Hospital Bag For Delivery In Hindi प्रसव के समय जरूरत का सामान के लिए आप एक मातृत्व बैग तैयार कर सकती हैं डिलीवरी से पहले मैटरनिटी बैग तैयार करने से आप डिलीवरी टाइम के लिए हॉस्पिटल बैग में रखने वाले सामानों की अच्छे से लिस्ट बना सकती हैं और उन्हें याद से रख भी सकती हैं। आइये जानते है डिलीवरी के समय अस्पताल ले जाने वाले मैटरनिटी बैग में क्या सामान रखना चाहिए ताकि आप जल्दबाजी में कुछ भूल न जाएं।
मां बनने के बाद एक औरत की जिम्मेदारी डबल हो जाती है। एक तरफ जहां उसे खुद का ख्याल रखना है वहीं दूसरी तरफ न्यू बॉर्न बेबी की भी केयर उसे अच्छे से करनी पड़ती है। लेकिन डिलीवरी टाइम में हॉस्पीटल के चक्कर काटते-काटते महिलाएं कई ऐसा जरूरी सामान अपने साथ ले जाना भूल जाती हैं, जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत हॉस्पीटल में पड़ती है। ये जरूरी नहीं कि हर बार हॉस्पीटल आपके घर के पास हो, ऐसे में कभी घर तो कभी अरजेंट में मार्केट से वो सामान खरीदना पड़ता है। तो अगर आपको आपकी डिलीवरी की डेट पता है और आप जानती हैं कि एक हफ्ते या तीन-चार दिन में कभी भी आपकी डिलीवरी हो सकती है तो जरूरी है कि आप एक हॉस्पीटल मैटरनिटी बैग तैयार करें।
वैसे विशेषज्ञों का मानना है कि गर्भावस्था के 7वें महीने में ही महिला को अस्पताल ले जाने के लिए अपना बैग तैयार कर लेना चाहिए। इससे डिलीवरी के समय कई तरह की सुविधाओं से बचा जा सकता है। डिलीवरी कैसे और कहां होनी है, उसी हिसाब से बैग पैक करना चाहिए। आपके बैग में आप केवल अपना खुद का ही नहीं बल्कि अपने न्यूबॉर्न बेबी और अपने पार्टनर का सामान भी पैक कर सकती हैं। ये आर्टिकल हर उस मां के लिए जरूरी है, जो जल्द ही मां बनने जा रही हैं। इस आर्टिकल के जरिए हम बताएंगे कि आपको अपने डिलीवरी टाइम हॉस्पीटल बैग में क्या-क्या जरूरत का सामान रखना चाहिए।
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वैसे तो कई बार डिलीवरी कैसी होनी है, ये उस समय की स्थिति पर निर्भर करता है, पर ज्यादातर डॉक्टर पहले से अपनी महिला पेशंट्स को इस बारे में सूचित कर देती हैं कि उनकी डिलीवरी नॉर्मल होगी या सी-सेक्शन से। अगर आपको भी पहले से पता है कि आपकी सी-सेक्शन डिलीवरी होनी है तो बच्चे के जन्म के पहले तैयारी में आप पहले से डिलीवरी बैग तैयार कर सकती हैं। बता दें कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद चार से पांच दिन, या कभी-कभी सात दिन तक हॉस्पीटल में ही रहना पड़ता है, ऐसे में बार-बार चीजों के लिए भागदौड़ करने से अच्छा है कि आप एक लिस्ट बनाकर चीजें बैग में पैक कर लें।
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डिलीवरी के बाद न्यू बॉर्न बेबी के लिए आपको सबसे पहले कपड़े पैक करने होंगे। वैसे तो आजकल हॉस्पिटल बच्चों के लिए पजामा और स्लीप शर्ट देते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आप खुद इन्हें पैक करके ले जाएं। कपड़े ऐसे हों, जिनमें आगे जिप लगी हो। इससे बच्चों के डायपर बदलने में आसानी होगी। उनके लिए स्मॉल साइज के डायपर्स का एक पैकेट रखें। दूध की एक छोटी बोतल साथ रखना जरूरी है। न्यू बॉर्न बेबी के लिए आपको एक छोटा पतला गद्दा और कंबल जरूर पैक करना चाहिए।
इसके अलावा आप नवजात के लिए वैसलीन, बेबी पाउडर, बम क्रीम और बेबी ऑयल भी सामान में पैक कर सकती हैं। इन चीजों की जरूरत डिलीवरी के बाद पड़ती है, इसलिए अगर आप पांच से छह दिन तक हॉस्पिटल में हैं, तो ये चीजें बहुत काम आएंगी। इसके साथ डिस्पोजल बेबी वाइप्स और एक छोटी नर्म टॉवल भी साथ रखें। अपने प्यारे बेबी के शरीर पर यूज्ड टॉवेल का इस्तेमाल भूलकर भी न करें, उनके लिए नई टॉवेल का ही यूज करें। अगर बच्चा फीड नहीं कर रहा है तो जरूरी है कि ऐसे समय के लिए एक कटोरी और छोटी चम्मच सामान के साथ रखें।
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इन सभी सामान के साथ खाने की कुछ चीजें भी पैक करना जरूरी है। क्योंकि आपको कितने दिन तक हॉस्पीटल में रहना है ये तो डिलीवरी के बाद ही पता चलता है। ऐसे में अपने लिए खाने के कुछ हेल्दी आइटम रखें, जिन्हें आप डिलीवरी के बाद भी खा सकती हों। वैसे खाने में क्या पैक करना है ये आपकी स्थिति पर डिपेंड करता है, क्योंकि सर्जरी के बाद ज्यादातर लाइट और हेल्दी मील ही खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आप अपने साथ केला और अन्य फल रख सकती हैं। एनर्जी बार्स और होलग्रेन बिस्किट्स भी अच्छा ऑप्शन है।
कुछ स्पोर्ट्स ड्रिंक के अलावा पानी की बोतल भी अपने साथ रखें। इसके अलावा सिका हुआ दलिया, दालें भी अपने साथ रखें। अगर हॉस्पीटल में खाना बनाने की व्यवस्था हो तो आप आसानी से यहां खाना तैयार करवा सकती हैं। कुछ सूखी मेवा और नट्स भी अपने खाने की लिस्ट में शामिल करना अच्छा है।
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