा में विटामिन और प्रोटीन पाया जाता है जबकि खीरे में स्तन की कोशिकाओं को टोन करने के गुण पाये जाते हैं। डिलीवरी के बाद ढीले स्तनों को टाइट करने के लिए हफ्ते में एक बार यह पेस्ट जरूर लगाएं और फिर फर्क देखें।
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वैसे तो डिलीवरी के बाद स्तन थोड़े लचीले और लूज (sag) हो ही जाते हैं लेकिन ज्यादातर महिलाएं बच्चे को स्तनपान कराने की सुविधा के कारण या तो ब्रा नहीं पहनती हैं या फिर बहुत ढीली ब्रा
पहनती हैं। ऐसे में स्तन अत्यधिक लटक जाते हैं और फिर इनमें कसाव लाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसलिए यदि डिलीवरी के बाद आप अपने स्तनों को पहले की तरह सुडौल (attractive) और खूबसूरत बनाना चाहती हैं तो बाजार से प्रेगनेंसी के बाद पहने जाने वाली ब्रा खरीदकर लाएं। यह ब्रा काफी हद तक आपके लटके हुए स्तनों को सपोर्ट प्रदान करती है जिसके कारण आपके स्तन कसे (tight) हुए हो जाते हैं।(और पढ़े – महिलाओं के लिए क्यों जरुरी है ब्रा पहनना जानें फायदे और नुकसान…)
मेथी के बीज में ऐसे गुण पाये जाते हैं तो स्तन को बढ़ने और टाइट रखने में मदद करते हैं। डिलीवरी के बाद स्तन को टाइट करने के लिए मेथी पाउडर में गुलाबजल या फिर पानी डालकर पेस्ट बनाएं और इस मिश्रण (paste) से स्तनों की मालिश करें। पांच से दस मिनट बाद इसे पानी से धोकर साफ कर लें। स्तनों में कसाव लाने और सुंदर बनाने का यह एक आसान तरीका है और आपको किसी तरह की शल्यचिकित्सा (surgery) कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डिलीवरी के बाद यदि आप अपने स्तनों को जल्दी टाइट करना चाहती हैं तो आपको नियमित रुप से मेथी पाउडर से मसाज करना चाहिए।
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अंडे की सफेदी का मास्क लगाने पर भी डिलीवरी के बाद ढीले स्तनों में कसाव आ जाता है। एक मध्यम आकार के प्याज को कद्दूकस करके इसका रस निकाल लें और और इसमें अंडे की सफेदी अच्छी तरह से मिलाएं और अंत में थोड़ा सा पानी मिलाकर मिश्रण को पतला कर लें। इस पेस्ट से दोनों स्तनों पर मसाज करें और आधे घंटे बाद ठंडे पानी से धो लें। कुछ दिनों तक यह उपाय करने से आपके स्तन उसी तरह टाइट हो जाते हैं जैसे कि डिलीवरी से पहले हुआ करते थे।
(और पढ़े – प्याज के फायदे और नुकसान…)
छाती से जुड़ी एक्सरसाइज (pectoral exercises) डिलीवरी के बाद ढीले स्तनों को टाइट करने का एक बेहतर तरीका है। ज्यादातर महिलाएं डिलीवरी के बाद स्तन को टाइट करने की सबसे आसान और लोकप्रिय मानी जाने वाली एक्सरसाइज पुशअप करती हैं जो कि स्तन के अंदर के पेक्टोरल मांसपेशियों (pectoral muscles) को मजबूत बनाती है और स्तन के आसपान जमे फैट को कम करती है। इसके अलावा भार उठाने (Lifting weights) एवं डम्बेल उठाने से भी कंधे और बांह के आसपास की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और इससे स्तनों में प्राकृतिक रुप से कसाव आता है।
(और पढ़े – ब्रैस्ट को टाइट करने की एक्सरसाइज…)
डॉक्टरों का मानना है कि डिलीवरी के बाद स्तनों को टाइट करने में एक्सरसाइज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अपनी बाहों को अपने सिर के जितना ऊपर हो सके आराम से फैलाएं और अपनी दोनों हथेलियों को मिलाएं। हाथों को एकदम सीधे रखें और जितना ऊपर तक संभव हो उतना ऊपर ले जाएं। इस मुद्रा (posture) में 20 सेकेंड तक बने रहें और फिर दोनों बाहों को नीचे कर लें।
(और पढ़े – स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, आखिर क्यों जरूरी है स्ट्रेचिंग…)
बर्फ की मालिश करने से स्तनों की शिथिलता (sagging) अपने आप कम हो जाती है। यह एक प्राकृतिक और बेहद सस्ता तरीका है। डिलीवरी के बाद स्तन को टाइट करने के लिए बर्फ के दो टुकड़े लेकर स्तनों पर कम से कम एक मिनट तक मसाज करें। स्तन की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है इसलिए यह ध्यान रखें कि अधिक ठंडक के कारण आपको परेशानी न हो। बर्फ से सिंकाई करने पर स्तनों का तापमान जब ठंडा होता है तो यह स्वाभाविक रुप से टाइट होते हैं और कोशिकाओं के बीच की गति धीमी होती है।
(और पढ़े – चेहरे पर बर्फ लगाने के फायदे…)
अनार के छिलके (peel) को पीसकर इसमें सरसों का तेल मिलाकर पेस्ट बनाएं और रात में सोने से पहले सर्कुलर मोशन में दोनों स्तनों पर मसाज करें। इसके अलावा आप नीम के तेल में अनार के छिलके का पाउडर मिलाकर कुछ देर तक गर्म करें और फिर इससे मसाज करें। अनार में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग गुण पाया जाता है तो स्तनों को लटकने (deflate) नहीं देता है। डिलीवरी के बाद आपको यह नुस्खा जरूर अपनाना चाहिए।
(और पढ़े – अनार के फायदे और नुकसान…)
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