Dry Mouth Home Remedies In Hindi: मुंह सूखने की समस्या मुंह में पर्याप्त लार न बनने वाली स्थिति होती है। शुष्क मुंह होना कई बीमारियों के प्रारंभिक लक्षणों में से एक है। बहुत से स्वास्थ्य कारणों से मुंह में लार का उत्पादन कम हो जाता है। हालांकि इस प्रकार की समस्या विशेष रूप से वृद्ध व्यक्तियों के लिए बहुत ही आम है। बहुत से लोगों में मुंह सूखने का कारण कुछ प्रकार की दवाएं भी होती है। हालांकि मुंह सूखने संबंधी समस्या कुछ अंतर्निहित कारणों से भी हो सकती है। आज इस आर्टिकल में आप मुंह सूखने की समस्या के लिए घरेलू उपाय जानेगें। आइए जाने मुंह सूखना क्या है।
हमारे मुंह में पर्याप्त लार का उत्पादन न होना ही मुंह सूखने की समस्या है। इसे जेरोस्टोमिया (xerostomia) के नाम से भी जाना जाता है। जब हमारे मुंह में मौजूद लार ग्रंथियों की कार्य क्षमता कम हो जाती हैं तो वे लार का उत्पादन कम कर देती हैं। जिसके पिरणाम स्वरूप पाचन के लिए लाभदायक लार नहीं बन पाता है। जिससे मुंह में सूखापन या मुंह का चिपकना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मुंह का शुष्क होना हाइपोसैलिशन के रूप में भी जाना जाता है। यह कई प्रकार की स्वास्थ्य का कारण बन सकता है। हालांकि मुंह सूखने की समस्या के लिए घरेलू उपाय भी होते हैं जिन्हें अपनाकर आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। आइए जाने मुंह सूखने का कारण क्या है। (1)
मुंह सूखना लार ग्रंथियों के शिथिलता या इनके सिकुड़ने का प्रमुख कारण होता है। हालांकि लार ग्रंथियों के शिथिल होने के बहुत से कारण होते हैं। जिसके कारण हमारे मुंह में लार उत्पादन प्रभावित होता है। आइए जाने मुंह सूखने के क्या हैं जो आपके स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। (2)
कुछ दवाओं का सेवन आपके मुंह को शुष्क कर सकता है। बहुत सी दवाएं जो तनाव, अवसाद, उच्च रक्तचाप आदि का इलाज करने के लिए ली जाती हैं। इन दवाओं के प्रभाव के कारण मुंह में शुष्कता या मुंह सूखना जैसे लक्षण होने की संभावना बढ़ जाती है। इन दवाओं का रासायनिक प्रभाव लार ग्रंथियों को प्रभावित कर सकता है।
हमारे शरीर की कार्य क्षमता उम्र बढ़ने के साथ ही धीरे-धीरे कम होने लगती है। इसके साथ ही इस स्थिति में दवओं का सेवन, शारीरिक स्वास्थ्य और उम्र बढ़ने के कारण होने वाली कमजोरी मुंह सूखने की समस्या का कारण बन जाती है। यह स्थिति अक्सर अधिक उम्र या वृद्ध लोगों को होती है।
सिर या गर्दन के आस-पास गंभीर चोट लगने से तंत्रिका क्षति की संभावना बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में मुंह में लार का उत्पादन कम हो जाता है। क्योंकि लार ग्रंथियों को मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसके अलावा मुंह सूखने संबंधी समस्या उन लोगों को भी हो सकती है जिन्हों ने हाल ही में सिर के आस-पास सर्जरी कराई है।
धूम्रपान करना मुंह सूखने का प्रमुख कारण नहीं होता है। हां लेकिन अधिक मात्रा में धूम्रपान करना मुंह सूखने के लक्षणों को बढ़ा सकता है। क्योंकि धूम्रपान के दौरान होने वाली विषाक्तता मुंह में लार ग्रंथियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
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तनाव और चिंता दोनों ही आपके मस्तिष्क स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। जिसके कारण मस्तिष्क की उन तंत्रिकाओं को नुकसान हो सकता है जो लार ग्रंथियों को उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्तेजित करती हैं। यह भी मुंह सूखने का प्रमुख कारण बन सकता है।
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अन्य स्वास्थ्य स्थितियां जैसे बुखार या मधुमेह के परिणाम स्वरूप भी मुंह सूखना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा मुंह का शुष्क होना एड्स और अल्जाइमर जैसी कई बीमारियों का एक दुष्प्रभाव है। थायराइड रोगी के लिए मुंह सूखना आम लक्षणों में से एक है।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। जिसके कारण कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मधुमेह संबंधी समस्या भी हो सकती है। जो कि अक्सर मुंह के सूखापन संबंधी लक्षणों को बढ़ा सकता है।
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बहुत से लोग रात में अपना मुंह खोल कर सोते हैं और नींद में मुंह से सांस लेते हैं। मुंह के माध्यम से सांस लेना जीभ और मुंह सूखने का एक और कारण है। विशेष रूप से ऐसा रात में सोने के दौरान होता है। जिसके कारण लोगों को सुबह के समय गले की खराश जैसी स्थितियों का भी सामना करना पड़ता है।
किसी भी व्यक्ति के लिए मुंह सूखना जैसी समस्याएं देखने में आम लग सकती हैं। लेकिन वास्तव में यह समस्या अधिक समय तक बनी रहने पर गंभीर हो सकती है। ऊपर आपने मुंह सूखने के कारण क्या हैं संबंधी जानकारी प्राप्त की है। आइए अब मुंह सूखने के लक्षण क्या हैं यह जाने। इन लक्षणों को जानकर आप भी निर्धारित करते सकते हैं कि मुंह सूखने संबंधी समस्या आपको है या नहीं। और यदि है तो यह आपको किस प्रकार से प्रभावित कर सकती है।
मुंह सूखने के लक्षण इस प्रकार हैं :
हालांकि मुंह सूखने के इन सभी लक्षणों को घरेलू उपाय के द्वारा दूर किया जा सकता है।
यदि आप मुंह सूखने की समस्या से परेशान हैं तो आपको घबराने की अवश्यकता नहीं है। क्योंकि शुष्क मुंह का इलाज कुछ घरेलू उपाय से किया जा सकता है। यदि इस प्रकार की समस्या कुछ ही दिनों से है तो यह आम है। लेकिन समय बीतने के साथ इस समस्या का बना रहना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। आप भी यहां बताये जा रहे घरेलू उपाय को अपनाकर मुंह सूखने का इलाज घर पर ही कर सकते हैं। आइए जाने मुंह सूखने के घरेलू उपाय क्या हैं। (4)
लंबे समय तक मुंह का शुष्क बना रहना कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। क्योंकि मुंह सूखने के लक्षण सबसे पहले आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन इस समस्या से बचने के लिए आप अदरक का उपयोग कर सकते हैं। अदरक में बहुत से औषधीय गुण होते हैं। इसके अलावा अदरक में जिंजरोल (gingerol) नामक एक बायोएक्टिव सक्रिय घटक होता है। जिसके कारण अदरक का सेवन हमारे लार उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होता है। साथ ही अदरक का उपयोग आपके मुंह संबंधी अन्य समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर कर सकता है। (5)
मुंह की शुष्कता दूर करने के लिए आपको 1 अदरक का टुकड़ा, 1 कप पानी और शहद की आवश्यकता होती है।
आप अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और इसे 1 कप पानी में डालकर उबालें। इस अदरक की चाय को अधिक औषधीय और स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें स्वादानुसार शहद मिलाएं। इस चाय का सेवन करने से मुंह सूखने के लक्षणों को कम किया जा सकता है। आप विकल्प के रूप में अदरक के टुकड़ों को भी चबा सकते हैं। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप दिन में 2 से 3 बार अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं।
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सिल्परी एल्म (Slippery Elm) एक औषधीय पेड़ है जिसकी छाल का उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। इस पेड़ की छाल में एक प्रकार का बलगम होता है जो पेट के आंतरिक हिस्सों को कोट करता है साथ ही पेट, गले, मुंह और आंतों को नमीयुक्त बनाए रखता है। इन गुणों के कारण ही यह पाचन और पेट की सूजन संबंधी समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है। आप अपने मुंह को सूखने से बचाने के लिए भी सिल्परी एल्म की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मुंह की शुष्कता दूर करने के लिए आपको ½ छोटा चम्मच सिल्परी एल्म छाल के पाउडर की आवश्यकता है। आप इस पाउडर में पानी की कुछ बूंदें मिलाएं और इस पेस्ट को अपने मुंह के अदंर लगाएं। कुछ देर के बाद आप अपने मुंह को कुल्ला कर लें। विकल्प के रूप में आप सिल्परी एल्म की छाल से बनी चाय का भी सेवन कर सकते हैं। (6)
लाल मिर्च को वैज्ञानिक रूप से कैप्सिकम एनम्युन (Capsicum annuum) के नाम से जाना जाता है। लाल मिर्च अपने पाचन गुणों और विषाक्तता को दूर करने के कारण बहुत ही लोकप्रिय है। लाल मिर्च में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो शुष्क मुंह के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। शुष्क मुंह का उपचार करने के लिए आप 1 चुटकी लाल मिर्च पाउडर लें और उंगली की मदद से अपनी जीभ पर रगड़ें। शुष्क मुंह से ग्रसित रोगी को दिन में 2 से 3 बार इस विधि को अपना चाहिए। (7)
दही में बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थ उच्च मात्रा में होते हैं। दही में वैसलीन के समान ही मॉइस्चराइजिंग और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण यह मुंह सूखना जैसी समस्या का प्रभावी इलाज कर सकता है। शुष्क मुंह का इलाज करने के लिए आपको 1 कटोरी दही की आवश्यकता है। आप अपने मुंह में म्यूकोसा (mucosa) के ऊपर एक पतली परत बनाने के लिए रोजाना दही का सेवन करें। ऐसा आप दिन में 2 से 3 बार करें यह आपके मुंह में लार ग्रंथियों को सक्रिय करने में सहायक होता है। (8)
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वेसिलीन मुख्य रूप से पेट्रोलियम जेली है जिसका उपयोग घावों का उचार करने के लिए किया जाता है। यह त्वचा में नमी को बनाए रखने में सहायक होती है। लेकिन आप सूखे मुंह के घरेलू उपाय के लिए भी वेसिलीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने मसूड़ों में वैसिलीन की पतली परत लगाएं। अच्छे परिणाम पाने के लिए आप रात में सोने से पहले इसका उपयोग करें। (9)
सेब के सिरका में एसिटिक एसिड मुख्य घटक होता है। सेब के सिरका में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं जो मुंह के सूखापन का इलाज करने में सहायक होते हैं। यदि आप भी शुष्क मुंह संबंधी लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं तो सेब के सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 गिलास पानी में 1 छोटा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और इसका सेवन करें। उचित परिणाम प्राप्त करने के लिए आप इस उपाय को दिन में 2 से 3 बार दोहरा सकते हैं। (10)
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अजमोद एक खाद्य जड़ी बूटी है जो विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके साथ ही कैल्शियम और आयरन उच्च मात्रा में होते हैं। इस कारण से अजमोद को प्रभावी माउथ फ्रेशनर के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह मुंह की शुष्कता और बदबू दोनों को दूर करने में सहायक होता है। इसके लिए आप 1 मुट्ठी अजमोद के पत्ते लें और इसे चबाएं। नियमित रूप से दिन में 1 से 2 बार और विशेष रूप से भोजन के बाद अजमोद की पत्तियों का सेवन करने से अधिक लाभ मिलता है। (11)
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आजवाइन एक औषधीय उत्पाद है जिसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। अजवाइन विटामिन सी से भरपूर होता है साथ ही इसमें कई फायदेमंद एंजाइम भी होते हैं। अजवाइन में पानी बरकरार रखने और मुंह में नमी बनाए रखने की क्षमता होती है। इसके लिए आप अजवाइन के बीजों के साथ ही अजवाइन पौधे के पत्ते और तनों का भी उपयोग कर सकते हैं। आप अजवाइन के पौधे के तनों को लें और इसे दिन में कई बार चबाएं। (12)
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रोजमैरी के पत्तों में सौंफ के बीजों की तरह सुगंध होती है। साथ ही इसमें एंटीसेप्टिक और सुखदायक गुण भी होते हैं। जो कि शुष्क मुंह के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। मुंह सूखना संबंधी समस्या का इलाज करने की दवा के रूप में रोजमैरी के पत्तों का उपयोग किया जा सकता है। आप 1 गिलास पानी लें और इसमें 10 से 12 रोजमैरी के पत्तों को पूरी रात के लिए छोड़ दें। अगली सुबह इस पानी का उपयोग कुल्ला करने के लिए उपयोग करें। नियमित रूप से प्रतिदिन इस उपाय को करने से आपको मुंह के सूखने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। (13)
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सौंफ का उपयोग प्राचीन समय से ही कई बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक औषधी के रूप में उपयोग किया जा रहा है। बहुत से लोग उचित पाचन और भूख संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए सौंफ का इसतेमाल करते हैं। लेकिन नियमित रूप से सौंफ का सेवन करना मुंह सूखने जैसे लक्षणों को कम कर सकता है। यदि आप भी शुष्क मुंह संबंधी समस्या से परेशान हैं तो अपने दैनिक दिनचर्या में सौंफ का उपयोग करें। आप 1 चम्मच सौंफ को प्रतिदिन भोजन के बाद नियमित रूप से सेवन करें। (14)
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एलोवेरा को सबसे अच्छा सौंदर्य उत्पाद माना जाता है। लेकिन यह कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी लाभकारी होता है। नियमित उपभोग करने से यह लार ग्रंथियों के कामकाज को बेहतर बनाने और लार उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होता है।
इसके लिए आपको ¼ कप ताजा एलोवेरा जूस की आवश्यकता होती है। आप इस एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं या फिर इससे कुल्ला भी कर सकते हैं। विकल्प के रूप में आप कपास की रूई को एलोवेरा जेल में भिगोंए और समान रूप से अपने मुंह के अंदर लगाएं। कुछ मिनिट रूकने के बाद आप अपने मुंह को अच्छी तरह से कुल्ला कर लें। आप रोजाना दिन में 1 बार एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते हैं। यदि आप एलोवेरा जेल को अपने मुंह के आंतरिक हिस्सों में लगाते हैं तो आपको दिन में 2 से 3 बार एलोवेरा जेल का उपयोग करना चाहिए। (15)
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ग्रीन टी भी अदरक की चाय के समान ही मुंह सूखने का इलाज कर सकती है। ग्रीन टी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो आपके मुंह की अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा आपके मुंह में लार के उत्पादन को बढ़ाने के लिए ग्रीन टी सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। आप अपने शुष्क मुंह का उपचार करने के लिए 1 कप पानी, 1 चम्मच ग्रीन टी की पत्ती और शहद का उपयोग करें।
आप 1 कप पानी को उबालें और इसमें ग्रीन टी की पत्तियों को छोड़े। लगभग 5 मिनिट के बाद ग्रीन टी की पत्तियों को छान कर अलग करें और इस मिश्रण में स्वादानुसार शहद मिलाएं। इस मिश्रण का सेवन करने से आपको मुंह की शुष्कता संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। (16)
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मुंह का सूखना हमारी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का परिणाम होता है। लेकिन हमारी कुछ गलत आदतें भी शुष्क मुंह के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं। इसलिए मुंह सूखने संबंधी समस्या से बचने के लिए कुछ टिप्स बताए जा रहे हैं। जिनहें अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप मुंह को सूखने से बचा सकते हैं।
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