Haldi Ka Pani Peene Ke Fayde दुनिया भर में हल्दी को औषधी मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि हल्दी का पानी पीने के फायदे स्वास्थ्य के लिए भी होते हैं। हल्दी का उपयोग सदियों से विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जा रहा है। लेकिन आप हल्दी के पानी का उपयोग अपनी त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हल्दी पानी पीने के फायदे मधुमेह को रोकने, पेट की समस्याओं को कम करने, सर्दी बुखार से छुटकारा दिलाने, तनाव को कम करने, अल्जाइमर को ठीक करने और त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए होते हैं। इस आर्टिकल में आप हल्दी पानी पीने के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आइए इन्हें विस्तार से जानें।
विषय सूची
1. हल्दी का पानी बनाने की विधि – Haldi Ka Pani Banane Ki Vidhi in Hindi
2. हल्दी का पानी पीने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ – Haldi Ka Pani Pine Ke fayde aur Swasth Labh in Hindi
3. हल्दी पानी पीने के नुकसान – Haldi pani peene ke Nuksan in Hindi
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हल्दी का पानी बहुत ही प्रभावी माना जाता है। हल्दी का पानी बनाने के विधि बहुत ही आसान है। इसके लिए आपको कुछ नींबू का रस, हल्दी पाउडर, शहद और गर्म पानी की आवश्यकता होती है। 1 गिलास में गर्म पानी लें और इसमें ताजा ½ नींबू का रस, हल्दी पाउडर और शहद को मिलाएं। आपके लिए औषधीय हल्दी का पानी तैयार है। लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि आप पीने के लिए हल्दी पानी की मात्रा में धीरे-धीरे वृद्धि करें। क्योंकि इस प्राकृतिक पेय का असर सीधे ही आपके पाचन तंत्र पर पड़ता है। हल्दी का पानी पीने में आपको मिर्च का स्वाद मिल सकता है। इसके अलावा आप हल्दी के पानी को और अधिक प्रभावी और स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें मेपल सिरप, सेब साइडर सिरका और काली मिर्च को भी शामिल कर सकते हैं।
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आयुर्वेदिक औषधी होने के कारण हल्दी के पानी के लाभ हमारी कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। हल्दी में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है। इन पोषक तत्वों की मौजूदगी में हल्दी का पानी पीना स्वास्थ्य के साथ ही त्वचा के लिए लाभकारी होता है। आइए विस्तार से जाने हल्दी का पानी पीने के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं।
मधुमेह रोगीयों के लिए हल्दी का पानी बहुत ही फायदेमंद होता है। नियमित रूप से हल्दी के पानी का सेवन करने से मधुमेह प्रकार 2 के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। अध्ययनों से पता चलता है कि हल्दी रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर कर सकती है। अध्ययनों के अनुसार हल्दी में एक सक्रिय घटक होता है जिसे कर्क्यूमिन (curcumin) के नाम से जाना जाता है। यह मधुमेह से संबंधित स्थितियों का प्रभावी उपचार करने में मदद करता है। इस तरह से आप मधुमेह के लक्षणों को कम करने के लिए हल्दी पानी के फायदे प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा हल्दी का पानी उन लोगों के लिए भी लाभकारी है जो भविष्य में मधुमेह होने की संभावना से बचना चाहिए।
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आप अपने हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए हल्दी के पानी का उपयोग कर सकते हैं। हल्दी में मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ शरीर में कोलेस्ट्रॉल और एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं। कोलस्ट्रॉल धमनियों में प्लाक बिल्डअप की संभावना को बढ़ा सकता है जिससे स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ सकता है। हल्दी पानी का सेवन करने से धमनी की दीवारों पर विकसित हाने वाले रक्त के थक्कों से भी बचाने में मदद करते हैं। इस तरह से हल्दी पानी पीने के फायदे आपके हृदय संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।
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पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में हल्दी का उपयोग आंतों संबंधी समस्याओं के लिए सबसे अच्छा उपचार माना जाता है। प्राचीन समय की कई ग्रंथों में हल्दी के फायदे देखने को मिलते हैं। हल्दी के फायदे विशेष रूप से दूध के साथ सेवन करने में होते हैं। लेकिन हल्दी का पानी पीने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (gastrointestinal) लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। हल्दी का पानी पीने के फायदे पेट में एसिड और पित्त के अतिरिक्त उत्पादन को कम कर सकते हैं। इसके अलावा यह संयोजन आंत के स्वस्थ बैक्टीरिया को उत्तेजित करने में भी मदद करते हैं। इस तरह से आप अपने पेट और आंत्र विकार को दूर कर सकते हैं।
यदि आप भी पेट की ऐसी ही किसी समस्या से ग्रसित हैं तो अपने दैनिक जीवन में हल्दी के पानी को शामिल कर लाभ ले सकते हैं।
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पेट में होने वाले अल्सर बहुत ही कष्टदायक और गंभीर होते हैं। अधिकांश स्थितियों में पेट के अल्सर एक संक्रामक सूक्ष्मजीव हेलिकोबेक्टर सिलोरी (helicobacter pylori) बैक्टीरिया की मौजूदगी के कारण होता हैं। लेकिन इस समस्या का उपचार करने के लिए हल्दी का पानी बहुत ही प्रभावी होता है। ऐसा माना जाता है कि हल्दी में एंटी-अल्सर गुण होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार पेप्टिक अल्सर का प्रभावी इलाज हल्दी के माध्यम से किया जा सकता है। इसके लिए हल्दी के अर्क से बने कैप्सूल आदि का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन फिर भी यह माना जाता है कि हल्दी का पानी पीना पेप्टिक अल्सर के लक्षणों को कम कर सकता है।
यदि आप भी पेट के अल्सर से ग्रसित हैं तो हल्दी के पानी का उपयोग कर सकते हैं। यह आपके पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है।
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हल्दी का औषधीय उपयोग प्राचीन समय से ही सामान्य सर्दी और खांसी के इलाज में किया जा रहा है। हल्दी पानी पीने के फायदे विशेष रूप से इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण हैं। क्योंकि ये एंटीऑक्सीडेंट हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने
में सहायक होते हैं। इसके अलावा हल्दी के एंटी-इंफ्लामेटरी गुण स्वशन संबंधी सूजन को दूर कर सर्दी से राहत दिला सकते हैं। इसके अलावा हल्दी में पाये जाने वाला घटक कर्क्यूमिन भी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। यदि आप सामान्य सर्दी या बुखार से ग्रसित हैं तो 1 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और सेवन करें। इस मिश्रण को दिन में 3 बार नियमित रूप से पीना आपकी समस्या को दूर कर सकता है। इस तरह से आप भी सर्दी और जुकाम के लिए हल्दी पानी पीने के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।(और पढ़े – सर्दी जुकाम और खांसी के घरेलू उपाय…)
आज दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली दवाओं में हल्छी का प्रमुख घटक के रूप में उपयोग किया जा रहा है। नियमित रूप से हल्दी के पानी का सेवन कर आप तनाव और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं का उपचार कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार हल्दी में अवसादरोधी गुण होते हैं। हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन सक्रिय घटक अवसाद को दूर करने में सहायक होता है। आपके लिए हल्दी का पानी लाभकारी हो सकता है। क्योंकि हल्दी पानी के फायदे मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से हल्दी का पानी पीने से मस्तिष्क न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन को संतुलित कर सकता है। जिससे आपके मूड में सुधार हो सकता है।
यह चिंता, तनाव और अवसाद आदि की समस्या को भी दूर करने में सहायक होता है। इस तरह से आप अपने तनाव प्रबंधन के लिए हल्दी के पानी का उपयोग कर सकते हैं।
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अल्जाइमर रोग जीवन की समग्र गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। लेकिन अध्ययन बताते हैं कि हल्दी का पानी पीने के फायदे अल्जाइमर रोग को रोक सकते हैं। हल्दी में पाए जाने वाले पोषक तत्व अल्जाइमर रोग और अन्य न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों की रोकथाम और उपचार करने में मदद करते हैं। आप भी अल्जाइमर रोग से बचने और भविष्य में इसके होने की संभावना को कम करने के लिए हल्दी के पानी के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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हल्दी का उपयोग पेय, पाउडर में या अर्क के रूप में किया जाए यह सभी स्थितियों में शरीर के लिए फायदेमंद होता है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण गठिया का उपचार करने में मदद करते हैं। इन लाभकारी गुणों की पुष्टि कई अध्ययनों से हुई है। गठिया का दर्द बहुत ही कष्टदायक होता है। इस प्रकार की समस्या का प्रभावी इलाज करने के लिए आप हल्दी के पानी को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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प्राचीन समय से ही हल्दी का उपयोग सौंदर्य उत्पादों में प्रमुख घटक के रूप में उपयोग किया जा रहा है। हल्दी में रोगाणुविरोधी और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। इसके अलावा हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं। जिनका उपयोग करने पर त्वचा संबंधी कई प्रकार की समस्याओं का प्रभावी इलाज किया जा सकता है। त्वचा संबंधी कई अध्ययनों से यह स्पष्ट हो चुका है कि हल्दी के औषधीय गुण त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। यदि आप अपनी त्वचा को सुंदर और निरोगी रखना चाहते हैं तो नियमित आधार पर हल्दी पानी का सेवन कर सकते हैं।
क्योंकि हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाने में मदद करते हैं। इसके लिए आप प्रतिदिन सुबह के समय 1 गिलास गर्म पानी में 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर को डालकर सेवन करें। इससे आपकी त्वचा की सभी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
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हल्दी के पानी के फायदे आपके ब्रेन हेल्थ को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं। अल्जाइमर रोग शरीर में हार्मोन के कम स्तर होने की बजह से होता है। लेकिन हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन शरीर में हार्मोन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। यदि आप नियमित रूप से प्रतिदनि हल्दी पानी का सेवन करते हैं तो आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ्य रख सकते हैं। इस तरह से आप अपनी ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए हल्दी पानी के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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कर्क्यूमिन अपने एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के लिए जाना जाता है। इसका मतलब यह है कि हल्दी का पीने पीने के फायदे शरीर के किसी भी हिस्से की सूजन को कम कर सकता है। सूजन के संबंध में यह सबसे अधिक अजमायी गई औषधी है जो बहुत ही प्रभावी होती है। यही कारण है कि चोट लगने या बीमार होने पर अक्सर हल्दी वाले दूध पीने की सलाह दी जाती है। आप भी अपने शरीर की सूजन को कम करने के लिए हल्दी के पानी का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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हल्दी में विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और खनिज पदार्थ होते हैं। इसके अलावा हल्दी में कैंसर विरोधी गुण भी होते हैं। इन गुणों के कारण हल्दी कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होती है। इस तरह से आप भी नियमित रूप से हल्दी के पानी का सेवन कर भविष्य में कैंसर होने की संभावना को कम कर सकते हैं।
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प्रतिदिन नियमित रूप से सुबह के समय हल्दी पानी पीने के फायदे पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखते हैं। यदि आप बार-बार अपच, पेट की गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं का शिकार होते हैं तो हल्दी का पानी पीना एक प्रभावी उपचार हो सकता है। आंत संबंधी परेशानियों से तुरंत ही राहत पाने के लिए भी हल्दी का पानी प्रभावी होता है। इस तरह से आप भी हल्दी के पानी के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
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हल्दी पानी के लाभ पित्त मूत्राशय की कार्य क्षमता में सुधार कर सकती है। यह संचित विषाक्त पदार्थों को आपके लीवर से दूर करने और लीवर को स्वस्थ्य रखने में सहायक होती है। आप भी अपने लीवर को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन हल्दी वाले पानी का सेवन कर सकते हैं।
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सामान्य रूप से हल्दी मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत ही प्रभावी औषधी मानी जाती है। अब तक देखने में यही आया है कि हल्दी का स्वास्थ्य में किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन फिर इस बात की सलाह दी जाती है कि हल्दी या हल्दी के पानी की अधिक मात्रा का सेवन करने से बचें। कुछ लोगों को हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन करने पर एलर्जी, उल्टी, मतली या दस्त आदि की समस्या हो सकती है।
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