हमारी खोपड़ी में बहुत-सारी कैविटीज़ (खोखले छेद) होती हैं। ये छिद्र हमारे सिर को हल्का बनाए रखने में और सांस लेने में मदद करते हैं। इन्हीं छेदों को साइनस कहा जाता हैं। जब इन छिद्रों में बलगम भर जाए तो श्वसन में परेशानी होने लगती है। इस समस्या को ही साइनस कहते हैं। पहले जुकाम और प्रदूषण की वजह से गले में खिचखिच पैदा होती है। इसी के साथ नाक बंद होना, नाक बहना और बुखार जैसी शिकायतें होने लगती हैं। अगर ये लक्षण कई दिनों तक बने रहें तो ये तीव्र साइनस हो सकता है। आज के लेख में आप जानेगें साइनस क्या होता है साइनस के लक्षण और साइनस को ठीक करने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Sinus in Hindi) के बारें में।
ये परेशानी लगातार होने लगे या ज्यादा टाइम तक रहे तो यह पुराना साइनस माना जाता है। साइनस की परेशानी से छुटकारा पाने के लिए लोग अक्सर मेडिकल ट्रीटमेंट लेते हैं। साइनस का उपचार लंबा चलता है लेकिन कुछ घरेलू उपायों की सहायता से भी साइनस का उपचार किया जा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
नैसेल पैसेज में संक्रमण हो जाने पर साइनस इंफेक्शन हो जाता है। इस बीमारी से पूरी तरह से निजात पाना काफी मुश्किल होता है। वायरस, बैक्टीरिया और एलर्जी के कारण साइनस इंफेक्शन हो जाता है। मानव खोपड़ी में काफी सारे छिद्र होते हैं जिन्हें कैविटीज कहते है। इनसे हमारा सिर हल्का रहता है और सांस लेने में आसानी होती है। ये छिद्र ही साइनस कहलाते हैं। जब इन छिद्रों में बलगम भर जाता है तो श्वसन में परेशानी होती है जो कि साइनस की समस्या कहलाती है।
(और पढ़ें – साइनस इन्फेक्शन क्या है, लक्षण, कारण, इलाज और घरेलू उपाय)
एलर्जी या संक्रमण के कारण साइनस और अधिक गंभीर रूप ले सकता है। लेकिन इस प्रकार की समस्या से बचने के घरेलू उपाय भी होते हैं। आइए जाने साइनस ठीक करने के प्राकृतिक घरेलू नुस्खे क्या हैं।
लेमन बाम में पर्याप्त मात्रा में एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-हिस्टामिनिक और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन्हीं गुणों के कारल लेमन बाम भी लेमन बाम साइनस के लिए एक उपयोगी हर्ब होता है।
(और पढ़ें – लेमन बाम के फायदे और नुकसान)
इसलिए साइनस इंफेक्शन में सूप पीने से राहत मिलती है। आप बोन ब्रोथ से लेकर चिकन सूप भी पी सकते हैं।
(और पढ़े – टमाटर का सूप पीने के स्वास्थ्यवर्धक लाभ)
हल्दी एक बहुत ही उपयोगी हर्ब होती है। हल्दी में पाए जाने वाले कुरकुमिन में स्वास्थ्य के लिए उपयोगी अनेक गुण होते हैं साथ ही इसके एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुणों के कारण यह साइनस कैविटी को साफ रखता है जिससे साइनस की परेशानी में आराम मिलता है।
(और पढ़े – हल्दी और दूध के फायदे और नुकसान)
तीखे मसाले आपके नेजल पैसेज को साफ करते हैं। इसलिए आप साइनस में राहत के लिए गर्म मसाला, सरसों, करी पत्ता आदि तीखे मसालों का उपयोग कर सकते हैं। इससे साइनस की स्थिति में राहत मिलती है।
(और पढ़ें – मसालेदार खाना खाने के फायदे और नुकसान)
साइनस के उपचार के लिए आप ह्यूमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं। ये हवा को नम करता है और साइनस की तकलीफ में राहत देता है। लेकिन ह्यूमिडिफायर एकदम साफ होना जरुरी है।
केयन पेपर को हिंदी में लाल मिर्च भी कहा जाता है इसकी चाय कफ को तेजी से साफ करके साइनस में राहत देती है। इसके लिए पानी गर्म करके आधा चम्मच केयन पीपर, आधा चम्मच नींबू का रस, थोड़ा सा शहद मिलाकर उबाल लें । इस चाय को आप दिन में एक बार पी सकते हैं।
(और पढ़ें – लाल मिर्च के फायदे और नुकसान)
बहुत सारे तेलों में तेज खूशबू होती है जो नैसेल पैसेज को खोलने में मदद करती है। लेवेंडर, लेमन आदि के ऐसेंशियल ऑयल को सूंघ कर आपको साइनस में आराम मिलता है।
(और पढ़ें – लैवेंडर ऑयल के फायदे और नुकसान)
साइनस के ईलाज के लिए आप ग्रेपफ्रूट के एसेंस का प्रयोग करें। इसके अंदर फंगस और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। पानी में यह एसेंस डालें गर्म पानी की वाष्प लेना उपयोगी होता है।
(और पढ़ें – चकोतरा के फायदे, गुण और नुकसान)
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…