Low Blood Pressure Ko Control Karne Ke Upay लो ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करने के घरेलू उपाय: कम रक्तचाप बहुत दुखदाई हो सकता हैं, पर कुछ लोगों को यह कोई समस्या उत्पन्न नहीं करता हैं। लो ब्लड प्रेशर कोई सामान्य बात नहीं हैं इसके कारण व्यक्ति को बहुत सी परेशानी आने लगती हैं जैसे कि चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना आदि। गंभीर मामलों में कम रक्तचाप आपके जीवन को खतरे में डाल सकता हैं। क्योकि लो ब्लड प्रेशर में शरीर में ब्लड का दबाव कम होने से जरूरी अंगों तक पूरा ब्लड नही पहुंच पाता है। सामान्यतः व्यक्ति का रक्तचाप 120 से 80 मिलीमीटर होता हैं, कम रक्तचाप में पारा की रीडिंग सिस्टोलिक के लिए 90 मिलीमीटर से कम या डायस्टोलिक में 60 मिलीमीटर hg को कम रक्तचाप माना जाता हैं। कम रक्तचाप के इलाज के लिए इसके कारण को जानना आवश्यक होता हैं। अगर आपका भी बी पी लो होता है तो तुरन डॉक्टर से दिखायें इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपचार से इसे ठीक कर सकते हैं।
विषय सूची
1. रक्तचाप कम होने के कारण – Bp Low Hone Ke Kya Karan Hai
2. रक्तचाप कम होने के लक्षण – Symptoms of low blood pressure in Hindi
3. लो ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू नुस्खे – home remedies for Low blood pressure in Hindi
रक्तचाप हर एक धड़कन के दौरान रक्त को पंप करने के कारण आपकी धमिनियों में दवाब का एक माप होता हैं, रक्तचाप आपके पूरे दिन की स्थिति पर निर्भर करता हैं जैसे कि आपकी साँस, मानसिक तनाव और शारीरिक तनाव, आपके द्वारा ली जाने वाली दवाइयां, आप क्या खाते हैं, क्या पीते हैं। आमतौर पर रात में रक्तचाप सबसे कम और उठने पर अधिक हैं। कम रक्तचाप का कारण आपके शरीर में रक्त की कमी, दवाइयों के कारण, ह्रदय के रोगों के कारण, रक्त में चीनी की मात्रा का कम या अधिक होना, एलर्जी के कारण जैसे कि मधुमक्खियों के काटने के कारण, लम्बे समय तक खड़े रहना, शरीर में आवश्यक पोषक तत्व की कमी के कारण होता हैं।
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लो ब्लड प्रेशर या कम रक्तचाप की समस्या आज कल धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं, जब रक्तचाप में कमी आती हैं तो यह आंतरिक समस्या का संकेत देता हैं इसके कुछ लक्षण होते हैं जैसे कि चक्कर आना, बेहोश होना, झटका लगना, थकान और कमजोरी महसूस होना, धुंधला दिखाई देना, जी मिचलाना, ध्यान की कमी होंना, आदि लक्षण हो सकते हैं, इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर आपको कम रक्तचाप हो सकता हैं, इसके लिए आप कुछ घरेलू उपचार कर के इसे कम कर सकते हैं। और जितना जल्दी हो सके डॉक्टर को दिखा सकते है।
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आपातकाल के समय में आप कम रक्तचाप के लिए कुछ घरेलू उपचार को अपना कर इसे ठीक कर सकते हैं, यहाँ लो ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू नुस्खे दिए जा रहे हैं-
लो ब्लड प्रेसर में विशेषज्ञ खाना में नमक अधिक प्रयोग करने की सलाह देते हैं, नमक आपके रक्तचाप को बढ़ा देता हैं, इसी कारण से अधिक रक्तचाप वाले व्यक्ति को नमक न खाने या कम खाने की सलाह दी जाती हैं पर अधिक सोडियम की मात्रा हार्टफेल का कारण बन सकती हैं यह समस्या अधिक उम्र के लोगों को होती हैं, इसलिए अधिक उम्र के लोग नामक खाने से पहले एक बार डॉक्टर से अवश्य सलाह कर लेनी चाहिये।
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हमारे रक्त में पानी की मात्रा सबसे होती हैं, अधिक से अधिक पानी पीने से हमारे रक्त में वृद्धि होती हैं जो हमें निर्जलीकरण होने से रोकता हैं, पानी निम्न रक्तचाप के इलाज के लिए के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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लहसुन एक बहुत ही गुणकारी औषधि हैं, घर में हम सब लहसुन का प्रयोग अपने भोजन को स्वादिस्ट बनाने के लिए करते हैं परन्तु लहुसन के और भी बहुत सारे लाभ होते हैं। लहसुन कम रक्तचाप वाले व्यक्तियों के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं, इसके नियमित सेवन से यह लो ब्लड प्रेशर में आराम देता हैं।
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किशमिश में बहुत ही अधिक पोषक तत्व पाए जाते हैं, इसका प्रयोग हम बहुत से रोगों के घरेलू उपचार में कर सकते हैं, निम्न रक्तचाप का आयुर्वेदिक इलाज में किशमिश का प्रयोग करने के लिए 10 ग्राम किशमिश को और 50 ग्राम देशी चना को 100 ग्राम पानी में डाल के रख दें, सुबह उठकर इन दोनों को अच्छे से चबा के खाएं, अगर चना न मिले तो केवल किशमिश कर प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपको कम रक्तचाप में आराम मिलेगा।
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अदरक एक बहुत ही गुणकारी जड़ी बूटी हैं, इसमें एंटी इंफ्लामेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता हैं इसलिए यह घरेलू उपचार में प्रयोग किया जाता हैं, लो ब्लड प्रेशर के उपचार में इसका प्रयोग करने के लिए पहले अदरक को छोटे छोटे टुकडो में बारीक़ काट लें और इसमें नींबू का रस डाल लें, उसके बाद इसमें सेंधा नमक मिला के रख लें। अब इसका सेवन भोजन करने के पहले थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार करते रहें।
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तुलसी का पौधा हमारे यहाँ पर बहुत श्रेष्ठ माना जाता हैं, यह बहुत ही गुणकारी होता हैं, प्राचीन काल से हम तुलसी के पौधे का प्रयोग औषधि के रूप में करते आ रहे हैं। लो ब्लड प्रेशर में तुलसी का प्रयोग करने के लिए रोज सुबह तुलसी के पांच पत्तों को चबाएं, इससे आपका रक्तचाप नियंत्रित रहता हैं। तुलसी के पत्तो में पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन पाये जाते हैं, इसके अलावा तुलसी का पौधा यूजीनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट से भी भरा हुआ है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता हैं।
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बादाम सभी प्रकार के बिटामिन से भरपूर होता हैं, यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता हैं और शरीर की सभी आवश्यकता को पूर्ण करता हैं। बादाम का प्रयोग बीपी लो के घरेलू उपाय में करने के लिए 5 से 6 बादाम को रात के समय भिगोएं और सुबह होने पर उनको छील के पेस्ट बना लें और इसे गर्म दूध के साथ पियें। बादाम ओमेगा-3 फैटी एसिड से परिपूर्ण होता हैं यह कम रक्तचाप वाले रोगीओं के लिए बहुत लाभदायक होता हैं। इसका सेवन नियमित रूप से करने से आराम मिलेगा।
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अनार का जूस ब्लडप्रेशर बढ़ाने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता हैं, यह हमारे खून में वृद्धि करता हैं, अनार के जूस में पॉलीफेनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता हैं जो कि आपके रक्तचाप को नियंत्रित करता हैं। इसके अलावा आप अपने आहार में नारियल का पानी, बेल का शरवत, आम का पना जैसे पेय पदार्थो का सेवन सामिल करें जो आपकी पानी की कमी को पूरा करेंगे साथ ही कम रक्तचाप को भी ठीक करने में मदद करेंगे।
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चाय या कॉफी में कैफीन नामक एक पदार्थ पाया जाता हैं जो कि रक्तचाप को बढाने मदद करता हैं इसी कारण उच्च रक्तचाप वाले रोगी को चाय या कॉफी पीने से माना किया जाता हैं, अगर आपका रक्तचाप कम होता हैं तो आपको कैफीन युक्त पेय पदार्थ का सेवन करना चाहिए। हालांकि यह बात कोई नहीं जानता कि ऐसा क्यों होता हैं लेकिन ऐसा माना जाता हैं कि इसके सेवन से निम्न रक्तचाप में मदद मिलती हैं।
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निम्न रक्तचाप में हमारे शरीर को ऊर्जा की कमी महसूस होती हैं, इसलिए शरीर को भोजन की आवश्यकता होती हैं भोजन के लम्बे अन्तराल को कम करने के लिए बीच बीच में खाना जरूरी होता हैं इसके लिए आप ड्राई फ्रूट्स को खा सकते हैं जिस के कारण आपको पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती रहेगी। अगर आप दिन में तीन बार भोजन करते हैं तो आप उसे पांच बार में खाएं। मधुमेह के रोगी के लिए यह बहुत अच्छा उपचार हैं।
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