कोई भी व्यक्ति अपने हाथों और पैरों में सुन्नता या संवेदना की कमी को महसूस कर सकता है। किसी अनुचित अवस्था में बैठने के कारण नसों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है, जिसके कारण रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप हाथों और पैरों में सुन्नता या झनझनाहट उत्पन्न हो सकती है। हालांकि यह समस्या अस्थाई होती है। लेकिन लंबे समय तक चलने वाली और अस्पष्टीकृत सुन्नता की स्थिति कुछ अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती है, जिसका निदान और इलाज किया जाना आवश्यक होता है। आज का यह लेख हाथ और पैरों के सुन्न होने से सम्बंधित है, इस लेख में आप हाथ और पैरों के सुन्न होने के कारण और घरेलू उपाय के बारे में जानेगें।
1. हाथ पैरों का सुन्न होना – Numbness in hands and legs in Hindi
2. हाथ पैर सुन्न होने के कारण – Numbness of hands and feet causes in Hindi
3. हाथ पैर के सुन्न होने की स्थिति में डॉक्टर को कब दिखाना है – When to see a doctor for Numbness in hands and feet in Hindi
4. हाथ पैर सुन्न होने के घरेलू उपाय – Numbness in hands and feet home remedy in Hindi
5. हाथ पैर को सुन्न होने से रोकने के लिए उपाय – Numbness in hands and feet prevention tips in Hindi
हाथ पैरों का सुन्न होना – Numbness in hands and legs in Hindi
हाथ और पैरों में सुन्नता की स्थिति, उन क्षेत्रों में स्पर्श संवेदना (touch sensation) की कमी को व्यक्त करती है। हाथों और पैरों का सुन्न होना, हमेशा चिंता का कारण नहीं होता है। यह सुन्नता कुछ सामान्य स्थितियों जैसे- कार्पल टनल (carpal tunnel), पोषण की कमी या दवा के साइड इफेक्ट के फलस्वरूप उत्पन्न हो सकती है। लेकिन लंबे समय तक सुन्नता की स्थिति अनेक चिकित्सकीय स्थितियों जैसे- मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस), मधुमेह, परिधीय धमनी रोग या फाइब्रोमायल्जिया आदि के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। अतः जब कुछ चिकित्सकीय स्थितियां हाथ पैरों में सुन्नता का कारण बनती है, तब सम्बंधित व्यक्ति द्वारा सुन्नता के साथ अन्य लक्षणों का भी अनुभव किया जा सकता है।
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हाथ पैर सुन्न होने के कारण – Numbness of hands and feet causes in Hindi
हाथों और पैरों का सुन्न होना एक सामान्य समस्या है, जो विभिन्न कारणों से उत्पन्न हो सकती है, जिनमें निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
हाथ पैर सुन्न होने का कारण स्ट्रोक – Numbness in hands and feet causes stroke in Hindi
आमतौर पर हाथों का सुन्न होना आपातकालीन स्थिति का संकेत नहीं होता है। लेकिन हाथ पैर सुन्न होने के साथ-साथ अन्य लक्षणों का भी अनुभव होता है, तो यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है। स्ट्रोक की स्थिति में हाथ सुन्न होना के साथ-साथ निम्न लक्षणों का अनुभव किया जा सकता है, जैसे:
- हाथ या पैर का अचानक सुन्न हो जाना, खासकर शरीर के केवल एक तरफ
- अन्य लोगों से बोलने या समझने में परेशानी
- उलझन (confusion)
- चेहरा मुरझा जाना
- अचानक एक या दोनों आँखों से देखने की क्षमता में कमी आना
- आपको अचानक चक्कर आना या संतुलन खोना
- अचानक गंभीर सिरदर्द होना, इत्यादि।
अतः यदि किसी व्यक्ति के पास हाथ पैर सुन्न होने के साथ-साथ अन्य लक्षण हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए तथा उचित इलाज प्राप्त करना चाहिए।
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हाथ पैर सुन्न होने का कारण विटामिन या खनिज की कमी – Vitamin or mineral deficiency causes numbness in hands and feet in Hindi
शरीर की तंत्रिकाओं (nerves) को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन बी12 की आवश्यकता होती है। जबकि विटामिन या खनिज की कमी दोनों हाथों और पैरों में सुन्नता या झुनझुनी को उत्पन्न कर सकती है।
पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी12 की कमी से उत्पन्न होने वाली सुन्नता के साथ-साथ अन्य लक्षणों को भी महसूस किया जा सकता है, जैसे:
- कमजोरी आना
- थकान महसूस होना
- त्वचा और आंखों का पीला होना या पीलिया उत्पन्न होना
- चलने और संतुलन रखने में परेशानी होना
- अच्छी तरह सोचने में कठिनाई होना
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हाथ पैर के सुन्नपन का कारण हैं कुछ दवाएं – Numbness in hands and feet causes certain medications in Hindi
दवाओं के दुष्प्रभाव के फलस्वरूप न्यूरोपैथी रोग उत्पन्न हो सकता है। यह रोग तंत्रिका क्षति के साथ-साथ हाथ पैर सुन्न होने का कारण बन सकता है। सुन्नता का कारण बनने वाली कुछ दवाओं में निम्न को शामिल किया जा सकता है:
- एंटीबायोटिक्स दवाएं जैसे- मेट्रोनिडाजोल (फ्लैगिल), नाइट्रोफ्यूरन्टाइन (मैक्रोबिड) और फ्लोरोक्विनोलोन (सिप्रो) इत्यादि।
- एंटीकैंसर ड्रग्स (Anticancer drugs) जैसे- सिस्प्लैटिन और विन्क्रिस्टाईन (vincristine) इत्यादि।
- एंटीसेज़्योर दवाएं (Antiseizure drugs) जैसे- फ़िनाइटोइन (दिलान्टिन)।
- दिल या रक्तचाप की दवाएं, जैसे- ऐमियोडैरोन (नेक्सटेरोन) और हाइड्रालाजिन (hydralazine (Apresoline)) इत्यादि।
तंत्रिका क्षति को प्रेरित करने वाली दवाओं के साइड इफ़ेक्ट के कारण अन्य लक्षणों को भी महसूस किया जा सकता है, जैसे:
- झुनझुनी आना
- हाथों में असामान्य भावनाएँ
- कमजोरी महसूस होना, इत्यादि।
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हाथों और पैरों में सुन्नता के कारण रेनॉड रोग – Raynaud’s disease causes numbness in hands and feet in Hindi
रेनॉड रोग (Raynaud’s disease) या रेनॉड (Raynaud’s) की घटना तब उत्पन्न होती है, जब रक्त वाहिकाएं संकीर्ण हो जाती हैं, जिसके कारण हाथों और पैरों तक पर्याप्त रक्त का संचार नहीं हो पाता है। रक्त प्रवाह की कमी के कारण हांथों और पैरों की उंगलियों में सुन्नता, ठंडापन, पीलापन और अत्यधिक दर्द जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। ये सभी लक्षण आमतौर पर तब उत्पन्न होते हैं, जब व्यक्ति ठंड के संपर्क में आता है।
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कार्पल टनल के कारण हाथ पैरों का सुन्न होना – Numbness of hands and feet due to Carpal tunnel in Hindi
कार्पल टनल (Carpal tunnel) एक संकीर्ण मार्ग है, जो कलाई (wrist) के केंद्र से होकर गुजरता है। इस टनल के केंद्र में माध्यिका तंत्रिका (median nerve) उपस्थित होती है। यह तंत्रिका अंगूठे, तर्जनी, मध्यमा और अनामिका उंगलियों के सभी भाग में फीलिंग को सप्लाइ करती है।
टाइपिंग या समानुक्रम (assembly line) जैसी दोहरावदार गतिविधियों के कारण, माध्यिका तंत्रिका के चारों ओर उपस्थित रहने वाले ऊतकों में सूजन और तंत्रिका पर दबाव उत्पन्न हो सकता है। दबाव से प्रभावित होने वाले हाथ में झुनझुनी, दर्द और कमजोरी के साथ-साथ सुन्नता की स्थिति उत्पन्न होती है।
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हाथ पैरों में सुन्नता का कारण मधुमेह – Hands and Feet Numbness Causes Diabetes in Hindi
मधुमेह की स्थिति में मानव शरीर, कोशिकाओं के अन्दर रक्तप्रवाह के माध्यम से शर्करा को स्थानांतरित करने में समर्थ नहीं होता है। अतः कोशिकाओं में लंबे समय तक रक्त शर्करा के उच्च स्तर बने रहने के कारण तंत्रिका क्षति को प्रेरित करते हैं। अतः मधुमेह वाले कुछ व्यक्तियों में तंत्रिका क्षति की स्थिति को डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic neuropathy) कहा जाता है। मधुमेह न्यूरोपैथी हाथ, पैरों और तलवों में सुन्नता, झुनझुनी और दर्द का कारण बन सकती है। डायबिटिक न्यूरोपैथी की स्थिति में व्यक्ति सुन्नता के साथ अन्य लक्षणों को भी महसूस कर सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- जलन (Burning)
- पिंस और नीडल्स (pins-and-needles) या सुई जैसी चुभन होना
- कमजोरी आना
- दर्द होना
- तंत्रिका संतुलन में हानि, इत्यादि।
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हाथ पैर के सुन्नपन का कारण फाइब्रोमायल्जिया – Numbness in hands and feet due to Fibromyalgia in Hindi
फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) एक ऐसी स्थिति है, जो थकान और मांसपेशियों में दर्द का कारण बनती है। यह स्थिति कभी-कभी क्रोनिक थकान सिंड्रोम (chronic fatigue syndrome) के साथ भ्रमित कर सकती है, क्योंकि इन दोनों स्थितियों के लक्षण समान होते हैं। फाइब्रोमायल्जिया (Fibromyalgia) से पीड़ित व्यक्ति हाथ, पैर और चेहरे में सुन्नता तथा झुनझुनी को भी महसूस कर सकते हैं।
फाइब्रोमायल्जिया से पीड़ित व्यक्ति सुन्नता तथा झुनझुनी के अतिरिक्त अन्य लक्षणों को भी महसूस कर सकता है, जिनमें शामिल हैं:
- डिप्रेशन (depression) की समस्या उत्पन्न होना
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी महसूस होना
- नींद की समस्या उत्पन्न होना
- सिर दर्द होना
- पेट में दर्द की समस्या उत्पन्न होना
- कब्ज की समस्या
- दस्त लगना, इत्यादि।
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शराब के उपयोग से हाथ पैर का सुन्न होना – Numbness of hands and feet by using Alcohol in Hindi
अल्कोहल का कम मात्रा में सेवन सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन नसों (nerve) के साथ साथ शरीर के अन्य ऊतकों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। शराब का अत्यधिक सेवन, विटामिन बी के कम स्तर का कारण बनता है जिसके फलस्वरूप तंत्रिका क्षतिग्रस्त हो सकती है। अतः जो व्यक्ति शराब का दुरुपयोग करते हैं, वे कभी-कभी हाथों और पैरों में सुन्नता और झुनझुनी का अनुभव कर सकते हैं।
शराब के अत्यधिक सेवन से संबंधित न्यूरोपैथी (तंत्रिका क्षति) के कारण निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे:
- शरीर के कुछ हिस्सों में सुई जैसी चुभन महसूस होना
- मांसपेशी में कमज़ोरी आना
- मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या उत्पन्न होना
- पेशाब को नियंत्रित करने में परेशानी उत्पन्न होना
- स्तंभन दोष की समस्या उत्पन्न होना, इत्यादि।
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सुन्नता का कारण है मल्टीपल स्क्लेरोसिस – Numbness caused by Multiple sclerosis in Hindi
मल्टीपल स्केलेरोसिस से सम्बंधित व्यक्ति संवेदी तंत्रिका क्षति (sensory nerve damage) का अनुभव करते हैं, जिसके कारण उनके शरीर या अंगों के एक छोटे से हिस्से में सुन्नता का अनुभव हो सकता है। यद्यपि मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीड़ित व्यक्ति केवल कम समय के लिए ही सुन्नता का अनुभव कर सकते हैं।
पैर सुन्न होने का कारण परिधीय धमनी रोग – Numbness in feet caused by Peripheral artery disease in Hindi
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) या परिधीय धमनी रोग पैरों, हाथों और पेट में पेरिफेरल ब्लड आर्टरीज (peripheral blood arteries) को संकुचित कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है। पैर पेरिफेरल आर्टरी डिजीज द्वारा प्रभावित शरीर के सबसे आम हिस्सों में से एक है। अतः परिधीय धमनी रोग (PAD) से पीड़ित अधिकांश व्यक्ति पैरों और कूल्हों में दर्द और ऐंठन का अनुभव करते हैं। जबकि कुछ व्यक्तियों में कमजोरी और पैर के सुन्न होने की स्थिति का अनुभव होता है। परिधीय धमनी रोग (पीएडी) के लक्षण आमतौर पर कुछ मिनटों तक आराम करने के बाद दूर हो जाते हैं।
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हाथ पैर का सुन्न होने का कारण थायराइड विकार – Hands and Feet numb during Thyroid disorder in Hindi
एक अंडरएक्टिव थायराइड या हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति, हाथों और पैरों में संवेदनाओं का संचरण करने वाली नसों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके अतिरिक्त अनुपचारित हाइपोथायरायडिज्म अंततः परिधीय न्यूरोपैथी (peripheral neuropathy) का कारण बनता है। जिसके फलस्वरूप हाथों और पैरों में सुन्नता, कमजोरी और झुनझुनी पैदा हो सकती है।
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हाथ पैर की सुन्नता का कारण लाइम रोग – Causes of Numbness in hands and feet Lyme disease in Hindi
लाइम की बीमारी, बोरेलिया बर्गडोरफी (Borrelia burgdorferi) नामक जीवाणु के कारण होने वाला एक संक्रमण है। जो लोग लाइम रोग से पीड़ित होते हैं, वे फ्लू जैसे संकेतों जैसे लक्षणों को उत्पन्न करते हैं। इसके अतिरिक्त लाइम की बीमारी निम्न लक्षणों को भी उत्पन्न करती है, जैसे:
- हाथ पैर का सुन्न होना
- जोड़ों का दर्द और सूजन उत्पन्न होना
- चेहरे के एक तरफ अस्थायी लकवा (paralysis)
- बुखार और तेज सिरदर्द होना
- मांसपेशियों को हिलाने-डुलाने में परेशानी होना, इत्यादि।
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हाथ पैरों में झनझनाहट या सुन्नता का कारण ल्यूपस – Numb and Tingling hands and feet causes Lupus in Hindi
ल्यूपस (Lupus) एक ऑटोइम्यून बीमारी है। यह कई अंगों और ऊतकों में सूजन का कारण बनती है। ल्यूपस के लक्षण अस्थाई होते हैं, और शरीर के प्रभावित हिस्से पर निर्भर करते हैं।
सूजन के परिणामस्वरूप नसों में दबाव उत्पन्न हो सकता है, और हाथों में सुन्नता या झुनझुनी उत्पन्न हो सकती है। इसके अतिरिक्त ल्यूपस की स्थिति में अन्य सामान्य लक्षणों को भी देखा जा सकता है, जैसे:
- चेहरे पर तितली के आकार दाने और धब्बे उत्पन्न होना
- थकान महसूस होना
- जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन की समस्या
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
- हाथों और पैर की उंगलियां ठंडी और नीली हो जाना
- सिर दर्द
- उलझन
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
- दृष्टि दोष उत्पन्न होना
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हाथ पैरों के सुन्न होने के कारण मल्टीपल स्क्लेरोसिस – Multiple sclerosis (MS) causes of Numbness in hands and feet in Hindi
आप को पता होना चाहिए कि, मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक ऑटोइम्यून रोग है। इस स्थिति में व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंतुओं की सुरक्षात्मक कोटिंग पर हमला करके उन्हें क्षतिग्रस्त कर देती है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस की स्थिति में हाथ, चेहरा या पैर में सुन्नता और झुनझुनी जैसे लक्षणों का महसूस होना आम है। सुन्नता आमतौर पर शरीर के प्रभावित अंग या शरीर के केवल एक तरफ उत्पन्न होती है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस के अन्य लक्षणों में निम्न को शामिल किया जाता है, जैसे:
- दृष्टि खोना (vision loss)
- दोहरी दृष्टि (double vision) की समस्या
- झुनझुनी (tingling) उत्पन्न होना
- कमजोरी आना
- चलने में परेशानी होना
- थकान महसूस होना
- मूत्राशय या आंत्र पर नियंत्रण खो देना, इत्यादि।
(और पढ़े – कमजोरी और थकान के कारण, लक्षण और इलाज…)
हाथ पैर के सुन्न होने की स्थिति में डॉक्टर को कब दिखाना है – When to see a doctor for Numbness in hands and feet in Hindi
यदि किसी व्यक्ति के हाथ पैर की सुन्नता कुछ दिनों के भीतर ठीक नहीं होती है या फिर सुन्नता शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हाथ पैर के सुन्न होने के साथ-साथ निम्न लक्षणों के विकसित होने पर भी तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, इन लक्षणों में शामिल हैं:
- कमजोरी महसूस होना
- शरीर के एक या एक से अधिक भागों को हिलाने-डुलाने में कठिनाई
- उलझन महसूस होना
- बात करने में परेशानी होना
- दृष्टि खोना
- चक्कर आना
- अचानक, गंभीर सिरदर्द की समस्या उत्पन्न होना, इत्यादि।
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हाथ पैर सुन्न होने के घरेलू उपाय – Numbness in hands and feet home remedy in Hindi
हाथों और पैरों के सुन्नपन की स्थिति में कोई भी व्यक्ति घरेलू उपचार के दौरान निम्न उपाय अपना सकता है, जैसे कि:
हाथ पैर के सुन्नपन का घरेलू उपाय गर्म सिकाई – Numbness in hands and feet home remedy Warm Compress in Hindi
हाथों और पैरों में सुन्नता से छुटकारा पाने के लिए सबसे असरदार उपाय प्रभावित क्षेत्र पर गर्म सेक लगाना है। गर्म सिकाई, शरीर के सुन्नता प्रभावित हिस्से में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करती है। इसके अलावा, यह उपाय सुन्नता से प्रभावित क्षेत्र में मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को आराम प्रदान करता है। लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि, पीड़ित व्यक्ति को सुन्न पैरों और हाथों की अधिक गर्म सिकाई करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे सूजन बढ़ने के साथ-साथ दर्द और सुन्नता में भी वृद्धि हो सकती है। सुन्नता से राहत प्राप्त करने के लिए गर्म स्नान या हीटिंग पैड का उपयोग किया जा सकता है।
(और पढ़े – गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान… )
हाथ पैर सुन्न होने पर घरेलू इलाज है मालिश – Massage is Home treatment for numbness in hands and feet in Hindi
सुन्न पैरों और हाथों की मालिश करने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और लक्षणों को कम करने में भी मदद मिलती है। अतः हाथों या पैरों के सुन्न हो जाने पर, उनकी अच्छी तरह से मालिश करना चाहिए। यह उपाय सुन्नता कम करने के लिए उस हिस्से में रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है। इसके अलावा, कम से कम 5 मिनट के लिए मसाज करने से तंत्रिकाओं और मांसपेशियों को उत्तेजित कर, उनके कामकाज में सुधार लाने में मदद मिलती है। मालिश करने के लिए हल्का गर्म जैतून तेल, नारियल तेल या सरसों का तेल लिया जा सकता है।
(और पढ़े – बॉडी मसाज के लिए बेस्ट तेल और इनके फायदे…)
हाथ पैर सुन्न होने से बचने का उपाय है व्यायाम – Exercise for prevention Numbness in hands and feet in Hindi
व्यायाम शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन और रक्त परिसंचरण में सुधार कर सकता है, तथा सुन्नता और झुनझुनी जैसी संवेदनाओं को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा, नियमित व्यायाम करने से शरीर की गतिशीलता में सुधार आता है और अनेक स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद मिलती है। अतः हाथ पैर के सुन्न होने की समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों को प्रतिदिन सुबह 15 मिनट के लिए हाथ और पैर से सम्बंधित साधारण व्यायाम करना चाहिए। इससे सम्बंधित निम्न एक्सरसाइज को अपनाया जा सकता है, जैसे:
- कार्डियोवस्कुलर वर्कआउट
- एरोबिक व्यायाम
- जॉगिंग
- साइकिल चलाना
- तैराकी, इत्यादि।
नोट: हाथ या पैर की उंगलियों में सुन्नता के स्थितियों में उच्च-प्रभाव वाले व्यायाम से बचें।
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हाथ पैर सुन्न होने के उपाय प्रभावित भाग को ऊपर उठाना – Numbness remedy is Elevating the Affected Part in Hindi
खराब रक्त परिसंचरण के कारण भी हाथ और पैरों में सुन्नता उत्पन्न हो सकती है। अतः इसे कम करने और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए प्रभावित क्षेत्र को कुछ मिनट तक ऊंचा रखने की सलाह दी जाती है। इस उपाय से प्रभावित क्षेत्र में रक्त का प्रवाह सामान्य हो सकता है, और सुन्नता दूर हो सकती है।
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हाथ पैर के सुन्नपन का इलाज हल्दी से – Numbness in home treatment by Turmeric in Hindi
हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन (Curcumin) नामक एक यौगिक, जो पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करता है, एवं इसके एंटी इंफ्लेमेटरी गुण प्रभावित क्षेत्र में दर्द और अन्य परेशानी को कम करने में मदद करते हैं।
अतः सुन्नपन का इलाज करने के लिए 1 कप दूध में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर, हल्का गर्म करें, एवं इसमें थोड़ा शहद मिलाकर रोजाना सेवन करें। इससे शरीर के विभिन्न भागों में रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त हल्दी पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट तैयार करें और हल्का गर्म कर कुछ मिनट के लिए प्रभावित क्षेत्र की मालिश करें।
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हाथ पैर के सुन्नपन का घरेलू इलाज सेंधा नमक – Epsom Salt Numbness in legs and feet home treatment in Hindi
गर्म पानी के टब में थोड़ा सेंधा नमक मिलाकर, उसमें सुन्न हाथ और पैरों को भिगोकर रखने से सुन्नता कम करने में मदद मिलती है। सेंधा नमक को रासायनिक रूप से मैग्नीशियम सल्फेट क्रिस्टल के रूप में जाना जाता है। अतः सेंधा नमक शरीर में मैग्नीशियम के स्तर में वृद्धि करने और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद कर सकता है। परिणामस्वरूप उचित रक्त परिसंचरण सुन्नता को कम करने और इसकी पुनरावृत्ति को रोकने में मदद कर सकता है।
नोट: ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह उपाय मधुमेह या गुर्दे की समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति को नहीं अपनाना चाहिए।
(और पढ़े – सेंधा नमक के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
हाथ पैर सुन्न होने का घरेलू उपाय है दालचीनी – Home remedies for numbness in hands and feet is Cinnamon in Hindi
दालचीनी में अनेक रसायन और पोषक तत्व जैसे- मैंगनीज और पोटेशियम के साथ-साथ महत्वपूर्ण विटामिन बी, इत्यादि मौजूद होते हैं। इसके पोषण सम्बन्धी गुण हाथ और पैर में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिसके कारण दालचीनी का उपयोग हाथ और पैरों में सुन्नता का इलाज करने के लिए किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना 2 से 4 ग्राम दालचीनी पाउडर का सेवन करना सेहत के लिए लाभदायक होता है। अतः हाथ पैर के सुन्न होने की स्थिति में 1 गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त दालचीनी पाउडर और शहद के एक-एक चम्मच को आपस में मिलाकर, हर सुबह कुछ हफ्तों तक सेवन किया जा सकता है।
(और पढ़े – दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान…)
हाथ पैर के सुन्नपन का आयुर्वेदिक इलाज गिंको (जिन्कगो) बाइलोबा – Ayurvedic treatment for numbness in hands and feet ginkgo biloba in Hindi
गिंको (जिन्कगो) बाइलोबा को हाथ पैर की सुन्नता का आयुर्वेद इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह एक लोकप्रिय जड़ी-बूटी है, जो रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। अतः हाथों और पैरों के सुन्न होने की समस्या को कम करने और सुन्नता को रोकने में मदद करने के लिए गिंको बाइलोबा सप्लीमेंट (Ginkgo Biloba supplement) का सेवन किया जा सकता है। इस सप्लीमेंट का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लेना चाहिए।
(और पढ़े – गिंको (जिन्कगो) बाइलोबा के फायदे और नुकसान…)
हाथ पैर के सुन्नपन के उपचार के लिए विटामिन बी-रिच फूड्स – Numbness in hands and feet treatment by Vitamin B-Rich Foods in Hindi
हाथों और पैरों में सुन्नता और झुनझुनी जैसी संवेदनाओं को रोकने के लिए, बी विटामिन से परिपूर्ण खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है। विशेष रूप से विटामिन बी6 और विटामिन बी12 में उच्च खाद्य पदार्थ स्वस्थ तंत्रिका कामकाज के लिए आवश्यक होते हैं। विटामिन बी6 और बी12 में उच्च खाद्य पदार्थ में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
- अंडे
- मीट और मछली
- बीज
- नट्स
- फोर्टिफाइड अनाज (fortified cereals)
- एवोकाडो
- केले
- बीन्स
- दलिया (oatmeal)
- दूध
- पनीर
- दही
- सूखे मेवे (dried fruits), इत्यादि।
(और पढ़े – विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिये खाएं ये खाद्य पदार्थ…)
हाथ पैर को सुन्न होने से रोकने के लिए उपाय – Numbness in hands and feet prevention tips in Hindi
यदि कोई व्यक्ति हाथ या पैर में सुन्नता का अनुभव करता है, तो हाथ पैर सुन्न होने के बचाव सम्बन्धी उपाय में निम्न को भी शामिल किया जा सकता है जैसे:
- लंबे समय तक एक ही स्थिति में नहीं बैठना चाहिए, रक्त परिसंचरण में सुधार करने के लिए समय समय पर घूमते रहना चाहिए।
- उचित नींद लेनी चाहिए।
- वजन कम करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- तंबाकू और कैफीन के सेवन से बचना चाहिए।
- ठंड के मौसम में हाथ पैर सुन्न होने की समस्या अधिक उत्पन्न होती है, अतः हाथों और पैरों को गर्म रखने के लिए गर्म कपड़ें पहनना चाहिए।
- निर्जलीकरण की समस्या भी पैरों और हाथों में सुन्नता पैदा कर सकती है, अतः पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ या पानी का सेवन करना चाहिए।
- तनाव की स्थिति केंद्रीय तंत्रिका विकारों से सम्बंधित लक्षणों को बदतर बना सकता है, अतः मानसिक तनाव को कम करने के लिए उचित प्रयास करना चाहिए।
- पर्याप्त विटामिन और अन्य पोषक तत्वों की कमी सूजन, दर्द और सुन्नता का करण बन सकती है। अतः हाथ पैर को सुन्न होने से बचाने के लिए एक स्वस्थ, संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए।
- शराब में विषाक्त पदार्थ उपस्थित होते हैं, जो तंत्रिका क्षति और सुन्नता का कारण बन सकते हैं। अतः सुन्नता की स्थिति से बचने के लिए शराब से परहेज करना चाहिए।
(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)
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