बच्चो की देखभाल

डायपर का इस्तेमाल कैसे करें – How To Use Diaper In Hindi

Diaper Ka Istemal In Hindi Mein आमतौर पर डायपर का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है लेकिन इसे पहले नैपकिन, लंगोट या अन्य नामों से जाना जाता था। बाजार में आने के बाद लोग इसे डायपर के नाम से जानने लगे। वास्तव में बाजार में बिकने वाले डायपर की बनावट जरूरत और स्थिति के अनुसार अनुकूल होती है जो इसे लंगोट या नैप्पी से अलग बनाती है। आजकल डायपर का चलन बढ़ गया है और छोटे बच्चों के इस्तेमाल के लिए डायपर आमतौर पर हर घर में रखा जाता है। कई बार यह माता पिता को बहुत आराम प्रदान करता है, विशेषरूप से यात्रा के दौरान या फिर बच्चे का पेट खराब होने पर

अब बाजारों में कई तरह के डायपर उपलब्ध हैं जिनका इस्तेमाल भी अलग अलग तरीकों से होता है। इस लेख में हम आपको डायपर का इस्तेमाल कैसे करें, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

विषय सूची

  1. कपड़े के डायपर का इस्तेमाल – Cloth diaper uses in Hindi
  2. कपड़े के डायपर का दोबारा इस्तेमाल कैसे करें – How to use Cloth Diapers again in Hindi
  3. डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल –  Disposable diaper uses in Hindi
  4. डिस्पोजेबल डायपर के इस्तेमाल के लिए टिप्स – Tips for disposable diaper uses in Hindi
  5. बच्चे का डायपर कैसे बदलें – How to Change a Diaper in Hindi

कपड़े के डायपर का इस्तेमाल – Cloth diaper uses in Hindi

आमतौर कपड़े के डायपर बहुत टिकाऊ होते हैं और जेब पर भी भारी नहीं पड़ते। इस कारण ज्यादातर लोग कपड़े के डायपर का ही इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। बच्चे की त्वचा के लिए भी कपड़े का डायपर अधिक बेहतर माना जाता है। आइये जानते हैं कपड़े के डायपर का इस्तेमाल कैसे करें।

पॉकेट क्लॉथ डायपर: इस डायपर का आकार पॉकेट की तरह होता है और यह बच्चे की पॉटी और पेशाब को पूरी तरह अवशोषित कर लेता है। इसकी खासियत यह है कि इसकी बाहरी परत वाटरप्रूफ होती है जिससे ये गीलापन सोखती है। अंदर की परत भी इस तरह बनी होती  है जो बच्चे की त्वचा को सुरक्षा प्रदान करती है। इस डायपर को धोकर सुखाने के बाद दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।

ऑल इन वन: इस तरह का डायपर भी वाटर प्रूफ होता है और बच्चे का पेशाब डायपर से बाहर नहीं बह पाता है। इसकी सिलाई काफी अच्छी होती है और इससे बच्चे को संक्रमण भी नहीं होता है।

फिटेड: यह डायपर भी आप बच्चे को पहना सकती हैं। यह डिस्पोजेबल डायपर जैसा होता है और ऑवर ग्लास आकार का होता है जो बच्चे के शरीर में चिपका रहता है। वाटर प्रूफ होने के कारण आप इसका भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

(और पढ़े – शिशु को डायपर रैशेज से बचाने के लिए घरेलू उपाय…)

कपड़े के डायपर का दोबारा इस्तेमाल कैसे करें – How to use Cloth Diapers again in Hindi

बच्चे को कपड़े का डायपर पहनाने का एक बड़ा फायदा यह होता है कि इसे दोबारा धोकर इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन इसे धोते समय कुछ सावधानियां बरतनी पड़ती हैं ताकि आप फिर से इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकें।

  • कपड़े के डायपर को अन्य कपड़ों की तरह ही धोया जाता है लेकिन अंतर सिर्फ इतना है कि इसे पहले ठंडे पानी से धोया जाता है और बाद में साबुन लगाया जाता है।
  • इसके बाद ड्रायर से सुखाकर धूप में सूखने के लिए जाता है। धूप में सखने के बाद यह डायपर फिर से इस्तेमाल योग्य हो जाता है।
  • लेकिन कपड़े का डायपर धोते समय आपको इस बात का ध्यान रखना पड़ता है कि डायपर से गंदगी हटाने के बाद ही इसे धोएं और ज्यादा साबुन न लगाएं अन्यथा डायपर की कोमलता खत्म हो जाएगी।

(और पढ़े – डायपर के फायदे और नुकसान…)

डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल –  Disposable diaper uses in Hindi

आमतौर पर डिस्पोजेबल डायपर को कपड़े के डायपर की तुलना में कम अच्छा माना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आप बच्चे को डिस्पोजेबल डायपर पहनाती हैं तो इसे दिनभर में पांच से छह बार बदलना चाहिए और अतिरिक्त संख्या में डायपर अपने पास रखना चाहिए।

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डिस्पोजेबल डायपर के इस्तेमाल के लिए टिप्स – Tips for disposable diaper uses in Hindi

  • चूकिं लंबे समय तक डायपर पहनने के कारण बच्चे की त्वचा पर दाने आ जाते हैं इसलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक दो घंटे बाद बच्चे का डायपर बदल दें।
  • बच्चे के मल मूत्र में अमोनिया होती है जो त्वचा पर लालिमा पैदा कर देती है इसलिए डिस्पोजेबल डायपर का इस्तेमाल करने के बाद त्वचा पर मरहम लगाकर इसे सूखने दें।
  • बच्चा जैसे ही बड़ा होने लगे, उसे वाशरूम में पॉटी करना सीखाना चाहिए ताकि लंबे समय तक डायपर न पहनाना पड़े।
  • जब बच्चा दो साल का हो जाए तो डायपर पहनाना बंद कर देना चाहिए। इससे बच्चे को संक्रमण सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है।

(और पढ़े – शिशु त्‍वचा की देखभाल के लिए टिप्‍स…)

बच्चे का डायपर कैसे बदलें – How to Change a Diaper in Hindi

जिस तरह से बच्चे के डायपर के इस्तेमाल के लिए जरूरी बातों का ध्यान रखना पड़ता है उसी तरह आपको बच्चे का डायपर भी सही तरीके से बदलना आना चाहिए अन्यथा डायपर से बच्चे को परेशानी हो सकती है। आइये जानते हैं कि बच्चे का डायपर बदलने का सही तरीका क्या है।

  • बच्चे को पीठ के बल लेटा दीजिए और यदि आपने उसे कपड़े या पहले से कोई डायपर पहना रखा है तो उसे उतार दीजिए।
  • पुराना डायपर उतारने के बाद कुछ देर तक बच्चे की त्वचा को खुला ही रहने दीजिए।
  • इसके बाद गुनगुने पानी में कॉटन के कपड़े या रूई को भिगोकर बच्चे की त्वचा को साफ करें।
  • इस दौरान बच्चे को कोई खिलौना पकड़ा दें ताकि बच्चा रोए न और आप उसका डायपर आसानी से बदल सकें।
  • इसके बाद डायपर पहनाने के आसपास के क्षेत्र को सूखे कपड़े से अच्छी तरह पोछ लें। ताकि गीलेपन के कारण बच्चे की नाजुक त्वचा पर संक्रमण न हो।
  • यदि बच्चे की स्किन ड्राई है या डायपर पहनाने के कारण लाल हो गई हो तो मरहम लगाकर सूखने दें।
  • इसके बाद सभी जरूरी सामान अपने पास रखें।
  • यदि आप बच्चे को डिस्पोजेबल डायपर पहनाने जा रही हैं तो डायपर से चिपचिपे टैब्स को हटा लें।
  • इसके बाद बच्चे को हल्का सा उठाएं या दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं ताकि आप डायपर को पीछे पहना सकें।
  • इसके बाद एक नया डायपर लेकर बच्चे को पहनाएं। डायपर पहनाते समय एक हाथ बच्चे की पेट पर रखें और उसे कमर के नीचे से हल्के से उठाकर डायपर पहनाएं।
  • इस बात का ध्यान रखें कि आप चाहे कोई भी डायपर पहनाएं, उसे बहुत टाइट न बांधें। इससे बच्चे को परेशानी और बेचैनी हो सकती है।

(और पढ़े – नवजात शिशुओं के बारे में रोचक तथ्य…)

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