Dill Benefits And Side Effects in Hindi सोआ का उपयोग सदियों से किया जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं सोआ क्या है। सोआ के फायदे और नुकसान जानना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि यह एक ऐसी जड़ी बूटी है जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा दे सकती है। प्राचीन समय से ही डिल या सोआ का उपयोग खाद्य, औषधीय और मसालों के रूप में उपयोग किया जा रहा है। सोआ के स्वास्थ्य लाभ भी बहुत अधिक जिनके कारण ये बहुत ही प्रसिद्धि प्राप्त कर चुके हैं। इसके स्वास्थ्य लाभों में पाचन को ठीक करना, आंतों की गैस, जिगर की समस्याएं, पित्ताशय की थैली, बवासीर, संक्रमण, मासिक धर्म की ऐंठन और अनिद्रा का उपचार आदि शामिल हैं। इस लेख में आप सोआ से संबंधित जानकारियां जैसे सोया क्या है, सोआ के फायदे और नुकसान आदि के बारे में जानेंगे।
विषय सूची
1. सोआ क्या है – Sowa Kya Hai in Hindi
2. सोआ के अन्य नाम – Other Common Name Of Dill (Sowa) in Hindi
3. सोआ का पौधा – Sowa Paudha in Hindi
4. सोआ के पोषक तत्व – Nutritional Value of Dill (Sowa) in Hindi
5. सोआ के फायदे – Sowa Ke Fayde in Hindi
6. सोआ के नुकसान – Dill (Sowa) Ke Nuksan in Hindi
यह एक बारहमासी पौधा है जो खरपतवार के रूप में जाना जाता है। लेकिन इसका प्राचीन समय से ही एक मसाले के रूप में उपयोग किया जा रहा है। यह ऐसा पौधा है जिसके बीज और पूरे पौधे का खाद्य रूप में उपयोग किया जाता है। सोआ का उपयोग व्यापारिक उद्देश्य हेतु साबुन, डिटर्जेंट, इत्र, क्रीम और लोशन आदि में भी किया जाता है। यह प्रमुख रूप से औषधीय उपयोग के काम में आता है जिससे हम कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। औषधीय गुणों के कारण सोआ पौधे के बीजों और पौधे का उपयोग विभिन्न दवाओं के निर्माण में उपयोग किया जा रहा है। आइए जाने सोआ के पौधे के बारे में।
मसाले के रूप में उपयोग किये जाने वाले सोआ का वानस्पति नाम एनाथुम ग्रोवोलेंस जो कि एपियेसी परिवार से संबंधित है। इसके अन्य नाम इस प्रकार हैं।
एनेथम (Anethum), डिला (Dilla), एनीज (Anise), शूबिट (Shubit), श्पैनिश भाषा में एनल्दो (Eneldo), चीनी भाषा में शिह लो (Shih Lo), फ्रेंच भाषा में एनेथ (Aneth) आदि।
यह पौधा एपियेसी (Apiaceae) परिवार से संबंधित है जिसकी ऊंचाई लगभग 40-60 सेमी तक होती है। इसकी पत्तियां पतली और दौनो तरफ होती हैं। ये पत्तियां बहुत ही नाजुक और कोमल होती हैं जिनकी लंबाई लगभग 10-20 सेमी और चौडाई लगभग 1-2 मिमी होती है। ये पत्तियां देखने में किसी धागे की तरह होती हैं। इसके फूल पीले सफेद रंग के होते हैं। इन फूलों से प्राप्त होने वले बीज की लंबाई लगभग 4-5 मिमी और मौटाई 1 मिमी होती है। यह सीधा बढ़ने वाला घुमावदार झाड़ी वाला पौधा है। इस पौधे में अप्रैल से जुलाई के बीच में फूल आते हैं जिनमें जुलाई से अगस्त तक बीज पूर्ण रूप से पक जाते हैं। इस पौधे का औषधीय उपयोग किया जाता है जिसमें इसकी पत्तियां, फूल और बीज होते हैं। औषधीय उपयोग के लिए इसकी ताजा पत्तियों का उपयोग किया जाना चाहिए।
विटामिन और खनिज पदार्थ की अच्छी मात्रा सोआ में मौजूद रहती है। सोआ मसाले में लिमोनेन (limonene), कार्वोन और एनाथोफुरन (carvone and anaethofuran) जैसे मोनोटेरपेन्स (monoterpenes), बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं। इस औषधीय पौधे में फ्लैवोनोइड्स की भी उच्च मात्रा होती है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, फोलेट, आयरन और मैंगनीज भी मौजूद रहता है। आइए विस्तार से जाने सोआ के फायदे क्या हैं।
हम सभी जानते हैं कि सोआ का उपयोग अचार को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जात है। लेकिन हम में से अधिकतर लोगों को इसके अन्य स्वास्थ्य लाभों के बारे में पता नहीं है। यह जड़ी बूटी हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इस पौधे और इसके बीज का उपभोग आपको कई सामान्य और गंभीर समस्याओं से बचा सकता है। यह विशेष रूप से पाचन समस्याओं और श्वसन समस्याओं के लिए फायदेमंद है। आइए जाने सोआ का उपयोग जो हमें स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करता है।
यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो सोआ को सामान्य औषधी न समझें। यह आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। सोआ में मधुमेह को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। कोर्टेकोस्टेरॉइड्स के कारण होने वाले मधुमेह के मामलों में सोआ सीरम लिपिड्स और इंसुलिन के स्तर में उतार चढ़ाव को कम करने में मदद करता है। इस तरह से सोआ का उपयोग मधुमेह के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। यह आपके शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावी रूप से नियंत्रित कर सकता है। आप भी मधुमेह उपचार के लिए सोआ के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
(और पढ़े – शुगर ,मधुमेह लक्षण, कारण, निदान और बचाव के उपाय…)
आप अपनी प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाने के लिए सोआ का उपभोग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस औषधीय पौधे में एंटीमिक्राबियल गुण होते हैं। यह आंतरिक अंगों के साथ-साथ बाहरी चोट, घाव और कट आदि में संक्रमण को रोकने में मदद करता है। सोआ की यह संपत्ति शरीर को विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है जो अधिक माइक्रोबियल उपद्रव से निपटने में सक्षम होते हैं। इसके पोषक तत्व आपके शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं। यदि आप बार-बार संक्रमण का शिकार होते हैं तो इसका मतलब यह है कि आपका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है। लेकिन सोआ का इस्तेमाल करके आप अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ा सकते हैं।
(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
अपने उच्च पौष्टिक गुणों के कारण सोआ हमें कई स्वास्थ्य लाभ दिलाता है जिनमें स्वस्थ पाचन भी शामिल है। सोआ में फाइबर की उच्च मात्रा होती है साथ ही इसमें कुछ फ्लैवोनोइड्स भी होते हैं जो जीवाणुनाशक के रूप में जाने जाते हैं। इसके अलावा सोआ मैग्नीशियम जैसे खनिज पदार्थों का स्रोत होता है। यदि आपको पेट से संबंधित किसी प्रकार की बीमारी जैसे दस्त, कब्ज, पेट दर्द आदि हैं तो यह आपकी मदद कर सकता है। जैसा की पहले ही आपको पता है कि सोआ विशेष रूप से पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। आप भी सोआ का नियमित उपभोग कर पाचन संबंधी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
(और पढ़े – मानव पाचन तंत्र कैसा होता है, और कैसे इसे मजबूत बनायें…)
महिलाओं के लिए सोआ के फायदे बहुत विशेष माने जाते हैं। क्योंकि यह रूके हुए मासिक धर्म को प्रेरित कर सकता है। यह एक आयुर्वेदिक घटक है जो शरीर को फ्लैवोनोइड्स प्रदान करता है। यह मासिक धर्म को ट्रिगर करने के लिए हार्मोन उत्पादन को बढ़ावा देता है। बेहतर मासिक धर्म प्राप्त करने के लिए महिलाएं सोआ के बीज के लाभ प्राप्त कर सकती हैं। लेकिन किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह और संरक्षण में ही इस औषधी का उपभोग किया जाना चाहिए।
(और पढ़े – पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण…)
कैल्शियम आपकी हड्डीयों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। सोआ में यह पर्याप्त मात्रा में होता है जो आपकी हड्डियों के विकास में मदद करता है। नियमित रूप से सोआ का सेवन करने पर यह आपकी हड्डियों की चोटों का उचित उपचार कर सकता है। इसके अलावा यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को भी रोक सकता है। वास्तव में इस मसाले का उपयोग गठिया के दर्द को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। इस तरह से सोआ आपकी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।
(और पढ़े – ऑस्टियोपोरोसिस के घरेलू उपचार और नुस्खे…)
आपके स्वस्थ्य शरीर के लिए पर्याप्त नींद का होना आवश्यक है। आप जानते हैं कि अनिद्रा आपके लिए बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को उत्पन्न कर सकती है। लेकिन सोआ का उपयोग कर आप इन सभी संभावनाओं से बच सकते हैं। सोआ में आपकी अनिद्रा को ठीक करने और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विटामिन और खनिज पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इस जड़ी बूटी में मौजूद फ्लैवोनोइड्स और विटामिन शरीर के भीतर हार्मोन के उत्पादन को तेज करने में सहायता करते हैं। जो कि आपके मस्तिष्क को शांत कर अनिद्रा की रोकथाम करने में प्रभावी होते हैं। यदि आप अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे हैं तो सोआ आपके लिए एक स्वस्थ्य विकल्प हो सकता है।
(और पढ़े – अनिद्रा के कारण, लक्षण और उपचार…)
सांस लेने की समस्याओं का इलाज करने में सोआ का उपयोग किया जा सकता है। इसमें केम्फेरोल (kaempferol) और फ्लैवोइड्स जैसे कुछ यौगिक होते हैं इसके अलावा मोनोटेरपेन्स के कुछ घटक भी होते हैं जो श्वसन समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। सोआ प्रकृति में एंटीस्टिामिनिक भी होते हैं, जो हिस्टामाइन (histamine), एलर्जी या खांसी की उपस्थिति के कारण होने वाली संवेदना को दूर करने में मदद करते हैं। इस तरह से आप सोआ का उपयोग कर श्वसन संक्रमण से बच सकते हैं।
(और पढ़े – सांस फूलने के कारण, लक्षण, जांच, उपचार, और रोकथाम…)
लगातर हिचकी आना सामान्य व्यक्ति को भी परेशान कर सकता है। यदि आप इस प्रकार की समस्या से ग्रसित हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हिचकी का उपचार सोआ से संभव है। हिचकी के पीछे मुख्य कारण फंसी हुई गैस है जो बार-बार खाद्य नली में ऊपर की ओर बढ़ने की कोशिश करती है। अक्सर यह कुछ एलर्जी, अति सक्रियता, अतिसंवेदनशीलता आदि के कारण भी हो सकती है। सोआ के औषधीय गुण पेट फूलना जैसी समस्याओं का इलाज करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह गैस को निष्कासित कर हिचकी को रोकने में प्रभावी होता है।
(और पढ़े – टॉरेट सिंड्रोम (हिचकी या अन्य) के कारण, लक्षण और इलाज…)
आपके द्वारा उपयोग किये जाने पर सोआ अधिकांश समय फायदेमंद होता है।
क्योंकि इससे एलर्जी और दुष्प्रभाव कम मात्रा में होते हैं। सोआ के एलर्जी के लिए बहुत ही कम रिकार्ड हैं।
(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…