Fitkari Benefits in Hindi फिटकरी (Alum) एक अद्भुत घटक है जो कि पानी को साफ करने से लेकर त्वचा को निखारने जैसे कई फायदों के लिए उपयोग किया जाता है। फिटकरी के बहुत से प्रकार होते हैं, यह जानना बहुत आवश्यक है कि कौन सी फिटकरी (Alum) का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद है साथ ही इसकी सही खुराक और इसके किसी भी दुष्प्रभाव से बचने के लिए इसके उपयोग की सही विधि की जानकारी प्राप्त करना भी आवश्यक है। फिटकरी के फायदे इतने अधिक है की हर घर में इसे होना चाहिए।
आमतौर पर फिटकरी (alum) को सामान्य रूप से प्रयोग किया जाता है। जब हम फिटकरी शब्द कहते हैं तो हम में से अधिकांश लोग इसे शेविंग के बाद के लिए उपयोग की जाने वाली फिटकरी के बारे में सोचते हैं लेकिन फिटकरी के बहुत से उपयोग और लाभ हैं। फिटकरी दो तरह की होती है, लाल और सफेद। लेकिन अधिकतर घरों में सफेद फिटकरी का ही इस्तेमाल किया जाता है। पोटेशिम एलम को आमतौर पर घरेलू उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
विषय सूची
1. फिटकरी क्या है – What is Alum in Hindi
2. फिटकरी का फॉर्मूला – Alum formula in Hindi
3. फिटकरी (पोटाश ऐलम) की विशेषताएं – Characteristics Of Potash Alum in Hindi
4. फिटकरी के गुण – Alum properties in Hindi
5. फिटकरी के प्रकार – Types of Alum in Hindi
6. फिटकरी के फायदे – Fitkari ke fayde in Hindi
7. फिटकरी के नुकसान – fitkari ke Nukshan in Hindi
ऐलम या फिटकरी गंध रहित, रंगहीन और पारदर्शी पदार्थ है जो क्रिस्टलीय ब्लॉक या दानेदार पाउडर के रूप में पाया जाता है, जिसमें हल्का मीठा, कसैला स्वाद (astringent taste) होता है।
ऐलम को भारतीय क्षेत्रीय बोली के अनुसार फिटकरी के नाम से पुकारा जाता है, जिसे पोटेशियम ऐलम या पोटेशियम एल्यूमिनियम सल्फेट जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में फिटकरी को फितकारी या सौराष्ट्री भी कहा जाता है। आयुर्वेद समेत यूनानी चिकत्सा पद्यतियों में फिटकरी का व्यापक उपयोग किया जाता है।
यूनानी दवाओं में फिटकरी का प्रयोग विभिन्न उपचारों के लिए किया जाता है क्योंकि इसके गुण बाँधने वाला (astringent), दर्द हटाने वाला (Analgesic), होमियोस्टैटिक, ज्वर हटाने वाला (Antipyretic), डिटर्जेंट, संक्षारक, उत्तेजक और चिड़चिड़ाहट को दूर करने में मदद करते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि फिटकरी के हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदे बहुत अधिक और नुकसान बहुत ही कम हैं।
पोटेशियम एलम के लिए रासायनिक सूत्र KAl(SO4)2.12H2O है। यह पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट का हाइड्रेटेड रूप है और इसका नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट डोडकाहाइड्रेट (potassium aluminium sulphate dodecahydrate) है।
पोटाश ऐलम चट्टानों (rocks) में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है जहां चट्टानों में पोटेशियम और सल्फाइड खनिज मौसम के संपर्क में आते हैं। ऐलम क्रिस्टल रूप में रंगहीन होता है। 100 प्रतिशत शुद्ध फिटकरी पूरी तरह से पारदर्शी होता है और पूरी तरह से पानी में घुलनशील होता है। गर्म करने पर यह छिद्र युक्त हो जाता है।
एंटीसेप्टिक, बाँधने वाला, एंथोमोरेगैजिक (antihemorrhagic) और एंटीबैक्टीरियल गुण फिटकरी में अच्छी मात्रा में उपस्थित होते हैं जो कई त्वचा समस्याओं के इलाज के लिए इसे बहुत प्रभावकारी बनाते हैं। आयुर्वेद और चीनी दवाओं में पुराने समय से ही फिटकरी का उपयोग किया जा रहा है क्योंकि इसमें कई अद्भुत औषधीय गुण हैं।
फिटकरी (potash alum) को सही ढंग से पहचानने के लिए आमतौर पर पाए जाने वाले अन्य विभिन्न प्रकार के ऐलम को जानना अच्छा होता है।
हमारे दैनिक जीवन में फिटकरी बहुत उपयोगी है। यह हमें सौंदर्य देखभाल से लेकर गंभीर या हल्की चोटों तक बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसलिए हर घर में फिटकरी जरूर होना चाहिए। इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे फिटकरी से प्राप्त होने वाले लाभों के बारे में।
अक्सर फिटकरी के माध्यम से पानी की अशुद्धियों को फिल्टर (filter impurities) करने और इसे साफ करने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि इसका यही एक मात्र उपयोग नहीं है क्योंकि इसका उपयोग कई सौंदर्य और स्वास्थ्य कार्यों के लिए किया जाता है। यह मांसपेशीय ऐंठन को दूर करने और मुंहासों से निपटने जैसे कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। आइए जाने फिटकरी किस तरह से हमें फायदे पहुंचाती है।
आंखों के फोड़ों की समस्या को दूर करने के लिए फिटकरी बहुत उपयोगी होती है। आंख के फोड़ों के इलाज के लिए थोड़े पानी के साथ चंदन और फिटकरी का पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट (paste) का इस्तेमाल करने पर यह बहुत ही प्रभावी होता है। इसका उपयोग करने से फोड़ा उसी दिन फूट जाता है जिससे आंखों को आराम मिलता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसे कई सालों तक सुरक्षित रखा जा सकता है और जरूरत पड़ने पर फिटकरी का उपयोग फिर से किया जा सकता है।
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मुंह की गंदी बदबू (foul breath) के मुख्य कारणों में से एक निश्चित रूप से बैक्टीरिया की उपस्थिति होती है, जो अक्सर विषाक्त पदार्थ और एसिड बनाते हैं। एलम माउथवाश के साथ मुंह की सफाई करने से बैक्टीरिया के विकास को रोका जा सकता है। इस प्रकार आप फिटकरी का उपयोग करके मुंह से आने वाली बदबू को दूर कर सकते हैं।
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मांसपेशीय ऐंठन को कम करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में फिटकरी का उपयोग किया जाता है। इसके लिए फिटकरी और हल्दी को मिलाकर सेवन करना लाभकारी होता है। फिटकरी में खून को पतला करने वाले गुण होते हैं और साथ ही हल्दी के एंटीसेप्टिक गुण आपस में मिलकर मांसपेशीय दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
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फटी एड़ियों का उपचार फिटकरी पाउडर के द्वारा किया जा सकता है। बस इस उपाय के लिए एक छोटे बर्तन में फिटकरी को गर्म किया जाता है। जब हम इसे गर्म करते हैं तो यह पिघलने या तरल होने के साथ फोम भी बनाता है। जब यह पूरी तरह से वाष्पित (evaporates) हो जाता है तो इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें। फिर इसके टुकड़ों को बारीक पाउडर बना कर नारियल के तेल के साथ मिलाकर पैरों में लगाया जाता है। ध्यान रहे कि फिटकरी बारीक पाउडर के रूप में हो नहीं तो इसे पैरों में लगाना मुश्किल हो सकता है। यह उपाय आपकी फटी एड़ियों (cracked heels) को राहत प्रदान करने का सबसे अच्छा उपचार है।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि फिटकरी में रक्तस्राव को कम करने की क्षमता होती है। आप चोट लगने पर बहते हुए खून को रोकने के लिए फिटकरी का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यहां याद रखें कि यदि आपकी चोट या कट बहुत गहरा है और फिटकरी के उपयोग से खून का बहना बंद नहीं हो रहा है तो आपको तुरंत ही किसी चिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए। ऐसी स्थिति पर एल्यूम अवशेष (alum residue) पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
शोधकर्ताओं का दावा है कि फिटकरी पाउडर पेचिस (dysentery) के इलाज में मदद करता है। जब तक आप बेहतर महसूस न करें तब तक केवल फिटकरी पाउडर से बनी हुई चाय का सेवन करें। हालांकि इसका ज्यादा उपभोग नहीं करना चाहिए।
ऐलम के टुकड़ों में योनि दीवारों (Vagina walls) को कसने वाले गुण होते हैं। लेकिन यह बहुत समय तक उपयोग करने के लिए असुरक्षित है, क्योंकि यह योनि ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और साथ ही उन्हें सूखा भी कर सकते हैं।
फिटकरी पाउडर के साथ अपनी योनि को कड़ा बनाने के लिए एक बड़े टब में पानी के साथ फिटकरी को मिलाएं। आप इस टब में बैठ जाएं और सुनिश्चित करें कि आपकी योनि इस पानी में पूरी तरह से डूबी है। आप तरल फिटकरी का उपयोग स्पंज के साथ भी कर सकते हैं। स्पंज की सहायता से आप अपनी योनि को साफ करें और फिटकरी (alum) वाले पानी से धो लें।
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फिटकरी युक्त पानी में आप टेम्पोंन को डुबा कर कुछ देर के लिए इस टेम्पोंन को अपनी योनि में रख सकती हैं।
आप अपनी योनि को साफ (vaginal clean) करने के लिए भी फिटकरी का उपयोग कर सकती हैं।
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बहुत से लोगों को पता नहीं है कि फिटकरी में एंटी एजिंग (anti-ageing) गुण होते हैं, इसलिए यह समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के लक्षणों को रोकने में मदद करता है और त्वचा को नरम, चमकदार और मनोहर (delightful) बनाता है।
बालों की जूँ को खत्म करने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जा सकता है। जूँ के उपचार के लिए फिटकरी पाउडर में थोड़ी मात्रा में चाय के पौधे के तेल के साथ (tea tree oil) पानी मिलाया जाता है। इस मिश्रण को थोड़ी देर के लिए अपने सिर पर लगाएं। यह आपके सिर से जूँ को खत्म करने में आपकी मदद करेगा।
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पारंपरिक रूप से बालों को हटाने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जाता है। पुराने समय में महिलाएं अपने होंठों के ऊपर के बालों की तरह चेहरे के अवांछित बालों को हटाने (hair removal) के लिए फिटकरी का उपयोग करती थी। इसके लिए आपको करना चाहिए (और पढ़े – लेजर हेयर रिमूवल प्रक्रिया फायदे और नुकसान…)
½ चम्मच फिटकरी पाउडर में 1 चम्मच गुलाब जल मिला कर मिश्रण तैयार करें। आवश्यकता पड़ने पर फिटकरी पाउडर और गुलाब जल को निश्चित अनुपात में समायोजित करें। गुलाब जल और फिटकरी का अनुपात लगभग 1:2 होना चाहिए। इस मिश्रण का उपयोग आप उस जगह पर कर सकते है जहां से आप बालों को हटाना चाहते हैं। इस मिश्रण को लगाने के बाद 20 मिनिट के लिए छोड़ दें। यदि आपको लगता है कि मिश्रण जल्दी सूख गया है तो इसकी नमी बनाए रखने के लिए आप इसमें गुलाब जल का छिड़काव कर सकते हैं। आप इस उपचार को अपने हाथ और पैरों के बालों को हटाने के लिए भी कर सकते हैं। उपयोग किये जाने वाले स्थान को मॉइस्चराइज रखने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस मिश्रण को आंखों के आसपास उपयोग न करें।
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त्वचा को गोरा बनाने के लिए फिटकरी पाउडर का उपयोग करने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक फेस पैक के रूप में इसका इस्तेमाल करना है। जबभी त्वचा को गोरा करने की बात आती है, तो मेरा मतलब है कि काले धब्बे और निशान को हल्का करना और आपकी त्वचा को टोन और चिकनी बनाना है।
त्वचा whitening का मतलब है कि हम जिस त्वचा के साथ पैदा हुए हैं उसका रंग बदलना असंभव और अनावश्यक है क्योंकि प्रत्येक त्वचा का रंग अपने आप में खूबसूरत होता है।
जब हम नियमित रूप से फिटकरी से बना फेस पेक चेहरे पर लगाते हैं, तो यह हमारी त्वचा के लिए कुछ अद्भुत चीजें करता है: यह मुँहासे जैसी त्वचा की समस्याओं का इलाज करता है क्योंकि इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं।
यह मुँहासे के निशान, काले धब्बे को भी हल्का करता है और ब्लैकहेड को भी बनने से रोकता है। यह हमारी त्वचा को कसने के साथ मामूली कट और स्क्रैप (scrapes) भी ठीक करता है। लेकिन जब हम त्वचा whitening के लिए एलम पाउडर का उपयोग करते हैं तो हमें कुछ चीजों को याद रखना होगा।
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एलम पाउडर त्वचा पर सूख सकता है इसलिए फिटकरी फेस पैक का उपयोग करने के बाद हमेशा मॉइस्चराइज़र का उपयोग करना चाहिए। फिटकरी से भी हल्का घर्षण होता है, इसलिए चेहरे के पैक को हटाते समय हमेशा सादे पानी का उपयोग करके इसे धीरे-धीरे धो लें। यदि आपकी त्वचा संवेदनशील है तो यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
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मुँहासे त्वचा की सबसे आम समस्या है और इनसे बचना असंभव है। पिंपल और इनसे होने वाली सूजन को कम करने के कई घरेलू इलाज उपलब्ध हैं। फिटकरी पाउडर के शीतलन गुणों के साथ-साथ चेहरे के मुंहासों को खत्म (eliminate pimples) करने के लिए चेहरे का मास्क भी तैयार किया जा सकता है।
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आंतरिक और बाहरी कारकों (internal and external factors) की वजह से त्वचा लचीलापन खो सकती है जो रेखाओं और झुर्रियों का कारण होती है। यह आपके समय से पहले बुढ़ापे का संकेत दिखाते हैं। फिटकरी के जीवित एजेंट (surviving agents) आपकी झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।
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पानी को शुद्ध (water therapy) करने के लिए फिटकरी का उपयोग किया जाता है। गंदे पानी को साफ करने के लिए प्रति लीटर पानी में लगभग 1 ग्राम फिटकरी पाउडर मिलाएं। यह पानी में उपस्थित गंदे कणों को अलग कर आपको साफ पानी प्राप्त करने में मदद करता है। इसलिए जब भी कभी आप कैंपिंग यात्रा पर जाए तो अपने साथ फिटकरी साथ में जरूर रखें।
ऐलम पाउडर एथलीट फुट (athlete’s foot) संक्रमण को दूर करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। इसके लिए आप गर्म पानी में 2 बड़े चम्मच फिटकरी पाउडर मिलाएं और इस गर्म पानी में अपने पैरों को 20 मिनिट तक डुबो कर रखें। पैरों के सूखने और ठीक होने तक सिंथेटिक कपड़े न पहनें। एथलीट पैर को जल्दी ठीक करने के लिए रोजाना इस उपचार को जारी रखें।
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सदियों से दाढ़ी बनाते समय फिटकरी का उपयोग किया जा रहा है। एक बार जब आप इसका उपयोग करना शुरू कर देते हैं तो निश्चित रूप से शेव के बाद किये जाने वाले सभी महंगे खर्चो से छुटकारा मिल सकता है। पहली बार संभवतः: यह आपको पसंद नहीं (possibly not like) आएगा, हालांकि यदि आप इसका लगातार उपयोग करते हैं तो यह आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। शेविंग के तुरंत बाद गीले चेहरे पर फिटकरी को लगाएं। आप या तो इसे धो सकते हैं या इसे कुछ देर के लिए त्वचा पर लगें रहने दे सकते हैं। पोटाश एलम का उपयोग रक्त का थक्का ज़माने के लिये किया जाता है। दाढ़ी बनाने के बाद इसे चेहरे पर रगड़ा जाता है। जिससे ब्लेड के लगने या कट जाने के कारण निकलने बाले ब्लड को रोका जा सके।
फिटकरी का उपयोग करने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं :
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