Diet Chart For Pitta Dosha In Hindi: पित्त का अर्थ गर्मी है, और पित्त अग्नि और जल दोनों का एक तत्व है। पित्त शरीर में मौजूद एक दोष है जो शरीर में गर्मी, आग और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है। आज हम आपको पित्त दोष को संतुलित करने के लिए डाइट प्लान के बारे बताने जा रहें है।
पित्त दोष का हमारी त्वचा की टोन यानी रंगत, बुद्धि और भावनाओं पर भी प्रभाव पड़ता है। पित्त के असंतुलन के कारण, एक व्यक्ति शारीरिक और भावनात्मक रूप से अस्वस्थ हो जाता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि पित्त दोष वालों को आहार में क्या खाना चाहिये।
जिन लोगों का पित्त दोष असंतुलित होता है उन लोगों को हर 2 से 3 घंटे में खाना खाने की सलाह दी जाती है। इससे आपके शरीर में एसिड का लेवल सही रहता है जो पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करता है।
पित्त दोष को संतुलित करने के लिए आप निम्न आहार का सेवन करें।
(और पढ़ें – पित्त दोष को संतुलित करने के प्राकृतिक तरीके)
पित्त दोष के लिए डाइट चार्ट में आप हरी सब्जियों का सेवन कर सकते है। हरी सब्जियों में आप ब्रोकोली, पत्तागोभी, भिंडी, शिमला मिर्च, फूलगोभी, खीरा, बीन्स, मटर और गाजर आदि का सेवन कर सकते है। आप इन सभी सब्जियों का सेवन उबाल कर करें। तेल में इन हरी सब्जियों को पकाने से बचें।
असंतुलित पित्त दोष को संतुलित करने के लिए आप अपने डाइट चार्ट में ताजे फलों को शामिल करें। इसके लिए आप सेब, एवोकाडो, संतरा, पपीता, काले या लाल अंगूर, ताज़े अंजीर, पके हुए आम, अनानास, आलू बुखारा, अनार, नारियल, खजूर, किशमिश, नाशपाती, खरबूज़ या तरबूज़ आदि का सेवन कर सकते है।
पित्त दोष वाले लोग अपने आहार में नट्स और सीड्स को शामिल करें, यह उनके लिए लाभदायक होता है। इसके लिए आप बादाम
, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, अलसी के बीज और बिना नमक के पॉपकॉर्न को खाएं।उच्च फाइबर युक्त भोजन करने से शरीर में बढ़ा एसिड कम हो जाता है और पित्त दोष संतुलित हो जाता है। अनाज में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इसके लिए आप गेंहू, जौ, ब्राउन राइस, ओट्स, पास्ता, ओट ब्रैन, वीट ब्रैन, जौ आदि का सेवन करें।
आपके लिए पित्त दोष में ब्लैक बीन्स, काबुली चना, राजमा, मूंग, टोफू, सोया बींस आदि फलियाँ खाना फायदेमंद होता है।
डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करना पित्त दोष डाइट में बहुत ही लाभकारी होता है। इसमें आप गाय का दूध, घी, घर का बना दही, बकरी का दूध, आइसक्रीम, बिना नमक वाला मख्खन, कॉटेज चीज़, आदि का सेवन करें। इससे आपको पित्त की समस्या नहीं होती।
घी, सोया तेल, नारियल का तेल, जैतून का तेल, सनफ्लावर ऑइल, वॉलनट ऑइल आदि तेलों का सेवन पित्त दोष में करने से लाभ मिलता है।
पित्त दोष असंतुलित होने से रोकने के लिए आप दालचीनी, काली मिर्च, हल्दी, पुदीना, जीरा, तुलसी, इलायची, धनिया, सौंफ और केसर आदि मसाले का सेवन करें। यदि आपके शरीर में पहले से ही पित्त दोष का असंतुलन है तो मसालों का कम मात्रा में सेवन करें।
(और पढ़ें – पित्त दोष क्या है जाने असंतुलित पित्त से होने वाले रोग, लक्षण और उपाय)
जानें पित्त दोष वालों को आहार में क्या खाना चाहिए (Diet Chart For Pitta Dosha In Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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