फल और सब्जी खरीदना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन सही और फ्रेश सब्जी या फल खरीदना बेहद चुनौतीभरा है। अक्सर लोग मार्केट से सब्जी व फल बहुत जांच परख कर खरीदते हैं, बावजूद इसके ये अंदर से खराब निकल ही जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि लोगों को सब्जी और फल खरीदने के तरीकों के बारे में नहीं पता। ऐसा ज्यादातर उन लोगों के साथ होता है, जो स्टूडेंट हैं या घर से बाहर कहीं दूर रह रहे हैं। ऐसे लोगों को सब्जी या फल खरीदने का मौका बहुत कम मिलता है। अगर आप भी घर से बाहर रह रहे हैं या पहली बार सब्जी और फल लेने जा रहे हैं, तो ये फ्रेश हैं या नहीं और इन्हें चुनने का सही तरीका आपको जरूर पता होना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप ताजी और पकी हुई सब्जियां एवं फल खरीद सकते हैं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि हमेशा ताजे फल खरीदने चाहिए। ताजे फल आपको अच्छा स्वाद ही नहीं, बल्कि आपको अच्छी सेहत भी देते हैं। इसलिए हमेशा ऐसे फल खरीदें, जिन पर दाग धब्बे न हों, पके हों, झुर्रियां न हों और रंग में भी अच्छे दिखते हों। लोग अक्सर आनन फानन में सड़ी गली और बासी सब्जियों का चुनाव कर लेते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। आलू जैसी सब्जियां अगर बासी खाई जाएं, तो इसमें मौजूद विषाक्त पदार्थ शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, वहीं चीकू में टैनिन और लैटेक्स जैसे घटक होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माने जाते हैं। ऐसे और भी कई फल और सब्जियां हैं, जिन्हें अगर बासा खाया जाएं, तो हमारी सेहत बिगड़ सकती है। अगर आप इन्हें खरीदने का सही तरीका नहीं जानते, तो चिंता की कोई बात नहीं है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ताजी सब्जियों के गुण बताएंगे, साथ ही यह भी बताएंगे, कि आप किस तरह ताजे फल और सब्जियां खरीद सकते हैं।
विषय सूची
1. फल और सब्जी खरीदने का सही तरीका – How to Buy fruits and vegetables in Hindi
2. फल खरीदने का सही तरीका – Fal kharidne ka sahi tarika in hindi
3. सब्जी खरीदने का सही तरीका – Sabji kharidne ka sahi tarika in hindi
4. ताजा सब्जियों की पहचान कैसे करें – How to select fresh vegetables in Hindi
5. ताजे फलों की पहचान करने का तरीका – How to check the quality of fresh fruits in Hindi
6. फल और सब्जी खरीदने के टिप्स – Tips for buying fresh fruits and vegetables in Hindi
सब्जी हो या फल ये आपकी सेहत तभी बनाते हैं, जब ये ताजा और अच्छे हों। सब्जी और फलों में कई ऐसे विटामिन, मिनरल्स होते हैं, जो आपको तमाम रोगों से बचाते हुए आपको स्वस्थ रखते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आपको सब्जी और फल खरीदने का सही तरीका मालूम हो। नीचे हम आपको सभी सब्जी और फलों को खरीदने के ऐसे कई आवश्यक तरीके बता रहे हैं, जो आपको अच्छी सब्जी खरीदने में बड़े काम आएंगे।
भले ही आप सब्जी मंडी या मार्केट से कितने भी फल क्यों न खरीदते हों, लेकिन जब तक आपको इन्हें खरीदने का सही तरीका न पता हो, तो आप इन्हें लंबे समय तक ताजा नहीं रख सकते। फल आपकी सेहत बनाते हैं, लेकिन खराब फल खाने से आपकी सेहत बिगड़ भी सकती है। कुछ फल ऐसे होते हैं, जिन्हें ज्यादा दिनों तक स्टोर करके नहीं रखा जा सकता। इसलिए फल खरीदने में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। नीचे हम आपको फल खरीदने का सही तरीका बता रहे हैं।
सेब- अगर आप सेब की चमक देखकर इसे खरीदते हैं, तो ऐसी गलती दोबारा ना करें। क्योंकि जिस सेब की चमक देखकर आप इतने खुश हो रहे हैं, दरअसल वह केमिकल की परत चढ़ा सेब है। इसलिए जब भी ज्यादा लाल या ऊपर से चमकदार सेब खरीदें, तो इसके छिलके को ऊपर से रगड़कर देखें, आपको समझ आ जाएगा कि सेब सही है या नहीं। अक्सर ऐसे सेब बाहर से चमकदार और भीतर से सड़े हुए निकलते हैं।
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केला- केला एक ऐसा फल है, जिसे हर कोई बहुत ध्यान से खरीदता है। फिर भी कई बार ये भीतर से खराब निकल जाता है। इन दिनों मार्केट में इंजेक्शन वाले केले मिल रहे हैं, जिससे केला रातों रात पक जाता है। इसलिए केला खरीदते समय हमेशा ध्यान रखें कि वो पिलपिला और दाग धब्बे वाला ना हो। केले से अगर खुशबू आए, तो यह अच्छा माना जाता है।
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आम- वैसे तो गर्मियों में खूब बिकने वाले बिकने वाले आम के छिलके को देखकर ही लोग इसे खरीदते हैं। लेकिन फिर भी अंदर से यह मीठा है या फीका इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। ऐसे में आपको आम खरीदते वक्त इसे परखने का तरीका पता हो, तो आप ठगकर नहीं आएंगे। आमों की खरीददारी करते समय ध्यान रखें कि जिस आम पर काले दाग धब्बे हों या जो थोड़ा भी पिलपिला दिखे, उसे ना खरीदें।
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तरबूज- ज्यादातर लोगों की मानसिकता होती है, कि तरबूज जितना लाल होगा उतना ही अच्छा होगा। इसी वजह से तरबूज के लाल रंग को देखकर लोग धोखा खा जाते हैं। तरबूत खरीदते समय हमेशा ध्यान रखें कि, जो तरबूज भारी है, वो अच्छा होगा और जो वजन में हल्का है, वह भीतर से खराब या फीका भी निकल सकता है। इतना ही नहीं, बल्कि तरबूज पर हाथ मारकर भी आप देख सकते हैं कि अंदर से यह सही है या नहीं। तरबूज के अंदर से अगर खोखली आवाज आ रही है तो वो तरबूज न खरीदें।
(और पढ़ें – तरबूज खाने के फायदे और नुकसान)
अंगूर- ये तो आप अच्छे से जानते हैं कि अंगूर स्वास्थ्य के लिए कितने फायदेमंद है, इसलिए इन्हें खरीदते वक्त बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप हरे अंगूर खरीद रहे हैं, तो देखें कि जिन अंगूर का रंग गोल्डन ग्रीन है, वह ज्यादा स्वादिष्ट और मीठे होंगे। काले अंगूर खरीदते समय ध्यान दें कि इनका रंग जितना ज्यादा गहरा होगा, यह उतने ही अच्छे होंगे।
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खट्टे फल- नींबू, संतरे और अंगूर जैसे खट्टे फलों पर कोई धब्बे न हों, तो यह अच्छे होते हैं। हां, इन खट्टे फलों पर हरे रंग के दाग धब्बे भी ठीक होते हैं।
पपीता- पपीता खरीदते वक्त भी कई बार धोखा हो जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोगों को इसे खरीदने का सही तरीका पता नहीं होता। पपीता को देखकर ही आप इसके अच्छे होने का अंदाजा लगा सकते हैं। अगर पपीता अपने आकार से ज्यादा वजनदार है, तो आप इसे बेजिझक खरीद सकते हैं। पपीता का वजन इसके आकार से ज्यादा हो, तो पपीता स्वादिष्ट होता है।
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जब आप सब्जी खरीदते हैं, तो कई बार ये खराब निकल जाती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोगों को सब्जी खरीदने का सही तरीका नहीं पता होता। आनन-फानन में ऐसी सब्जी खरीद लेते हैं, जो अंदर से सड़ी हुई या फिर कीड़ेयुक्त निकलती है। ऐसे में पैसे भी बर्बाद होते हैं और आप सब्जी का स्वाद भी नहीं ले पाते। नीचे हम आपको कुछ ऐसी मुख्य सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें खरीदने के समय आपको ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आप नीचे हमारे द्वारा बताए गए सुझावों को ध्यान रखेंगे, तो सब्जी खरीदने में कभी धोखा नहीं खाएंगे।
टमाटर- टमाटर को ज्यादातर सब्जियों के साथ मिलाकर बनाया जाता है। अगर टमाटर खराब निकल जाए, तो सब्जी खराब और बेस्वाद हो जाती है। इसलिए इसे खरीदते वक्त ज्यादा सावधान रहना चाहिए। कभी भी टमाटर का गहरा रंग देखकर प्रभावित नहीं होना चाहिए, क्योंकि ऐसे टमाटर दिखने में भले ही लाल हों, लेकिन ये जल्दी खराब हो जाते हैं। कहने का मतलब ये है कि आप इन्हें ज्यादा दिनों तक स्टोर करके नहीं रख सकते, क्योंकि इनमें रस ज्यादा होता है, इसलिए अगर आपने ऐसे टमाटर खरीद भी लिए हैं, तो इनका उपयोग किसी रसेदार या ग्रेवी वाली सब्जी बनाने के लिए करें।
(और पढ़ें – टमाटर के फायदे और नुकसान)
पत्तागोभी– आजकल पत्तागोभी बहुत खराब आ रहा है। इसके अंदर एक तरह का कीड़ा होने की पुष्टि की गई है, जो दिमाग पर असर करता है। इसलिए कई लोगों ने पत्तागोभी खरीदना ही बंद कर दिया है। फिर भी अगर आप पत्तागोभी खरीद रहे हैं, तो इसे लेकर थोड़ा सावधान रहें। जो पत्तागोभी थोड़ा कुरकुरा और वजन में भारी हो, वही पत्तागोभी खरीदें।
(और पढ़ें – पत्ता गोभी के फायदे और नुकसान)
आलू- आलू कई बार बाहर से तो अच्छा दिखता है, लेकिन अंदर से खराब निकल जाता है। आलू को देखकर भी कई लोग इसके अच्छे होने की पहचान ठीक से नहीं कर पाते। हम आपको बता दें कि, जिस आलू पर झुर्रियां दिख रही हों, उसे भूलकर भी न खरीदें। बल्कि जो आलू प्लेन दिखे, उसे ही खरीदें। ऐसे आलू कभी खराब नहीं निकलते। आलू खरीदते समय इसा बात का भी ध्यान रखें कि इनका आकार आढ़ा टेढ़ा न हो, वरना इन्हें छीलने में बहुत दिक्कत आती है। आलू सूखे होने चाहिए, तो यह काफी दिनों तक सही रहेंगे। इसके लिए हाथ में आलू लेकर देखें, अगर ये गीले या ज्यादा ठंडे हों, तो ऐसे आलू न खरीदें।
(और पढ़ें – आलू के फायदे और नुकसान)
प्याज- प्याज अगर वजन में भारी, कठोर और गहरे रंग की हो, तो यह अच्छी है। जो प्याज अंकुरित हो , ऐसी प्याज खरीदने से बचें।
(और पढ़ें – प्याज के फायदे और नुकसान)
हरी मिर्च- हरी मिर्च चिरपरी है या नहीं, ये समझ नहीं आता। इसके लिए हमेशा पतली, लंबी या गहरे रंग की मिर्च खरीदें। ये मिर्च तीखी होती हैं और लंबे समय तक ताजा भी बनी रहती है। जबकि हल्के रंग की हरी मिर्च कम तीखी और जल्दी खराब होने वाली होती हैं।
(और पढ़ें – हरी मिर्च खाने के फायदे, गुण लाभ और नुकसान)
फूलगोभी- फूलगोभी खरीदते समय अपने हाथों से पत्तों के नीचे देखें। पत्ते के नीचे अगर काले दाग धब्बे हैं, तो इसमें कीड़े होने की संभावना ज्यादा होती है। ज्यादा शक हो तो, फूलगोभी खरीदते समय दुकानदार से फूलगोभी खरीदते समय नीचे का डंठल कटवा लें, तब ही खरीदें। अच्छे फूलगोभी खरीदने का एक तरीका यह भी है कि फूलगोभी के बीच किसी तरह की खाली जगह नहीं होनी चाहिए। बल्कि इसका हर हिस्सा आपस में जुड़ा होना चाहिए।
(और पढ़ें – फूल गोभी के फायदे और नुकसान )
मटर- जब भी मटर खरीदें गीली खरीदें, क्योंकि गीला मटर ज्यादा मीठा और लवणयुक्त होता है। इसके अलावा अगर मटर का वजन ज्यादा है, तो भी ऐसी मटर अच्छी होती हैं। कई बार मटर में इल्लियां निकल आती हैं, इससे बचने के लिए खरीदने से पहले देखें कि, मटर की सारी फलियां भरी ह़ुई दिखें। अगर फलियां भरी हुई नहीं हैं, तो इनमें इल्लियां होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
(और पढ़ें – मटर खाने के फायदे और नुकसान)
जड़ वाली सब्जियां- जड़ वाली सब्जियां जैसे शलजम, गाजर, शकरकंद, चुकंदर का वजन देखकर इनके सही होने का पता लगाया जा सकता है। अगर इन जड़ वाली सब्जियों का वजन ज्यादा है, तो यह अच्छी हैं। अगर आप अच्छी सब्जी खरीदना चाहते हैं, तो देखिए कि इनकी सतह चिकनी हो, झुर्रियों वाली न हो। छोटे आकार वाली जड़ वाली सब्जियां खरीदना ज्यादा अच्छा होता है।
गिलकी- गिलकी हमेशा पतली ही खरीदें। ऐसा इसलिए क्योंकि ये स्वाद में बेहद अच्छी होती हैं। अगर आप मोटी गिलकी लेंगे, तो इन्हें छीलना तो आसान होता है, लेकिन स्वाद में थोड़ी कम स्वादिष्ट होती है और इनमें से पानी भी ज्यादा निकलता है।
लहसुन- लहसुन अगर अंकुरित हो रहा है, तो समझ जाएं कि यह पुराना हो गया है। इसे न खरीदें।
(और पढ़ें – लहसुन के फायदे और नुकसान)
खीरा- खीरे का रंग देखकर ही इसे अच्छे होने का अनुमान लगाया जा सकता है। गहरे रंग का खीरा कड़वा नहीं निकलता। साथ ही अगर खीरे का वजन ज्यादा हो और इस पर झुर्रियां न दिख रही हों, तो इसे तुरंत खरीद लें।
(और पढ़ें – खीरा (ककड़ी) के फायदे गुण लाभ और नुकसान)
सब्जियां खरीदने के दौरान हमें एक बात का खास ख्याल रखना होता है, वो है इसकी फ्रेशनेस। सब्जियां अगर ताजी होंगी, तो इनका स्वाद भी अच्छा होगा और इन्हें आप ज्यादा दिनों तक स्टोर करके भी रख सकेंगे। नीचे हम आपको ताजी सब्जियों के गुण बता रहे हैं। इन गुणों को देखकर इनके ताजा और पुराने होने की पहचान करना आसान हो जाएगा।
हरी मिर्च- ये तो सच है कि हरी मिर्च आपके खाने का स्वाद बढ़ा देती है। अगर ये तीखी न हो और पुरानी हो, तो खाने में तीखापन नहीं आता। ऐसे में आपके द्वारा खरीदी जा रही हरी मिर्च ताजा है या नहीं, ये जानना बहुत जरूरी है। ताजी हरी मिर्च की पहचान करना बेहद आसान है। हरी मिर्च अगर गहरे रंग की हो, तो यह फ्रेश होती है, वहीं इसे आप कई दिनों तक स्टोर करके भी रख सकते हैं। अच्छी बात यह है कि ऐसी हरी मिर्च तीखी होती हैं। अच्छी तो मोटी मिर्च भी होती हैं, लेकिन इन्हें अक्सर तल कर खाया जाता है, क्योंकि ये कम तीखी होती हैं और इनके जल्दी सड़ने की संभावना भी ज्यादा होती है। इसलिए हमेशा गहरे हरे रंग की ताजा हरी मिर्च ही खरीदें।
टमाटर- टमाटर को देखकर आप इसकी ताजगी का अनुमान लगा सकते हैं। साथ ही टमाटर का लाल रंग भी इसकी गुणवत्ता को बताता है। टमाटर दो तरह के होते हैं, एक देसी दूसरा विदेशी। देसी टमाटर हमेशा हल्के नारंगी रंग के ही अच्छे होते हैं, ये अक्सर ताजा होते हैं और इनका स्वाद गहरे लाल रंग के टमाटर से बेहद अच्छा होता है।
आलू- आलू ताजा हैं या नहीं, इसकी पहचान बड़े ही आसान तरीके से की जा सकती है। सब्जी के ठेले पर रखे आलू अगर चमकदार हैं और एक ही आकार में नजर आते हैं, तो यह ताजा हैं। आलू हमेशा ताजे ही खाने चाहिए। अगर ये ताजे या फ्रेश नहीं होंगे, तो इन्हें खाने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए जिन आलूओं पर झुर्रियां नहीं हैं, वो ताजे होते हैं। जिस पर अंकुरित हो, ऐसा आलू न खरीदें, क्योंकि ऐसे आलू बुहत पुराने और कई समय से रखे हुए होते हैं। अंकुरित वाले हिस्से पर जहरीले यौगिक होते हैं, जो आपके शरीर में पहुंचकर नुकसान पहुंचाते हैं।
भिंडी- भिंडी अगर ताजा है, तो यह मुरझाई हुई नहीं होगी। बात अगर स्वाद की करें, तो छोटी और पतली भिंडी बहुत स्वादिष्ट बनती है, जबकि मोटी भिंडी का स्वाद बहुत ज्यादा अच्छा नहीं होता है।
हरी सब्जियां- हरी सब्जियां जैसे पालक मेथी, लौकी, टिंडे को खरीदने से पहले ये ताजा हैं या नहीं, इस बात का ध्यान जरूर रखना पड़ता है। क्योंकि ये बाहर से तो अच्छी दिखती हैं, लेकिन भीतर से इनमें कीड़े निकल आते हैं। अगर हरी सब्जी पर कोई दाग या छेद ना हों, तो यह ताजा है। अगर ऐसा कुछ है भी तो इसका मतलब की यह पुरानी हो चुकी है, क्योंकि इसे कीट या कीड़े खा चुके हैं।
कद्दू- कद्दू हमेशा हल्के पीले रंग का ही खरीदें। यह कम मीठा जरूर होता है, लेकिन ताजा होता है और आप इसे ज्यादा दिन तक भी स्टोर करके रख सकते हैं।
फूलगोभी- फूलगोभी केवल सितंबर से नवंबर के बीच आपको फ्रेश मिलता है। अगर आप ताजा फूलगोभी खरीदना चाहते हैं, तो हमेशा चमकदार और सफेद रंग की फूलगोभी खरीदे। अगर फूलगोभी का रंग पीला है, तो यह पुराना हो सकता है और इसमें कीड़े लगने की संभावना भी ज्यादा होती है।
मटर- मटर का हरा चमकदार रंग इसके ताजा होने की पुष्टि करता है। जबकि कम चमकदार रंग इसके बासी होने के बारे में बताता है।
पत्तेदार सब्जियां- हरी पत्तेदार सब्जियां ताजा ही अच्छी लगती हैं। ताजी हरे पत्तेदार सब्जियों का स्वाद अलग ही मालूम पड़ जाता है। पत्तेदार सब्जियों की जड़ अगर साथ में जुड़ी है, तो यह सब्जी ताजी है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर सब्जी में जड़ है, तो यह और भी समय तक ताजा रह सकती है। यदि इनकी जड़ कटी ह़ुई हो, या काट दी जाए, तो इनके ताजा रहने की गारंटी खत्म हो जाती है।
सब्जियां ही नहीं बल्कि हमेशा फल भी ताजे ही खरीदने चाहिए। नीचे हम आपको कुछ ऐसे फलों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप रोजमर्रा में खरीदते ही होंगे। ये ताजे हैं या नहीं, इस बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ सकते हैं।
सेब- बाजार में सेब कई तरह के मिलते हैं, इनमें ये जानना बेहद मुश्किल हो जाता है कि ताजे सेब कौन से हैं और पुराने कौन से। तो हम आपको बता दें कि ताजे सेब सिर्फ अगस्त से अक्टूबर के मौसम में मिलते हैं। बाकी जो भी सेब आप सालभर खाते हैं, वो कोल्ड स्टोरेज से मार्केट में सप्लाई होते हैं। ऐसे सेब दिखने में तो बेहद सुंदर और गहरे रंग की दिखते हैं, लेकिन जब आप इन्हें काटते हैं, तो ये खराब निकलते हैं। लेकिन फिर भी अगर आप पहली बार मार्केट से सेब खरीद रहे हैं, तो जिस सेब पर दाग धब्बे हों या मुरझाया हुआ देखें, ऐसे सेब न खरीदें, क्योंकि ये ताजा नहीं होते।
केला- केला सालभर बाजार में उपलब्ध रहता है, लेकिन आजकल केलों को भी इंजेक्शन देकर पकाया जा रहा है, जिससे ये नुकसानदायक होते हैं। इसलिए जब भी आप केला खरीदें, तो देख लें कि ये पिलपिले ना हों और इन पर कोई दाग धब्बे भी ना हों। ऐसे केले हमेशा ताजा होते हैं। जिस केले से अच्छी खुशबू आ रही हो, वह ताजा तो होता ही है साथ ही आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत हेल्दी होता है।
आम- आम अक्सर गर्मियों में आते हैं। कहने को तो यह मौसमी फल है, लेकिन इस मौसम में भी सब्जी वाले कुछ ताजा, तो कुछ कोल्ड स्टोरेज से आए आम बेचते हैं, जो पुराने होते हैं। ऐसे में सिर्फ आम का छिलका देखकर ही समझा जा सकता है कि यह ताजा है या नहीं। खासतौर से धब्बे वाले आम फ्रेश नहीं होते, इसलिए ऐसे आमों को खरीदने से बचें।
तरबूज– तरबूज भी मौसमी फल है, जो अप्रैल से जून तक मिलता है। तरबूत का छिलका पीले रंग का होने का मतलब है कि यह ताजा और पका हुआ है।
अंगूर- वैसे तो आजकल हर मौसम में अंगूर खाने को मिल जाते हैं, लेकिन अक्टूबर से जून के महीने तक बाजार में ज्यादातर अंगूर ताजा मिलते हैं। लेकिन फिर भी आप ताजा अंगूर की निशानी जानना चाहते हैं, तो बता दें कि जो अंगूर दिखने में गोल्डन ग्रीन हों, वो ताजा होते हैं। ऐसे अंगूर में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिसे खाने से हमारी सेहत पर अच्छा असर पड़ता है और कई रोग भी दूर होते हैं।
पपीता- पपीते का पीला रंग और इसमें से आ रही खुशबू इसके ताजा होने की पहचान है। इसके अलावा हाथ लगाने पर अगर पपीता पिलपिला लगे या इस पर सफेद दाग धब्बे हों, तो ऐसा पपीता फ्रेश नहीं होता।
फल और सब्जियों का भी मौसम होता है, जिसमें यह काफी फ्रेश मिलते हैं। लेकिन सालभर आप इनकी क्वालिटी पर भरोसा नहीं कर सकते। इसलिए हम आपको ऐसे कुछ खास टिप्स बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप ताजी और अच्छे फल सब्जियां खरीद सकते हैं।
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