सुबह जल्दी उठना हमारे लिए बेहद फायदेमंद होता है। क्योंकि इस समय ना तो किसी प्रकार का शोर गोल होता है न ही किसी प्रकार का व्यवधान होता है। यह समय हमारे ध्यान (meditation), लिखने – पढ़ने और अभ्यास के लिए बहुत ही उपयुक्त होता है। इस लेख में आप जानेगे सुबह जल्दी उठने के लिए कुछ आसान तरीकों के बारे में, सुबह जल्दी उठने से व्यक्ति स्वस्थ और तेज दिमाग का बन सकता है।
जल्दी जागने से आपको अन्य कार्यों के लिए अलग से समय मिल जाता है। जिसके कारण आप अपने कार्य के घंटो को बढ़ा सकते है। सुबह जल्दी उठने से आपका तन और मन दोनों स्वस्थ रहते है। यदि हम अपनी दिनचर्या ( routine) में सुबह जल्दी उठना शामिल करे तो हम अपने शरीर को स्वस्थ और निरोगी बना सकते है। सुबह का वातावरण स्वच्छ और खुशनुमा होता है। स्वस्थ मस्तिष्क दिल को भी स्वस्थ बनाता है।
आइए जानते है सुबह जल्दी उठने के लिए कुछ आसान तरीकों के बारे में जिससे आपको कई प्रकार के लाभ होगें।
1. सुबह जल्दी उठने के तरीके – Ways to get up early in the morning in Hindi
सभी लोग सुबह जल्दी उठना चाहते है। शुरुआत में जल्दी जागनें का तरीका उतना आसान नहीं है, जितना कि रोशनी बंद करना और जल्दी से सो जाना। इसके लिए मनोवैज्ञानिक रूप से तैयार होना भी महत्वपूर्ण है।
आज रात को सोने से पहले आप खुद से पूछें कि सुबह जल्दी उठकर आप क्या करेंगें। आपको जो भी जबाब मिले उस पर विचार करें और अलार्म बंद होने से पहले बिस्तर छोड़ने के लिए स्वयं को मनाने का प्रयास करें।
सुबह सवेरे जल्दी उठना बहुत ही कठिन होता है। जल्दी उठने के लिए अलार्म का उपयोग करना बहुत पुरानी बात और तरीका है। जिससे परिवार के अन्य सदस्यों की नींद खराब होती है। इसके लिए एक और आसान तरीका है आपका मोबाईल फोन जो कि लगभग सभी के पास उपलब्ध होता है। आप इसका प्रयोग कर सुबह जल्दी उठने का प्रयास कर सकते है और यह किसी अन्य व्यक्ति की नीद में दखल भी नहीं दे सकता।
जब आपका अलार्म आपको उठने का इशारा करे और आप जाग जाए तो उसे बंद करने के तुरंत बाद बिस्तर नहीं छोड़ना चाहिए। यह व्यवस्था हमारी सेना (military) के लिए उपयुक्त है। आप अपने आपको पहले संतुलित करे क्योंकि यह समय आपके मस्तिष्क को स्वस्थ और आनंद देने वाला होता है। इस समय को कष्टपूर्ण या तनावपूर्ण (Stressful) नहीं बनाना चाहिए। इसलिए बिस्तर छोड़ने से पहले अपने आसपास ऐसा मानसिक वातावरण बनाए जो आपको सुबह उठने से होने वाले तनाव को कम करे। इसके लिए आप दो अलार्म लगाए। पहला अलार्म आपको नीद से जगाने के लिए और दूसरा आपको बिस्तर से बाहर आने के लिए।
इस तरह अपने आप को धीरे-धीरे नीद से जागने के लिए कुछ समय दे सकते है, इस समय आप अपने कुछ पसंद के कहानी, उपन्यास पढ़ सकते है या कुछ लिखने की कोशिश कर सकते है। सुबह की शुरूआत करने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है।
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यदि आप सुबह जल्दी उठना चाहते है तो अपनी सुबह को बोझिल या उबाऊ (cumbersome or boring) न बनाएं। यह आपके सुबह उठने की लय को बिगाड़ सकता है। आपको जल्दी उठने कुछ आनंद प्राप्त हो ऐसा करना चाहिए। इसके लिए आप सुबह गार्डन में घूम सकते हो, सुबह सुबह अपने कुत्ते को घुमाना, अपनी पसंदीदा चाय को पीना, अपने मित्रों और परिचितों से मिलना आदि कर सकते है। ऐसा करने आपका पूरा दिन खुशनुमा बना रहेगा।। सुबह की खुली हवा आपके शरीर में नई ऊर्जा का संचार करती है। इसलिए यदि आपको सुबह उठने में किसी प्रकार की समस्या हो तो आप इन गतिविधियों को करें यह आपके सुबह के समय को और अधिक मजेदार बनाने में आपकी मदद करेंगी।
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अपनी दिनचर्या की अच्छी शुरुआत के लिए आपको सुबह जल्दी उठना चाहिए। लेकिन यदि आपको जल्दी उठना है तो उसके लिए आपको समय से सोना भी पड़ेगा। क्या आपने कभी यह पाया है कि, जब आप सुबह उठने का प्रयास करते है तो आपको ज्यादा थकान और बिस्तर को छोड़ने में कठिनाई होती है। बेशक सुबह का समय हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। पर सुबह जल्दी ना उठ पाने का मुख्य कारण नींद चक्र (Sleep cycles) है। स्वाभाविक है कि यदि आप देर रात तक जागेंगे तो सुबह देर से उठेंगे।
यदि आपको अपना दिन अच्छा और स्वस्थ्य बनाना है तो उसकी तैयारी आपको रात को ही करनी होगी, समय पर सोकर ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा।
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जल्दी उठने के लिए आप अपने आसपास के माहौल का उपयोग कर सकते हैं या उसमें अपनी अवश्यक्तानुसार फेर बदल कर सकते हैं। आप अपने बिस्तर तक आने वाले सभी प्रकार के प्रकाश स्रोतों को अवरुद्ध करें, यहां तक की आपकी टीवी का छोटा लाल लाईट भी। सोने के लगभग एक घंटे पहले ही टीवी देखना बंद करें, क्योंकि टीवी स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आपके शरीर के मेलाटोनिन (melatonin) के स्राव को बाधित करती है। मेलाटोनिन वह हार्मोन है जो आपकी नींद चक्र को नियंत्रित करता है।
शोधकर्ता बताते है कि यदि आप कृत्रिम प्रकाश (artificial light) के बिना एक सप्ताह बिताते हैं तो आप सूर्योदय और सूर्यास्त के साथ अपने शरीर के सोने की प्रक्रिया को निश्चित कर सकते है।
एक सप्ताह के लिए कैंपिंग जाने का प्रयास करें, और अपने सभी यंत्र उपकरणों (gadgets) को घर पर छोड़ दें या कम से कम सूर्यास्त के बाद उनका उपयोग ना करें। ऐसी जगहों पर किसी भी प्रकार के प्रकाश जैसे मशाल (torches) आदि का उपयोग न करें क्योंकि यह भी रोशनी देता है। इस तरह आप अपनी अच्छी तरह से नींद पूरी करें। 7 दिनों के बाद आप सूर्योदय के साथ ही अपना बिस्तर छोड़ सकते है।
ईमेल आपको काम की याद दिलाता है, समाचार आपको केवल तनाव देगा, जबकि स्वयं सहायता किताबें (self-Help Book) आपको उत्साहित करेंगी और आपके मस्तिष्क को विचारों को जन्म देगीं। इनमें से कोई भी आपकी सोने में मदद नहीं करेगा।
इनकी अपेक्षा आप कहानी या कथा पढ़ें, अधिकांशत: छोटी कहानियां जो आपको उत्साहित नहीं करती है या आप उन उपन्यासों का उपयोग कर सकते है जिन्हें आप पहले पढ़ चुकें हैं।
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सुबह उठते ही उन कामों को ना करें जो आपको मानसिक तनाव या व्यस्तता देते हों जैसे कि ईमेल, समाचार, सोशल मीडिया, ब्लॉग की जांच आदि। इनका उपयोग कर आप अपनी अच्छी सुबह को व्यस्त बना लेंगें। यहां कुछ अन्य तरीके हैं जों आपकी सुबह के बेहतर हैं:
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