हलासन संस्कृत के दो शब्दों हल (Plow) और आसन (posture) से मिलकर बना है। इस आसन को करने से स्वास्थ्य को कई बड़े फायदे होते हैं लेकिन विशेषरूप से महिलाओं में जनन संबंधी समस्याओं को दूर करने में यह आसन बहुत उपयोगी माना जाता है। हलासन एक ऐसा आसन है जिसे करते समय हल के समान एक आकृति बनती है। इसीलिए इसे हलासन कहते हैं। आज हम आपको हलासन करने का तरीका, हलासन करने के फायदे (Halasana benefits in hindi), और हलासन करते समय बरतें सावधानियां, इसके बारे में बताएंगे।
Plow Pose हलासन प्राचीन समय में तिब्बत और भारत जैसे देशों में ही किया जाता था लेकिन धीरे-धीरे यह अन्य देशों में भी लोकप्रिय हो गया। यह योग मुद्रा उदर के अंगों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और थॉयराइड एवं पैराथॉयराइड ग्रंथियों को भी उत्तेजित करता है। यह आसन अन्य आसनों की तरह देखने में भले आसान लगता हो लेकिन इसे करने में व्यक्ति को थोड़ी कठिनाई जरूर होती है। इस आसन को सही तरीके से करने पर ही इसका फायदा व्यक्ति को मिलता है।
1. हलासन करने का तरीका – Procedure for Halasana pose in Hindi
2. हलासन के फायदे – Benefits Of Halasana (Plow Pose) in Hindi
3. हलासन करते समय बरतें सावधानियां – Halasana pose Precautions in Hindi
इस हलासन पोज को काफी सावधानी से करें और अपने मन से इस आसन में किसी भी तरह का परिवर्तन न करें। हलासन के एक के बाद अगले स्टेप को बताए गए नियम के अनुसार करना जरूरी है। इसको गलत तरीके से करने पर गर्दन और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
अगर आप नियमित हलासन के सभी स्टेप को सही तरीके से करते हैं तो इससे आपके गर्दन, कंधे और पीठ की मांसपेशियां मजबूत होगीं। इसके अलावा यह आसन आपके एब्स के लिए भी अच्छा होता है।
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पिलो पोज या हलासन (Plow Pose ) करने से व्यक्ति के पेट के अंदरूनी अंगों और थॉयराइड की ग्रंथियों को यह आसन उत्तेजित करता है जिससे यह सही तरीके से काम करती हैं। इसके अलावा यह इम्यून सिस्टम को भी ठीक रखता है।
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नियमित रूप से प्रतिदिन हलासन करने से व्यक्ति को तंत्रिका तंत्र से संबंधित दिक्कत नहीं होती है और इसकी वजह से व्यक्ति को तनाव और थकान की समस्या भी कम होती है। यह आसन महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षणों से भी राहत प्रदान करता है।
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अगर कोई व्यक्ति हलासन को नियमित सही तरीके से करे तो इस आसन से पाचन क्षमता बढ़ती है और भूख की परेशानी से छुटकारा मिलता है।
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प्रतिदिन हलासन (Plow Pose ) को करने से अनेकों फायदे होते हैं। नियमित हलासन करने से व्यक्ति का वजन नहीं बढ़ता है और उसे बीमारियां भी नहीं पकड़ती हैं।
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अगर कोई व्यक्ति मधुमेह से ग्रसित है तो उसे हलासन नियमित और बिल्कुल सही तरीके से करना चाहिए। क्योंकि यह आसन डायबिटीज के रोगियों के लक्षणों को कम करता है।
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व्यक्ति के शरीर में ब्लड ग्लूकोज का स्तर सामान्य रखने का सबसे अच्छा उपाय हलासन करना है। और यह आंतरिक अंगों को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए भी उत्तेजित करता है। इसके अलावा यह आसन प्रजनन अंगों को उत्तेजित करने के लिए भी अच्छा माना जाता है।
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ऊपर आपने जाना हलासन करने का तरीका, हलासन करने के फायदे (Halasana benefits in hindi), और हलासन करते समय बरतें सावधानियों, के बारे में ।
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