Hand Washing Steps In Hindi क्या आप हाथ धोने के फायदे और हाथ धोने का सही तरीका जानते हैं हाथ की स्वच्छता (hand wash), अनेक प्रकार की बीमारियों और रोगाणुओं को फैलाने से रोकने के लिए अति आवश्यक है। साबुन और साफ पानी से हाथ धोने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं है, तो अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाइजर (Hand Sanitizers) का उपयोग किया जा सकता है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा खाने से पहले और बाथरूम से आने के बाद प्रत्येक बार कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने (hand wash) की सिफारिश की जाती है। हाथों पर साबुन रगड़ते समय, हथेलियों के पीछे, अंगुलियों के बीच में और नाखूनों को अच्छी तरह साफ करने का सुझाव दिया जाता हैं।
ज्यादातर लोग गर्म पानी से हाथ धोने के तरीके पर ज्यादा विश्वास करते है। लेकिन यहाँ सवाल यह उत्पन्न होता है कि क्या गर्म पानी, कमरे के तापमान पर रखे पानी या ठंडे पानी में से हाथ धोने के लिए ज्यादा प्रभावी है? यह सत्य है कि गर्मी बैक्टीरिया (bacteria) को खत्म करती है, लेकिन यह तभी संभव है जब पानी का तापमान सामान्य तापमान से अधिक हो। अधिक तापमान हाथ धोने (hand wash) के लिए आरामदायक नहीं हो सकता है। हाथ साफ करने के लिए कि साबुन या सैनिटाइजर (Sanitizer) का उचित मात्रा में उपयोग किया किया जाना चाहिए। आइये हाथ धोने का सही तरीका और इससे होने वाले फायदों को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
- हाथ धोना कब आवश्यक है – When hand washing is necessary in Hindi
- निम्न गतिविधियों के दौरान हाथ धोना बेहद जरूरी होता है – Always Wash Hands During The Following Activities In Hindi
- निम्न कार्यों से पहले हमेशा हाथों को धोना चाहिए – Always wash your hands before these Activities In Hindi
- हाथ धोने के चरण – Hand Washing Steps In Hindi
- हाथ साफ करने के लिए सेनिटाइजर्स – Hand Sanitizers in Hindi
- बच्चों को भी सिखाएं हाथ धोने का तरीका – Kids need clean hands in Hindi
- हाथ धोने के फायदे – Hand Washing Benefit In Hindi
- हाथ न धोने के नुकसान – Hath Na Dhone Ke Nuksan In Hindi
हाथ धोना कब आवश्यक है – When hand washing is necessary in Hindi
जब कोई व्यक्ति किसी भी वस्तुओं या सतहों को स्पर्श करता है, तो उनके हाथों पर रोगाणु जमा हो जाते हैं। और यह रोगाणु आंखों, नाक या मुंह को हाथ से छूने पर शरीर में प्रवेश कर जाते हैं, जो कि संक्रमण का कारण बनते हैं। यद्यपि कोई भी व्यक्ति अपने हाथों को जीवाणु मुक्त नहीं रख सकता है, लेकिन हाथों को अच्छी तरह से धोने से बैक्टीरिया (bacteria), वायरस और अन्य सूक्ष्म जीवों को फैलने या संक्रमित होने से रोका जा सकता है। अतः बैक्टीरिया (bacteria) के संक्रमण से बचने के लिए हाथों को समय समय पर धोना बहुत जरूरी होता है।
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निम्न गतिविधियों के दौरान हाथ धोना बेहद जरूरी होता है – Always Wash Hands During The Following Activities In Hindi
- शौचालय का उपयोग करने के दौरान
- डायपर बदलने के दौरान
- पशु, पशुआहार या अपशिष्ट पदार्थ को छूने के तुरंत बाद
- नाक साफ करते, खांसते या छींकते समय हाँथ का प्रयोग करने के बाद
- एक बीमार व्यक्ति के लिए घावों का इलाज करने के दौरान
- कचरा साफ करने के दौरान
- कोई भी गन्दी वस्तु को छूने के बाद।
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निम्न कार्यों से पहले हमेशा हाथों को धोना चाहिए – Always wash your hands before these Activities In Hindi
- भोजन करने या खाना तैयार करने के पहले
- एक बीमार व्यक्ति के लिए घावों का इलाज या देखभाल करने से पहले
- कांटेक्ट लेंस (Contact lens) लगाने या हटाने से पहले
- खाना खाने से पहले
हाथ धोने के चरण – Hand Washing Steps In Hindi
साबुन और पानी के साथ अपने हाथ धोना (hand wash) आम तौर पर सबसे अच्छा तरीका है। हाथों को साफ रखने के लिए मुख्य रूप से 7 चरणों (steps) का पालन किया जाना चाहिए। अतः हाथ धोने का तरीका में शामिल हैं:
- चरण 1 (steps 1) – हाथों को गर्म या ठंडा पानी से गीला करें और पर्याप्त साबुन का उपयोग करें। हाँथ धोने के लिए जीवाणुरोधी साबुन का उपयोग किया जाना चाहिए।
- चरण 2 (steps 2) – दोनों हाथों की हथेलियों को एक साथ रगड़ें।
- चरण 3 (steps 3) – प्रत्येक हाथ के पीछे रगड़ें।
- चरण 4 (steps 4) – अपनी अंगुलियों को दूर करते हुए उंगलियों के बीच दोनों हाथों को रगड़ें।
- चरण 5 (steps 5) – अपनी उंगलियों के पीछे और नाखूनों को अच्छी तरह साफ करें।
- चरण 6 (steps 6) – अपने अंगूठे और अपने कलाई को रगड़ें।
- चरण 7 (steps 7) – पानी के साथ दोनों हाथों को अच्छी तरह से धोएं।
- इसके अलावा नल को बंद करने के लिए तौलिया या पेपर का प्रयोग करें।
- फिर एक साफ तौलिये की मदद से हाथों को अच्छी तरह से सुखाएं।
- हाथों को सुखाने के बाद एक मॉइस्चराइजिंग लोशन (moisturizing lotion) हाथों पर लगायें।
- हाथों को ठीक से धोने के लिए लगभग 30 सेकंड का समय लें।
हाथ साफ करने के लिए सेनिटाइजर्स – Hand Sanitizers in Hindi
अल्कोहल आधारित हाथ सेनिटाइजर्स (Hand Sanitizers) साबुन और पानी उपलब्ध न होने पर हैंडवाशिंग के लिए एक अच्छा विकल्प हैं। हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस उत्पाद में कम से कम मात्रा में अर्थात 60 प्रतिशत अल्कोहल वाला हो।
सैनिटाइजर (sanitizer) से हाथ साफ करते समय इसे हथेली पर लेकर हाथों को अच्छी तरह तब तक रगड़ना चाहिए, जब तक वे सूख न जाए। अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाइजर (Hand Sanitizers) सही तरीके से उपयोग किए जाने पर यह विभिन्न प्रकार के सूक्ष्म जीवों को नष्ट कर सकते हैं, अतः हाथ धोने के लिए पर्याप्त सैनिटाइज़र का (Sanitizer) उपयोग करना चाहिए।
रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र का मानना है कि साबुन और पानी हाथ धोने के लिए हैण्ड सैनिटाइजर (Hand Sanitizers) से अधिक प्रभावी होते है।
बच्चों को भी सिखाएं हाथ धोने का तरीका – Kids need clean hands in Hindi
बच्चों को हमेशा हाथ धोने (hand wash) के लिए प्रोत्साहित करना चाहिये जिससे उन्हें स्वस्थ रहने में सहायता मिल सके। बच्चों को उचित तरीके से हाथ धोने (hand wash) के सभी चरणों की जानकारी देना चाहिये। समय-समय पर बच्चों को लगभग 20 सेकंड तक साबुन और साफ पानी से हाथ धोने का सुझाव दिया जाना चाहिए।
जब साबुन और पानी उपलब्ध नहीं होता तब अल्कोहल आधारित हैण्ड सैनिटाइजर (Hand Sanitizers) बच्चों और किशोरों के लिए हाथ साफ करने के लिए उचित होते है। परन्तु अल्कोहल (Alcohol) आधारित हैण्ड सैनिटाइजर का उपयोग करने के दौरान अपने छोटे बच्चों निगरानी में रखना चाहिये। क्योंकि इसको निगलने से अल्कोहल विषाक्तता (Toxicity) उत्पन्न कर सकती है।
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हाथ धोने के फायदे – Hand Washing Benefits In Hindi
नियमित तरीके से हाथ धोने (hand wash) की प्रक्रिया को अपनाया जाये, तो इससे व्यक्ति को अनेक प्रकार के स्वास्थ्य सम्बंधित लाभ प्राप्त हो सकते हैं, जो निम्न हैं:
- जीवाणुओं (bacteria) को फैलाने से रोका जा सकता है तथा उनके संक्रमण पर भी रोक लगाई जा सकती है।
- बीमारियों से बचा जा सकता है।
- सर्दी जुखाम जैसी सामान्य बीमारियों को होने से रोका जा सकता है।
- सामान्य सर्दी से होने वाले, मेनिनजाइटिस (meningitis), ब्रोंकोलाइटिस (bronchiolitis), फ्लू, हेपेटाइटिस ए और अन्य प्रकार की संक्रमक बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है।
- साबुन और पानी के साथ हाथ धोने से दस्त (Diarrhea) का खतरा 45% तक कम हो सकता है।
- बच्चों में फ्लू (Flu) या निमोनिया (pneumonia) जैसी बीमारियों को रोका जा सकता है।
- स्वस्थ रहकर बीमारियों से बचा जा सकता है जिससे आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है।
(और पढ़ें –बच्चों के दस्त (डायरिया) दूर करने के घरेलू उपाय)
हाथ न धोने के नुकसान – Hath Na Dhone Ke Nuksan In Hindi
हाथों में विभिन्न प्रकार के जीवाणु (bacteria) पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। प्रत्येक कार्य को करते समय आवश्यक रूप से हाथों को साफ (hand wash) करना चाहिए। हाथ न धोना, विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियों (Infectious diseases) का कारण बनता है। जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को बहुत अधिक ख़राब कर सकती है। सही तरीके से हाथ न धोने पर यह व्यक्ति में फ़ूड पोइज़निंग, ई कोलाई बैक्टीरिया (E. Coli bacteria) के कारण गंभीर दस्त (Diarrhea) तथा बुखार और फ्लू जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है जो आगे चलकर मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
(और पढ़ें –बुखार कम करने के घरेलू उपाय)
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