Dengue ka gharelu ilaj aur upchar in Hindi जानिए डेंगू का घरेलू इलाज और उपचार (Dengue ka gharelu ilaj aur upchar in Hindi) कौन जानता था कि एक छोटा सा मच्छर डेंगू जैसी जानलेवा बीमारी का कारण बन सकता है। ये छोटे प्राणी केवल काटने और खुजली पैदा करने के लिए जिम्मेदार नहीं होत बल्कि बहुत सी मौतों का कारण भी बनते है। ड़ेंगू एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जिसका अभी तक कोई साबित दवाएं (proven medications) नहीं बनी है। हम केवल इसे नियंत्रण ही कर सकते हैं। इस बीमारी से बचने का एक ही तरीका है कि इस मच्छर से हम सावधान रहें और इसे अपने आसपास रुकने न दें। इस लेख को पढ़ने के बाद आपको पता चलेगा कि डेंगू बुखार क्या है, इसके लक्षण (symptoms) क्या होते हैं, यह किस कारणों से होता है और डेंगू बुखार को दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय क्या हैं। (home remedies for dengue fever in Hindi)
विषय सूची
1. डेंगू बुखार क्या है – What is Dengue Fever in Hindi
2. डेंगू बुखार के कारण – What Causes Dengue fever in Hindi
3. डेंगू बुखार के लक्षण – Symptoms of Dengue fever in Hindi
4. डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार – Home Remedies for Dengue Fever in Hindi
5. डेंगू निवारक युक्तियां – Dengue Prevention Tips in Hindi
6. डेंगू बुखार में क्या खाना चाहिए – What should eat in dengue fever in hindi
7. डेंगू से बचाव के उपाय – Prevention Of Dengue Fever in Hindi
वायरल संक्रमण के परिणामस्वरूप डेंगू बुखार होता है जो मच्छरों के द्वारा फैलाया जाता है। इसे डेन्डी और ब्रेकबोन बुखार (dandy and breakbone fever) भी कहा जाता है। आइए जाने डेंगू बुखार के क्या कारण हैं।
मुख्य रूप से एडीस परिवार से संबंधित मच्छरों द्वारा प्रसारित वायरल संक्रमण के कारण डेंगू बुखार आता है। इस बीमारी को फैलाने के लिए इजिप्ती मच्छर (aegypti mosquito) जिम्मेदार होता है। जब कोई मच्छर डेंगू संक्रामित व्यक्ति को काटता है तो डेंगू के वायरस उस मच्छर में प्रवेश कर जाते हैं। और यही मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काट कर उसे संक्रामित कर देता है और यह चक्र लगातार (cycle continues) चलते रहता है।
चार प्रकार के वायरस डेंगू का कारण बनते हैं। यदि आप इनमें से किसी एक वायरस से संक्रमित होते हैं तो आपका शरीर उस विशेष मच्छर से प्रतिरक्षा बना लेता है। लेकिन ऐसे परिद्दश्यों में अन्य तीन प्रकार के डेंगू वायरस से संक्रमित होने का खतरा और डेंगू हेमोरेजिक बुखार (dengue hemorrhagic fever) बढ़ने का खतरा हो सकता है।
(और पढ़े – डेंगू और प्लेटलेट्स के बीच संबंध और बचाव के उपाय…)
कुछ विशेष लक्षण होते हैं जो डेंगू बुखार की संभावना या पहचान करने में मदद करते हैं :
डेंगू मे भी अधिक गंभीर लक्षण हो सकते हैं जैसे कि :
परेशानियों से बचने के लिए इन शुरुआती लक्षणों का उपचार करना आवश्यक है। नहीं तो यह हमारे लिए घातक बीमारी का रूप ले सकते हैं। आइए जाने इन लक्षणों का उपचार कैसे किया जाता है।
यदि आप डेंगू वायरस से संक्रमित हैं तो इसके लक्षणों को दूर करने और डेंगू के उपचार के लिए कुछ दिये जा रहे घरेलू उपचारों का प्रयोग करें। ये आपके संक्रमण को रोकने और दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
पपीता की पत्तियों का उपयोग डेंगू बुखार की रोकथाम के लिये प्राकृतिक इलाज के रूप में किया जाता है। पपीता में पोषक तत्वों और कार्बनिक यौगिकों के जटिल मिश्रण आपके प्लेटलेट गिनती (platelet count) में वृद्धि कर सकते हैं, विटामिन सी के उच्च स्तर प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करने में मदद करते हैं और एंटीआक्सीडेंट आक्सीडेटिव तनाव को कम करने और रकत में अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं। पत्तियों को पीस (crushed) कर इसका रस निकाला जाता है। इस रस का सेवन करने से डेंगू बुखार से राहत मिलती है।
(और पढ़े – पपीता खाना क्यों है सेहत के लिए लाभकारी…)
किवी फल विभिन्न पोषक तत्वों और खनिजों (Nutrients and minerals) से भरे हुए हैं जो डेंगू बुखार के दो लक्षण थकान और कमजोरी को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं। किवी फलों में विटामिन सी भी होता है जो आपकी समग्र प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है, ये फल आपके प्लेटलेट के स्तर को बढ़ाने में भी लाभकारी होता है। इसके लिए आप किवी फल का जूस (Kiwi juice) तैयार करें और प्रतिदिन इसे कम से कम दो बार पीना चाहिए।
(और पढ़े – किवी के फायदे और नुकसान…)
डेंगू फीवर में गिलोय का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है। यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। और शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। इसके तनों को उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह सर्व किया जा सकता है। दिन में दो से तीन बार किसी भी रूप में गिलोय का प्रयोग करना, डेंगू से बचने के लिए रामबाण उपाय है।
(और पढ़े – डिटॉक्स वाटर क्या होता है, फायदे और बनाने की विधि…)
जौं घांस में अधिक रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करने और शरीर की रक्त प्लेटलेट गिनती को बढ़ाने की क्षमता होती है। आप इसके लिए जौं की चाय पी सकते हैं या जौं घांस के रस का भी उपयोग कर सकते हैं। यह आपके प्लेटलेट (blood platelet) की संख्या बढ़ाने में मदद कर सकती है जो कि डेंगू बुखार के गंभीर दुष्प्रभावों में से एक है जो कमजोरी को बढ़ा सकता है और शरीर की संवेदनशीलता (susceptibility) को भी बढ़ावा दे सकता है।
(और पढ़े – व्हीटग्रास जूस (गेंहू के जवारे ) के फायदे और नुकसान…)
डेंगू के दौरान तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर इम्यून सिस्टम को अच्छा कर सकते है। इसके लिए तुलसी के पत्तों को गरम पानी में उबालकर छानकर, रोगी को पीने को दें। इसे दिन में तीन से चार बार पीने के लिए दे। इसके अलावा आप चाहे तो मरीज को तुलसी के पत्तों को उबालकर शहद के साथ पिएं, इससे भी इम्यून सिस्टम बेहतर बनता है
(और पढ़े – तुलसी की चाय के फायदे और नुकसान…)
यह सामान्य ज्ञान की तरह प्रतीत हो सकता है, लेकिन अत्यधिक पसीना, शारीरिक परिश्रम और आंतरिक टोल (internal toll) ये सभी डेंगू बुखार के कारण बन सकते हैं। जिसमें शरीर का निर्जलीकरण आम है। शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए जितना संभव हो उतना पानी पीएं, जो सिर दर्द और मांसपेशीयों की एठन जैसे लक्षणों को कम करने में भी मदद करेगा, जो कि निर्जलीकरण के कारण होते हैं। इसके अलावा पानी शरीर को फ्लश करने और अतिरिक्त जहरीले पदार्थों को खत्म करने में मदद करेगा जो रोगजनक (pathogen) के वायरल प्रभाव को जटिल बना सकते हैं।
(और पढ़े – डिहाइड्रेशन से बचने के घरेलू उपाय, जानलेंगें तो कभी नहीं होगी पानी की कमी…)
डेंगू बुखार अक्सर सेलेनियम (selenium) की कमी के कारण होता है और आपके शरीर रक्त प्लेटलेट की संख्या को कम करता है। बकरी का दूध डेंगू के उपचार के लिए एक सरल और प्रभावकारी उपाय है क्योंकि यह सेलेनियम में समृद्ध है और रकत प्लेटलेट गिनती को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसके लिए आपको प्रतिदिन कम से कम 1 कप बकरी का दूध पीना चाहिए। यह उपचार निश्चित ही आपको राहत दिलाने में मदद करेगा।
(और पढ़े – दूध के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)
प्याज में बुखार को घटाने वाले (antipyretic) गुण होते हैं। प्याज और गुड़ का मिश्रण आपके शरीर में रक्त प्लेटलेट की संख्या को बढ़ाने में मदद करते हैं। इस प्रकार आप प्याज और गुण का सेवन कर डेंगू का उपचार कर सकते हैं। इसके लिए आपको गुड़ का छोटा सा तुकड़ा और प्याज के कुछ तुकड़ों को कुचलने (crush) की आवश्यक्ता है। आप इस मिश्रण का सेवन दिन दो बार करें। यह आपके लिए लाभकारी होगा।
(और पढ़े – प्याज रस के ये उपाय गिरते बालों के लिए…)
अमरूद मे टैनिन, विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा मे मौजूद रहते हैं। इसमें विटामिन सी की उच्च मात्रा स्वाभाविक रूप से आपकी प्रतिरक्षा (Immunity) को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। यह आपके रक्त प्लेटलेट गिनती और उनकी क्षमता को बढ़ाने के लिए भी जाने जाते हैं। इसलिए यह डेंगू बुखार का उपचार करने का अच्छा तरीका हो सकता है। इसके लिए आप 1या 2 अमरूद का रस निकाल सकते हैं या फिर एक कटोरी कटे हुए अमरूद का भी सेवन कर सकते हैं। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप इसका सेवन दिन में दो बार तक कर सकते हैं।
(और पढ़े – अमरूद के फायदे, औषधीय गुण, प्रयोग और नुकसान…)
डेंगू हेमोरेजिक बुखार (hemorrhagic fever) अक्सर रक्तस्राव के साथ होता है, और विटामिन K अत्यधिक रक्त स्राव को रोकने के लिए जाने जाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों, मच्छली, मांस, अंडे और अनाज आदि विटामिन K के अच्छे स्रोत होते हैं। इन आहारों का सेवन करेन डेंगू बुखार को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़े – अच्छी सेहत के लिए विटामिन डी युक्त भोजन…)
मेथी के बीजों मे विटामिन C, विटामिन K, फाइबर और बहुत से खनिज अच्छी मात्रा में होते हैं जो मेथी को डेंगू उपचार के लिए अच्छा विकल्प बनाते हैं। इसमें उपस्थित विटामिन आपकी प्रतिरक्षा (immunity) में सुधार करते हैं और रक्तस्राव को रोकते हैं। मेथी के बीज के बुखार घटाने (antipyretic) वाले गुण आपके बुखार को कम करने में मदद करते हैं।
(और पढ़े – मेथी के फायदे और नुकसान…)
हल्दी (Turmeric) के कई औषधीय लाभ होते हैं और विभिन्न बीमारियों के इलाज में उपयोग किये जाते हैं। इनमें से अधिकतर लाभ इसमें कर्क्यूमिन की उपस्थिति के कारण है। कर्क्यूमिन (curcumin) आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जबकि इसके एंटीवायरल गुण डेंगू के मूल कारण वायरल संक्रमण (viral infections) का मुकाबला करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप 1 गिलास गर्म दूध में 1 चम्मच हल्दी और जरूरत होने पर शहद मिला सकते हैं। इस दूध को ठंडा होने से पहले सेवन करें यह आपको डेंगू के खिलाफ लड़ने में मदद करेगा।
(और पढ़े – हल्दी के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
(और पढ़े – डेंगू बुखार लक्षण और उपचार…)
ज्यादा तले पकवान या तेल के सेवन से बचें, इनके बजाए एक आहार का चयन करें जिसमें संतरे, नींबू , नारियल पानी, पपीता, सब्जियां, जैसे ब्रोकली, पालक फल जैसे अनार और प्रोटीन से समृद्ध खाद्य पदार्थ शामिल हों।
(और पढ़े – शाकाहारियों के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ…)
डेंगू बुखार के उपचार का सबसे अच्छा तरीका उसकी रोकथाम है, लेकिन इन मच्छरों को रोकना बहुत मुश्किल हो सकता है। इनको रोकने के लिए आपको कुछ उपाय करने होगें जैसे कि :
आप अपने घर के आसपास पानी को जमा होने से रोकें या हटाएं जहां मच्छरों का पुररुत्पादन (reproduce) होता है।
यदि आप घने जंगली या उष्णकटिबंधीय (tropical) क्षेत्र में रहते हैं, तो अपनी खुली त्वचा और कपड़ों पर मच्छर प्रतिरोध का उपयोग करें।
अपनी सारी त्वचा को कवर करें और सुनिश्चित करें कि जिस स्थान पर आप सोते हैं वह पूरी तरह से मच्छरों से सुरक्षित है जैसे कि मच्छरदानी अन्य मच्छर को दूर करने वाले उत्पादों का उपयोग करने से जो आप स्वयं को बचाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
समय पर इलाज नहीं होने पर डेंगू बुखार आपके जीवन को खतरे में डाल सकता है। इसलिए आप डेंगू बुखार होने का इंतेजार ना करें। अपने घर और आसपास के परिवेश (surroundings) को साफ रखें क्योंकि डेंगू बीमारी का यही एक मात्र उपचार है। यदि आप डेंगू से संक्रमित हैं तो देर ना करें तुरंत ही डाक्टर से संपर्क करें और यहां बताए गए घरेलू उपचारों का प्रयोग करें।
(और पढ़े – डेंगू से बचने के लिए ये हैं आसान घरेलू उपाय…)
इसी तरह की अन्य जानकरी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…