मासिक धर्म चक्र: इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि मासिक धर्म चक्र यानि मेंस्ट्रुअल साइकिल (Menstrual cycle) कैसे काम करती है। किसी लड़की या औरत को पीरियड क्यों आता है, और यह सब कैसे होता है।
एक महिला की प्रजनन प्रणाली (reproductive system) कई अंगों से मिलकर बनी होती है। जो हर महीने बच्चा पैदा करने की संभावनाओं के लिए खुद को तैयार करती है।
यह रिप्रोडक्टिव सिस्टम अंडाशय (ovaries), फैलोपियन टयूब या गर्भ नली (fallopian or uterine tubes), गर्भाशय या गर्भ (uterus or womb) और योनि (vagina) से बना होता है।
ये सभी अंग मासिक धर्म चक्र (Menstrual cycle) में अपनी भूमिका निभाते हैं, जिसका काम लगभग 28 दिनों के आसपास अंडाशय से एक अंडे को रिलीज़ करना होता है।
मेंस्ट्रुअल साइकिल कैसे काम करती है – How the menstruation cycle works in Hindi
आइए महिला के शरीर के अंदर एक नज़र डालते हैं और जानतें हैं कि इस मेंस्ट्रुअल साइकिल (Menstrual cycle) के दौरान क्या-क्या होता है।
अंडाशय (ovaries) बादाम के आकार की दो ग्रंथियों होती है जो गर्भाशय के दोनों ओर स्थित होती हैं। वे फैलोपियन ट्यूब के अंगुलियों के समान छोरों से घिरी होती हैं, जो खोखले मार्ग होते हैं और अंडाशय (ovaries) को गर्भाशय (uterus) से जोड़ते हैं।
गर्भाशय (uterus) एक खोखला, उल्टे नाशपाती के आकार का अंग, जिसमें मोटी पेशी की दीवारें होती हैं, जहां भ्रूण बढ़ता है और एक बच्चा बन जाता है। यह योनि के ऊपरी सिरे से जुड़ा होता है।
अंडाशय (ovaries) के अंदर अंडे विकसित और परिपक्व होते हैं, इस प्रक्रिया को मस्तिष्क के आधार पर स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो ब्लडस्ट्रीम में हार्मोन रिलीज़ करती है, जिससे अंडाशय (ovaries) एक परिपक्व अंडा रिलीज़ करता है।
यह प्रोसेस ओव्यूलेशन के रूप में जानी जाती है, यह प्रक्रिया आमतौर पर प्रत्येक मेंस्ट्रुअल साइकिल (MC) के 13 – 15 दिन के बीच होती है, मेंस्ट्रुअल साइकिल(MC) का पहला दिन वह होता है जब आपके मासिक धर्म यानि पीरियड्स के लिए खून बहना शुरु होता है।
अंडाशय (ovaries) महिला हार्मोन एस्ट्रोजेन को भी रिलीज़ करती हैं, जो निषेचित अंडे को रिसीव करने की तैयारी में गर्भाशय के अस्तर (Uterine lining) को मोटा कर देता है।
एक बार अंडाशय (ovaries) से निकलने के बाद, एग फैलोपियन ट्यूब (Fallopian tube) के साथ अपना आंगें का रास्ता तय करता है और आंगे बढ़ने लगता है, अगर इस दौरान सेक्स किया जाता है तो, यह एग, शुक्राणु (sperm) से मिल सकता है, और उसे निषेचित (fertilized) कर सकता है, इस प्रक्रिया को निषेचन (fertilization) के रूप में जाना जाता है।
निषेचित अंडा (fertilized egg) फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से गर्भाशय (uterus) में चला जाता है, जहां यह गर्भाशय की मोटी परत में खुद को एम्बेड (जोड़ता है) करता है और बढ़ता रहता है।
यदि अंडे को निषेचित नहीं किया जाता है, तो यह टूट जाता है, और अंडाशय (ovaries) द्वारा उत्पादित हार्मोन का स्तर गिरने लगता है।
इससे गर्भाशय का अस्तर (lining of the uterus) भी टूटने लगता है, हार्मोन का कम स्तर अनिषेचित एग और गर्भाशय के अस्तर दोनों को तोड़ देता है। उन्हें मासिक धर्म के दौरान योनि से पीरियड के ब्लड के रुप में शरीर से बाहर कर दिया जाता है, जिसे मासिक धर्म (period) के रूप में जाना जाता है, और फिर यही साइकिल फिर से शुरू हो जाती है।
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