Home Treatment For Dengue Fever In Hindi गर्मी आने के साथ ही मच्छरों का तांडव शुरू हो जाता है। इसी मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियां भी बढ़ जाती है। डेंगू उसी में से एक है। डेंगू होने पर रोगी के सिर में और जोड़ों में तेज दर्द की शिकायत होता है। इस बीमारी में मरीज की प्लेटलेंट्स का स्तर बहुत तेजी से गिरने लगता है जिसके कारण मरीज में वीकनेस आ जाती है। डेंगू से बचने को लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। डेंगू को मात देने के लिए आप अपने घर में उपयोग होने वाले विभिन्न सामग्री का इस्तेमाल कर सकते है। आईए जानते है कि डेंगू से बचने का घरेलू उपाय अपनाकर मरीज कैसे कुछ ही दिनों में खुद को अच्छा बना सकते है।
इस लेख में हम आपको डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से बचने के घरेलू उपाय बता रहे हैं। आइए जाने डेंगू बुखार रोकने के घरेलू नुस्खे क्या हैं।
संक्रमित मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू के दौरान तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर इम्यून सिस्टम को अच्छा कर सकते है। इसके लिए तुलसी के पत्तों को गरम पानी में उबालकर छानकर, रोगी को पीने को दें। इसे दिन में तीन से चार बार पीने के लिए दे। इसके अलावा आप चाहे तो मरीज को तुलसी के पत्तों को उबालकर शहद के साथ पिलायें, इससे भी इम्यून सिस्टम बेहतर बनता है।
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संक्रमित बीमारियों में डेंगू शामिल है। डेंगू होने पर बॉडी की ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगती हैं। इसलिए प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए डॉक्टर भी डेंगू होने पर मरीजों को कीवी खाने की सलाह देते हैं। प्लेटलेट्स को कम होने से रोकने में कीवी मदद करता है और शरीर को ताकत भी देता है।
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पपीता का पौधा लगभग हर जगह मिल जाएगा। डेंगू फिवर में इसके पत्ते काफी असरदार साबित होता है। पपीता के पत्ते में मौजूद पपेन एंजाइन शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाता है । इसके साथ ही इसके पत्ते का जूस निकालकर रोगी को पिलाने से प्लेटलेट्स काफी जल्दी बढ़ती है।
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डेंगू फिवर में नारियल पानी पीना बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एलेक्ट्रोलाइट्स, मिनरल और अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को मजबूत बनाते हैं।
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डेंगू के बुखार में मेथी के पत्तों
को पानी में उबालकर हर्बल चाय के रूप में इसका उपयोग किया जा सकता है। मेथी से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे डेंगू के वायरस भी खत्म हो जाते हैं।(और पढ़ें – डेंगू बुखार में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए)
खाने में हल्दी का अधिकाधिक प्रयोग करें। सुबह पानी या रात को दूध के साथ हल्दी लिया जा सकता है अगर बुखार से पीड़ित रोगी को जुकाम हो तो दूध का प्रयोग न करें।
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डेंगू फीवर में गिलोय का सेवन करना लाभदायक साबित हो सकता है। यह मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने के साथ ही प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। और शरीर को इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। इसके तनों को उबालकर हर्बल ड्रिंक की तरह सर्व किया जा सकता है। दिन में दो से तीन बार किसी भी रूप में गिलोय का प्रयोग करना, डेंगू से बचने के लिए रामबाण उपाय है।
(और पढ़े – गिलोय के फायदे, स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुण)
तुलसी के पत्तों और दो ग्राम काली मिर्च को पानी में उबालकर पीना सेहत के लिए अच्छा रहता है। ये एंटी-बैक्टीरियल के रूप में काम करती है।
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गेहूं की घास का रस पीने से भी खून में प्लेटलेट्स का निर्माण तेजी से होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। प्रतिदिन दो बार इसका प्रयोग करने से डेंगू का खतरा कम होता है।
(और पढ़े – व्हीटग्रास जूस (गेंहू के जवारे ) के फायदे)
आपको बता दें कि डेंगू के समय मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की क्षमता लगातार घटती जाती है। जिसके कारण मरीज का शरीर कमजोर होता जाता है। इसिलए डेंगू फिवर में बकरी का दूध काफी फायदमेंद साबित हो सकता है। बकरी का दूध प्लेटलेट्स को बढ़ाने का काम करता है।
(और पढ़े – बकरी के दूध के फायदे और नुकसान)
खाने में विटामिन सी से युक्त पदार्थों का सेवन करें। विटामिन-सी आपको स्वस्थ रखने के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
(और पढ़े – विटामिन सी की कमी दूर करने के लिए ये खाद्य पदार्थ)
डेंगू बुखार में शरीर में होने वाली खून की कमी और कमजोरी को दूर करने के लिए, अनार का सेवन फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटामिन ई, सी, ए और फोलिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट बेहद लाभप्रद साबित होते हैं।
(और पढ़ें – डेंगू बुखार के कारण, लक्षण एवं घरेलू उपचार)
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