Immunity Boosting Drink: यदि आप बिमारियों से लड़ने और अपने शरीर को स्वस्थ रखने की क्षमता को बढ़ाना चाहते है तो इसके लिए इम्यूनिटी-बूस्टिंग ड्रिंक्स की आवश्कता होती है। लेकिन क्या आपको यह पता है कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन इम्यूनिटी-बूस्टिंग ड्रिंक्स को कितना लेना है और कब लेना है। कोरोनावायरस की महामारी से बचने के लिए माता-पिता अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों में इम्यूनिटी (Immunity) निर्माण करने के लिए हर काम कर रहे हैं। यदि आपको इम्यूनिटी बढ़ाने कि लिए शाम को चाय की जगह गुनगुना काढ़ा, नींबू का पानी या हल्दी वाला दूध पीना पड़ता है तो आपके लिए हमारा यह आर्टिकल बहुत ही महत्वपूर्ण है। यहाँ पर इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स (Immunity Booster DrinK) से जुड़े कुछ मिथ्स के बारे में बताया गया है। आइये इसे विस्तार से जानते है।
यदि आपको नहीं पता कि इम्यूनिटी बढ़ाने वाले ड्रिंक्स को कब और कितना लेना चाहिए, तो हमने आपके लिए कुछ न्यूट्रिशनिस्ट (Nutritionist) से बात की है। पोषण विशेषज्ञों ने हमें इन घर पर बने इम्यूनिटी बूस्टर से जुड़े कुछ मिथ्स से छुटकारा पाने के लिए टिप्स दी हैं। आइये जानते कि क्या इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स (Immunity Booster Drink) को हर दिन लेना चाहिए या नहीं?
विषय सूची
होममेड इम्यूनिटी बूस्टिंग ड्रिंक्स – Homemade Immunity Boosting Drinks in Hindi
नीचे कुछ घर पर बने इम्यूनिटी बूस्टर पेय के बारे में बताया गया है, आइये इसे विस्तार से जानते है।
(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
काढ़ा – Kadha
काढ़ा आज हर भारतीय के घर में बनने वाला इम्यूनिटी बूस्टिंग ड्रिंक्स है। हम सब अब काढ़ा पीने के फायदे से भी अच्छी तरह से परिचित हो गए है। इसे बनाने के लिए एक बर्तन में थोड़ा पानी लेकर उसमें साबुत मसाले जैसे दालचीनी, इलायची, पेपरकॉर्न (Peppercorn), लौंग, जीरा आदि को उबालकर, फिर छानकर चाय की तरह बनाया जाता है। काढ़े को मसाला चाय भी कहा जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि भारतीय मसालों में इम्यून सिस्टम (immune system) को बढ़ने की क्षमता होता है। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि ये मसाले बहुत गर्म प्रकृति के होते हैं। इन मसालों का अधिक सेवन से हमारे लिए कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं जैसे पेट की समस्याएं, पाचन समस्याएं, मतली और त्वचा का सूखापन आदि हो सकती है। इसलिए आप हर दिन काढ़ा पीने की वजह बीच बीच में कुछ दिनों के लिए ब्रेक ले सकते है।
(और पढ़ें – गरम मसाला के फायदे बनाने की विधि और नुकसान)
हल्दी वाला दूध – Turmeric milk
हल्दी वाला दूध एक पारंपरिक भारतीय पेय है जो सर्दी होने, बुखार आने, चोट लग जाने या स्वास्थ्य संबंधी कोई अन्य परेशानी होने पर रामबाण की तरह काम करते हैं। गाय के दूध के साथ हल्दी को मिलाकर बनाया गया यह इम्यूनिटी बूस्टिंग ड्रिंक्स जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लामेट्री यौगिक शामिल होते हैं। यह हमारी इम्यूनिटी का निर्माण करने में बहुत मदद करता है, लेकिन इसका अधिक सेवन से हमारे स्वस्थ के लिए हानिकारक भी हो सकता हैं। अगर आप हर दिन हल्दी वाला दूध पीना चाहते हैं, तो अपनी ड्रिंक में बस एक चुटकी ही हल्दी मिलाएं।
(और पढ़ें – हल्दी के फायदे गुण लाभ और नुकसान)
नींबू पानी – Lemon Water
नींबू पानी में विटामिन C बहुत अधिक मात्रा में होता है। इसमें बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट गुण और फ्लैवोनोइड्स (flavonoids) यौगिक होते है। नींबू में साइट्रस बायोफ्लावोनॉयड (citrus bioflavonoid) और फाइटोन्यूट्रिएं (phytonutrients) की बहुत अच्छी मात्रा होती है, इसलिए नींबू पानी इम्यूनिटी बूस्टर पेय का काम करता है। अच्छे स्वस्थ और मजबूत इम्यूनिटी के लिए आप दिन में 2 ग्लास नींबू पानी पी सकते हैं। लेकिन यह ध्यान रखें कि नींबू में उच्च मात्रा में साइट्रिक एसिड (Citric acid) होता है जो शरीर की क्षारीय प्रकृति को प्रभावित कर सकता है। यदि आपको गैस्ट्रिक तनाव (Gastric tension) या अधिक एसिड रिफ्लक्स (Acid reflux) की समस्या हैं तो आपको नींबू पानी नहीं पीना चाहिए।
(और पढ़ें – नींबू पानी कब और कैसे पिये)
अदरक – Ginger
अदरक की चाय एक अच्छी इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स है। अदरक एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सूजन और पेट के दर्द को भी कम करता है। आप गुनगुना पानी लेकर इसमें अदरक के साथ शहद को भी मिला सकते हैं। अधिक मात्रा में अदरक का इस्तेमाल भी आपके नुकसानदायक हो सकता हैं। अदरक आपके इंसुलिन के स्तर को बढ़ा सकता है, दिल को नुकसान पहुंचा सकता है और महिलाओं को मासिक धर्म के समय कुछ महिलाओं को अतिरिक्त रक्तस्राव हो सकता है।
(और पढ़ें – अदरक के फायदे, औषधीय गुण, उपयोग और नुकसान)
दालचीनी – Cinnamon
दालचीनी को हम मसालों के रूप में जानते है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लामेंट्री गुण होते हैं। दालचीनी चाय एक इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स भी है। दालचीनी चाय मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करती है। दालचीनी चाय के फायदे पाचन को स्वस्थ्य बनाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने आदि के लिए जाने जाते हैं। सिलोन और कैसिया दालचीनी में क्यूमरिन होता है। जब क्यूमरिन का अत्याधिक सेवन किया जाता है तो इसके कुछ घातक प्रभाव सामने आ सकते है।
(और पढ़े – दालचीनी के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)
अच्छी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए और कोरोना महामारी से सुरक्षित रहने के लिए, कोई भी ऐसी गलती को करने से बचें जो आपको फायदे से अधिक नुकसान करे।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Leave a Comment