burning sensation in chest in Hindi आप सभी ने कभी न कभी छाती या सीने में जलन से सम्बंधित लक्षण जरुर महसूस किये होगें। सीने में जलन होने की स्थिति को हार्टबर्न के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में ब्रेस्टबोन के ठीक पीछे जलन वाला दर्द अक्सर खाने के बाद, और लेटने या झुकने पर बढ़ जाता है। अधिकाँश स्थितियों में हार्ट बर्न की समस्या आम है और इसे जीवन शैली में बदलाव कर तथा कुछ घरेलू उपाय अपनाकर दूर किया जा सकता है। लेकिन अधिक बार सीने में जलन होने की समस्या दिनचर्या में हस्तक्षेप कर सकती है और एक अधिक गंभीर स्थिति का लक्षण हो सकती है, जिसके लिए इलाज की जरुरत पड़ती है।
इस लेख में आप जानेगें कि हार्टबर्न क्या है, सीने में जलन क्यों होती है, इसके कारण, लक्षण, जाँच, इलाज और हार्ट बर्न दूर करने के बचाव संबंधी उपाय के बारे में।
सीने में जलन होने की समस्या को हार्ट बर्न (heartburn) के नाम से जाना जाता है, जो अक्सर गले या मुंह में कड़वा स्वाद के साथ होती है। इस स्थिति में आपके पेट के ऊपरी हिस्से में या ब्रेस्टबोन (breastbone) के नीचे जलन होती है। यह स्थिति बहुत अधिक भोजन करने या लेटने से अधिक बदतर या अधिक गंभीर हो सकती है।
सामान्य तौर पर, आप घर पर हार्टबर्न के लक्षणों का सफलतापूर्वक इलाज कर सकते हैं। हालांकि, अगर बार-बार हार्टबर्न की समस्या खाने या निगलने में मुश्किल पैदा करती है, तो यह स्थिति अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत या लक्षण हो सकता है, जिसके लिए डॉक्टर की सहायता लेना आवश्यक हो जाता है।
हार्टबर्न की स्थिति में सीने या छाती के बीच में स्टर्नम (sternum) या ब्रेस्टबोन के पीछे जलन होती है। इसके अतिरिक्त्त जलन को गले में भी महसूस किया जा सकता है। अतः हार्टबर्न की स्थिति में निम्न लक्षण महसूस किये जा सकते हैं जैसे:
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सीने में जलन आमतौर पर तब होती है जब पेट की सामग्री (जैसे- एसिड, भोजन) ग्रासनली (esophagus) में वापस आ जाती है।
ग्रासनली (esophagus) एक ट्यूब है जो भोजन और तरल पदार्थ को मुंह से पेट में ले जाती है। निचले इसोफेजियल स्फिंक्टर (lower esophageal sphincter (LES)) नामक पेशीय वाल्व की समस्या के कारण हार्टबर्न के लक्षण शुरू हो सकते हैं। LES को कार्डियक स्फिंक्टर के नाम से भी जाना जाता है, यह वह जगह है जहां ग्रासनली, पेट से मिलती है।
जब कार्डियक स्फिंक्टर (cardiac sphincter) ठीक से काम नहीं करता है, तो पेट से सामग्री वापस ग्रासनली में लीक हो जाती है, जिससे हार्टबर्न के लक्षण उत्पन्न होते हैं।
भोजन के ठीक बाद बिस्तर पर लेटने से भी हार्ट बर्न की समस्या उत्पन्न हो सकती है। चूँकि खाने के बाद बिस्तर पर लेटने से भोजन ठीक तरह से नहीं पचता है, जिससे भोजन के पाचन के लिए पेट में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। पेट में उत्पन्न अतिरिक्त एसिड की मात्रा और भोजन सामग्री ग्रासनली में आ सकता है, जिससे गले तथा सीने में तीव्र जलन उत्पन्न होती है।
ज्यादा खाना और पेट में बहुत अधिक दबाव (जैसे- मोटापा, गर्भावस्था या कब्ज) के कारण भी हार्ट बर्न हो सकता है।
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हार्ट बर्न के जोखिम को बढ़ाने वाले और लक्षणों को खराब करने वाले कारकों में निम्न शामिल हैं:
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लंबे समय तक हार्ट बर्न की समस्या आपके स्वास्थ्य को बुरे तरीके से प्रभावित कर सकती है। बार बार उत्पन्न होने वाली सीने में जलन की स्थिति का समय पर निदान और इलाज नहीं किया गया तो यह निम्न जटिलताओं का कारण बन सकती है, जिनमें शामिल हैं:
यदि आप प्रति सप्ताह दो बार से अधिक हार्ट बर्न (सीने में जलन) का अनुभव करते हैं तो यह अधिक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। हालांकि सीने में जलन की समस्या अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों (gastrointestinal conditions) के साथ उत्पन्न होती है, जैसे- पेट में अल्सर या गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (gastroesophageal reflux disease)। यदि आप हार्ट बर्न के अलावा अन्य लक्षणों को महसूस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इन लक्षणों में शामिल हैं:
हार्टबर्न का संबंध हार्ट अटैक से नहीं है। हालांकि इन दोनों समस्याओं के लक्षण बहुत समान हो सकते हैं।
यदि आप लंबे समय तक हार्ट बर्न की समस्या को महसूस करते हैं तो यह एक गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) का संकेत हो सकता है। हार्ट बर्न, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज का लक्षण है या नहीं, इसका निर्धारण करने के लिए डॉक्टर निम्न परीक्षणों की मदद ले सकता है, जिनमें शामिल हैं :
हार्ट बर्न की समस्या का इलाज करने के लिए डॉक्टर निम्न दवाओं की सिफारिश कर सकता है, जिनमें शामिल हैं:
हालांकि ये दवाएं हार्टबर्न की समस्या का इलाज करने में मददगार होती हैं, लेकिन इन दवाओं का सेवन कुछ साइड इफेक्ट उत्पन्न कर सकता है। अतः इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की सिफारिश के बगैर न करें।
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जीवनशैली में बदलाव कर प्रत्येक व्यक्ति हार्टबर्न के जोखिम को कम कर, इसके लक्षणों के उत्पन्न होने से बच सकता है। सीने में जलन की समस्या से बचने के लिए निम्न बचाव संबंधी उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे:
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कुछ खाद्य पदार्थ पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ा सकते हैं, और कार्डियक स्फिंक्टर (cardiac sphincter) को ढीला कर सकते हैं, जिसके कारण सीने में जलन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। अतः हार्ट बर्न की स्थिति में निम्न खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए:
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हार्टबर्न (सीने में जलन) के कारण, लक्षण, इलाज और बचाव (Heartburn Causes, Treatment, Prevention in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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