मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान है। पर क्या करें, जब बच्चा स्तनपान करने के बाद उल्टी करे। छोटे बच्चे अक्सर दूध पीने के बाद उल्टी कर देते हैं। जिससे माता-पिता की चिंता बढ़ जाती है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है, कि दूध पीने के बाद बच्चे का उल्टी करना बहुत साधारण सी बात है और यह अच्छा होता है। इसलिए इससे घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, जरूरत से ज्यादा दूध पीने के बाद ज्यादातर बच्चे उल्टी कर देते हैं। इससे बच्चों को कोई परेशानी नहीं होती। बल्कि माना जाता है, कि अगर बच्चा ब्रेस्टफीडिंग करने के बाद उल्टी कर देता है, तो वह स्वस्थ है। लेकिन अगर दूध पीने के बाद डकार आने पर भी उसे उल्टी होती है, तो ये चिंता की बात है।
आपको बता दें, कि सामान्य तौर पर जब बच्चा बैठने लग जाता है, तब तक ही उसे यह समस्या होती है। कुछ बच्चों को एक साल तक भी रहती है, लेकिन इसके बाद ये समस्या नहीं होती। विशेषज्ञ कहते हैं कि छोटे बच्चे अपनी मां की गोद में लेटकर स्तनपान करते हैं। ऐसे में अगर बच्चे को उल्टी हो जाए, तो छाती हल्की हो जाती है, जिससे गले में खाना नहीं फसता साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। इसी को लेकर ज्यादातर माँएं जानना चाहती हैं, कि बच्चा ब्रेस्टफीडिंग के बाद उल्टी क्यों करता है और इससे बचने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं स्तनपान के बाद शिशु के उल्टी करने के कारण और इससे बचने के तरीके।
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कई बच्चे जन्म के पहले दिन से ही दूध पीने के बाद उल्टी करना शुरू कर देते हैं। कुछ बच्चे दूध की, तो कुछ दही की उल्टी करते हैं। बच्चे का दूध की उल्टी करना आम है। लेकिन अगर दिन में बच्चा हर बार ब्रेस्टफीडिंग के बाद उल्टी करे, तो यह किसी समस्या का संकेत हो सकता है। दरअसल, बच्चे के दूध पीते समय दूध गले से होते हुए मस्कुलर ट्यूब (जिसे इसोफेगस कहा जाता है) से होते हुए पेट में जाता है। इसोफेगस और पेट को जोड़ने के लिए पेट के ऊपरी छोर पर एक मसल्स रिंग होती है, जो दूध पीने पर अपने आप खुल जाती है।
जब बच्चा दूध पीता है, तो यह रिंग खुल जाती है। और बच्चे का दूध पीना बंद करने के बाद ये रिंग बंद हो जाती है। अगर ये रिंग बंद या फिर टाइट न हो, तो पूरा दूध इसोफेगस (गले में बापिस) में आ जाता है, जिससे बच्चे को दूध की उल्टी होने लगती है। इसलिए डॉक्टर बच्चे को दूध पिलाने के बाद हमेशा बैठाने की सलाह देते हैं। अगर ऐसा न किया जाए, तो यह बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है।
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स्तनपान कराने के बाद अगर बच्चा दूध की उल्टी करे, तो इसके कई कारण होते हैं। नीचे हम आपको ऐसे ही मुख्य कारणों के बारे में बता रहे हैँ, जो बच्चे की दूध की उल्टी के लिए जिम्मेदार होते हैं। इन्हें पढ़कर आगे से आप भी अपने बच्चे को दूध पिलाते समय थोड़ी सावधानी बरत सकते हैं।
वैसे तो यह सामान्य है, लेकिन शिशु अगर दूध पीने के बाद उल्टी कर दे, तो इसका एक कारण होता है, पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ना। कई बार दूध पीने के बाद बच्चे का पेट सोते समय या गोद में लेते समय दब जाता है, जिससे बच्चा उल्टी करने लगता है। इसलिए बच्चे को हमेशा पीठ के बल लिटाएं।
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दूध पीने के बाद उल्टी करने का अन्य कारण होता है, जरूरत से ज्यादा दूध पीना। बच्चों को तो अपने पेट का अंदाजा नहीं होता और मां को भी समझ नहीं आता, कि बच्चा कितना भूखा है कितना नहीं। इसलिए शिशुओं को हमेशा थोड़ी-थोड़ी देर में स्तनपान कराना चाहिए, जिससे बच्चा उल्टी नहीं करे।
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कई बार बच्चे ब्रेस्टफीड करते करते हवा भी निगल लेते हैं। खासतौर से यह समस्या बॉटल से फीड करने वाले शिशुओं के साथ होती है। दरअसल, कई बार बॉटल के निप्पल का आकार बड़ा आ जाता है, उसका छेद भी कई बार बड़ा आ जाता है, जिससे दूध ज्यादा मात्रा में निकलता है। कई बार बच्चा जल्दी-जल्दी दूध पीने के चक्कर में हवा भी निगल जाता है। इससे होता ये है, कि जब हम बच्चे को बर्प (डकार) दिलाते हैं, तो बच्चा दूध निकाल देता है।
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कई बार पेट में गैस बनने से भी शिशु दूध पीने के तुरंत बाद उल्टी कर देता है। कई बार अनजाने में मां ऐसी चीजों का सेवन कर लेती है, जो बच्चे के पेट में गैस की समस्या उत्पन्न कर देते हैं, जिससे बच्चे को कुछ भी पचता नहीं है और वो उल्टी कर देता है।
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सर्दी जुकाम के कारण भी शिशु दूध की उल्टियां शुरू कर देता है। ऐसे में कोशिश करें, कि शिशु सर्दी-जुकाम से बचा रहे।
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दूध पीने के बाद बच्चा उल्टी करे, तो ये आपके बस में नहीं है, लेकिन हां, आप इससे बचाव के लिए कुछ तरीके जरूर आजमा सकते हैं। नीचे हमारे द्वारार बताए गए छोटे-छोटे तरीकों को अपनाकर आप अपने बच्चे को दूध की उल्टी की समस्या से बचा सकते हैं।
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हमारे द्वारा ऊपर बताए गए तरीके दूध पीने के बाद बच्चों को उल्टी से बचाने के लिए काफी हैं, लेकिन इसके साथ हम आपको कुछ ऐसे जरूरी सुझाव या टिप्स देने जा रहे हैं, जो ब्रेस्टफीडिंग के बाद शिशु को उल्टी करने से रोकने के बहुत काम आएंगे।
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शुरुआती हफ्तों में नवजात को दूध की उल्टी होना आम बात है। डॉक्टर इसे अच्छा मानते हैं। उनके अनुसार अगर स्तनपान करने के बाद बच्च उल्टी करता है, तो वह पूरी तरह से स्वस्थ है।
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कभी-कभार दूध की उल्टी हो, तो यह सामान्य है। लेकिन अगर बच्चा हर फीड के बाद उल्टी करे, तो इसका मतलब है, कि जब आपके बच्चे का पेट भर जाता है, तो दूध और पेट का एसिड उसे भोजन नली को वापस प्रवाहित कर सकता है, जिससे ज्यादा दूध पीने पर बच्चे को खांसी और हिचकी आने लगती है और बच्चा उल्टी कर देता है।
आमतौर पर बच्चा दूध पीने के तुरंत बाद दूध की उल्टी करता है। लेकिन ऐसा दूध पिलाने के एक से दो घंटे बाद भी हो सकता है। सभी 0 -3 महीने के बच्चे दिन में कम से कम एक बार दूध की उल्टी करते हैं, तो यह पूरी तरह से सामान्य है।
ब्रेस्टफीडिंग के बाद अगर थोड़ी उल्टी हो, तो यह आम बात है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, डॉक्टर इसे अच्छा मानते हैं। उनके अनुसार अगर स्तनपान करने के बाद बच्चा एक दो बार उल्टी करता है, तो वह पूरी तरह से स्वस्थ है, लेकिन अगर आपका बच्चा बार-बार या 24 घंटे में कई बार उल्टी कर रहा तो डॉक्टर के पास तुरंत ले जाएं। यह किसी बीमारी, संक्रमण या कुछ और गंभीर परेशानी का संकेत हो सकता है। नीचे हम आपको कुछ लक्षण बता रहे हैं, जिसके बाद आपको तुरंत बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
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