Soursop Benefits in Hindi हनुमान फल को और भी अन्य नामों जैसे लक्ष्मण फल, ग्राविओला या सोर्सोप आदि नामों से भी जाना जाता है आपने अब तक शायद सीता फल (custard apple) और राम फल के बारे में सुना होगा जो कि प्रकृति द्वारा प्रदान किये गए किसी उपहार से कम नहीं है। लेकिन क्या आपने कभी हनुमान फल के बारे में सुना हैं। हैरान न हों, यहां रामायण के पात्रों की बात नहीं हो रही है, बल्कि हमारे लिए प्रकृति (nature) द्वारा दिये गए स्वास्थ्य खजाने की बात हो रही है। हनुमान फल भी एक चमत्कारिक फल है जो हमें बहुत से स्वास्थ्य लाभ दिलाने में हमारी मदद करता है।
हनुमान फल के फायदे रक्तचाप कम करने , प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को मजबूत बनाने, पाचन आदि समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इस लेख में हम हनुमान फल के फायदे और नुकसान (Hanuman Phal ke fayde Aur Nuksan in Hindi) के बारे में जानेगें।
विषय सूची
1. हनुमान फल क्या है – Hanuman Phal Kya Hai in Hindi
2. हनुमान फल के पोषक तत्व – Hanuman Phal Ke Poshak Tatva in Hindi
3. हनुमान फल के फायदे – Hanuman Phal Ke Fayde in Hindi
4. हनुमान फल के उपयोग – Hanuman Phal Ke Upyog In Hindi
5. हनुमान फल के नुकसान – Hanuman Phal Ke Nuksan in Hindi
ग्रविओला या सोर्सोप आदि नामों से हनुमान फल को जाना जाता है जो कि कस्टर्ड एप्पल (Custard apple) परिवार से संबंधित सदाबहार पेड़ का फल है। हनुमान फल एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार पेड़ पर फलने वाला एक कांटेदार हरा फल है, जिसमें सफेद रंग की खाद्य लुग्दी और बहुत सारे बीज होते हैं। इस फल का स्वाद स्ट्रॉबेरी और अनानास के मिश्रित स्वाद की तरह होता है। इसमें उपस्थित पोषक तत्वों (Nutrients) के कारण यह हमें विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है। आइए जाने हनुमान फल के पोषक तत्व जो हमारे स्वास्थ्य सुधार के लिए आवश्यक होते हैं।
आयुर्वेदिक और आध्यात्मिक नाम से जुड़े हनुमान फल में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है। इस फल की 100 ग्राम मात्रा मे लगभग 66 कैलोरी और 3 से 4 ग्राम फाइबर होता है। इसमें किसी प्रकार का वसा और कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है। हनुमान फल के फायदे बताने के लिए इसके पोषक तत्व ही काफी है जिनमें विटामिन बी6, विटामिन बी12 और विटामिन ए के साथ विटामिन सी भी अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। इसमें पाए जाने वाले खनिजों में कैल्शियम (Calcium), मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन और सोडियम होते हैं। आइए जाने हनुमान फल के फायदे क्या हैं।
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चिकित्सकीय क्षमता होने के कारण इस फल का उपयोग विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। कुछ अध्ययनों ने साबित किया है कि यदि नियमित रूप से इस फल का सेवन किया जाता है तो यह मानव स्वास्थ्य (human health) के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका विशेष लाभ यह है कि इसका उपयोग कर कैंसर जैसी गंभीर समस्या से बचा जा सकता है इसके साथ ही यह आपकी त्वचा समस्याओं, पाचन, हृदय स्वास्थ्य (cardiovascular health) आदि के लिए भी लाभकारी होता है। आइए विस्तार से जाने हनुमान फल के फायदे जो अब तक आपको पता नहीं थे।
सोर्सोप फल यानी हनुमान फल में बहुत सारे बंधनकारी (astringent) गुण होते हैं जो त्वचा देखभाल में मदद करते हैं। इसका नियमित सेवन करके झुर्रियों और त्वचा की रेखाओं का उपचार किया जा सकता है जो समय से पहले आने बाले बुढ़ापे का संकेत होती हैं। हनुमान फल आपके चेहरे में आने बाले मुँहासों का भी उपचार कर सकता है साथ इससे होने वाली अन्य समस्याओं जैसे मुंहासों में दर्द और चेहरे की सूजन जैसी स्थितियों को भी रोकता है। इसके अलावा हनुमान फल में उपस्थित एसीटोलेनिन (acetogenins) एंटीमाइक्रोबायल गुण त्वचा पर होने वाले रोगजनकों और संक्रमण (Pathogenic and Infection) को रोकने में भी मदद करते हैं। इस तरह आप अपनी त्वचा से संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए हनुमान फल के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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आप अपने वजन घटाने (Lose weight) की प्रक्रिया को तेज करने के लिए हनुमान फल का सहारा ले सकते हैं। यदि आपको अब तक इसके फायदे पता नहीं थे तो जान लें कि यह आपके वजन को कम करने में आपकी भरपूर मदद कर सकता है। हनुमान फल में बहुत से विटामिन (Vitamins) होते हैं जिनमे प्रमुख रूप से विटामिन बी है जो आपके चयापचय को अनुकूलित करता है। आपकी स्वस्थ्य चयापचय (Metabolism) प्रणाली निष्क्रिय वसा को कम करने में सहायक होती है जिससे वजन घटाने के प्रयासों में अधिक सफलता मिलती है। हनुमान फल का सेवन आपके शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा (Extra energy) दिलाने में मदद करता है।
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विटामिन और खनिजों के साथ-साथ हनुमान फल में एंटी-इन्फ्लामेट्री (Anti-Inflammatory) गुण भी अच्छी मात्रा में मौजूद रहते हैं। जो पाचन तंत्र की सहायता करने और कब्ज, अपचन, पेट की ऐंठन, सूजन और दस्त (Diarrhea) आदि को रोकने में हमारी मदद करते हैं। इसमें उपस्थित कैल्शियम शरीर को प्रभावी ढंग से लौह अवशोषण में मदद करता है। साथ ही इसमें उपस्थित एंटीमाइक्रोबायल प्रभाव आंत के माइक्रोफ्लोरा (Microflora) को संतुलित करने में मदद करते हैं। हालांकि हनुमान फल का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके पेट में कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए इसका उचित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए।
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पिछले कुछ दशकों में हुए अध्ययन दावा करते हैं कि हनुमान फल कैंसर (Cancer) को ठीक करने का सबसे आसान तरीका है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान फल में कैंसर के प्रभाव को कम करने और उसे ठीक करने की क्षमता होती है जो कि इसमें एसीटोजेन (acetogenins) की उपस्थिति के कारण होता है। हनुमान फल में एंटीबायोटिक दवाओं का एक शक्तिशाली समूह होता है। अब तक ज्ञात अध्ययनों से पता चलता है कि यह गले, फेफड़े का कैंसर
, स्तन के कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के साथ-साथ ल्यूकेमिया का भी उपचार कर सकता है। हनुमान फल के औषधीय गुण कैंसर कोशिकाओं की उत्पादन क्षमता को कम करने और उत्परिवर्तित कोशिकाओं (Mutated cells) को नष्ट करने में मदद करते हैं।(और पढ़े – कैंसर क्या है कारण लक्षण और बचाव के उपाय…)
विटामिन सी की भरपूर मात्रा शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) के उत्पादन को उत्तेजित करता है। हनुमान फल में विटामिन सी एक प्रमुख घटक के रूप में मौजूद रहता है। यह शरीर में उपस्थित फ्री रेडिकल्स (Free radicals) को ढूंढकर उन्हें नष्ट करता है और शरीर के ऊतकों और अंगों में ऑक्सीडेंटिव तनाव को कम करने के लिए एंटीआक्सीडेंट (Antioxidant) की तरह कार्य करता है। हनुमान फल का नियमित सेवन करने से आप बायरल संक्रमण से भी बच सकते हैं।
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आंखों को स्वस्थ्य रखने में विटामिन ए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है जो कि हनुमान फल में अच्छी मात्रा में होता है। इसके साथ ही हनुमान फल के फायदे इनमें उपस्थित एंटीआक्सीडेंट के कारण होते हैं जो आंखों की दृश्य कोशिकाओं (Visual Cells) के गठन में मदद करते हैं। यदि हनुमान फल का नियमित सेवन किया जाए तो यह मैकुलर डीजेनेरेटिव बीमारीयों के शुरुआती लक्षणों को ही रोक देते हैं जो कि दृश्य कोशिकाओं को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाते हैं। हनुमान फल मोतियाबिंद (Cataracts) के विकास को भी कम करने में मदद करता है। इसलिए यदि आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य (Eye health) के लिए चिंतित हैं तो हनुमान फल का सेवन आपकी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
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एक स्वस्थ्य और संतुलित आहार के रूप में हनुमान फल का सेवन करने से रक्त शर्करा और ट्राइग्लिसराइड (Triglyceride) सामग्री को कम करके मधुमेह की रोकथाम और उपचार किया जा सकता है। एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण यह मधुमेह के दौरान यकृत और गुर्दे को ऑक्सीडेटिव क्षति से भी बचाता है। यदि आप मधुमेह (Diabetic) रोगी हैं तो हनुमान फल आपकी उपचार प्रक्रिया को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
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आप अपने शरीर में अच्छे रक्त परिसंचरण (Blood Circulation) के लिए हनुमान फल का नियमित सेवन कर सकते हैं। हनुमान फल के फायदे इसमें उपस्थित आयरन की उच्च मात्रा के कारण होते हैं जो परिसंचरण तंत्र (Circulatory system) को उत्तेजित करने में मदद करते हैं। इसमें उपस्थित आयरन लाल रक्त कोशिकाओं का एक प्रमुख घटक होता है जो अंग प्रणालियों और ऊतकों में ऊर्जा और ऑक्सीजन पहुंचाता है। यह शरीर की चयापचय गतिविधि (Metabolic Activity) को अनुकूलित करने के साथ ही क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने में भी मदद करता है।
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औषधीय गुणों से भरपूर हनुमान फल अल्सर को रोकने में मदद कर सकता है। अल्सर में दर्दनाक घाव होते हैं जो पेट के अंदरूनी भाग,अन्नप्रणाली (Esophagus) या छोटी आंत में विकसित होते हैं। कुछ अध्ययन यह बताते हैं कि हनुमान फल में एंटी-अल्सर प्रभाव होते हैं। जो कि पेट की श्लेष्म अस्तर (Mucous Lining) की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाते हैं। हनुमान फल पाचन तंत्र को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से भी बचाते हैं। आप अपने पेट से संबंधित समस्याएं चाहे वे पाचन या अल्सर (Digestion or ulcer) की हों इनसे बचने के लिए हनुमान फल का उपयोग कर सकते हैं।
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पोटेशियम (Potassium) आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है जो कि हनुमान फल में अच्छी मात्रा में होता है। पोटेशियम और सक्रिय यौगिकों की अच्छी मात्रा शरीर के रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। जो कि हृदय स्वास्थ्य (cardiovascular health) के लिए बड़ा खतरा होता है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह दिल पर तनाव कम करने और एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis), दिल का दौरा और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है।
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हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (Herpes Simplex Virus) के कारण होने वाले वायरल संक्रमण से हरपीस बीमारी होती है जो कि जननांगों और मुंह के आसपास होती है। हनुमान फल हरपीज के लिए एक अच्छा उपचार माना जाता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि हनुमान फल से निकाले गए रस हर्पस सिम्प्लेक्स 2 वायरस के खिलाफ एंटीवायरल (Antiviral) प्रभाव रखते हैं। जननांग हरपीज (Genital herpes) के अधिकांश मामलों में एचएसवी-2 जिम्मेदार होते हैं। अपने सुरक्षात्मक प्रभाव के कारण हनुमान फल का सेवन आपको हरपीस बीमारी से छुटकारा दिला सकता है।
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अपने बेहतरीन स्वाद (Taste) और औषधीय गुणों के कारण हनुमान फल को दुनिया भर में पसंद किया जाता है। इसका सेवन सीधे फल के रूप में करने के साथ-साथ आइस क्रीम, पुडिंग (puddings), केक आदि के साथ उपयोग किया जाता है। हनुमान फल का उपयोग शराब बनाने के लिए भी किया जाता है जिसके बहुत ही कम प्रमाण प्राप्त हैं। इसकी पत्तियों का उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाओं के निर्माण के लिए किया जाता है साथ ही इसकी पत्तियों की चाय भी बहुत ही लाभकारी होती है। हनुमान फल के पेड़ के लगभग सभी हिस्सों का औषधीय प्रयोजन के लिए उपयोग किया जाता है।
यह एक औषधीय फल है जो कि हमे बहुत से स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करता है।
लेकिन यदि इसे अवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जो इस प्रकार हैं :
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