फोड़े लाल, मवाद से भरे दाने होते हैं, जो त्वचा के नीचे बनते हैं और बेहद दर्दनाक होते हैं। फोड़ा तब तक ठीक नहीं होता, जब तक कि यह पक न जाए और मवाद पूरी तरह से बाहर न निकल जाए। अतः फोड़े होने की स्थिति में फोड़े या गांठ को पकाने का तरीका खोजना और इसे जल्द से जल्द साफ़ करना प्रत्येक व्यक्ति के लिए आवश्यक होता है।
यह लेख फोड़े को पकाने के बारे में है, जिसमें आप फोड़े को पकाने के घरेलू उपाय के बारे में जानेगें।
फोड़े अक्सर बड़े पिंपल्स की तरह दिखते हैं। यह वास्तव में एक संक्रमित हेयर फॉलिकल (infected hair follicle) के परिणामस्वरूप उत्पन्न होते हैं। यह संक्रमण आमतौर पर शरीर के उन स्थानों पर होते हैं, जहां बाल होते हैं और जहां से पसीना आ सकता है। यदि फोड़े का इलाज समय पर और ठीक तरीके से नहीं किया जाता है, तो यह आस-पास के क्षेत्रों को संक्रमित कर सकता है या संक्रमण त्वचा की अधिक गहराई में जाकर और अधिक फोड़े उत्पन्न होने का कारण बन सकता है।
यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि उसे फोड़ा हुआ है तो उसे जल्द से जल्द घरेलू उपचार प्राप्त करना चाहिए। फोड़े की पहचान के लिए कुछ सामान्य लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए, जैस-
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ऐसे अनेक उपाय मौजूद हैं, जिनकी मदद से बिना चिकित्सकीय इलाज के घर पर ही फोड़े का इलाज किया जा सकता है। फोड़े का घरेलू इलाज करने के लिए आप निम्न में से किसी भी तरीके को अपना सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
फोड़े को पकाने का सबसे असरदार तरीका हल्दी और सरसों के तेल का उपयोग करना है। इस आयुर्वेदिक इलाज को अपनाने के लिए सर्वप्रथम हल्दी को सरसों के तेल में मिलाकर एक पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को फोड़े से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं रखें। इससे सूजन कम होती है। फोड़ा नरम होकर जल्दी पक जाता है, और आसानी से मवाद निकल जाती है, जिससे दर्द कम हो जाता है। इसके अलावा आप हल्दी और अदरक के पेस्ट को भी दिन में दो बार फोड़े पर लगा सकते हैं।
अरंडी का तेल शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) और जीवाणुरोधी गुणों के कारण फोड़े का घर पर सफलतापूर्वक इलाज करने का प्रभावी प्राकृतिक उपाय है। अरंडी के तेल को फोड़े के ऊपरी भाग पर लागायें। इसे आप दिन में 4 बार ट्राई करें। इससे फोड़ा नरम हो जाएगा और फोड़ा जल्दी फूट जाएगा। अतः यह फोड़े को पकाने का आसान घरेलू उपाय हो सकता है।
एलोवेरा और हल्दी में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कि फोड़े के घरेलू इलाज के लिए काफी लाभदायक है। एलोवेरा (ग्वारपाठा) की गुदा में हल्दी मिलाकर लेप बानाएं। अब इसे फोड़ा पर दिन में तीन बार लगायें। इस उपाय को आजमाने से फोड़ा जल्दी पककर फूट जाएगा। फोड़ा फूटने पर इसकी मवाद को अच्छी तरह से गर्म पानी से साफ करें।
नीम और तुलसी के एंटीसेप्टिक, एंटी बैक्टीरियल और रोगाणुरोधी गुण के कारण इसे फोड़े फुंसी के इलाज के लिए रामबाण उपाय माना जा सकता है। जो व्यक्ति फोड़ों को लेकर परेशान हैं और जल्द से जल्द इनसे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो वह नीम और तुलसी को पीसकर उसका लेप बनाएं और उसे फोड़े प्रभावित क्षेत्र पर दिन में 3-4 बार अच्छी तरह लगाएं। कुछ ही समय में आपको चोकने वाले नतीजे देखने को मिलेगें। इस उपाय को अपनाने से 2 दिन के भीतर फोड़े में जलन और दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
बालतोड़ या फोड़े से छुटकारा पाने में मदद करने के लिए फोड़े की गर्म सिकाई करना आवश्यक होता है। गरम सिकाई और हीटिंग पैड का उपयोग करने से फोड़ा आसानी से पकने और साफ़ होने में मदद मिलती है। आप एक नम तौलिये के ऊपर एक हीटिंग पैड रखकर इसे प्रभावित क्षेत्र पर रख सकते हैं। इस उपाय द्वारा फोड़ा खुलने और मवाद निकलने में एक सप्ताह से कम समय लग सकता है। फोड़ा खुलने के बाद तीन दिनों तक, हीटिंग पैड या गर्म सेक को आजमाते रहें।
जीरा और पानी का एक पेस्ट बनाकर इसे प्रभावित जगह पर लगाने से फोड़ा जल्दी पकता है और दर्द से छुटकारा मिलता है। दिन में दो से तीन बार इस पेस्ट को लागएं और फोड़े से जल्दी निजात पायें।
यदि कोई व्यक्ति फोड़े को लेकर परेशान है और इसका घरेलू इलाज ढूढ़ रहा है, तो उसके लिए प्याज और लहसुन का उपयोग करना सही होगा। प्याज और लहसुन पीसकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को फोड़े पर लगाएं। इस उपाय को अजमाने पर आपको जल्द से जल्द मवाद और सूजन से छुटकारा मिलेगा।
सेंधा नमक (एप्सम सॉल्ट) केवल दर्द से आराम ही नहीं देता है, बल्कि यह फोड़े के इलाज में भी मदद कर सकता है। नमक मवाद को सुखाने में मदद कर सकता है, जिससे फोड़ा जल्दी ठीक हो जाता है। गर्म पानी में एप्सम सॉल्ट को घोल लें और फिर इससे 20 मिनट तक फोड़ा प्रभावित क्षेत्र की सिकाई करें। इस उपाय को रोजाना कम से कम तीन बार, तब तक आजमाना चाहिए जब तक कि फोड़ा खुल न जाए।
टी ट्री ऑयल में एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो कि फोड़े पैदा करने वाले जीवाणु संक्रमण का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। टी ट्री ऑयल को सीधे स्किन पर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इससे स्किन पर जलन पैदा हो सकती है। टी ट्री ऑयल की पांच बूंदें एक चम्मच नारियल या जैतून के तेल में मिलाकर इसका इतेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा पतले टी ट्री ऑयल को रुई के सहारे फोड़े पर दिन में दो या तीन बार लगाना चाहिए। यह उपाय तब तक अपनाएं, जब तक कि फोड़ा पूरी तरह से न निकल जाए।
(और पढ़ें: प्राइवेट पार्ट पर हो गया बालतोड़, जानिए इसके घरेलू उपाय)
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