Lower sodium level in hindi नमक (सोडियम) भोजन का जायका बढ़ाने के साथ ही ये स्वास्थ्यवर्धक भी है। सोडियम (Sodium) के बिना खाने में कोई स्वाद नहीं आता और भोजन बेस्वाद लगने लगता है। इसलिए खाने में हम अकसर स्वादानुसार नमक का प्रयोग करते है। लेकिन अगर भोजन में नमक (सोडियम) की मात्रा बढ़ जाए तो यह हमारे लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए खाने में सही मात्रा में नमक का प्रयोग (right amount of salt) करना चाहिेए जिससे नमक की अधिकता को कम किया जा सकें। आज हम आपको बताने जा रहे है कि एक दिन में इंसान को कितने नमक की जरूरत होती है। नमक कितना खाए, अगर खून में नमक की मात्रा बढ़ जाए तो सोडियम को कम करने उपाय क्या है और उसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। (home remedies to lower sodium in hindi)
आपको जान कर जरूर हैरानी होगी कि जन्म से पहले से ही हमारा नाता नमक से जुड़ जाता है। जब एक बच्चा अपनी मां के गर्भ में होता है तब से उसे नमक मिलता रहता है। नौ महीने तक बच्चे जिस पानी में रहता है वह नमक का पानी यानी एमनियोटिक फ्लयूड होता है। इसके साथ ही हड्डियों , हमारे पसीने और आंखों से निकलने वाले आंसू में भी नमक का मात्रा होता है। यानी नमक के साथ हमारा रिश्ता जन्म के पहले से ही होता है। लेकिन ये नमक जब शरीर में आवश्यकता से अधिक हो जाता है (high sodium in body in hindi) तो हमारे लिए कई सारी परेशनी लेकर आता है। कई बार नमक की अधिकता हमारे जान पर बन आती है।
(और पढ़ें – सोडियम क्या है – स्रोत, मात्रा, फायदे और नुकसान)
अधिक नमक का सेवन कई तरह की बीमारी आपको दे सकता है। इसलिए नमक का उतना ही सेवन करना जितना एक शरीर के लिए जरूरी है। अधिक नमक के इस्तेमाल से आपको हाइपर टेंशन (Hyper tension) और हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) की शिकायत हो सकती है। अगर ये हाइपर टेंशन लंबे समय तक बना रहे तो आपको दिल की बीमारी, हार्ट अटैक (Heart attack) और गुर्दे की बीमारी (Kidney disease) होने की चांस बढ़ जाता है। सोडियम का ज्यादा उपयोग करने से शरीर में आयरन की कमी (iron deficiency) हो जाती है और इससे पेट में एसिडिटी (Acidity) बढ़ जाती है।
इसके अलावा नमक के ज्यादा इस्तेमाल से शरीर में सूजन आ जाती है, खासकर हाथ और पैर में सूजन जिसे एडेमा कहते हैं। इडेमा तब होता है जब शरीर अत्यधिक सोडियम को संतुलित करने के लिए अतिरिक्त तरल पदार्थों को शरीर में रोक लेता है। नमक में मौजूद सोडियम अधिक मात्रा में शरीर में जाने से पेट का कैंसर (Cancer) होने की आशंका काफी बढ़ जाती है।
हमारे शरीर में कुल नमक का 27 प्रतिशत हड्डियों में होता है।
नमक में 39.3 प्रतिशत सोडियम और 60.7 प्रतिशत क्लोरीन होता है।
आयोडीन की कमी से होने वाले गॉइटर रोग को दूर करने के लिए 1924 में आयोडीनयुक्त नमक का प्रचलन शुरू हुआ।
शरीर के भार का 1 ग्राम प्रति किलो के हिसाब से नमक खाने से तुरंत मौत हो सकती है।
सोडियम को कम सेवन करना या फिर अधिक सेवन करना दोनों ही हमारे शरीर को नुकसान पहुचाता है। कम या अधिक मात्र में नमक का सेवन करने से मांसपेशियों में ऐंठन हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि उचित मात्र में नमक का सेवन किया जाए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन (World Health Organization) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि उम्र के अनुसार एक इंसान को कितना नमक की जरूरत होती है। आइए आप भी इस रिर्पोट पर एक नजर डाल कर देखिए।
शरीर में अगर सोडियम की मात्रा अधिक हो गई है तो चिंता की ज्यादा बात नहीं है। शरीर से सोडियम को कम करने के लिए पोटेशियम से भरपूर आहारों का सेवन करना चाहिए। जिससे शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा सोडियम को कम करने में फायदेमंद साबित होता है।
ड्राइफ्रूट्स सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ ही ये शरीर में मौजूद हाई सोडियम लेवल को कम करने में मदद करता है। आपको बता दें कि ड्राई फ्रूट्स को न्यूट्रिशयस और हेल्दी स्नैक्स के रूप में जाना जाता है। मुट्ठी भर ड्राई फ्रूट्स (Dry fruits) खाने से शरीर से अतिरिक्त नमक को आसानी से कम किया जा सकता है।
(और पढ़ें – ड्राई फ्रूट्स के फायदे और नुकसान)
बीन्स में पोट्रेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर से अधिक नमक को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह सोडियम-पोटेशियम (sodium potassium) के संतुलन को बनाएं रखने के लिए हमें खूब सारा पोटेशियम प्रदान करता है।
सेहत बनाने की लिए हम केला का इस्तेमाल करते है। आपको बता दें कि केला में पोटेशियम (Potassium) अधिक, लेकिन सोडियम कम मात्रा में होता है और इससे तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को रिस्टोर करने में मदद मिलती है।
(और पढ़ें – रोज सुबह केला और गर्म पानी के सेवन के फायदे जानकर दंग रह जाएगे आप)
पेट की परेशानी से बचने के लिए अपने भोजन में सोडियम को कम करना होगा। अधिक नमक से बचने के लिए पोटेशियम युक्त संतरे के जूस का एक गिलास बेहतरीन विकल्प है।
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