How much water should drink daily in Hindi एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए 8 ग्लास या 10 ग्लास? निर्जलीकरण को रोकने के लिए, आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आवश्यकता है। हर दिन आपको कितना पानी पीना चाहिए, इस पर कई अलग-अलग राय हैं। स्वास्थ्य अधिकारी आमतौर पर आठ 8 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं, जो लगभग 2 लीटर या आधा गैलन के बराबर होता है।
आपने अक्सर लोगों को यह पूछते जरूर सुना होगा की एक स्वस्थ आदमी को कितना पानी पीना चाहिए? वास्तव में हमें कितना पीना चाहिए यह व्यक्तिगत गतिविधियों पर निर्भर करता है। इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन (आईओएम) का मानना है कि पुरुषों (Males) को प्रति दिन कम से कम 13 गिलास पानी और महिलाओं (Females) को कम से कम 9 गिलास पानी पीना चाहिए। रोज हमें कितना पानी पीना चाहिए इसका जबाव इस बात पर निर्भर करता है की आप कहाँ काम करते है और वहां का वातावरण कैसा है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है। आज के लेख में आप जानेंगे की हमें कितना पानी पीना चाहिए और कब और कैसे पीना चाहिए।
विषय सूची
1. प्रतिदिन कितना पानी पीना जरूरी है – How much water is required daily in Hindi
2. रिसर्च के अनुसार उम्र के आधार पर पानी की औसत दैनिक जरूरी मात्रा
3. रोज कितना पानी पीना चाहिए से संबंधित अन्य बातें – Drink water daily in Hindi
4. हमें प्यास क्यों लगती है – Why we get thirst in Hindi
5. ज्यादा पानी पीने के फायदे – Benefits of drinking water in Hindi
6. अधिक या कम पानी पीने के जोखिम – Risk of drinking less or access water in Hindi
7. कम पानी पीने के नुकसान के कारण निर्जलीकरण होना- Dehydration due to Drinking less water in Hindi
8. ज्यादा पानी पीने के नुकसान के कारण हाइपोनैट्रेमिया होना – Hyponatremia due to Drinking Excess water in Hindi
9. पर्याप्त पानी पीने के लिए सुझाव – Suggestions for drinking enough water in Hindi
10. पानी कब और कैसे पीयें – How and when drink water in Hindi
प्रतिदिन कितना पानी पीना जरूरी है – How much water is required daily in Hindi
जानकर लोग मानते हैं कि सामान्यतः मनुष्य को 8 गिलास पानी पीना चाहिए और ऐसा करना अच्छी सेहत के लिए जरूरी भी है लेकिन यह शोध की गई जानकारी पर आधारित नहीं है। मानव शरीर का 70% भाग पानी से बना है। मानव शरीर में हर प्रणाली को काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है। पानी की मात्रा आपके लिंग, आयु, गतिविधि स्तर (Gender, age, activity level) और अन्य कारकों पर निर्भर होती है, जैसे कि आप खेल-कूद, व्यायाम या कोई मेहनती काम करते हैं तो आपको दूसरों की अपेक्षा अधिक पानी की आवश्यकता होती है। अगर आप गर्भवती महिला (Pregnant woman) या स्तन पान (Breast feeding) कराने वाली महिला हैं तो आपको अधिक पानी की आवश्यकता होगी।
रिसर्च के अनुसार उम्र के आधार पर पानी की औसत दैनिक जरूरी मात्रा
आयु और लिंग के आधार पर | पानी की दैनिक जरूरी मात्रा (पेय से) |
4-8 साल के बच्चे | 5 गिलास |
9-13 साल के बच्चे | 7-8 गिलास |
14-18 साल के बच्चे | 8-11 गिलास |
पुरुष, 19 साल और उससे अधिक उम्र के | 13 गिलास |
महिलाएं, 19 साल और उससे अधिक उम्र के | 9 गिलास |
गर्भवती महिला | 10 गिलास |
स्तन पान कराने वाली महिलाओं | 13 गिलास |
रोज कितना पानी पीना चाहिए से संबंधित अन्य बातें – Other things related to drink water daily in Hindi
- यदि आप गर्म जलवायु में रहते हैं, व्यायाम करते हैं, या बुखार, दस्त या उल्टी से ग्रस्त हैं तो आपको अधिक पानी पीना चाहिए।
- जब आपको बुखार, उल्टी या दस्त होता है, तो आपका शरीर सामान्य से अधिक तरल पदार्थ खो देता है, इसलिए अधिक पानी पीने की आवश्यकता होती है।
- आपका डॉक्टर आपके इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाये रखने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ पानी और अन्य पेय पीने का भी सुझाव दे सकता है।
- यदि आप व्यायाम करते हैं तो आप अतिरिक्त कैलोरी खर्च करते हैं जिससे आपको प्रत्येक दिन अतिरिक्त 1.5 से 2.5 गिलास अधिक पानी पीना चाहिए ।
- अगर आप एक घंटे से अधिक समय तक काम करते हैं तो आपको दैनिक जरूरत से अधिक पानी पीना चाहिए।
- यदि आप समुद्र तल से 8,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर रहते हैं, तो आपको और अधिक पीना चाहिए।
हमें प्यास क्यों लगती है – Why we get thirst in Hindi
बहुत से जानकर इस बात को नहीं जानते है कि हमें आखिर प्यास क्यों लगती है? इसका जबाव यह है कि प्यास लगने का मुख्य कारण है हमारे शरीर में मिनरल्स (Minerals) की कमी हुई है। पानी हमारे शरीर में वाहक (Transportation) का काम करता है जो मिनरल्स (Minerals) और विटामिन्स (Vitamins) को आवश्यक स्थान तक ले जाता है। चूँकि हमारे शरीर में विभिन्न प्रक्रियायें (Reactions) सतत रूप से चलती रहती है, जिसके लिए मिनरल्स (Minerals) की आवश्यकता होती है और ये मिनरल्स (Minerals) हमें पानी के द्वारा उपलब्ध कराये जाते हैं। इसलिए हमें एक निश्चित समय के बाद प्यास लगने लगती है।
ज्यादा पानी पीने के फायदे – Benefits of drinking water in Hindi
- अपने शरीर के तापमान (Body temperature) को एक सामान्य सीमा के भीतर बनाये रखता है।
- पानी हमारे शरीर के सभी जोड़ों (Joints) के लिए स्नेहक (Lubrication) का काम करता है।
- अपनी रीढ़ और अन्य ऊतकों (Tissues) के लिए रक्षाकवच (Protactive layer) का काम करता है।
- मूत्र, पसीना, और आंत्र की क्रिया को बढ़ाकर मल त्याग को आसान बनता है जिससे अपशिष्ट को शरीर से बाहर करने में मदद करता है।
- पर्याप्त पानी का सेवन आपकी सुन्दरता को और बढ़ाता है। पानी आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाता है।
- त्वचा आपके शरीर का सबसे बड़ा अंग है। जब आप पर्याप्त पानी पीते हैं, तो आप इसे स्वस्थ और हाइड्रेटेड (Hydrated) रखते हैं।
- चूँकि पानी में शून्य कैलोरी होती है, इसलिए पानी भी आपके वजन कम करने (weight loss) के लिए एक उत्कृष्ट साधन साबित हो सकता है।
(और पढ़े – पानी पीकर वजन कम करने के उपाय)
अधिक या कम पानी पीने के जोखिम – Risk of drinking less or access water in Hindi
पानी हमारे लिए अत्यंत आवश्यक है लेकिन बहुत कम या बहुत ज्यादा पानी पीने के भी अपने अलग खतरे होते हैं।
कम पानी पीने के नुकसान के कारण निर्जलीकरण होना- Dehydration due to Drinking less water in Hindi
आपका शरीर लगातार पसीना(Sweat) और पेशाब (Urine) जैसे कार्यों के माध्यम से तरल पदार्थ को खोता रहता है जिससे पानी की कमी होने लगती है।
- निर्जलीकरण (Dehydration) तब होता है जब आपका शरीर अधिक पानी या तरल पदार्थ खो देता है।
- त्वचा और बालों में रूखापन (Dryness) हो जाता है (और पढ़े – टूटते बालों से हैं परेशान तो अपनाएं ये घरेलू उपाय)
- निर्जलीकरण (Dehydration) के लक्षणों में थकान महसूस करना, अधिक प्यास लगना शामिल है। आप यह भी ध्यान दे सकते हैं कि आप बार-बार पेशाब नहीं जा रहे हैं या आपका मूत्र पीला है।
- बच्चों में, निर्जलीकरण(Dehydration) के लक्षण मुंह और जीभ सूखना, रोने के दौरान आँसू की कमी, और सामान्य से कम गीले डायपर का कारण बन सकता है।
- निर्जलीकरण(Dehydration) के कारण : भ्रम या अस्पष्ट सोच, मनोदशा में बदलाव, अधिक गर्म महसूस करना, कब्ज बनना, गुर्दा में पथरी (Kidney stone) का निर्माण, झटका(shock) या चक्कर।
- अधिक पानी और अन्य तरल पदार्थ पीने से हल्के निर्जलीकरण(Dehydration) का इलाज किया जा सकता है।
- यदि आपको गंभीर निर्जलीकरण (Dehydration) की समस्या है, तो आपको अस्पताल में इलाज की आवश्यकता हो सकती है।
ज्यादा पानी पीने के नुकसान के कारण हाइपोनैट्रेमिया होना – Hyponatremia due to Drinking Excess water in Hindi
बहुत अधिक पानी पीना आपके स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है। जब आप बहुत ज्यादा पानी पीते हैं, तो अतिरिक्त पानी आपके रक्त में इलेक्ट्रोलाइट्स (Electrolytes) को पतला कर सकता है जिससे शरीर में सोडियम (sodium) के स्तर में कमी आती है जिसे हाइपोनैट्रेमिया (hyponatremia) कहा जाता है।
हाइपोनैट्रेमिया के लक्षण – Symptoms of hyponatremia in hindi
पर्याप्त पानी पीने के लिए सुझाव – Suggestions for drinking enough water in Hindi
जब आप प्यास लगने पर और भोजन के साथ पानी पीते हैं तो आप अपने पानी की जरूरी मात्रा को पूरा कर सकते हैं।
अगर आपको पर्याप्त पानी लेने में कुछ अतिरिक्त मदद की ज़रूरत है, तो अधिक पानी पीने के लिए निम्न उपायों को अपना सकते हैं-
- जहां भी आप जाते हैं, वहां अपने के साथ, जिम और कार्यालय में और यहां तक कि सड़क यात्राओं पर भी अपने साथ पानी की बोतल ले जाने का प्रयास करें।
- अपनी दैनिक पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए सादे पानी के स्थान पर अन्य तरल पदार्थ पी सकते हैं।
- तरल पदार्थ के अन्य अच्छे स्रोतों में दूध , शुद्ध फलों का रस, चाय और शरबत शामिल हैं।
- शर्करा पेय के स्थान पर सोडा और जूस से तरल पदार्थ प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इन पेय पदार्थों में उच्च कैलोरी सामग्री होती है। जब भी संभव हो सादा पानी पीना ही सबसे अच्छा माना जाता है।
- ताजा नींबू या नींबू के रस को पानी में निचोड़कर अपने पानी में कुछ फ्लेवर जोड़कर उसे पी सकते हैं।
पानी कब और कैसे पीयें – How and when drink water in Hindi
- सुबह-सुबह बासी मुंह पानी पीने से रात भर हमारे मुंह में जो लार (saliva) बनती है वो हमारे पेट में जाकर बहुत ही अच्छे प्राक्रतिक प्रतिजैविक (antibiotic) का कार्य करती है जो हमें विभिन्न बीमारियों से लड़ने में सहायता करती है।
- इसके साथ-साथ कब्ज दूर करने में भी सहायक होता है। (और पढ़े – क्या होता है जब आप खाली पेट पानी पीते हैं आइए जानते हैं)
- हमें खाना खाने के 40 मिनट पहले और खाना खाने के 40 मिनट बाद पानी पीना चाहिए जिससे उपापचय प्रतिक्रिया (metabolic reaction) अच्छी होती है और हमारे द्वारा खाया गया भोजन आसानी से पच जाता है।
- हमें कभी भी खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि खड़े होकर पानी पीने से पानी, सीधा हमारे फेफड़ों के पास में स्थित डायफ्राम (Diaphrame) पर पड़ता है जिससे ह्रदयाघात (heart attack) और कुछ वर्षों बाद घुटने दर्द (Knee pain) का कारण बनता है।
- गर्म वातावरण से आने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने से लू लग सकती है। (और पढ़े – लू लगने के कारण, लक्षण और घरेलू इलाज)
- नहाने के तुरंत बाद पानी पीने से रक्त संचालन (Blood circulation)अच्छा बना रहता है और उच्च रक्तचाप (High blood pressure) की समस्या से बचे रहते हैं।
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