Fenugreek In Hindi: मेथी हर घर में सामान्य मसालों की तरह उपयोग की जाने वाली एक आयुर्वेदिक औषधी होती है। मेथी दाना पाचन क्रिया के लिए लाभकारी होता है। मेथी के बीज के पाउडर का प्रयोग बहुत सी बीमारियों को दूर करने के लिए दवाओं को बनाने में पूरक के रूप में किया जाता है।
शुगर (Diabetes), मासिक धर्म (Menstrual cycle), मोटापा, पेट की सूजन जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए यह असरदार होती है। भारत में सदियों से मेथी के पत्ते और दानों को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। इस लेख में आप जानेंगे मेथी के फायदे, गुण, लाभ, उपयोग और नुकसान (Fenugreek In Hindi) के बारे में।
मेथी में बहुत से एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन होते है जो हमारे स्वास्थ्य पर अच्छे प्रभाव के लिए जाने जाते है। मेथी को एक कीट प्रतिरोधक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसमें नाइट्रोजन, और पोटेशियम अच्छी मात्रा में होते है।
इसका प्रयोग पुरूष बांझपन (Male infertility), पुरुष हर्निया माताओं में दूध उत्पादन, रक्त शर्करा के स्तर में कमी, टेस्टोस्टेरोन और पुरुष कामेच्छा में वृधि, और सूजन का इलाज आदि के उपचार में भी किया जाता है। आज के इस लेख में हम आपको मेथी के फायदों (methi ke fayde) के बारे में तो बताएंगे ही। साथ ही मेथी से नुकसान के बारे में भी जानकारी देंगे।
मेथी (वैज्ञानिक नाम Trigonella foenum-graecum) एक पौधा है जो लगभग 2-3 फीट (60–90 सेमी) लंबा होता है। इसमें हरे पत्ते, छोटे सफेद फूल और फली होती है जिसमें छोटे, सुनहरे-भूरे रंग के बीज होते हैं।
मैथी के बीज को भारत में मेथी दाना के नाम से भी जाना जाता है मेथी वर्ष में एक बार फलने बाला औषधीय पौधा है, जिसमें छोटे- छोटे सफेद फूल आते है यह मटर परिवार (Fabaceae) का पेड़ है। मेथी का स्वाद कुछ कड़वा सा होता है जैसे अजवाइन, या जली हुई चीनी के समान।
इसका उपयोग मसालों के रूप में भी किया जाता है। यह सूजन को ठीक करने में मददगार होता है। औद्योगिक रूप से मेथी का उपयोग मेथी अर्क (Extract), साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है। भूमध्य क्षेत्र, दक्षिण यूरोप और पश्चिम एशिया में इसकी खेती बहुतायत में होती है।
हजारों वर्षों से, मेथी का उपयोग त्वचा की समस्याओं और कई अन्य बीमारियों के इलाज के लिए वैकल्पिक और चीनी दवा में किया जाता है। मेथी के बीज और पाउडर का उपयोग कई भारतीय व्यंजनों में भी किया जाता है।
आपको बता दें मैथी और मेथी के तेल में एंटीमाइक्रोबायल, एंटीआक्सीडेंट, एंटीडाइबेटिक और एंटीट्यूमोरिजेनिक (Antimicrobial, Antioxidant, Anti-diabetic and Anti-tumorigenic) गुण होते है। जो कि हमारे स्वास्थ के लिए लाभदायक होते है। यहाँ उन आयुर्वेदिक उपायों पर एक नज़र डालते हैं जो आमतौर पर मेथी दाना का उपयोग करते हैं आइए, अब हम सेहत, त्वचा और बालों के लिए मेथी के फायदे (methi ke fayde) जानते हैं।
मेथी के बीज में एक स्वस्थ पोषण प्रोफ़ाइल होता है, जिसमें फाइबर और खनिजों की अच्छी मात्रा होती है, जिसमें लोहा और मैग्नीशियम शामिल हैं। साबुत मेथी के एक चम्मच (11.1 ग्राम) में 35 कैलोरी और कई पोषक तत्व होते हैं:
मैथी में कई प्रभावकारी गुण होते है उनमें से एक गुण यह है कि यह हमारे मस्तिष्क को स्वस्थ और निरोगी रखता है। यह अल्जाइमर (Alzheimer’s) जिसे हम भूलने की बीमारी भी कहते हैं और पार्किंसंस रोगो के लक्षणों को कम कर उनसे होने वाले नुकसानों से हमारी रक्षा करता है। मेथी बीज के पाउड़र का उपयोग अल्जाइमर रोग के साथ साथ ऑक्सीडेटिव तनाव, सूजन, याददाश्त में कमी (Memory loss) को कम करने में मदद करता है। इन्ही वजह से मेथी हमारे स्वास्थ के लिए फायदेमंद होती है।
शुगर के मरीजों को अक्सर अपनी डाइट में मेथी के दाने शामिल करने के लिए कहा जाता है। मैथी में रक्त शर्करा को कम करने के गुण पाए जाते है। कुछ अध्ययन बताते है कि मैथी के बीजों का सेवन करने से टाईप – 2 डायबिटीज (Type-2 diabetes) वाले लोगों के खून में शुगर का स्तर कम होता है। मेथी के बीजों को प्रतिदिन 5 – 50 ग्राम तक ही खाना चाहिए। मेथी के दाने रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करते हैं और इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर करते हैं। मधुमेह वाले लोगों में मैथी के उपयोग से मूत्र में शर्करा की मात्रा कम हो जाती है।
साक्ष्य रक्त शर्करा नियंत्रण और टाइप 1 और 2 मधुमेह के उपचार में मेथी की भूमिका का समर्थन करते है। एक अध्ययन में, टाइप 1 मधुमेह वाले लोगों ने दोपहर और रात के खाने में 50 ग्राम मेथी के बीज का पाउडर लिया। 10 दिनों के बाद, प्रतिभागियों ने बेहतर रक्त शर्करा के स्तर और कुल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल में कमी का अनुभव किया।
एक अन्य अध्ययन में, बिना मधुमेह वाले लोगों ने मेथी ली। उन्होंने सेवन के 4 घंटे बाद रक्त शर्करा के स्तर में 13.4% की कमी का अनुभव किया। इंसुलिन फ़ंक्शन को बेहतर बनाने में मेथी की भूमिका के कारण ये लाभ हो सकते हैं। मेथी के पाउडर या बीज का उपयोग करके अध्ययन में देखा गया कि यह प्रभाव इसकी उच्च फाइबर सामग्री के कारण हो सकता है।
मेथी के बीज के पाउडर और आंवला के संयोजन से मधुमेह की बीमारी का मुकाबला करने में मदद मिल सकती है। सूखे आंवले का पाउडर, हल्दी और मेथी के बीज के पाउडर को बराबर मात्रा में लें। इस मिश्रण के एक चम्मच को मधुमेह से रहत के लिए दिन में तीन बार पानी के साथ लिया जा सकता है”।
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महिलाओं को मासिक धर्म के समय असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है। मेथी के दाने इससे राहत दिलाने में कारगर काम करते हैं। मेंथी पाउडर का उपयोग मासिक धर्म के तीन दिन पहले से इस्तेमाल किया जाए तो इस प्रकार की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही मासिक धर्म से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
मेथी में एस्ट्रोजेन जैसे गुणों के साथ डायोजजेनिन और इससोफ्लावोन जैसे यौगिक होते है जो मासिक धर्म से जुड़े ऐंठन जैसे लक्षणों को कम करने में मदद करते है। यदि इससे पीडि़त महिला नियमित रूप से मेथी का उपयोग करे तो उसे मासिक धर्म के समय होने वाली पीड़ा को दूर करने में मदद मिल सकती है।
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आप अपने बढ़ते वजन को लेकर परेशान है। यदि ऐसा है तो डरें नहीं क्योंकि आपके लिए वजन कम करने की एक आयुर्वेदिक औषधी के रूप में मैंथी दाना उपलब्ध है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो मेथी आपकी मदद कर सकती है। यह आपके वजन को कम करने में आपके लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकती है।
परिक्षणों से पता चलता है कि मेथी के बीजों का सेवन करने वाले व्यक्तियों में वसा की मात्रा चमत्कारिक ढ़ंग से घटने लगता है। यदि इसका सेवन नियमित रूप से किया जाए तो यह आपके वजन को घटाने में मदद सकता है।
सुबह खाली पेट भीगीं हुई मैथी को खाने से आप अपने वजन को कम कर सकते है। मेथी के दाने शरीर में फैट को जमा नहीं होने देते। मेंथी में उपस्थित घुलनशील फाइबर पेट की सूजन को कम कर सकते है जिससे आपकी भूख दवाने और वजन घटाने में फायदा होता है।
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कोलेस्ट्रोल को कम करने में मेथी अद्वितीय है।शोध के अनुसार मेथी के दानों में कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता है। मेथी के बीजों का सेवन करने से निम्न घनत्व वाला लिपोप्रोटीन (lipoprotein) या खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसलिए यदि स्वस्थ शरीर की इच्छा रखते है तो मैथी को अपने आहार में शामिल करें यह आपके स्वास्थ के लिए लाभकारी होता है।
मैथी आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है। इसमें म्यूसीज (mucilage) होता है यह एक चिपचिपा (gooey) पोषक पदार्थ होता जो आपकी त्वचा को शुष्क होने से बचाता है। मेथी का पेस्ट चेहरे पर लगाने से यह आपके चेहरे के दागो को दूर करता है और आपके रंग को निखारता है। यह सैपोनिन एक्सपोजर (saponin exposure) के बाद त्वचा कोशिकाओं में आई सूजन (swelling) को कम करने में मदद करता है।
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मैथी में बहुत सारे कैरोटीनोइड होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट अणु होते जो शरीर में विटामिन ए के रूप में परिवर्ति होते है। यह त्वचा के घाव भरने के साथ उसके विकास को बढ़ाने में मदद करता है।
जिन्हें कील-मुंहासों की शिकायत है, उन्हें मेथी का उपयोग जरूर करना चाहिए। मुंहासों को खत्म करने में मेथी दाना मददगार साबित हो सकता है। मेथी की चाय के नियमित सेवन से रक्त को शुद्ध करने और संक्रमण को दूर रखने में मदद मिल सकती है। यह त्वचा को स्वस्थ, स्पष्ट और फुंसी मुक्त रखने में मदद कर सकता है। मेथी के पत्तों को किसी दूसरे पेस्ट में मिलाया जा सकता है जिसे प्रभावित जगह पर लगाया जा सकता है। मुँहासे ठीक करने के लिए इसे रात में लगाएं और सुबह धो लें।
मेथी के पेस्ट को स्कैल्प क्लींजर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। “स्कैल्प और बालों पर ताजा मेथी का पेस्ट लगाएँ और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर बिना किसी शैम्पू के पानी से धो लें।” बालों के मास्क में पहुंचने के लिए मेथी के बीज के पाउडर का उपयोग अन्य सामग्रियों के साथ किया जा सकता है जो बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं और बालों के झड़ने से रोक सकते हैं। मेथी के दाने, मुंग की दाल , शिकाकाई , नीबू के छिलके और करी पत्ते को बराबर मात्रा में लें। इसे हेयर क्लींजर की तरह इस्तेमाल करें।
मैथी हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है। आजकल हमारा खान-पान जिस तरह को हो गया है, उससे हमारा पाचन तंत्र लगातार खराब हो रहा है। इससे बचने के लिए मेथी का सेवन करना एक अच्छा उपाय है। इसमें बहुत सारे फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) अच्छी मात्रा में होते है।
यह हमारे शरीर मे उपस्थित हानिकारक बैक्टीरिया को हटाने मे मदद करते है। इसमें उपस्थित फाइबर घुलनशील होता है जिसको आसानी से पचाया जा सकता है। मेथी का चाय (Tea) के रूप में उपयोग करने से हम अपच, कब्ज और पेट दर्द जैसी समस्याओं को दूर कर सकते है।
कब्ज के लिए आप मैथी के काढ़े का उपयोग कर सकते है। आंत्र को साफ करने के लिए मेथी साग करी उत्कृष्ट है। इस तरह यह आपके पाचन और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकती है। बदहजमी, कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं को मेथी के सेवन से दूर किया जा सकता है। कब्ज के कारण खराब हुए पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए मेथी कारगर घरेलू नुस्खा है।
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हालांकि बुखार को ठीक करने में मेथी के बीजों की कम भूमिका होती है, लेकिन यह निश्चित रूप से उन स्थितियों से जुड़ी कुछ असुविधाओं को दूर करता है जिनमें बुखार के साथ दस्त या पेचिश होता है। मेथी में बुखार (Fever) को कम करने के गुण विद्यमान होते है।
यदि आप बुखार से पीडित है तो आप मैथी शहद और नीबू के रस के घोल का सेवन करें। यह आपके शरीर के अधिक तापक्रम और कमजोरी को दूर करने में सहायाता करेगा। साथ ही यह मिश्राण आपको गले की खांसी और दर्द से भी राहत दिलाने मदद करता है।
मेथी की चाय के सेवन से मुंह में होने वाले दुर्गंध से छुटकारा मिल सकता है जो अक्सर बुखार और लंबे समय तक बीमारी का अनुभव करता है। आधा चम्मच मेथी के बीज लें और उन्हें उबालें। इसे ठंडा होने दें, बीज को बाहर निकाल दें। एक चम्मच नींबू का रस, कुछ शहद मिलाएं और सेवन करें।
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शोध बताते हैं कि मेथी दूध बढ़ाने के लिए एक सुरक्षित, प्राकृतिक विकल्प हो सकता है। अनुसंधान से पता चलता है कि मेथी स्तनदूध उत्पादन और नवजात शिशुओं में वजन बढ़ने की दर को बढ़ा सकती है। स्तनपान करा रहीं महिलाओं को मेथी का सेवन जरूर करना चाहिए, इससे स्तनों में दूध की मात्रा बढ़ती है।
कुछ शोधों के अनुसार मेथी के बीज के पाउडर का सेवन स्तनपान कराने वाली महिलाओं (Breastfeeding women) में दूध उत्पादन बढ़ता है। कुछ अध्ययन यह भी बताते है कि मैथी को अकेले ही या अन्य पदार्थो के साथ चाय के रूप में लेने पर भी दूध की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है।
मैथी मे उपस्थित फाइबर हमारे शरीर से हानि पहुंचाने वाले तत्वों को इक्हट्टा कर बाहर निकालने में मदद करते है। साथ ही कैंसर को रोकने में मदद करते है। इसलिए मैथी का उपयोग हमें नियमित करना चाहिए।
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प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि मेथी पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर और यौन कार्य को बढ़ावा दे सकती है। पुरुषों के लिए मेथी का उपयोग के सबसे आम कारणों में से एक है पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देना। कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि इसका लाभकारी प्रभाव है, जिसमें कामेच्छा में वृद्धि भी शामिल है।
एक 6-सप्ताह के अध्ययन में यौन क्रिया और कामेच्छा में परिवर्तन का आकलन करने के लिए 600 मिलीग्राम मेथी के सेवन 30 पुरुषों के द्वारा किया गया। अधिकांश प्रतिभागियों ने ताकत बढ़ाने और यौन कार्य में सुधार की सूचना दी। हालांकि, अभी इसपर और अधिक शोध की आवश्यकता है।
इसलिए, मेथी दाने के फायदे (methi dana ke fayde) जोड़ों व हड्डियों में होने वाले दर्द से भी राहत दिला सकते हैं। गठिया (Arthritis) एक प्रकार की बीमारी होती है जिसे आम बोल चाल की भाषा में गठिया बाद कहा जाता है। यह जोड़ो में होने वाली सूजन और असहनीय दर्द देता है। साथ ही मांसपेशियों में बहुत तेज दर्द पैदा करता है।
इससे निपटने के लिए मेथी रामबाण नुस्खा है, जिसे सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। इस समस्या से बचने के लिए हमे मेथी को नियमित रूप से खाना चाहिए। कुछ अध्ययनों द्वारा भी इसकी पुष्टी की जा चुकी है। मेथी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। ये तत्व जोड़ों की सूजन को कम करके आर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाते हैं।
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मैथी को सामान्य और संतुलित रूप से खाने पर किसी प्रकार की हानि नहीं होती है। यदि इसका उपयोग ज्यादा समय तक या ज्यादा मात्रा में किया जाता है तो इससे कुछ कष्टदायक प्रभाव हो सकते है जैसे कि दस्त, पेट में दर्द, सूजन, गैस की समस्या, गले में खरखराहट, चेहरे में सूजन एलर्जी आदि हो सकती है। इसका ज्याद उपयोग आपके शरीर ब्लड शुगर की मात्रा को कम कर सकता है। आइये जानते है मेथी खाने के नुकसान क्या है-
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मेथी के बीज वात और कफ वाले लोगों के लिए उत्कृष्ट हैं। मेथी बीज प्रकृति में गर्म होते हैं और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के प्राकृति वाले लोगों को शरीर में अतिरिक्त अग्नि की आवश्यकता होती है। मेथी के बीज अम्ल-विरोधी होते हैं। मेथी के बीज के पाउडर को भोजन के बाद लिया जा सकता है। भोजन के बाद 1/2 चम्मच मेथी के बीज के पाउडर एसिडिटी दूर करने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए लिया जा सकता है। अंकुरित मेथी के बीज मधुमेह रोगियों के लिए और अग्नाशय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट हैं। रात भर भिगोएँ और अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इन्हें सुबह पानी सही है।
उपलब्ध प्रमाणों के आधार पर, मेथी में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने, टेस्टोस्टेरोन को बढ़ावा देने और स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए लाभदायक है। मेथी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती है , सूजन को कम कर सकती है और भूख नियंत्रण में मदद कर सकती है, लेकिन इन क्षेत्रों में अधिक शोध की आवश्यकता है।
मेथी के बीज के उपयोग के विभिन्न तरीकों को जानने के लिए किसी प्रमाणित आयुर्वेद चिकित्सक से संपर्क करें जिसके माध्यम से मेथी के बीज और पत्ते दोनों का उपयोग अधिकतम स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने में आपकी सहायता के लिए किया जा सके।
इस मेथी के फायदे, उपयोग और नुकसान (Fenugreek Seeds (Methi) Benefits, Uses and Side Effects in Hindi) वाले आर्टिकल में हमने मेथी क्या है और मेथी के पौष्टिक तत्व के बारे में भी जानकारी दी है। आपको यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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Reference
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