छोटे बच्चों में दस्त या डायरिया की समस्या होना आम बीमारी है। आज हम आपको बच्चों में दस्त के कारण और बच्चों के दस्त रोकने के घरेलू उपाय बताने जा रहें है (Diarrhea Symptoms and Treatment in hindi) बच्चे के डायपर से भिन्न-भिन्न प्रकार की गंध (smell) आती है और अलग-अलग रंगों में पतला मल भी दिखायी देता है। छोटे बच्चों के मल का रंग और गंध मां के दूध और वह जो कुछ भी खाते हैं, उसपर निर्भर करता है। यदि आपके बच्चे का डायपर मल से अत्यधिक और बार-बार गीला हो जाता है तो इसका अर्थ यह है कि आपका नवजात डायरिया से पीड़ित है। इस स्थिति में आपको तुरंत घरेलू नुस्खे आज़माना चाहिए ताकि बच्चे को जल्द से जल्द डायरिया से निजात मिल सके। बच्चों के दस्त ठीक करने, बच्चे के दस्त रोकने का घरेलू उपाय (Diarrhea in Babies in Hindi)।
1. बच्चों में डायरिया के कारण – Cause of Diarrhea in Babies & Kids in Hindi
2. बच्चों के दस्त ठीक करने के देसी घरेलु उपाय – Home Remedies for Diarrhea in Babies in Hindi
नवजात शिशु या बच्चे को डायरिया होने पर उसे साबुदाने का पानी ( Sago Water) देना चाहिए। साबुदाना पानी बनाने के लिए साबुदाने को एक घंटे तक पानी में भिगोए रखें और फिर फूलने के बाद इसे पर्याप्त पानी में उबालें। जब साबुदाना पानी में पूरी तरह से उबल जाए तो इसे छानकर ठंडा कर लें और बच्चे को साबुदाना पानी पिलाएं। बच्चे को डायरिया से राहत मिलेगी।
यदि आपके बच्चे का पेट खराब है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। दस्त से निपटने के लिए बच्चे को नारियल पानी (coconut water) पिलाएं। नारियल पानी बच्चों में डायरिया को ठीक करने में काफी प्रभावी होता है और बच्चे के शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता है। (और पढ़े – नारियल पानी के फायदे और स्वास्थ्य लाभ)
बच्चे को दस्त हो रहा हो तो मां का दूध इस समस्या को दूर करने के लिए बच्चे के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। अगर आपका बच्चा छह महीने से कम उम्र का है तो डायरिया होने पर उसे डेयरी का दूध या अन्य उत्पाद खिलाने की बजाय सिर्फ अपना दूध पिलाएं। इससे बच्चे को दस्त होना बंद हो जाएगा।
(और पढ़े – नवजात बच्चों को इंफेक्शन से बचाता है मां का दूध)
बच्चों (babies) में दस्त की समस्या होने पर उनके शरीर में वयस्कों (adults) की अपेक्षा अधिक गति से पानी की कमी हो जाती है। इस स्थिति में दस्त से बचाव के लिए बच्चे को ओआरएस (ORS) घोल पिलाना चाहिए। दस्त में बच्चों के लिए यह एक बेहतर उपाय है। एक लीटर पानी में छह चम्मच चीनी और आधा चम्मच नमक मिलाएं और बच्चे को यह घोल प्रत्येक दो घंटे पर पिलाएं, दस्त ठीक हो जाएगा।
जब भी बच्चे का पेट गड़बड़ हो और उसे दस्त होने लगे तो इसे ठीक करने का सबसे बेहतर घरेलू उपाय यह है कि पके हुए केले को मसल कर इसमें थोड़ी सी दही (curd) मिलाएं और बच्चे को खिलाएं। दस्त में यह बहुत प्रभावी रूप से काम करता है और बच्चे के शरीर को एनर्जी भी प्रदान करता है। (और पढ़े – केला खाने के फायदे)
यदि आपका बच्चा 7 महीने से 2 साल के बीच का है और उसे डायरिया हो रही हो तो बच्चे को थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर अनार का जूस पिलाएं। यदि आपको लगता है कि अनार के रस को बच्चा पचा नहीं पाएगा तो जूस में थोड़ा सा पानी मिलाकर बच्चे को पिलाएं। यह डायरिया में बहुत फायदेमंद होता है।
(और पढ़े – अनार के फायदे और नुकसान)
बच्चे का पेट खराब होने पर चावल का पानी पिलाने से इस समस्या से निजात मिलती है। चावल का पानी प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम और स्टार्च का अच्छा स्रोत होता है और इससे दस्त तो ठीक होता ही है साथ में बच्चे को कमजोरी नहीं होती है। एक कप पानी में एक चम्मच चावल को उबालें और जब चावल आधे से अधिक उबल जाए तो चावल के पानी को निकालकर ठंडा करें और बच्चे को पिलाएं।
बच्चे को डायरिया होने पर ज्यादातर मां-बाप घरेलू नुस्खे ही अपनाते हैं। अगर आपका भी बच्चा दस्त से पीड़ित हो तो अखरोट की गुठली (walnut kernels) को पानी में पीसकर इस पेस्ट को बच्चे की नाभि के ऊपर लगाएं, बच्चे को डायरिया से राहत मिल जाएगी। (और पढ़े – अखरोट के फायदे उपयोग और नुकसान)
छोटे बच्चों में दस्त (diarrhea) की समस्या होने पर उन्हें दाल का पानी पिलाना चाहिए, इससे डायरिया नियंत्रित हो जाती है और बच्चे को कमजोरी नहीं होती है। एक कप पानी में बिना छिलके वाली एक चम्मच पीली मूंग की दाल डालें और इसमें हल्दी पावडर और थोड़ा सा नमक डालकर अच्छी तरह उबालें और मूंग दाल के पानी को बच्चे को पिलाएं।
यदि आपका बच्चा 1 साल का है तो डायरिया की समस्या होने पर बच्चे को ठंडे पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिलाएं। बच्चों में डायरिया दूर करने का यह एक घरेलू उपाय है और बहुत प्रभावी तरीके से कार्य करता है।
(और पढ़े – शहद के फायदे उपयोग स्वास्थ्य लाभ और नुकसान)
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