Make Threading At Home In Hindi थ्रेडिंग बालों को हटाने का एक तरीका है जिसका उपयोग ज्यादातर भौहों, होठ के ऊपरी और निचले हिस्सों, ठोड़ी और गाल पर किया जाता है। इसका थ्रेडिंग नाम कपास के धागों से लिया गया है जिसे मोड़कर बालों को खींचकर जड़सहित बाहर निकाला जाता है इस लेख में आप जानेगी थ्रेडिंग क्या है, थ्रेडिंग बनाने का तरीका और आईब्रो बनाने से होने वाली परेशानियों के घरेलू उपाय के बारे में।
हर महिला अपनी खूबसूरती निखारना चाहती है। इसके लिए व महंगे से महंगा ट्रीटमेंट लेने से भी नहीं चूंकती। कभी फेशियल, कभी क्लीनअप और भी बहुत कुछ। इन ब्यूटी ट्रीटमेंट में एक ट्रीटमेंट है थ्रेडिंग, जो आमतौर पर हर महिला कराती है। हर ब्यूटी पार्लर में ये ट्रीटमेंट आसानी से मिल जाता है और ज्यादा महंगा भी नहीं होता। हालांकि बड़े शहरों में थ्रेडिंग ट्रीटमेंट के चार्जेस में अंतर हो सकता है, फिर भी ये ऐसा ट्रीटमेंट है जो हर महिला के बजट में है। यही वजह है कि दो हफ्ते में महिलाएं थ्रेडिंग जरूर कराती हैं। अब सवाल है कि आखिर ये थ्रेडिंग है क्या।
विषय सूची
- थ्रेडिंग क्या है – What is Threading in Hindi
- थ्रेडिंग का कोई साइड इफेक्ट नहीं – Threading Has No Side Effect in Hindi
- फुल फेस थ्रेडिंग है खतरनाक – Full Face Threading Is Harmful in Hindi
- थ्रेडिंग वैक्सिंग से ज्यादा बेहतर है – Threading Waxing Se Jyada Behtar Hai in Hindi
- घर बैठे थ्रेडिंग बनाने का तरीका हिंदी में – Simple Way to Make Threading at Home in Hindi
- चेहरे के आकार के अनुसार चुनें आईब्रो का आकार – Choose Your Eyebrow Shape According to Your Face in Hindi
- थ्रेडिंग बनाने (आइब्रो बनाना) से पहले ध्यान रखने वाली बातें – Tips Keep In Mind Before Threading in Hindi
- आईब्रो थ्रेडिंग के बाद जरूर अपनाएं स्किन केयर टिप्स – Apply Skin Care Tips After Threading in Hindi
- थ्रेडिंग बनाने के बाद रेडनेस से बचने का उपाय है आइसक्यूब्स – Redness Se Bachne Ka Ilaj Hai Icecubes in hindi
- आइब्रो बनाने के बाद ब्लीच का इस्तेमाल होता है खतरनाक – Threading Ke Baad Bleach Ka Use Hai Khatarnak in Hindi
थ्रेडिंग क्या है – What is Threading in Hindi
दरअसल, थ्रेडिंग शरीर से अनचाहे बालों को हटाने का एक तरीका है। खासतौर से यह आइब्रो को शेप देने का एक तरीका है। इसमें आइब्रो पर अनचाहे बालों को हटाया जाता है और इसे सुंदर शेप दिया जाता है, वो भी कॉटन के धागे से। वैसे थ्रेडिंग बाल हटाने की पुरानी तकनीक है जो ईस्टर्न कल्चर का हिस्सा रही है। अच्छी बात ये है कि आज मॉर्डन टेक्नीक्स के जमाने में भी ये प्राचीन तकनीक महिलाओं की पहली पसंद है। बता दें कि ईरान, भारत और मिडिल एशिया में थ्रेडिंग काफी पॉपुलर है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं थ्रेडिंग से जुड़ी कई ऐसी बातें, जो शायद ही आपको पता हो।
(और पढ़े – आइब्रो को घना करने के लिए घरेलू उपाय…)
थ्रेडिंग का कोई साइड इफेक्ट नहीं – Threading Has No Side Effect in Hindi
थ्रेडिंग एक ऐसा हेयर रिमूवल ट्रीटमेंट है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। आजकल लोग थ्रेडिंग के अलावा वैक्सिंग भी कराने लगे हैं। सैलून में मौजूद वैक्स में कई हानिकारक केमिकल्स पाए जाते हैं, जिसमें रेजिन, कार्सिनोजेनिक पैराबन्स, आर्टिफिशियल फ्रेंगनेंसिस और खतरनाक डाई मौजूद रहती हैं। सेंसिटिव स्किन के लिए ये काफी नुकसानदायक है। इससे कई बार केमिकल बर्न और स्किन डैमेज होने की समस्या पैदा हो सकती है। जबकि थ्रेडिंग में कॉटन के धागे का इस्तेमाल किया जाता है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
(और पढ़े – केमिकल पीलिंग ट्रीटमेंट क्या है कैसे करते है फायदे और नुकसान…)
फुल फेस थ्रेडिंग है खतरनाक – Full Face Threading Is Harmful in Hindi
भले ही थ्रेडिंग वैक्सिंग से बेहतर विकल्प हो, लेकिन ये सच है कि थ्रेडिंग वैक्सिंग की अपेक्षा ज्यादा दर्दनाक होती है। थ्रेडिंग अपरलिप, फोरहेड और आईब्रो की होती है, लेकिन आजकल महिलाएं शौकिया तौर पर फुल फेस थ्रेडिंग कराने लगी हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ये ज्यादा खतरनाक है। पूरे चेहरे की थ्रेडिंग ज्यादा पेनफुल साबित हो सकती है।
(और पढ़े – पार्लर जाने की बजाय घर पर ही करें अपना मेकअप…)
थ्रेडिंग वैक्सिंग से ज्यादा बेहतर है – Threading Waxing Se Jyada Behtar Hai in Hindi
आज के जमाने में महिलाएं बॉडी से अनवॉन्टेड हेयर रिमूव करने के लिए थ्रेडिंग के अलावा वैक्सिंग ट्रीटमेंट लेती हैं। दोनों में ज्यादा कुछ अंतर नहीं है। थ्रेडिंग में जहां धागे की मदद से एक्सपर्ट अनचाहे बालों की छंटाई करते हैं, वहीं वैक्सिंग में वैक्स की मदद से बालों को हटाया जाता है। लेकिन अब सवाल ये है कि दोनों में से बेहतर क्या है। थ्रेडिंग या वैक्सिंग। विशेषज्ञों के अनुसार थ्रेडिंग वैक्सिंग से ज्यादा बेस्ट ऑप्शन है। इसमें खर्चे के साथ पेन भी कम होता है। साथ ही ये किसी भी स्किन पर आराम से सूट होता है।
(और पढ़े – हेयर रिमूवर क्रीम का इस्तेमाल कैसे करें…)
घर बैठे थ्रेडिंग बनाने का तरीका हिंदी में – Simple Way to Make Threading at Home in Hindi
- थ्रेडिंग बनाने का तरीका बड़ा ही आसान है सबसे पहले थ्रेडिंग के लिए आपको अच्छी क्वालिटी के कॉटन के धागे की जरूरत होगी। साथ ही ठंडे पानी की भी।
- आईब्रो बनाने के लिए लगभग 45 सेंमीटर के धागे की जरूरत पड़ती है।
- धागे की एक कोने से गठान बांध लें और लूप तैयार करें। धागे की गांठ को पकड़ने के साथ ही दूसरे हाथ में धागे का दूसरा भाग पकड़े रखें।
- अब आप अपने हाथों को गांठ से अलग 5 से 6 बार घुमाएं। ध्यान रहे कि इस दौरान हाथों का मूवमेंट एकदम सही हो। यानि की जब एक हाथ बंद हो तो दूसरा खुला रहना चाहिए। भौहों के बाल तब ही निकलेंगे, जब आप धागे को बीच में से घुमाएंगे। एक बार अलग बाल हट जाएं, तो इसके बाद आसपास के बालों को कैंची से हटा सकते हैं।
- थ्रेडिंग बनाने के दौरान धागे से तिकौना आकार बनना जरूरी है, तभी ये आपके हर अनचाहे बालों को निकाल सकेगा। भौहों की थ्रेडिंग करते समय एक कोने से दूसरी तरफ जाना चाहिए। इससे आपकी थ्रेडिंग काफी खूबसूरत और अट्रेक्टिव बनेगी।
(और पढ़े – लेजर हेयर रिमूवल प्रक्रिया फायदे और नुकसान…)
चेहरे के आकार के अनुसार चुनें आईब्रो का आकार – Choose Your Eyebrow Shape According to Your Face in Hindi
- राउंड शेप– अगर आपका चेहरा गोल है तो अपनी भौहों का आकार ऊंचा रखें। इससे आपका चेहरा कम भरा हुआ दिखेगा।
- चौकोर शेप– अगर चेहरा चौकोर है, तो भौहों को थोड़ा मोटा और कर्ल रखें।
- ओवल शेप– अंडाकार चेहरे की खासियत यह है कि इस पर हर तरह का आईब्रो शेप जंचता है। ऐसे चेहरे वाली महिलाओं को आइब्रो थोड़ी नुकीली और मोटी रखनी चाहिए।
- लांग शेप फेस– चेहरे को छोटा दिखाने के लिए ऐसे लोगों को बौहें सपाट रखनी चाहिए। इससे चेहरा छोटा नजर आने लगता है।
- हार्ट शेप फेस– अगर आपका चेहरा हार्ट के आकार का है, तो आप पर गोलाकार थ्रेडिंग अच्छी लगेगी। आईब्रो के शेप को लेकर कोई भी फैसला लेने से पहले एक बार अपने ब्यूटी एक्सपर्ट से सलाह जरूर ले लें।
थ्रेडिंग बनाने (आइब्रो बनाना) से पहले ध्यान रखने वाली बातें – Tips Keep In Mind Before Threading in Hindi
अपनी आईब्रो को आकर्षक आकार देने के लिए महिलाओं को हफ्ते दो हफ्ते में पार्लर जाना ही पड़ता है, लेकिन अगर आप चाहें तो घर बैठे ही थ्रेडिंग कर सकती हैं। बस इसके लिए आपको कुछ टिप्स को अपनाना होगा।
- अगर आप खुद अपनी आइब्रो घर बैठकर बनाना चाहती हैं तो आपको सबसे पहले अपनी आइब्रो का शेप तय करना होगा। वैसे तो इसके लिए आपको थ्रेडिंग की थोड़ी जानकारी होना जरूरी है, पर अगर आप इसके बारे में थोड़ा भी जानते हैं तो व्हाइट आईलाइनर की मदद से आइब्रो का शेप बना सकती हैं और फिर अनचाहे बालों को हटाना शुरू कर सकती हैं।
- घर पर थ्रेडिंग करने के लिए जरूरी है कि ट्वीजर अच्छी क्वालिटी का हो। अगर किसी भी तरह इसकी क्वालिटी से समझौता किया, तो कम की जगह ज्यादा बाल खिंच सकते हैं। जिससे बाद में दर्द और दाग पैदा होने की समस्या बढ़ जाती है।
- आइब्रो को बेहतर आकार देना चाहती हैं, तो बोहों के ऊपर और नीचे दोनों जगह के अनचाहे बालों को पहले हटा लें।
- कई बार आईब्रो बनाने के बाद इनके बीच में कुछ खाली जगह रह जाती है, जो बहुत ही अजीब लगता है। इस जगह को भरने के लिए आप चाहें तो पेंसिल या मूस का उपयोग कर सकती हैं।
- थ्रेडिंग बनाने के बाद अक्सर महिलाएं मिरर के पास आकर इसका शेप देखती हैं, जो कि गलत है। इससे आपको अपनी आईब्रो का सही शेप समझ नहीं आता। इसकी असली स्थिति आपको दूर से देखने पर ही पता चलेगी।
(और पढ़े – छोटी आंखों को खूबसूरत दिखाने के लिए आईमेकअप टिप्स…)
आईब्रो थ्रेडिंग के बाद जरूर अपनाएं स्किन केयर टिप्स – Apply Skin Care Tips After Threading in Hindi
कौन कहता है कि थ्रेडिंग कराने या आइब्रो बनाने के बाद काम खत्म हो जाता है। बल्कि सच तो ये है कि इसे कराने के बाद स्किन की केयर करना और भी जरूरी हो जाता है। अगर आपने ऐसा नहीं किया, तो कहीं आप अपनी ही स्किन के साथ खिलवाड़ न कर बैठें। इसलिए हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे स्किन केयर टिप्स जो आपको आफ्टर थ्रेडिंग अपनाने चाहिए।
थ्रेडिंग के तुंरत बाद आपको किसी भी तरह का फेशियल करने से बचना चाहिए। इससे आपको जलन और रेडनेस की समस्या उभर सकती है।
साथ ही थ्रेडिंग बनाने के तुरंत बाद थ्रेडिड एरिया को हाथों से बार-बार नहीं छूना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि थ्रेडिंग आपकी त्वचा के छिद्रों को खोलती है, जब आप उसी जगह पर बार-बार हाथ लगाते हैं, तो गंदगी और कुछ डस्ट पार्टिकल्स छिद्र में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे इंफेक्शन का रिस्क बढ़ जाता है।
(और पढ़े – दमकती और चमकती स्किन के लिए शहनाज हुसैन के ब्यूटी टिप्स…)
थ्रेडिंग बनाने के बाद रेडनेस से बचने का उपाय है आइसक्यूब्स – Redness Se Bachne Ka Ilaj Hai Icecubes in Hindi
ब्यूटी एक्सपट्र्स का मानना है कि थ्रेडिंग बनाने के बाद चेहरे पर किसी तरह की एक्सफोलिएटिंग क्रीम न लगाएं। अगर थ्रेडिंग बनाने के बाद कुछ हिस्सों पर लालपन आ भी गया है, तो इसे दूर करने के लिए आप आईसक्यूब्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे ठंडक मिलती है साथ ही रेडनेस और जलन भी कम हो जाती है।
(और पढ़े – चेहरे पर बर्फ लगाने के फायदे…)
आइब्रो बनाने के बाद ब्लीच का इस्तेमाल होता है खतरनाक – Threading Ke Baad Bleach Ka Use Hai Khatarnak in Hindi
कई ब्यूटी एक्सपट्र्स की राय है कि थ्रेडिंग कराने के एक घंटे बाद तक किसी भी तरह की ब्लीच का इस्तेमाल न करें। इससे चेहरे पर खुजली और इरीटेशन हो सकता है। खासतौर पर अगर आपने थ्रेडिंग के बाद हीट वैपर फेशियल ट्रीटमेंट बुक किया है, तो इसे एक दिन बाद कराएं, वरना आपकी स्किन डैमेज होने की संभावना बढ़ सकती है।
(और पढ़े – घर पर ब्लीच करने का तरीका, घरेलू ब्लीच कैसे करें…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Leave a Comment