आयुर्वेदिक औषधियों में लहसुन और शहद दोनों स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। लहसुन को शहद के साथ मिलाकर खाने के फायदे जानकर आप हैरान हो जाएगें। लहसुन और शहद दोनों एंटीबायोटिक की तरह कार्य करते हैं, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए फायदेमंद हैं। इस लेख में हम लहसुन और शहद का साथ में सेवन करने के फायदे और नुकसान के बारे में जानेगें।
सुबह के समय पेट पूरी तरह से खाली होता है और काम शुरू करने के लिए तैयार होता है। इसलिए दिन की शुरुआत पेट के लिए आदर्श पदार्थ के साथ करनी चाहिए, जिससे भोजन को सबसे अच्छे तरीके से मेटाबोलाइज़ करने, पोषक तत्वों को अच्छी तरह से अवशोषित करने और उनका सबसे ज्यादा फायदा उठाने के लिए शरीर को तैयार करने के लिए मदद मिल सके। इसके अलावा खाली पेट लहसुन और शहद का सेवन करने से पेट में संक्रमण का जोखिम कम होता है।
लहसुन और शहद के सेवन से असीमित लाभ उठाने के लिए यह जानना आवश्यक होता है, कि इसका सेवन कैसे और कब किया जाए। लहसुन और शहद का सेवन खाली पेट सेवन किया जाना बेहद फायदेमंद होता है। लहसुन और शहद का सेवन करने की अनेक विधियां हैं, जैसे-
लहसुन और शहद दोनों ही औषधीय गुणों से परिपूर्ण प्रत्येक घर में आसानी से मौजूद होने वाली खाद्य सामग्री है। हालांकि इन दोनों का अलग-अलग सेवन अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। लेकिन शहद के साथ लहसुन का सेवन आश्चर्यजनक रूप से पुरुषों और महिलाओं के लिए समान रूप से फायदेमंद होता हैं। अब आप यहाँ खाली पेट शहद और लहसुन के सेवन से होने वाले लाभ के बारे में जानेगें:
सुबह खाली पेट शहद और लहसुन खाने से शरीर में खून का प्रवाह सही तरीके से होता है। लहसुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और शहद में उपस्थित सल्फर रक्त वाहिकाओं को पतला कर, पूरे शरीर में खून के बहाव को बेहतर बनाने का कार्य करता है। इसका सेवन ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम कर और कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन में कमी कर बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं।
जो व्यक्ति साफ़ और स्वस्थ त्वचा पाना चाहते हैं, तो उनके लिए शहद और लहसुन का सेवन काफी फायदेमंद है। इसके साथ ही शहद और लहसुन उम्र बढ़ने के शुरूआती संकेत कम करने और जवान दिखने में मदद कर सकते हैं। शहद और लहसुन दोनों ही एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। शहद में पॉलीफेनोल (Polyphenol) तथा लहसुन में एलिसिन और सिस्टीन पाया जाता है। यह रसायन उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। अतः जो व्यक्ति चेहरे की लाइनों, झुर्रियों और काले धब्बों से छुटकारा पाना चाहते हैं, उन्हें शहद और लहसुन के सेवन पर जोर देना चाहिए।
व्यक्तियों में मुंहासे और पिंपल होने की समस्या बेहद आम है। शरीर को डिटॉक्स करने और खून को साफ़ करने के लिए खाली पेट शहद और लहसुन खाना फायदेमंद होता है। यह घरेलू उपचार मुंहासों को बनने से रोकता है।
लहसुन और शहद प्रकृति रूप से एंटी-बैक्टीरियल होते हैं। सोरायसिस से पीडित व्यक्ति प्रभावित त्वचा पर शहद और लहसुन लगाने की सलाह दी जाती है, इसके साथ ही इसके मिश्रण को खाली पेट भी लेना फायदेमंद है। शहद और लहसुन के मिश्रण को सोरायसिस और एक्जिमा प्रभावित स्किन पर लगाने पर पपड़ीदार त्वचा धीरे-धीरे हटने लगती है।
लहसुन और शहद के फायदे में स्कैल्प (खोपड़ी) और बालों के लिए पहुंचने वाले लाभ को भी शामिल किया जाता है। लहसुन और शहद एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से परिपूर्ण होते हैं जिसके कारण खाली पेट शहद और लहसुन का सेवन करने से स्कैल्प (scalp) के फंगल इन्फेक्शन को कम करने में मदद मिलती है बालों की जड़ में दर्द, बालों का झड़ना
, सिर की खुजली इत्यादि लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए शहद और लहसुन का सेवन फायदेमंद है।शहद और लहसुन का सेवन वजन घटाने और मोटापा कम करने का रामबाण इलाज है। शहद और लहसुन दोनों ही भूख को दबाने, पेट भरा हुआ महसूस कराने, जमा हुए फैट को शरीर से डिटॉक्सीफाई करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। जिससे मोटापा कम करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद मिलती है। अतः जो व्यक्ति मोटापा से पीड़ित है वह खाली पेट शहद और लहसुन का सेवन कर इससे छुटकारा पा सकते हैं।
शहद और लहसुन दोनों ही प्रकृति रूप से एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल होते हैं। जिसके कारण इनका खाली पेट सेवन फ्लू का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह खांसी, बहती या बंद नाक जैसे लक्षणों से छुटकारा दिलाने वाला घरेलू उपाय है। खाली पेट शहद और लहसुन का सेवन इम्युनिटी को बढ़ाता हैं।
प्रोस्टेट ग्रंथि से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होने पर शहद और लहसुन का सेवन लाभदायक होता है। पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ने से बेचैनी और दर्द की समस्या उत्पन्न होती है, अतः इस स्थिति में खाली पेट शहद और लहसुन का सेवन, लक्षणों को कम करने में प्रभावी होता है। इसके साथ ही शहद और लहसुन के एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट प्रोस्टेट, पेट, एंडोमेट्रियल, स्तन, कोलन, रेक्टम इत्यादि के कैंसर को रोकने में कारगर होते हैं।
अनेक पुरुषों को पौरुष शक्ति कमजोर होने की समस्या होती है, जिसके कारण उनकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल नहीं रह पाती है। यह समस्या खान-पान से भी जुड़ी रहती है। खाली पेट लहसुन और शहद का सेवन करने से पौरुष शक्ति को मजबूत होती है और यौन शक्ति में वृद्धि के असरदायक परिणाम देखने को मिलते हैं। इसके अलावा शहद और लहसुन प्रभावी रूप से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या नपुंसकता, स्तम्भन दोष और शीघ्रपतन का प्राकृतिक उपचार है।
(और पढ़ें: चाहिए घोड़े जैसी ताकत तो करें लहसुन और शहद का सेवन..)
शहद और लहसुन दोनों ही कामोद्दीपक (Aphrodisiac) के रूप में कार्य करते हैं। कामोद्दीपक (Aphrodisiac) एक ऐसा पदार्थ है, जो यौन इच्छा, यौन आकर्षण, यौन सुख या यौन व्यवहार को बढ़ाता है। शहद और लहसुन का सेवन शरीर में खून प्रवाह में सुधार करता है। इसके अलावा शहद में उपस्थित बोरॉन और नाइट्रिक ऑक्साइड जैसे तत्व हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और कामेच्छा को बढ़ाते हैं।
हालांकि निश्चित मात्रा में शहद और लहसुन का सेवन किसी भी तरह से नुकसानदायक नहीं होता है। लेकिन इसके ज्यादा मात्रा में लेने से कुछ निम्न साइड इफेक्ट्स उत्पन्न हो सकते हैं जिनमें शामिल हैं:
शहद के साथ लहसुन की अधिक मात्रा का सेवन करने से सांसों से दुर्गन्ध आ सकती है। कुछ स्थितियों में शरीर के रोम छिद्रों से निकलने वाले पसीने से भी इस गंदी गंध को महसूस किया जा सकता है। इसलिए यदि आप सांसों की बदबू और शरीर की बदबू का सामना कर रहे है, तो लहसुन और शहद का सेवन कुछ समय के लिए न करें और यदि करते हैं तो लहसुन को कम मात्रा में लें।
(और पढ़ें: मुंह की बदबू दूर करने के उपाय…)
लहसुन और शहद कुछ दवाओं के साथ इंटरैक्ट कर साइड इफ़ेक्ट उत्पन्न कर सकता है, जैसे कुछ लिवर डिजीज से सम्बंधित दवाएं। रोडोडेंड्रोन (Rhododendron) से पैदा होने पर शहद हृदय और ब्लड शुगर की दवाओं के साथ अच्छी तरह से इंटरैक्ट नहीं करता है जिसके कारण यह असुरक्षित होता है।
एक उत्तम क्वालिटी वाले शहद का चुनाव करना आवश्यक है। बाजार से शहद की खरीदारी करते समय चीनी की मात्रा जाँच करें। मिलावटी शहद में चीनी की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण इसका सेवन मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकता है, तथा सामान्य से अधिक ब्लड शुगर अन्य समस्याओं को भी जन्म दे सकता है। अतः शहद का चुनाव करते समय सावधानी बरतें।
लहसुन गर्म तासीर का होता है, अधिक शहद और लहसुन का सेवन सीने में जलन का कारण बन सकता है, इसलिए इसका सेवन मौसम को ध्यान में रखकर करें। खाली पेट अधिक मात्रा में लहसुन का सेवन करने से पेट में गैस्ट्रिक जूस का अधिक उत्पादन होता है, जिसके कारण कुछ व्यक्तियों में पेट में जलन महसूस हो सकती है। अतः इसे निश्चित मात्रा में लेना चाहिए। सीने में जलन की स्थिति में इसका सेवन खाने के एक घंटे के बाद करना आरामदायक होगा।
शहद और लहसुन के फायदे और नुकसान (Honey and Garlic Benefits and Side Effects in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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