Tips To Boost Brain Power In Hindi:अपने दिमाग की क्षमता का 100 प्रतिशत इस्तेमाल करें, जानें दिमाग तेज करने के उपाय और तरीके। यादाश्त कमजोर होना या चीजों को बहुत जल्दी भूल जाना जैसी समस्या बहुत आम हो गयी है। अक्सर हम बच्चों के दिमाग को तेज करने के नुस्खे ढूंढते रहते हैं लेकिन बच्चों के साथ बड़े भी आजकल बहुत जल्दी भूल जाते हैं। वास्तव में आज के समय में तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है। खराब जीवन शैली एवं बीमारियां इस समस्या को और बढ़ा देती हैं। अगर बच्चों और विद्यार्थियों की बात करें तो परीक्षा में अच्छा प्रतिशत लाने या टॉप करने का स्ट्रेस उन्हें बहुत अधिक रहता है जिसके कारण जल्द ही उनकी भी यादाश्त कमजोर पड़ने लगती है। अगर आप भी इसकी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको दिमाग तेज करने के उपाय बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
अपने दिमाग को तेज करने के लिए लोग अक्सर सही खानपान का विकल्प चुनते हैं, जिसमें बादाम सबसे प्रमुख हैं। मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने और स्टूडेंट्स को तेज दिमाग के लिए के लिए बचपन से ही यह फंडा अपनाया जाता है। लेकिन सही खानपान के आलावा दिमाग तेज करने के और भी कई विकल्प हैं, जो आसान और प्रभावकारी है ये आपके मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने में आपकी मदद करेंगे।
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शारीरिक एवं मानसिक एक्सरसाइज करने से दिमाग तेज होता है। यह मस्तिष्क में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाता है और याददाश्त घटाने वाले सभी विकारों को दूर करता है। इसके अलावा एक्सरसाइज करने से मस्तिष्क में अच्छे रसायनों का स्राव बढ़ता है और स्ट्रेस हार्मोन घटता है। दिमाग को तेज करने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज सबसे अच्छी एक्सरसाइज मानी जाती है। यह रक्त को पंप करने में सहायक होती है। जिससे कि याददाश्त बढ़ती है।
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ज्यादातर अखबारों एवं मैगजीन में पजल हमेशा आते रहते हैं। दिमाग को तेज करने के लिए पजल भरना एक बेहतर तरीका हो सकता है। वास्तव में पजल भरते समय व्यक्ति का पूरा दिमाग इसमें व्यस्त होता है जिसके कारण दिमाग की एक्सरसाइज स्वतः हो जाती है। अगर आप 10 दिनों तक लगातार पजल भरते हैं तो आपको पहले दिन की अपेक्षा अंतिम दिन बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा और आपकी मस्तिष्क में सुधार होगा।
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आपकी उम्र चाहे कितनी भी हो लेकिन यदि आप तनाव लेते हैं तो स्वाभाविक रुप से आपका दिमाग कमजोर हो जाएगा। अक्सर देखा जाता है कि जो बच्चे पढ़ने में कमजोर या शर्मीले स्वभाव के होते हैं उन्हें ज्यादा तनाव होता है। इसके अलावा वयस्कों में भी जॉब एवं भविष्य को लेकर तनाव होता है। वास्तव में अधिक समय तक तनाव में रहने से मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं जिसके कारण हिप्पोकैंपस क्षतिग्रस्त हो जाता है और चीजें दिमाग में अधिक समय तक टिक नहीं पाती हैं। इसलिए अपने दिमाग को तेज करने के लिए अपनी भावनाओं को दबाएं नहीं और काम एवं निजी जिंदगी के बीच संतुलन बनाकर चलें।
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ज्यादातर लोग शतरंज खेल के बारे में जानते हैं लेकिन इसे खेलने के फायदे कम लोगों को पता होता है। वास्तव में शतरंज एक ऐसा खेल है जिसे खेलते समय आपको पूरी तरह से केंद्रित होने की जरूरत पड़ती है और पूरा दिमाग लगाना पड़ता है। जिसके कारण मस्तिष्क की भरपूर एक्सरसाइज हो जाती है। एक शोध में पाया गया है कि पेशेवर शतरंज खेलने वाले लोगों का दिमाग अधिक तेज होता है क्योंकि वे नियमित रुप से इसे खेलते हैं जिससे मस्तिष्क की पर्याप्त एक्सरसाइज हो जाती है। अगर आप भी अपना दिमाग तेज करना चाहते हैं तो शतरंज खेलना आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।
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दिमाग को तेज करने का सबसे आसान और सस्ता तरीका मेडिटेशन है। 40 स्नातक के छात्रों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि जिन छात्रों ने पांच दिनों तक लगातार बीस मिनट तक मेडिटेशन किया, उनकी ना सिर्फ दिमाग तेज हुआ बल्कि ध्यान केंद्रित करने
में उन्हें सफलता मिली। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि मेडिटेशन करने से दिमाग तो तेज होता ही है साथ में आप आत्मकेंद्रित होकर कोई भी कार्य बहुत आसानी से कर सकते हैं। इसके अलावा चिंता, तनाव, थकान, गुस्सा और डिप्रेशन दूर करने में भी यह बहुत मदद करता है।(और पढ़े – मेडिटेशन क्या होता है , प्रकार और करने के फायदे…)
सदियों से मस्तिष्क को तेज करने या दिमाग से संबंधित विकारों को दूर करने में जड़ी बूटियों का प्रयोग होता आ रहा है। दिमाग को शार्प करने के लिए जड़ी बूटियों से उपयोगी कोई अन्य चीज नहीं है। हालांकि आपको इनकी सही खुराक एवं सेवन करने के समय के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। अश्वगंधा एक ऐसी ही आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो बीटा एमीलाइड प्लेक को बनने से रोकता है। इसके अलावा यह ऑक्सीडेसिव स्ट्रेस को कम करता है और मस्तिष्क की क्षमता को सुधारता है। अश्वगंधा के सेवन से अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है जिसके कारण उम्र बढ़ने पर भी दिमाग कमजोर नहीं होता है।
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अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने जीवन के किसी एक क्षेत्र में व्यस्त हो जाते हैं और फिर ना वे अपने लिए समय निकाल पाते हैं और ना ही अपनी हॉबी के लिए। एक स्टडी में पाया गया है कि दिमाग को तेज बनाने के लिए सीखने की आदत डालना बहुत जरुरी है। उदाहरण के लिए अगर आप नौकरी करते हैं तो आप वीकेंड या खाली समय में अपने पसंद की कोई चीज जैसे गिटार सीख सकते हैं, बागवानी कर सकते हैं, नए नए लोगों से मिल सकते हैं, किसी मंच पर कविता या कहानी पढ़ सकते हैं। वास्तव में आप लोगों से जितना अधिक संचार करेंगे, आपके मस्तिष्क की कोशिकाएं उतनी ही ज्यादा सक्रिय एवं उत्तेजित होंगी जिसके कारण आपका दिमाग भी तेज होगा।
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यह एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो भारतीयों द्वारा हजारों वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्राह्मी आर्द्र भूमि वाले महाद्वीपों में पायी जाती है। ब्राह्मी में जो रसायन पाये जानते हैं जो माइक्रोन्यूट्रिएंट का कार्य करते हैं। एक शोध में पाया गया है कि ब्राह्मी मस्तिष्क के तंत्रिका उत्तकों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है जिसके कारण मस्तिष्क पर इसका खराब असर नहीं पड़ता है। इसके अलावा ब्राह्मी में एंटीस्ट्रेस, एडॉप्टोजेनिक गुण पाये जाते हैं जो यादाश्त को बढ़ाने का कार्य करती है। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में लंबे समय तक ब्राह्मी का सेवन करता है तो उम्र बढ़ने के बाद भी उसका दिमाग कमजोर नहीं होता है।
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प्राचीन काल से ही यह माना जाता है कि इंसान अपनी इंद्रियों का जितना अधिक इस्तेमाल करता है, उसका दिमाग उतना ही अधिक तेज होता है। आपने देखा होगा कि कुछ लोग किसी चीज की गंध से उसका नाम बता देते हैं जबकि कुछ लोग गंध का अनुभव तो करते हैं लेकिन वस्तु को नहीं पहचान पाते हैं। स्टडी में पाया गया है कि व्यक्ति को अपनी इंद्रियों के देखने, सूंघने, समझने और महसूस करने की क्षमता को बढ़ाना चाहिए। अगर आप इंद्रियों का सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो आपका दिमाग किसी भी चीज को बहुत तेजी से समझने में मदद करेगा और लगातार अभ्यास से आपका दिमाग तेज हो सकता है।
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आजकल के तनाव भरी जिंदगी में सबसे आसान काम भी सबसे कठिन होता जा रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं हंसने की। एक शोध में पाया गया है कि खुलकर हंसने से आपके मन की भड़ास या तनाव बाहर निकलता है जिसके कारण मस्तिष्क में कॉर्टिसोल का स्तर कम होता है और दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर तरीके से होता है। रोज चुटकुले सुनने से, पंच लाइन लिखने से, कोई क्रिएटिविटी दिखाने से, एंकरिंग करने से, जीवन के सबसे शर्मिंदगी पूर्ण घटना शेयर करके हंसने आदि गतिविधियों से व्यक्ति का दिमाग अधिक सक्रिय और तेज होता है। दिमाग तेज करने का यह तरीका हर उम्र के लोंगों के लिए है।
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यदि आप किसी काम को करने में बायें हाथ का प्रयोग करते हैं तो यह आपके मस्तिष्क के तंत्रिका तंत्र को मज़बूत करता है और नए न्यूरॉन्स को भी बनाता है। कुछ अधययनों में यह बात सामने आयी है कि जब आप अपने सीधे हाथ से काम करते हैं तो मस्तिष्क का एक ही गोलार्ध (hemisphere) इसके लिए काम करता है। लेकिन जब आप वाही काम उल्टे हाँथ से करते हैं तो मस्तिष्क के दोनों गोलार्ध कार्यशील होते हैं इसका कारण यह है कि आपके मस्तिष्क का बायां गोलार्ध दाएं हाथ से और दायां गोलार्ध बायें हाथ से जुड़ा होता है।
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