उच्च रक्तचाप जिसे हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। यह समस्या कई सालों के दौरान शरीर में धीरे-धीरे विकसित होती है। आमतौर पर इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं, लेकिन लक्षणों के बिना भी उच्च रक्तचाप की समस्या रक्त वाहिकाओं और कुछ अंगों विशेष रूप से मस्तिष्क, दिल, गुर्दे और आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। कभी कभी हाई ब्लड प्रेशर गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है और हृदय रोग, स्ट्रोक और कभी-कभी मृत्यु के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। अतः हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) की प्रारंभिक पहचान कर इलाज प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
इस लेख के माध्यम से आप हाइपरटेंशन क्या है, हाई ब्लड प्रेशर के कारण, लक्षण, जाँच, इलाज और बचाव के बारे में जानेगें। इसके साथ ही आप जानेंगें हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए
हाई बीपी, हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप उस स्वास्थ्य समस्या को कहा जाता है, जब ब्लड प्रेशर सामान्य से बहुत अधिक होता है।
रक्तचाप या ब्लड प्रेशर, शरीर की धमनियों और रक्त वाहिकाओं की दीवारों पर रक्त परिसंचारी द्वारा लगाया जाने वाला बल है। ब्लड प्रेशर हृदय द्वारा पंप किए जाने वाले रक्त की मात्रा और धमनियों में रक्त प्रवाह के प्रतिरोध की मात्रा दोनों पर निर्भर करता है। हृदय जितना अधिक रक्त पंप करता है और धमनियां जितनी अधिक संकीर्ण होती हैं, आपका रक्तचाप उतना ही अधिक होता है। बिना किसी लक्षणों के व्यक्ति कई वर्षों तक उच्च रक्तचाप की समस्या से पीड़ित रह सकता है।
लंबे समय तक धमनियों पर दबाव बढ़ने से हृदय रोग सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। अगर उच्च रक्तचाप का इलाज नहीं किया जाता है, तो इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक सहित अन्य कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
हाइपरटेंशन आमतौर पर एक मूक स्थिति (silent condition) होती है। बहुत से लोगों को इसके किसी भी लक्षणों का अनुभव नहीं होता है। इस स्थिति के लक्षणों का पता लगाने में सालों लग सकते है। फिर भी गंभीर उच्च रक्तचाप की स्थिति में निम्न लक्षणों का अनुभव किया जा सकता है, जैसे:
इन लक्षणों के दिखने पर तत्काल उपचार (immediate treatment) की आवश्यक्ता होती है। ये लक्षण हर किसी व्यक्ति में उच्च रक्तचाप का संकेत नहीं होते हैं, लेकिन इस स्थिति के लक्षण का इंतजार करना घातक हो सकता है।
रक्तचाप या ब्लड प्रेशर को दो संख्याओं के रूप में लिखा जाता है:
ब्लड प्रेशर रेंज के लिए पांच श्रेणियां को परिभाषित किया गया हैं-
बच्चों और किशोरों के लिए रक्तचाप रीडिंग अलग-अलग हैं। अपने बच्चे के लिए स्वस्थ्य श्रेणियों के बारे में अपने बच्चे के डॉक्टर से पूछें, अगर आपको उनके रक्तचाप की निगरानी करने के लिए कहा जाता है तो।
उच्च रक्तचाप दो प्रकार के होते हैं, जिनमें प्रत्येक प्रकार का एक अलग कारण होता है।
प्राथमिक उच्च रक्तचाप को भी शुरुआती हाई बीपी (essential hypertension) कहा जाता है। इस प्रकार का उच्च रक्तचाप समय के साथ बिना किसी लक्षण के विकसित होता है। अधिकांश लोगों में इस प्रकार की समस्या (high blood pressure) होती है।
इसका कोई पहचानने योग्य कारण नहीं होता है, तथा प्राथमिक उच्च रक्तचाप कई वर्षों में धीरे-धीरे विकसित होता है। कुछ कारण एक साथ मिलकर इसमें अपनी भूमिका निभा सकते है। इन कारकों में शामिल हैं :
कुछ लोगों में आनुवांशिक (genetically) रूप से उच्च रक्तचाप की समस्या बनी रहती है। यह माता-पिता से जीन उत्परिवर्तन या आनुवांशिक असामान्यताओं के कारण हो सकता है।
यदि शरीर में कोई परिवर्तन होता है, तो व्यक्ति के पूरे शरीर में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि उम्र बढ़ने के कारण किडनी की कार्यक्षमता (kidney function) में परिवर्तन शरीर के प्राकृतिक लवण और तरल पदार्थ के संतुलन को बदल सकता है। और यह परिवर्तन शरीर के रक्तचाप में वृद्धि का भी कारण बन सकता है।
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समय के साथ अस्वस्थ्यकर जीवन शैली (healthy lifestyle) जैसे- शारीरिक गतिविधि और संतुलित आहार की कमी सम्बंधित व्यक्ति के शरीर पर खराब असर डाल सकती है। इससे वजन बढ़ने की समस्या पैदा हो सकती हैं। अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होने पर हाई बीपी का खतरा और अधिक बढ़ सकता है।
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प्राथमिक उच्च रक्तचाप के मुकाबले द्वितीयक उच्च रक्तचाप (secondary hypertension) अक्सर जल्दी होता है और प्राथमिक उच्च रक्तचाप से अधिक गंभीर होता है। द्वितीयक उच्च रक्तचाप का कारण बनने वाली स्थितियों में निम्न को शामिल किया जा सकता है:
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चूंकि उच्च रक्तचाप अक्सर एक मूक स्थिति (silent condition) होती है, इसलिए इसके लक्षण स्पष्ट होने में कई वर्षो का समय लग सकता है और इस दौरान आपके शरीर को बहुत नुकसान हो सकता है। यदि उच्च रक्तचाप का इलाज नहीं किया जाता है, तो आप गंभीर और घातक जटिलताओं का सामना कर सकते हैं। उच्च रक्तचाप की जटिलताओं (complications) में निम्नलिखित शामिल हैं :
स्वस्थ धमनियां लचीली और मजबूत होती हैं। स्वस्थ धमनियों और रक्त वाहिकाओं के माध्यम से ब्लड मुक्त रूप से बहता है। हाइपरटेंशन धमनियों को कठोर (tougher), कड़ा और कम लोचदार बनाता है। यह नुकसान आपकी धमनियों में वसा स्टोर होने और रक्त प्रवाह को प्रतिबंधित करने के लिए उत्तरदाई होता है। इस स्थिति के परिणामस्वरूप दिल का दौरा और स्ट्रोक की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
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हाई बीपी की समस्या दिल के कार्यों में कठिनाई पैदा करती है। उच्च रक्तचाप, रक्तवाहिकाओं में दबाव को बढ़ाता है जिससे दिल को मांसपेशियों में रक्त को पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे दिल का आकार बढ़ सकता है। एक बड़ा दिल निम्नलिखित खतरों को बढ़ाता है :
दिमाग अर्थात मस्तिष्क ठीक से काम करना, आक्सीजन युक्त रक्त (oxygen-rich blood) की स्वस्थ आपूर्ति पर निर्भर करता है। उच्च रक्तचाप के कारण दिमाग की रक्त आपूर्ति कम हो सकती है। जिसके कारण यह स्थिति मस्तिष्क की महत्वपूर्ण कोशिकाओं के मरने का कारण बन सकती है। और स्ट्रोक का रूप ले सकती है। अनियंत्रित हाई बीपी आपकी स्मृति और सीखने, याद करने, बोलने और तर्क करने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है।
उच्च रक्तचाप का निदान (Diagnosis) काफी सरल है। अधिकांश डॉक्टर और अस्पताल के लोग नियमित रूप से आपके रक्तचाप की जांच कर इसकी पहचान कर सकते हैं। यदि आपको हाई बीपी है, तो डॉक्टर आपको सलाह दे सकता है कि आप कुछ दिनों तक रक्तचाप की प्रतिदिन जांच करायें। केवल एक रीडिंग के बाद उच्च रक्तचाप का निदान शायद ही कभी किया जाता है। डॉक्टर को निरंतर समस्या का साक्ष्य देखना होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपका वातावरण और खान पान रक्तचाप की वृद्धि में योगदान दे सकता है, इसके अलावा, पूरे दिन रक्तचाप का स्तर बदलता रहता है।
यदि आपका बीपी हाई रहता है तो डॉक्टर इसके कारणों का निदान करने के लिए निम्न परीक्षण कराने की सिफ़ारिश कर सकता है। इन परीक्षिणों में शामिल हो सकते हैं :
इन परिक्षणों के बाद आपका डॉक्टर आपके उच्च रक्तचाप का इलाज (Treatment of hypertension) शुरू कर सकता है।
डॉक्टर हाई ब्लड प्रेशर के कारणों का निदान कर आपके लिए सबसे अच्छे उपचार विकल्प का निर्धारण करने में मदद कर सकता है। उपचार प्रक्रिया उच्च रक्तचाप के प्रकार और जटिलताओं पर निर्भर करती है। डॉक्टर निम्न तरीके से हाई ब्लड प्रेशर का इलाज कर सकता है:
यदि डॉक्टर प्राथमिक उच्च रक्तचाप का निदान करता है, तो वह इलाज के दौरान जीवनशैली में परिवर्तन करने की सलाह दे सकता है। जीवनशैली में बदलाव कर प्राथमिक उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा डॉक्टर दवा की भी सिफारिश कर सकता है।
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यदि डॉक्टर टेस्ट के दौरान उच्च रक्तचाप के कारणों में किसी अंतर्निहित समस्या का निदान करता है, तो उपचार के दौरान अंतर्निहित समस्या पर ध्यान केंद्रित करेगा। उदाहरण के लिए यदि आप वह दवा ले रहे हैं जो रक्तचाप में वृद्धि कर रही है तो डॉक्टर अन्य दवाइयों की सिफारिश कर सकता है।
कभी-कभी अंतर्निहित कारणों का इलाज करने के बावजूद भी उच्च रक्तचाप लगातार बना रहता है। इस मामले में डॉक्टर जीवनशैली में परिवर्तन लाने और रक्तचाप को कम करने में मदद करने के लिए दवाएं लिख सकता है।
दो या दो से अधिक रक्तचाप की दवाएं अक्सर उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए एक से बेहतर काम करती हैं। कभी-कभी सबसे प्रभावी दवा या दवाओं का संयोजन खोजने के लिए ट्रायल एंड एरर (trail-and-error) विधि उपयोग में लाई जाती है।
उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ दवाओं में शामिल हैं :
स्वस्थ्य जीवन शैली (healthy lifestyle) में परिवर्तन आपको उन कारकों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता हैं, जो उच्च रक्तचाप का कारण बनते हैं। यहां हाई बीपी कम करने के कुछ सबसे आसान घरेलू उपचार बताए गए हैं।
उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद के लिए स्वस्थ आहार (heart-healthy diet) महत्वपूर्ण है। आहार परिवर्तन हाई बीपी को नियंत्रण में रखने के साथ जटिलताओं के जोखिम को कम करता है। एक स्वस्थ आहार के अंतर्गत निम्न खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है:
स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय होना चाहिए। व्यायाम वजन घटाने में मदद करने के अलावा तनाव को कम करने, रक्तचाप को कम करने और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम (cardiovascular system) को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
प्रत्येक सप्ताह 150 मिनट का मध्यम शारीरिक व्यायाम करने का लक्ष्य रखें। प्रतिदिन लगभग 30 मिनिट और प्रति सप्ताह कम से कम 5 दिनों तक व्यायाम करने की आदत डालें।
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यदि आप अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो आहार के माध्यम से और शारीरिक गतिविधि में वृद्धि से वजन कम करके, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद प्राप्त कर सकते हैं।
व्यायाम तनाव का प्रबंधन (manage stress) करने का एक शानदार तरीका है। इसके अलावा अन्य गतिविधियां भी सहायक हो सकती है :
ये सब तनाव को कम करने के तरीके हैं। पर्याप्त नींद लेना भी तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।
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यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो उसे छोड़ने का प्रयास करें। धूम्रपान तंबाकू में उपस्थित रसायन शरीर के ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं और रक्त वाहिकाओं की दीवारों को कठोर करते हैं। यदि आप नियमित रूप से बहुत अधिक शराब का सेवन करते हैं, तो उच्च रक्तचाप की समस्या से निजाद पाने के लिए शराब से परहेज करना होंगा। क्योंकि शराब रक्तचाप (blood pressure) को बढ़ा सकता है।
हाइपरटेंशन का इलाज करने और संभावित जटिलताओं को रोकने के सबसे आसान तरीकों में से एक आपकी आहार प्रणाली है। आप जो खाते हैं वह उच्च रक्तचाप को कम करने या समाप्त करने के लिए मदद कर सकता है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यहां कुछ सबसे आम आहार सुझाव दिए गए हैं:
फल और हरी सब्जियों पर आधारित भोजन का सेवन करना, फाइबर को बढ़ाने तथा सोडियम, अस्वास्थ्यकर संतृप्त और ट्रांस वसा की मात्रा को कम करने का आसान तरीका है। फलों, सब्जियों, पत्तेदार भाजियों और साबूत अनाज (whole grains) का अधिक मात्रा में सेवन करें। लाल मांस के बजाय, मछली, कुक्कुट या टोफू जैसे स्वस्थ कम चर्बी वाले प्रोटीन का चयन करें।
उच्च रक्तचाप वाले लोगों और हृदय रोगी को प्रतिदिन 1500 मिलीग्राम और 2300 मिलीग्राम के बीच सोडियम की दैनिक खपत रखना चाहिए। सोडियम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका भोज्य पदार्थों को अच्छी तरह से पकाना है। रेस्तरां भोजन या प्रीपेक्टेड खाद्य पदार्थ खाने से बचें, क्योंकि इनमें सोडियम बहुत अधिक मात्रा में होता है।
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हरी सब्जियां और फल का सेवन करने से आपके दिल को स्वस्थ (heart-healthy) रखने में मदद मिलती है। अतः फल और सब्जियों को प्रतिदिन अपने आहार में शामिल करें।
चीनी युक्त खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में कैलोरी बहुत अधिक होती है, लेकिन पोषण संबंधी सामग्री नहीं होती है। यदि आप कुछ मीठा चाहते हैं, तो ताजा फल या डार्क चॉकलेट (dark chocolate) की थोड़ी सी मात्रा खाने का प्रयास करें। अध्ययन से पता चलता है कि नियमित रूप से डार्क चॉकलेट खाने से रक्तचाप कम हो सकता है।
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