Fava Beans Benefits In Hindi फावा बीन्स अर्थात बाकला (क्षेत्रीय नाम) के फायदे बहुत अधिक है, आपने अब तक बहुत सी बीन्स के बारे में सुना होगा, या उन्हें उपयोग किया होगा। लेकिन क्या आपने अभी तक फावा बीन्स (Fava Beans) का उपयोग किया है। यदि नहीं किया है तो इसे उपयोग करके देखें। क्योंकि फावा बीन्स के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएगें। इनमें इतने सारे पोषक तत्व होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। फावा बीन्स को आप अपने नियमित आहार में शामिल करके गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग (Heart Disease) और अवसाद आदि से छुटकारा पा सकते हैं।
आज का लेख उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो लोग फावा बीन्स के फायदे और नुकसान नहीं जानते हैं। आज हम इसी विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा कर रहे हैं। आइये जानें बाकला के फायदे और नुकसान (Fava Beans ke fayde Aur Nuksan in Hindi) के बारे में।
विषय सूची
1. फावा बीन्स क्या हैं – What are the Fava Bean in Hindi
2. फावा बीन्स के पोषक तत्व – Fava Beans Nutrition Facts in Hindi
3. फावा बीन्स के फायदे – Fava Beans ke fayde in Hindi
4. फावा बीन्स के नुकसान – Fava Beans ke Nuksan in Hindi
क्षेत्रीय भाषा में फावा बीन्स को “बाकला” के नाम से जाना जाता है। इसे अन्य नामों जैसे बाइकिया फैब्स (Vicia fabas), फील्ड बीन्स या टिक बीन्स आदि नामों से भी जाना जाता है। इसके नाम के साथ बीन्स शब्द जुड़ने के बावजूद फावा बीन्स मटर परिवार (Pea family) का सदस्य है। इसका उपयोग विशेष रूप से ग्रीष्मकालीन व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता है। फावा बीन्स एक प्रकार ही हरी फलीदार सब्जी है।
इसके पौधे फरवरी और मार्च के महिनों में परिपक्य होते हैं। फावा बीन्स के पौधे छोटे होते हैं इन पौधों की पत्तियों की बगल से फलियां निकलती हैं जो प्रत्येक पौधे में 25 से 50 की संख्या में होती हैं। इन फलियों का आकार मटर की फलियों की तरह होता हैं लेंकिन वे आकार में उनसे बड़ी होती है।
पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होने के कारण फावा बीन्स स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। फावा बीन्स में बहुत सारी मात्रा में फाइबर होता हैं इसके साथ ही इनमें विटामिन K, विटामिन B6, जस्ता, तांबा, लौह, मैग्नीशियम और प्रोटीन की मात्रा कम (Lean Protein) होती है। इसमें फोलेट भी अच्छी मात्रा में होते हैं जो आपके चयापचय (Metabolism), तंत्रिका तंत्र और लाल रक्त कोशिकाओं के लिए फायदेमंद होते हैं।
यह एक मौसमी सब्जी (Seasonal vegetable) है जिसे आप अपने नियमित आहार में शामिल कर बहुत से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। बाकला बीन्स के फायदे गर्भवती महिलाओं के लिए भी होते हैं। साथ ही आप इसका सेवन करके अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं। बाकला के फायदे प्राप्त करने के लिए आप इन्हें पकाकर उपयोग कर सकते हैं या फिर इन्हें बिना पकाए कच्चे (Raw) ही अन्य बीन्स की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। आइऐ जाने फीवा बीन्स के फायदे और नुकसान के बारे में।
शायद आपको पता हो कि पोटेशियम आपके हृदय स्वास्थ्य (Cardiovascular health) के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। बाकला बीन्स में पोटेशियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा मौजूद रहती हैं जो कि फावा बीन्स के फायदे को और बढ़ा देते हैं। यदि नियमित रूप से इनका सेवन किया जाता है तो आपके शरीर के लिए पोटेशियम और मैग्नीशियम के साथ अन्य पोषक तत्वों की जरूरी मात्रा को प्राप्त किया जा सकता है। इन पोषक तत्वों की मौजूदगी आपके रक्तचाप (Blood Pressure) को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। फावा बीन्स का सेवन कर आप अपने शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित कर सकते हैं।
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महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व (Prenatal) स्थिति बहुत ही नाजुक होती है। इस अवस्था में महिलाओं को विशेष रूप से पौष्टिक आहार और पोषक तत्वो की जरूरत होती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की कमी हो सकती है। आप इस कमी को दूर करने के लिए फीवा बीन्स के फायदे प्राप्त कर सकतीं हैं, क्योंकि इनमें कैल्शियम और लौह तत्व (Iron) बहुत अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। गर्भावस्था के दौरान फीवा बीन्स का सेवन करने से कब्ज की समस्या को भी दूर किया जा सकता है। फावा बीन्स में फोलट भी मौजूद होता है जो तंत्रिका तंत्र (Nervous System) को फायदे पहुंचाता है।
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तांबा (Copper) शरीर के सबसे प्रचलित खनिजों में से एक है, हालांकि इसे शरीर द्वारा बनाया नहीं जा सकता है। इसे केवल खाद्य पदार्थों के द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है। ये खनिज (Mineral) आपके शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है। यह आपके शरीर में संक्रमण के प्रभाव को कम करता है। तांबा की मौजूदगी आपके शरीर में हड्डियों की ताकत, शिशु विकास
, ग्लूकोज, कोलेस्ट्रॉल चयापचय (Cholesterol Metabolism) और मस्तिष्क विकास के लिए आवश्यक होता है। फावा बीन्स के फायदे इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोगी होते हैं।(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
यदि आप वजन कम करने का प्रयास कर रहें हैं तो इन प्रयासों के साथ बाकाला दाल को भी शामिल कर सकते हैं। इन्हें वजन कम करने वाले खाद्य पदार्थ के रूप में भी जाना जाता है। बाकला बीन्स में कैलोरी बहुत ही कम मात्रा में होती है लेकिन फाइबर (Dietary Fiber) की अच्छी मात्रा इनमें होती हैं। आप अपना वजन कम करने के लिए बाकला दाल का सेवन कर सकते हैं, 1 कप उबले बीन्स का सेवन करने से आपको 187 कैलोरी, 40 ग्राम प्रोटीन और फाइबर की 36 प्रतिशत मात्रा प्राप्त होती हैं। जो आपका वजन घटाने में सहायक होती हैं।
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मैंगनीज और कैल्शियम की कमी के कारण आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं जिसे ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) कहा जाता है। केवल 1 कप फावा बीन्स का सेवन करने से आपको मैंगनीज की दैनिक जरूरत का 36 प्रतिशत भाग प्राप्त हो सकता है। मैंगनीज (Manganese) का उचित मात्रा में सेवन करने से हडृडीयों के द्रव्यमान में वृद्धि होती है साथ ही यह कैल्शियम की कमी को भी दूर करने में मदद करता है।
हमारे शरीर की हड्डीयों और दांत का 99 प्रतिशत भाग कैल्शियम (Calcium) से बना होता है, जिन्हें मजबूत करने के लिए मैंगनीशियम की आवश्यकता होती है। अध्ययनों से पता चलता है कि कैल्शियम, जस्ता और तांबे के साथ मैंगनीज का सेवन करने से बुजुर्ग व्यक्तियों में रीढ़ की हड्डी के नुकसान (spinal bone loss) को कम किया जा सकता है।
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टिक बीन्स (Tic Beans) या फावा बीन्स का नियमित सेवन करने से आप चिंता और अवसाद से छुटकारा पा सकते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसमें डोपामाइन (Dopamine) नामक एमिनो एसिड होता है जो आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह आपके शरीर में खुशी के कम स्तर को दूर करने में मदद करता है, जो चिंता और अवसाद (Anxiety And Depression) को दूर करने का कारगर तरीका माना जाता है।
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लेवोडोपा (Levodopa) की अच्छी मात्रा फावा बीन्स में मौजूद रहती है। लेवोडोपा एक ऐसा रसायन है जिसे पार्किंसंस रोग में उपयोग की जाने वाली दवाओं में पाया जाता है। इस रसायन की मात्रा फावा बीन्स के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है। ताजा हरी फावा बीन्स के 72 ग्राम मात्रा में 50 मिलीग्राम से 100 मिलीग्राम लेवोडोपा की मात्रा प्राप्त की जा सकती हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि पार्किंसंस रोग (Parkinson’s Disease) के उपचार के लिए दवाओं की अपेक्षा फावा बीन्स का उपयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। जो लोग मानसिक परेशानियों से ग्रसित हैं उनके लिए फावा बीन्स बहुत ही फायदेमंद होती है।
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दिल को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए बाकला बीन्स बहुत ही अच्छे होते हैं। फावा बीन्स में घुलनशील फाइबर (Soluble Fiber) अच्छी मात्रा मे होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। फावा बीन्स में उपस्थित फाइबर सामग्री रक्त शर्करा (Blood sugar) के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। फावा बीन्स का सेवन कर लिपोप्रोटीन या एडीएल जिसे हम खराब कोलेस्ट्रॉल के रूप में जानते हैं उन्हें कम कर हृदय को स्वस्थ्य (Heart healthy) बनाने में मदद करता है।
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लोहे (Iron) की भरपूर मात्रा होने के कारण बाकला बीन्स आवश्यक ऊर्जा प्रदान करने में मदद करते हैं। 1 कप फावा बीन्स का उपयोग करने पर दैनिक जरूरत का लगभग 14 प्रतिशत मात्रा प्राप्त होती है। इसमें उपस्थित लोहा हीमोग्लोबिन के उत्पादन में मदद करती है। यदि आपके शरीर में आयरन की मात्रा कम होती है तो आप थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप आपको एनीमिया (Anemia) हो सकता है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए आप बाकला बीन्स का उपयोग कर सकते हैं।
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अधिक मात्रा में फावा बीन्स का सेवन करने से कुछ नुकसान हो सकते हैं, यदि इनका कम मात्रा में सेवन किया जाता है तो यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। फिर भी इसके कुछ नुकसान भी हैं। आइये जाने फावा बीन्स से होने वाले नुकसान (Fava Beans Side effects in Hindi) के बारे में।
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