Homemade pregnancy Test in Hindi प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय भी होते हैं जो आपको प्रेग्नेंट होने या न होने की जानकारी दे सकते है। माँ बनना हर महिला का सपना होता है और ऐसे में अगर आपके पीरियड्स मिस हो जाये तो सबसे पहले आपको यही महसूस होगा की कहीं आप प्रेग्नेंट तो नहीं है। ऐसे में अगर आप मेडिकल की दुकान से जाकर प्रेगनेंसी टेस्ट किट नहीं लेना चाहती है और सोच रही है की कोई आसान सा प्रेगनेंसी टेस्ट करने का घरेलू तरीका ही मिल जाये जिससे में प्रेगनेंसी चेक कर सकूं तो चलिए हम आपको बताते है घर पर ही आसानी से किये जाने वाले होममेड प्रेगनेंसी टेस्ट (घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट) के बारे में। जिसमें आप घरेलू चीजो जैसे की नमक, शैम्पू, सिरका, टूथपेस्ट आदि का इस्तेमाल करके कुछ ही मिनिटों में ही पता कर सकती है की आप प्रेग्नेंट है या नहीं। तो चलिए आज इस लेख में जानते है ऐसे ही कुछ होममेड प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय के बारे में।
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अगर आपके पीरियड्स का समय अपने तय समय से 1-2 हफ्ते आगे निकल चुका है और अभी तक आपकी माहवारी शुरू नहीं हुई है, तब आपको एक बार प्रेगनेंसी टेस्ट करके जरुर देखना चाहिए। क्योकि संभोग के बाद अंडे को स्पर्म द्वारा निषेचित (fertilize) करने के बाद महिलाओं के शरीर में HCG हॉर्मोन बनने लगता है और इस एचसीजी होर्मोन का महिला के यूरिन में पता 7-14 दिन के बाद ही लगाया जा सकता है इसलिए अगर आपके पीरियड्स मिस हो गए हो तो एक बार अपनी गर्भावस्था की जांच जरुर कर लें।
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यहां हम आपको गर्भावस्था के कुछ शुरूआती संकेत और लक्षण बता रहे हैं जो आपको यह निर्धारित करने में मदद कर सकती हैं कि आप वास्तव में गर्भवती हैं या नहीं, जिनमें शामिल है-
हालांकि ये सभी लक्षण कई महिलाओं में गर्भावस्था को चिह्नित करने के लिए देखे जाते हैं, परन्तु यह सारे संकेत तब भी दिखाई दे सकती है अगर आपके पीरियड्स आने वाले हो या ये किसी अन्य बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं। इसलिए एक बार पक्का करने के लिए गर्भावस्था परीक्षण जरुर करें।
परन्तु प्रेगनेंसी टेस्ट हमेशा पीरियड्स मिस होने के 1 हफ्ते बाद ही करें ताकि आपके यूरिन में HCG का लेवल सही मात्रा में बनने लगा हो और कभी भी टेस्ट करने से पहले बहुत सारा पानी ना पिए ये आपकी यूरिन को घुलनशील कर देगा जिससे आपके प्रेगनेंसी टेस्ट का परिणाम सही नहीं आयेगा।
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प्राकृतिक तरीके से गर्भावस्था परीक्षण के कुछ स्पष्ट लाभ है तो कुछ लाभ नहीं भी है। फिर भी गर्भावस्था का परीक्षण करने के प्राकृतिक तरीकों के कुछ फायदों के बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं-
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आप घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के कई घरेलू उपाय अपना सकती है जैसे आप शक्कर, नमक, शैम्पू, ब्लीचिंग पाउडर आदि चीजों से आसानी से घर पर ही गर्भावस्था परीक्षण कर सकती है। तो चलिए जानते है इन प्रेगनेंसी टेस्ट के घरेलू उपाय के बारे में विस्तार से-
अपनी प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय में आप नमक का उपयोग करें। यह घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट बहुत आसान है और आपको तुरंत रिजल्ट देता है जिससे आप यह पता लगा सकतीं हैं की आप गर्भवती है या नहीं।
(और पढ़ें – नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें)
एक साफ गिलास, एक या दो चुटकी नमक, सुबह का सबसे पहला यूरिन (पेशाब)।
सबसे पहले गिलास में कुछ मूत्र डालें, अब इसमें एक या दो चुटकी नमक डालें और अब कम से कम तीन मिनट तक इसका निरीक्षण (observe) करें।
यदि नमक मूत्र के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो आपको मलाईदार सफेद गुच्छे बने हुए दिखाई देंगे, यह गर्भावस्था का एक निश्चित संकेत है।
यदि नमक और यूरिन के बीच कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है, तो साल्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट का परिणाम नकारात्मक है।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने की इस प्रक्रिया में कोई खास सावधानी रखने की जरुरत नहीं है।
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अगर आप घर पर ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहती है तो प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय में आप शैम्पू से गर्भावस्था जांच आसानी से कर सकती है। वैसे तो शैम्पू से टेस्ट करना थोड़ा मुश्किल है पर यह आपको सटीक रिजल्ट दे सकता है।
(और पढ़ें – शैंपू से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें )
एक साफ कटोरा, दो बूंद शैंपू, पानी, सुबह की सबसे पहली पेशाब।
एक साफ कटोरे में शैम्पू की दो बूंदें डालें, इससे साबुन का घोल बनाने के लिए धीरे धीरे पानी मिलाएं, आपको ये ध्यान रखना है की इस मिश्रण में झाग ना बनने पाए इससे बचने के लिए आप इसे धीरे से फेंटें। अब इकठ्ठा किये हुए मूत्र की कुछ बूँदें इसमें मिलाएं और कुछ देर के लिए इसका निरीक्षण करें।
यदि शैम्पू के घोल में झाग बनने लगे या बुलबुले बनने लगे तो यह संकेत है कि आप गर्भवती हो सकती हैं।
यदि इस मिश्रण में कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है तो आप सुरक्षित रूप से मान सकती हैं कि आप गर्भवती नहीं हैं।
झाग के बिना साबुन के घोल को बनाने के लिए शैंपू और पानी को मिलाना मुश्किल है क्योंकि झाग की थोड़ी सी भी उपस्थिति सटीक परिणामों में बाधा डाल सकती है। इसलिए इसके परिणाम को पक्का करने के लिए आप दूसरे तरीके भी जरुर आजमा के देखें।
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चीनी का उपयोग पुराने समय से ही गर्भावस्था के परीक्षण के लिए किया जाता है और यह महिलाओं द्वारा किया जाने वाला सबसे सामान्य प्राकृतिक गर्भावस्था परीक्षण है। इसे आप भी घर पर गर्भावस्था की जांच के लिए अपना सकती है।
(और पढ़ें – चीनी से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें )
एक साफ कटोरा, एक बड़ी चम्मच चीनी, सुबह का सबसे पहला यूरिन (पेशाब)।
कटोरे में एक बड़ी चम्मच चीनी डालें और चीनी पर इकठ्ठा किये मूत्र की 2-4 बूंदे डालें, प्रतीक्षा करें और देखें।
गर्भवती महिलाओं के यूरिन में हार्मोन एचसीजी (ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन) होता है। यह हार्मोन चीनी को घुलने से रोकता है, और आप देखेंगी कि चीनी आसानी से घुल नहीं पा रही है और इसके बजाय उसमें गुच्छे जैसे बन जायेंगे। यह गर्भावस्था का एक स्पष्ट संकेत है।
यदि चीनी आसानी से यूरिन में घुल जाती है, तो इसका मतलब है कि आपके यूरिन में एचसीजी नहीं है और आप गर्भवती नहीं है।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने का यह परीक्षण अपेक्षाकृत हानिरहित है, इसलिए किसी विशेष सुरक्षा उपायों का पालन करने की आवश्यकता नहीं है।
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टूथपेस्ट प्राकृतिक गर्भावस्था परीक्षणों के लिए एक अपेक्षाकृत आधुनिक घटक माना जाता है। प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए केवल सफेद टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें क्योंकि रंगीन टूथपेस्ट के अतिरिक्त घटक गर्भावस्था के सही परिणामों में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
(और पढ़ें – टूथपेस्ट से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें)
एक साफ कटोरा, दो बड़े चम्मच टूथपेस्ट, सुबह की सबसे पहले पेशाब का नमूना।
कटोरे में टूथपेस्ट के दो बड़े चम्मच डालें, अब इसमें एकत्रित किये हुए पेशाब के नमूने की एक बड़ी चम्मच में लेकर कुछ बूंदे डालें, अब प्रतीक्षा करें और निरीक्षण करें।
यदि टूथपेस्ट का रंग हल्का नीला हो जाता है या झागदार हो जाता है, तो संभावना है कि आप गर्भवती हैं।
नकारात्मक गर्भावस्था के मामले में, टूथपेस्ट यूरिन के साथ बिल्कुल भी प्रतिक्रिया नहीं करेगा।
हालांकि घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने का यह परीक्षण उपयोगी है और आसानी से घर पर किया जा सकता है लेकिन इसमें कुछ कमियां भी हैं। एक यह है की, टूथपेस्ट में कितनी यूरिन डालने की आवश्यकता है, इसके लिए कोई निर्धारित दिशा-निर्देश नहीं हैं। इसके अलावा, प्रतिक्रिया के लिए समय अलग-अलग भी हो सकता है।
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प्रेगनेंसी चेक करने के घरेलू उपाय में यह एक बहुत ही आसान गर्भावस्था परीक्षण है और इसे बहुत आसानी से कोई भी महिला कर सकती है। इस परीक्षण के लिए लगभग किसी भी साबुन का उपयोग बिना कलर या खुशबू के किया जा सकता है।
(और पढ़ें – साबुन से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें)
एक साफ कटोरा, साबुन की एक टिकिया, सुबह के सबसे पहले यूरिन (पेशाब) का नमूना।
कटोरे में साबुन रखें, अब साबुन पर मूत्र के दो बड़े चम्मच डालें और निरीक्षण करें।
यदि साबुन पर झाग और बुलबुले दिखाई देते हैं तो संभावना है कि आप गर्भवती हैं।
यदि आप गर्भवती नहीं है तो साबुन और मूत्र के नमूने के बीच कोई प्रतिक्रिया नहीं होगी।
इस प्रेगनेंसी टेस्ट करने का घरेलू उपाय में कोई खास सावधानी रखने की जरुरत नहीं है।
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डेटॉल का इस्तेमाल घर पर मामूली चोट और खरोंच के इलाज के लिए हल्के एंटीसेप्टिक के रूप में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानती है की इस उत्पाद का उपयोग घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए भी किया जा सकता है,तो चलिए जानते है आप डेटोल से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे कर सकती है।
(और पढ़ें – डेटॉल से कैसे करें प्रेगनेंसी टेस्ट)
एक साफ गिलास, एक बड़ा चम्मच डेटॉल, सुबह के सबसे पहले पेशाब का नमूना।
एक चम्मच डेटॉल को गिलास में डालें, अब इसमें 3 बड़े चम्मच पेशाब की 2-4 बूंदे डालें ताकि डेटॉल और यूरिन का अनुपात 1:3 का हो जाये। अब पांच से सात मिनट तक निरीक्षण करें।
यदि यूरिन डेटॉल से अलग होकर ऊपर एक अलग परत बनाता है तो इसका मतलब है कि आप गर्भवती हैं।
यदि मिश्रण पूरी तरह घुल जाता है और अलग नहीं होता है, तो परिणाम नकारात्मक होता है यानी आप गर्भवती नहीं है।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने की इस प्रक्रिया में कोई खास सावधानी रखने की जरुरत नहीं है।
(और पढ़े – पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है…)
सिरका एसिड का एक ही रूप है जो पतला होता है और चीनी व्यंजनों का एक मुख्य आधार भी होता है। सिरका का उपयोग स्वाभाविक रूप से गर्भावस्था के परीक्षण के लिए भी किया जा सकता है। इस परीक्षण के लिए सिरका विभिन्न रूपों में उपलब्ध होता है। हालांकि, सादा सफेद सिरका, जो किसी भी किराने की दुकान में कम कीमत और आसानी से उपलब्ध है, वह पर्याप्त होगा।
एक साफ गिलास, सफेद सिरका, सुबह के सबसे पहले यूरिन (पेशाब) का नमूना
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए कांच के गिलास में सिरके की कुछ बूंदे डालें और अब इसमें यूरिन के नमूने की कुछ बूंदों को मिलाएं। 5 मिनट के लिए घोल मिलने दें और परिणामों का निरीक्षण करें।
सिरका के रंग में कोई भी बदलाव होना गर्भावस्था होने का संकेत हो सकता है।
यदि सिरके के रंग में कोई परिवर्तन दिखाई नहीं देता है, तो इसका मतलब आप गर्भवती नहीं है।
झाग से बचने के लिए मूत्र के नमूने को धीरे-धीरे सिरके में डालें, बुलबुले और फ्रॉस्टिंग परीक्षण की सटीकता को प्रभावित कर सकती हैं।
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कपड़े धोने और शौचालय की सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला क्लीनिंग एजेंट ब्लीचिंग पाउडर भी गर्भावस्था की जांच करने के लिए एक प्रभावी पदार्थ माना जाता है। ब्लीचिंग पाउडर से टेस्ट करने का लाभ यह है कि इसके परिणाम काफी जल्दी देखे जा सकते हैं।
एक साफ गिलास, ब्लीचिंग पाउडर, सुबह के सबसे पहले यूरिन का नमूना
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए ग्लास में थोड़ा सा ब्लीचिंग पाउडर डालें और अब इसमें मूत्र के नमूने की कुछ बूंदे डालें और निरीक्षण करें।
यदि फ़िज़ की एक तेज़ आवाज़ आती और बहुत सारे बुलबुले और झाग के साथ तत्काल प्रतिक्रिया होती है, तो यह गर्भावस्था का एक मजबूत संकेत है।
यदि मिश्रण में बुलबुले की महत्वपूर्ण मात्रा नहीं निकलती है तो आपमें गर्भावस्था के लक्षण नहीं है।
मूत्र और ब्लीचिंग पाउडर की प्रतिक्रिया से उत्पन्न धुँआ विषाक्त होता हैं और आपके लिए हानिकारक हो सकता है इसलिए इस मिश्रण के पास साँस लेने से बचने के लिए दूरी बनाए रखें।
(और पढ़े – पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण…)
बेकिंग सोडा या सोडियम बाइकार्बोनेट एक घटक है जो बड़े पैमाने पर बेकिंग में उपयोग किया जाता है। बेकिंग एक अविश्वसनीय उत्पाद इसलिए है क्योंकि बेकिंग सोडा का उपयोग घर पर गर्भावस्था के परीक्षण के लिए भी किया जा सकता है।
(और पढ़ें – बेकिंग सोडा से घर पर करें प्रेगनेंसी टेस्ट)
एक साफ कटोरा, बेकिंग सोडा, सुबह के सबसे पहले यूरिन यानि पेशाब का नमूना
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए एक कटोरे में थोड़ा सा बेकिंग सोडा डालें, अब इसके ऊपर मूत्र के नमूने डालें और निरीक्षण करें।
यदि बहुत सारे बुलबुले उठते है और फ़िज़ के साथ प्रतिक्रिया होती है, तो आप गर्भवती हैं।
यदि मिश्रण में बहुत कम बुलबुले हैं तो आप गर्भवती नहीं है।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने का यह परीक्षण अपेक्षाकृत सुरक्षित है और मूत्र के साथ बेकिंग सोडा की प्रतिक्रिया किसी भी धुएं का उत्पादन नहीं करेगी जो हानिकारक गैसें हो और आपके सेहत को नुकसान पहुंचाए।
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क्या आप जानती है की आप गेहूं और जौ से भी आसानी से घर पर गर्भावस्था परीक्षण कर सकती है। चलिए जानते है कैसे आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है गेहूं और जौ से।
एक कटोरी, गेहूं और जौ के बीज, सुबह की सबसे पहले पेशाब का नमूना
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए एक कटोरे में कुछ गेहूं और जौ के बीज डालें, और अब इसमें यूरिन का नमूना डालें और कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करें।
यदि एक दो दिनों में बीज अंकुरित हो जाते हैं, तो आप गर्भवती हो सकती हैं।
अगर बीज अंकुरित नहीं होते है तो इसका मतलब आप गर्भवती नहीं है।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने की इस प्रक्रिया में कोई खास सावधानी रखने की जरुरत नहीं है।
(और पढ़े – जौ के फायदे और नुकसान…)
सिंहपर्णी की पत्तियां आसानी से किसी भी जगह पाया जा सकता है। सिंहपर्णी पत्तियों का उपयोग गर्भावस्था के परीक्षण के लिए बेहद सटीक माना जाता है और हमेशा से लोकप्रिय भी रहा है।
एक प्लास्टिक की शीट, सिंहपर्णी की पत्तियां, सुबह के सबसे पहले यूरिन का नमूना
प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय में आप प्लास्टिक की शीट पर सिंहपर्णी के पत्ते रखें पर यह ध्यान रखे की इसे सीधे धूप में नहीं रखना है छांव में रखना है। अब पत्तियों पर मूत्र का नमूना ऐसे डालें कि वे पूरी तरह से भीग जाए। दस मिनट के लिए मिश्रण का निरीक्षण करें और इसे अकेले न छोड़ें।
यदि के सिंहपर्णी पत्ते लाल भूरे रंग के हो जाते हैं और इन पर फफोले उठ जाते हैं तो यह आपकी गर्भावस्था का संकेत है।
यदि पत्तियों में कोई परिवर्तन नहीं होते हैं तो आप गर्भवती नहीं हैं।
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए केवल ताजे पत्तों का ही उपयोग करें, पुराने पत्ते इस परीक्षण की सटीकता को प्रभावित कर सकती हैं।
(और पढ़े – सिंहपर्णी के फायदे और नुकसान…)
पाइन-सोल एक आम घरेलू रोगाणुरोधी एजेंट है। पाइन-सोल की सुई की तरह पत्तियों होती और देवदार के पेड़ के अन्य भागों से बना हुआ होता है और रंग में सुनहरा भूरा होता है। पाइन-सोल से गर्भावस्था परीक्षण को बहुत सटीक तरीका माना जाता है और इसलिए यह बहुत लोकप्रिय भी है।
एक साफ गिलास, पाइन – सोल (यह एक आम घरेलू एंटी माइक्रोबियल एजेंट है जो दुकानों पर आसानी से उपलब्ध होता है), सुबह की सबसे पहले पेशाब का नमूना
घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए कांच की गिलास में थोड़ा पाइन-सोल डालें , अब इसमें यूरिन सैंपल डालें और निरीक्षण करें।
गर्भावस्था की स्थिति में, पाइन-सोल का रंग बदल जाएगा और छाया की तरह नीले-हरे रंग में का हो जाएगा।
यदि रंग में कोई बदलाव नहीं होगा तो इसका मतलब है आप गर्भवती नहीं हैं।
पाइन सोल विभिन्न खुशबू के साथ मार्केट में उपलब्ध है, इस परीक्षण के लिए अनसेन्टर्ड गोल्डन-ब्राउन पाइन सोल का उपयोग किया जाना चाहिए।
(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तन…)
प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय में आप अपने पेशाब के नमूने का परीक्षण करते समय कुछ गलतियां कर सकती हैं। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें-
(और पढ़े – गर्भधारण कैसे होता है व गर्भधारण की प्रक्रिया क्या होती है…)
अगर आप यह जानना चाहती है कि क्या यह प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू उपाय सटीक होते है? तो इसका सीधा सा जवाब है ना, क्योकि कोई भी गर्भावस्था परीक्षण कभी भी एक सौ प्रतिशत सटीक नहीं होते हैं। जब तक ये परीक्षण व्यावसायिक रूप से उपलब्ध गर्भावस्था परीक्षण किट के समान ना हो लेकिन इनके परिणाम भी विभिन्न कारणों से गलत हो सकती हैं। इसलिए हमेशा गर्भावस्था के सटीक नतीजों के लिए डॉक्टर के पास जायें और उनसे अपना परीक्षण जरुर करवाएं।
(और पढ़े – प्रेगनेंसी के अलावा पीरियड मिस होने के क्या कारण होते हैं…)
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