शराब पीना कैंसर का कारण बन सकता है क्योंकि शराब पीने वाले लोगों में शराब डीएनए को नुकसान पहुंचाकर कैंसर के खतरे को बढ़ा देती है। वैज्ञानिकों ने पहली बार इस बारे में अध्ययन किया और पाया कि लोगों को अपनी शराब की खपत में कमी लानी चाहिए। क्योंकि अध्ययन में शराब को कैंसर का कारण माना गया है। आइये जानते है की कैसे शराब पीना कैंसर का कारण बन सकता है।
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में मेडिकल रिसर्च काउंसलिंग लेबोरेटरी ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के एक अध्ययन में पाया गया है कि जब शरीर शराब के साथ प्रतिक्रिया करता है तो यह एसीटैल्डिहाइड नामक रासायनिक पदार्थ पैदा करता है जो DNA के लिए हानिकारक होता है।
शराब पीना कैंसर का कारण में नुकसान मुख्य रूप से शरीर में ब्लड की स्टेम कोशिकाओं को होता है। जो कि हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिका और सफेद रक्त कोशिकाओं को बनाने का कार्य करती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर में ऑक्सीजन को लाने ले जाने का कार्य करती हैं और श्वेत रक्त कोशिकाएं हमें संक्रमण से बचाती हैं।
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शोधकर्ताओं ने पाया की एसीटैल्डिहाइड स्टेम कोशिका के DNA को तोड़ता है और DNA के अनुवांशिक कोर्ट को स्थाई रूप से बदल देता है जो कि कैंसर को ट्रिगर करने का कार्य करता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि शराब के सेवन की खपत को कम करना बहुत ही आवश्यक है।
कैंसर अनुसंधान यूके के कैंसर की रोकथाम के विशेषज्ञ प्रोफेसर लिंडा बाउल ने कहा है कि इस शोध से पता चलता है कि हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए अल्कोहल की अधिक मात्रा शामिल होती है इसलिए आप अपने अल्कोहल की मात्रा को कम कर सकते है।
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अल्कोहल का संबंध सात प्रकार के कैंसर से पाया गया है जिसमें लीवर कैंसर, स्तन कैंसर, आंत का कैंसर, गले का कैंसर, मुंह का कैंसर, ऑसोफैग्गल और लैरीनेक्स सामिल है।
उन्होंने पाया कि जो लोग शराब का अधिक सेवन करते हैं उनमें शराब अनुवांशिक ब्रेक का कारण बनती है। जो गुणसूत्र को पुनर्व्यवस्थित करते हैं और DNA के ब्लूप्रिंट को बदलते हैं जो कि शरीर को स्वस्थ रखने का काम करते हैं।
अध्ययन के प्रमुख लेखक प्रोफ़ेसर केतन पटेल ने कहा कि कुछ कैंसर स्टेम सेल के डीएनए की छती के कारण विकसित होते हैं।
“हालांकि कुछ नुकसान मौके से होता है, हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि शराब पीने से इस नुकसान का खतरा बढ़ सकता है।”
मार्टम एलिसन, लंदन के क्वीन मैरी विश्वविद्यालय में स्टेम सेल बायोलॉजी के प्रोफेसर, क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के प्रोफेसर ने कहा: “शराब पीने वालों को सावधान रहना चाहिए क्योकि हमारे अंगों और ऊतकों में से अधिकांश स्टेम कोशिकाएं हैं, जो की अमर कोशिकाएं है और जो पुरानी उम्र के माध्यम से खो जाने वाली कोशिकाओं की भरपाई करती हैं इसलिए इनको नुकसान होने से बचना बहुत जरुरी है
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