flaxseed oil in Hindi अलसी के तेल का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। लेकिन क्या आप अलसी तेल के फायदे और नुकसान से परिचित हैं। अलसी का तेल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। अलसी के तेल के फायदे इसमें मौजूद विटामिन, खनिज पदार्थ, फाइबर, प्रोटीन आदि के कारण होते हैं। इस कारण से ही अलसी तेल का उपयोग लाभकारी होता है। अलसी के तेल का इस्तेमाल वजन को कम करने, मधुमेह को रोकने, हृदय को स्वस्थ्य रखने और कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
1. अलसी का तेल क्या है – Alsi Ka Tel Kya Hai in Hindi
2. अलसी के तेल के पोषक तत्व – Alsi ke poshak tatva in Hindi
3. अलसी के तेल के फायदे – Flaxseed Oil Benefits In Hindi
4. अलसी तेल के नुकसान – Alsi ke tel ke Nuksan in Hindi
अलसी का तेल अलसी के बीजों से प्राप्त होता है। अलसी के तेल में 50 से 60 प्रतिशत तक ओमेगा-3 फैटी एसिड या अल्फा-लिनोलेनिक एसिड और लिग्नान होते हैं। प्राचीन समय से ही अलसी के तेल को औषधीय के रूप में उपयोग किया जा रहा है। कुछ लोग अलसी के तेल को खाद्य तेल के रूप में भोजन पकाने के लिए उपयोग करते हैं। अलसी का तेल व्यावसायिक रूप से कैप्सूल और तरल दोनो रूप में उपलब्ध होता है। हालांकि अलसी बीज के पूरे पोषक तत्व अलसी के तेल में मौजूद नहीं रहते हैं। लेकिन फिर अलसी का तेल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में सक्षम होता है। आइए विस्तार से जाने अलसी के तेल के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारीयां।
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अपने औषधीय गुणों के कारण अलसी का तेल बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है। अलसी के तेल में विटामिन ई, कैलोरी, पॉलीअनसेचुरेटेड वसा, मोनोअनसेचुरेटेड वसा और संतृप्त वसा अच्छी मात्रा में होते हैं। इन पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण ही इसे हम विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्या को दूर करने के लिए उपयोग करते हैं।
आइये जानते है कि हमारे लिए अलसी का तेल किस प्रकार से लाभदायक होता हैं।
यदि आप अपने बढ़ते वजन को लेकर चिंतित हैं तो अलसी के तेल का उपभोग करें। अध्ययनों से पता चलता है कि अलसी का तेल वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। नियमित रूप से अलसी तेल का उपभोग करने से यह बृहदानत्त्र को चिकनाई देता है और प्राकृतिक रेचक का काम करता है। अलसी के तेल में मौजूद पोषक तत्व और अन्य घटक पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखते हैं। इसके अलावा यह शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को ऊर्जा में बदलने में भी सहायक होते हैं। इस तरह से आप अपने वजन को कम करने के लिए अलसी तेल को अपने आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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हृदय को स्वस्थ्य रखने वाले गुण अलसी के तेल में मौजूद होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंक अलसी के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा होती है। यह शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। ओमेगा -3 हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होती है। ओमेगा 3 दिल से संबंधित 90 प्रतिशत बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं। इस तरह से आप अपने हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए अलसी के तेल का इस्तेमाल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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एक्जिमा एक आम समस्या बन चुकी है जिसके कारण त्वचा में खुजली और चकते आ जाते हैं। यह समस्या आपकी सुंदरता को प्रभावित कर सकती है क्योंकि यह आपकी त्वचा को परतदार और खुरदुरी बना सकती है। लेकिन इस समस्या का समाधान आप अलसी के तेल से कर सकते हैं। अलसी तेल में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड त्वचा की बनावट और लोच को सुधारने में सहायक होता है। यदि आप भी एक्जिमा और इसी तरह की अन्य त्वचा समस्याओं से ग्रसित हैं तो अलसी के तेल का उपभोग करें। यह त्वचा समस्याओं को दूर करने में बहुत ही प्रभावी माना जाता है।
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अलसी बीज की तरह ही अलसी का तेल भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक है। अलसी के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन या खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग नियमित रूप से अलसी के तेल का सेवन करते हैं उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। यदि आप भी अपने शरीर को स्वस्थ्य रखना चाहते हैं। तो अलसी के तेल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
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डायिबिटीज आज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का रूप ले चुकी है। आज अधिकांश लोग मधुमेह
का शिकार आसानी से हो रहे हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि अलसी के तेल का उपयोग मधुमेह के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। ऐसा माना जाता है कि अलसी के बीज और इसके तेल का सेवन करने से इंसुलिन स्तर को सुधारने में मदद मिलती है। शरीर में कम इंसुलिन रक्त में उच्च ग्लूकोज स्तर का कारण बनता है। लेकिन यदि नियमित आहार में अलसी के तेल का उपभोग किया जाता है तो इसके पोषक तत्व शरीर में इंसुलिन उत्पादन को उत्तेजित करते हैं। यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो अलसी के तेल का उपयोग कर इसके लक्षणों को आसानी से कम कर सकते हैं।(और पढ़े – टाइप 2 मधुमेह क्या है, कारण, लक्षण, उपचार, रोकथाम और आहार…)
औषधीय गुणों से भरपूर अलसी का तेल कई गंभीर बीमारियों के साथ ही कब्ज और दस्त का इलाज भी करता हे। एक पशू अध्ययन से पता चला है कि अलसी का सेवन मल त्याग को आसान और नियमित बनाने में सहायक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलसी के बीजों में रेचक या पेट को साफ करने वाले गुण होते हैं। अलसी का तेल एक एंटिडायरेहिल एजेंट का काम करता है। अध्ययन बताते हैं कि 4 सप्ताह तक नियमित रूप से अलसी के तेल का सेवन मल त्याग की आवृति और मल की स्थिरता मे सुधार कर सकता है। यदि आप दस्त या कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान हैं तो अलसी के तेल का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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आप अपनी त्वचा स्वास्थ्य के लिए फलैक्सीड तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार महिलाओं को 12 सप्ताह तक अलसी तेल का सेवन कराया गया। अध्ययन के अंत में यह पाया गया कि उनकी त्वचा गोरी, नरम और चमकदार हुई। इसके अलावा एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि त्वचा की सूजन को करने में अलसी का तेल प्रभावी दवा का काम करता है। यदि आप भी अपनी त्वचा को सुंदर और स्वस्थ्य रखना चाहते हैं तो अलसी के तेल का इस्तेमाल कर लाभ ले सकते हैं।
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महिलाओं में एक निश्चित समय के बाद रजानिवृत्ति की समस्या आती है जो कि प्राकृतिक है। लेकिन अलसी के बीज का तेल इस समस्या के लक्षणों को कुछ हद तक कम कर सकता है। अलसी का तेल हार्मोन थेरेपी के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अलसी में एस्ट्रोजेनक (estrogenic) गुण होते हैं जिसके कारण यह ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना को कम कर सकता है। नियमित रूप से उपभोग करने पर यह महिलाओं के मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में भी सहायक होता है। इस तरह के लाभ प्राप्त करने के लिए आप सुबह नाश्ते के साथ 2 चम्मच अलसी बीज का सेवन कर सकते हैं या फिर अपने भोजन को पकाने के लिए अलसी तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इस तरह से महिलाएं अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए अलसी के तेल का प्रयोग कर लाभ प्राप्त कर सकती हैं।
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नाखून, त्वचा और बालों को स्वस्थ्य रखने के लिए अलसी तेल अच्छा विकल्प है। अलसी के तेल में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड विटामिन बी और स्वस्थ्य वसा प्रदान करने में सहायक होता है। यह बालों को हाइड्रेट रखने में सहायक की भूमिका निभाता है। आप अपने बालों के विकास के लिए अलसी के तेल को बालों में लगा सकते हैं। अलसी का तेल बालों संबंधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी माना जाता है। यदि आप भी बालों के झड़ने और अन्य समस्याओं को दूर करना चाहते हैं तो आहार के साथ ही बालों में लगाने के लिए अलासी तेल का उपयोग कर सकते हैं।
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आज दुनिया में कैंसर सबसे गंभीर बीमारी के रूप में जानी जाती है। हालांकि कैंसर कई प्रकार का होता है और ऐसा माना जाता है कि कैंसर का इलाज संभव नहीं है। लेकिन कैंसर को कुछ प्राकृतिक उपायो से नियंत्रित किया जा सकता है। इन्हीं प्राकृतिक उपायों में अलसी का तेल भी शामिल है। अध्ययनों से पता चलता है कि अलसी तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से उपभोग करने पर स्तन ट्मर के अवांछित विकास को रोकने में मदद मिलती है। इस तरह से अलसी तेल का नियमित सेवन कैंसर की संभावनाओं और लक्षणों को कम करने में मदद करता है। आप भी अलसी के बीज का तेल का उपभोग कर ऊपर बताई गई बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।
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औषधीय गुणों और स्वास्थ्य लाभ से भरपूर अलसी तेल हमारे लिए बहुत ही फायदेमेंद होता है।
लेकिन आवश्यकता से अधिक उपभोग करने पर इसके कुछ दुश्प्रभाव भी हो सकते हैं।
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