Himalayan Salt Lamp In Hindi: हिमालयन साल्ट लैंप आज के समय में बहुत तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि यह काफी पुराना है और प्राचीन काल से ही लोग इसे अपने घरों में रखते आ रहे हैं। आमतौर पर हिमालयन साल्ट लैंप पाकिस्तान के खेवरा साल्ट माइन से निकाला जाता है। यह बाजारों में बिकने के साथ ऑनलाइन भी उपलब्ध है। यह लाल, गुलाबी और सफेद और मटमैला लाइट प्रोड्यूस करता है जो मस्तिष्क को सूकून प्रदान करता है और स्वास्थ्य को अच्छा रखता है। इस आर्टिकल में हम आपको हिमालयन साल्ट लैंप और इसके फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
1. हिमालयन साल्ट लैंप क्या है? – What is Himalayan Salt Lamps in Hindi
2. हिमालयन साल्ट लैंप कैसे काम करता है? – How Do Himalayan Salt Lamps Work in Hindi?
3. हिमालयन साल्ट लैंप के फायदे – Himalayan salt lamp benefits in Hindi
हिमालयन साल्ट लैंप हिमालयन साल्ट क्रिस्टल के छोटे छोटे टुकड़ों से बना होता है। इसके अंदर बीच में एक बल्ब लगाकर हिमालयन लैंप तैयार किया जाता है। जब यह जलता है तो पीला, गुलाबी और लाल रोशनी उत्पन्न करता है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल इंटीरियर डेकोरेशन के लिए क्या जाता है लेकिन कुछ लोग स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के कारण भी अपने घरों में हिमालयन साल्ट लैंप रखते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि घर के प्रत्येक कमरे में यह लैंप रखना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। यह साल्ट कई तरह के मिनरल से मिलकर बना होता है जो खाने वाले साल्ट से बिल्कुल अलग होता है।
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हिमालयन साल्ट लैंप सेहत के लिए फायदेमंद होता है। माना जाता है कि यह साल्ट हवा के इलेक्ट्रिकल चार्ज को बदल देता है। इसमें मौजूद आयन एक यौगिक होते हैं और इनमें इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन की असंतुलित संख्या होती है। ये हवा में अपने आप उत्पन्न होते हैं। ये आयन झरनों, लहरों, तूफान, प्राकृतिक रेडियोधर्मिता और गर्मी से उत्पन्न होते हैं। हिमालयन साल्ट लैंप पानी के कणों को आकर्षित करके आयन उत्पन्न करते हैं और लैंप द्वारा गर्म होने पर नमक के घोल के रुप में वाष्पित होने लगते हैं जिससे निगेटिव आयन उत्पन्न होता है और स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है।
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इस साल्ट लैंप में कई प्रकार के तत्व पाये जाते हैं जो सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। आइये जानते हैं हिमालयन साल्ट लैंप के कुछ मुख्य फायदों के बारे में।
ऐसा माना जाता है कि हिमालयन साल्ट लैंप बाहर की हवा से धूल, दुर्गंध युक्त चीजें, फफूंद और जानवरों के बालों की रुसी को फिल्टर करता है जिससे अस्थमा का खतरा कम होता है और व्यक्ति को एलर्जी भी नहीं होती है। हिमालयन साल्ट का स्प्रे नासिका के वायु छिद्र को साफ करने में किया जाता है जिससे हर तरह की एलर्जी के लक्षणों से छुटकारा मिलता है। अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए भी हिमालयन साल्ट लैंप काफी लाभदायक है। इसे घर में रखने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और श्वसन संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं। इसके अलावा अस्थमा मरीजों के लिए हिमालयन साल्ट इनहेयर भी बाजारों में उपलब्ध है।
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माना जाता है कि पॉजिटिव आयन शरीर की ऊर्जा को समाप्त कर देते हैं लेकिन घर में हिमालयन साल्ट लैंप रखने से इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसका अर्थ यह है कि हिमालयन साल्ट लैंप एनर्जी लेवल को बढ़ाते हैं और इससे व्यक्ति काफी रिफ्रेश महसूस करता है। इसके अलावा हिमालयन साल्ट की ऊर्जा प्रकृति को भी शुद्ध करती है और हर व्यक्ति में ऊर्जा भरने का कार्य करती है।
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हिमालय की चट्टानों से मिलने वाला हिमालयन साल्ट लैम्प प्रदुषण को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। हिमालयन साल्ट लैंप हाइग्रोस्कोपी नामक एक ऑपरेशन के माध्यम से हवा को साफ और शुद्ध करने का कार्य करता है। यह वातावरण से दूषित पानी के अणुओं को अवशोषित कर लेता है और उन्हें क्रिस्टल साल्ट में लॉक कर देता है। इसके अलावा यह हवा में मौजूद सिगरेट के धुएं, धूल और अन्य प्रदूषकों को हटाता है और हवा को सांस लेने योग्य बनाता है। इसके अलावा यह वायु मार्ग को साफ करने में मदद करता है और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यही कारण है कि हिमालयन साल्ट लैंप घर में रखना फायदेमंद माना जाता है।
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एक स्टडी में पाया गया है कि हिमालयन साल्ट लैंप निगेटिव आयन को उत्सर्जित करता है और रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। जब शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है तो सेहत अच्छी रहती है और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। विशेषज्ञों का मानना है कि वैस्कुलर सिस्टम की कई बीमारियों से रक्षा करता है और फेफड़ों को नुकसान होने से बचाता है।
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हिमालयन साल्ट लैंप स्लीप पैटर्न को सुधारने में मदद करता है और अनिद्रा की समस्या को खत्म कर देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बेडरुम में इलेक्ट्रिक लाइट की जगह हिमालयन साल्ट लैंप रखने से इसकी हल्की रोशनी नींद को बढ़ाती है और व्यक्ति रात में अच्छी और गहरी नींद आती है। वास्तव में ब्राइट लाइट में स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन का उत्पादन देर से होता है जिसके कारण नींद आने में परेशानी होती है। लेकिन हिमालयन साल्ट लैंप की डीम लाइट में मेलाटोनिन जल्दी प्रोड्यूस होता है और नींद आने में सहायता करता है।
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हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि हिमालयन साल्ट लैंप घर में रखने से मूड बेहतर होता है और गुस्सा कम आता है। यह साल्ट लैंप उच्च मात्रा में निगेटिव आयन को उत्सर्जित करता है और मूड को रेगुलेट करने वाले केमिकल सेरोटोनिन के लेवल को बढ़ाता है जिसके कारण मन खुशहाल रहता है। जिन लोगों के बहुत ज्यादा चिड़चिड़ाहट होती है, गुस्सा आता है या फिर मूड स्विंग होता है, उन लोगों के लिए भी हिमालयन साल्ट लैंप अनेकों तरह से फायदेमंद साबित होता है और चिंता के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।
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हिमालयन साल्ट लैंप से निकलने वाला निगेटिव आयन स्ट्रेस को दूर करने में मदद करता है और प्रदर्शन की क्षमता को बढ़ाता है। एक्सपर्ट मानते हैं कि निगेटिव आयन मस्तिष्क में ब्लड और ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाता है और एकाग्रता को बेहतर बनाता है। इसके अलावा यह न्यूरोट्रांसमीटर में सेरोटोनिन हार्मोन को भी बढ़ाता है और व्यक्ति बहुत एकाग्र होकर अपना काम करता है। स्टूडेंट्स के लिए भी हिमालयन साल्ट लैंप फायदेमंद है। इसे घर में रखने से मन इधर उधर नहीं भटकता है।
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इस साल्ट लैंप का यूज कलर थेरेपी के लिए भी किया जाता है। इसे क्रोमोथेरेपी भी कहते हैं। हिमालयन साल्ट लैंप कई बीमारियों के निदान और इलाज में फायदेमंद है। यह नारंगी, पीला और लाल रंग की हल्की लाइट को प्रोड्यूस करता है जो स्ट्रेस और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करता है और माइंड को रिलैक्स रखता है। इससे निकलने वाला निर्मल प्रकाश आपके फिजिकल, आध्यात्मिक और इमोशनल एनर्जी को बैलेंस करता है और मस्तिष्क से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
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माना जाता है कि हिमालयन साल्ट लैंप से उत्सर्जित होने वाला निगेटिव आयन वायुजनित कीटाणुओं से रक्षा करता है। यह हवा में मौजूद सभी प्रकार के प्रदूषित तत्व, कीटाणुओं और रोगाणुओं का समाप्त कर देता है और शरीर में वायु को फिल्टर करके भेजता है जिसके कारण फेफड़ों में इंफेक्शन नहीं होता है। इससे व्यक्ति शुद्ध हवा को इनहेल करता है और उसे सर्दी खांसी, छींक आना, गले में खराश और अन्य समस्याएं नहीं होती हैं।
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