कुछ व्यक्ति अधिक वजन वाले या मोटे होते हैं। हालाँकि बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जो बहुत कम वजन की समस्या से परेशान है। दोनों ही स्थितियां चिंता का विषय है। कम वजन सम्बंधित व्यक्ति के स्वास्थ्य पर उतना ही प्रभाव डालता है, जितना कि मोटापा। इसके अतिरिक्त, कई व्यक्ति जन्म से ही कम वजन वाले होते हैं और वजन बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश करते रहते हैं, वे सभी व्यक्ति एक स्वस्थ वजन को प्राप्त कर सकते हैं। चूँकि कम वजन सम्बंधित व्यक्ति में अनेक स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का कारण बनता है इसलिए कम वजन की समस्या से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित रूप से वजन में वृद्धि करनी आवश्यक होती है।
आज के इस लेख में आप जानेंगे कि कोई भी व्यक्ति वजन को तेजी और सुरक्षित तरीके से कैसे बढ़ा सकता है। आइये जानते हैं तेजी से वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय के बारे में।
विषय सूची
1. कम वजन का मतलब क्या है – What does low weight mean in Hindi
2. बीएमआई क्या है – What is BMI in hindi
3. कम वजन होने से सम्बंधित स्वास्थ्य समस्याएं – Low weight health problems in hindi
4. वजन कम होने के कारण – Underweight Causes in hindi
5. तेजी से वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय – How to gain weight fast in hindi
कम वजन (underweight) होने का मतलब है, किसी व्यक्ति का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का मान 18.5 से नीचे होना। यह उत्तम स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक शरीर के द्रव्यमान से कम है। इसके विपरीत, 25 से अधिक बॉडी मास इंडेक्स (BMI), अधिक वजन को प्रदर्शित करता है और 30 से अधिक बॉडी मास इंडेक्स (BMI), मोटापे को दर्शाता है।
हालांकि बॉडी मास इंडेक्स (BMI), जो केवल वजन और ऊंचाई के आधार पर शरीर का फैट दर्शाता है। कुछ व्यक्ति सामान्य रूप से बहुत पतले होते हैं और पूर्ण तरीके से स्वस्थ होते हैं। अर्थात बॉडी मास इंडेक्स (BMI) पैमाने के अनुसार मापा गया कम वजन, सम्बंधित व्यक्ति में स्वास्थ्य समस्या को प्रगट नहीं कर सकता है। कम वजन, पुरुषों की तुलना में लड़कियों और महिलाओं में लगभग 2-3 गुना अधिक देखने को मिलता है। 20 वर्ष और उससे अधिक आयुवर्ग के लगभग 1 % पुरुष और 2.4% महिलाएं कम वजन की समस्या से पीड़ित हैं।
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बीएमआई (BMI) का पूरा नाम बॉडी मास इंडेक्स (body mass index) है, जो व्यक्तियों की ऊंचाई या आकार के सापेक्ष एक स्वस्थ वजन को प्रदर्शित करने की इकाई है। अधिकांश वयस्कों के लिए, एक आदर्श और स्वास्थ्य बीएमआई 18.5-24.9 की रेंज में पाई जाती है।
बीएमआई वजन सीमा (BMI Weight range) निम्न स्थितियों को प्रदर्शित करती है:
कोई भी व्यक्ति अपनी बीएमआई सीमा ज्ञात कर सकता है इसके लिए व्यक्ति को अपनी ऊंचाई मीटर में तथा वजन किलोग्राम में ज्ञात होना चाहिए। अतः बीएमआई ज्ञात करने के लिए वजन और ऊंचाई के अनुपात को पुनः ऊंचाई से विभाजित कर बीएमआई का पता किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति का वजन वजन 70 किलोग्राम है और ऊंचाई 1.75 मीटर है, तो 70 को 1.75 से विभाजित करने पर 40 प्राप्त होता है। फिर 40 को पुनः 1.75 से विभाजित करते हैं जिससे कि 22.9 प्राप्त होता है, जो कि सम्बंधित व्यक्ति का बीएमआई है।
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मोटापा और कम वजन दोनों ही वर्तमान में सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में एक हैं, और दोनों ही स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, कम वजन की समस्या पुरुषों और महिलाओं में मृत्यु का कारण भी बन सकती है।
मोटापा (obesity) की तुलना में कम वजन की समस्या व्यक्तियों में 50% से अधिक मृत्यु के जोखिम से सम्बंधित है, अर्थात यह प्रदर्शित करता है कि कम वजन की समस्या व्यक्ति के स्वास्थ्य सम्बन्धी जोखिमों को बढ़ा सकती है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि कम वजन से सम्बंधित पुरुषों में मृत्यु का खतरा कम वजन वाली महिलाओं की तुलना में अधिक होता है।
अतः कम वजन (अंडरवेट) की समस्या से पीड़ित व्यक्ति निम्न जोखिमों को उत्पन्न कर सकते हैं, जैसे:
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ऐसी कई चिकित्सा सम्बन्धी स्थितियां हैं, जो अस्वास्थ्यकर रूप से वजन घटने का कारण बन सकती हैं, इन स्थितियों में शामिल हैं:
वजन कम होने का कारण ईटिंग डिसऑर्डर (Eating disorders) – आहार सम्बन्धी विकार के अंतर्गत एनोरेक्सिया नर्वोसा (anorexia nervosa,) नामक एक गंभीर मानसिक विकार शामिल है, जो कम वजन का कारण बनता है।
वजन में कमी का कारण थायराइड की समस्याएं (Thyroid problems) – अतिसक्रिय थायराइड या हाइपरथायरायडिज्म की समस्या के कारण चयापचय को बढ़ावा मिल सकता है और वजन कम होने का कारण बन सकता है।
वजन कम होने का कारण सीलिएक रोग (Celiac disease) – सीलिएक रोग (Celiac disease), लस असहिष्णुता (gluten intolerance) का सबसे गंभीर रूप है। सीलिएक रोग (celiac disease) से पीड़ित अधिकांश व्यक्तियों को इसके लक्षणों का पता नहीं चल पाता हैं। जो वजन कम होने का कारण बन सकता है।
शुगर की बीमारी में वजन कम होता है (Diabetes) – मुख्य रूप से अनियंत्रित मधुमेह टाइप 1 रोग होने से सम्बंधित व्यक्ति में गंभीर रूप से वजन में कमी आ सकती है। और वजन कम होने का कारण बन सकता है।
शरीर का वजन कम होने का कारण कैंसर (Cancer) – ट्यूमर के कारण अक्सर बड़ी मात्रा में कैलोरी की हानि होती है। अतः कैंसर की स्थिति में कैलोरी की अत्यधिक हानि किसी भी व्यक्ति में वजन कम होने का कारण बन सकती है।
वजन कम होने का कारण संक्रमण (Infections) – कुछ संक्रमण किसी भी व्यक्ति में गंभीर रूप से वजन में कमी का कारण बन सकते हैं। इसमें परजीवी (parasites), तपेदिक (tuberculosis) और एचआईवी / एड्स (HIV/AIDS) संक्रमण शामिल हैं।
कम वजन की स्थिति में सम्बंधित व्यक्ति को, किसी भी गंभीर बीमारी के जोखिमों से निपटने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। यदि किसी व्यक्ति के वजन में बिना कोई प्रयास किये गंभीर रूप से वजन में कमी आती है, तो इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। क्योंकि वर्तमान में ऐसी कई चिकित्सकीय स्थितियां हैं, जो अस्वास्थ्यकर रूप से वजन घटने का कारण बन सकती हैं।
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जो व्यक्ति कम वजन के हैं, और अस्वास्थ्यकर पेट वसा में वृद्धि करने की बजाय, संतुलित मात्रा में मांसपेशियों और चमड़े के नीचे की वसा में वृद्धि करना चाहते हैं, तो यह तेजी से वजन बढ़ाने के घरेलू उपाय की मदद से प्रत्येक व्यक्ति के लिए संभव हो सकता है। वजन में वृद्धि करने के लिए सही तरीकों को अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है।
सोडा (soda) और डोनट्स (donuts) का अधिक सेवन करने से वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है, लेकिन यह तरीका अस्वास्थ्यकर हो सकता है। क्योंकि टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं अक्सर मोटापे से जुड़ी होती हैं। इसलिए, स्वस्थ रूप से वजन बढ़ाने के लिए, स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने और एक समग्र स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने की अत्यंत आवश्यकता होती है। अतः स्वस्थ तरीके से वजन में वृद्धि करने के लिए निम्न उपाय अपनाये जा सकते हैं:
वजन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, कि प्रत्येक व्यक्ति को शरीर द्वारा बर्न कैलोरी से अधिक कैलोरी का सेवन करना चाहिए। अर्थात तेजी से स्वास्थ्य वजन में वृद्धि करने का उत्तम तरीका, शरीर में कैलोरी की बचत करना या शरीर की आवश्यकता से अधिक कैलोरी का सेवन करना हैं। जो व्यक्ति धीरे-धीरे और प्रभावी रूप से वजन हासिल करना चाहते हैं, तो उन्हें हर दिन शरीर द्वारा बर्न कैलोरी से 300 से 500 कैलोरी का अधिक सेवन करना चाहए। इसके अतिरिक्त जो व्यक्ति तेजी से वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो उन्हें दैनिक खपत से लगभग 700 से 1000 कैलोरी का अधिक सेवन करने का लक्ष्य रखना चाहिए। ध्यान रहे की प्रत्येक व्यक्ति की दैनिक कैलोरी खपत अलग-अलग होती हैं।
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तेजी से और स्वस्थ वजन को बढ़ाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रोटीन है। शरीर की सभी मांसपेशियां प्रोटीन से बनी होती हैं और प्रोटीन के बिना शरीर की अतिरिक्त कैलोरी, वसा के रूप में समाप्त हो सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि स्तनपान के दौरान, एक उच्च-प्रोटीन आहार का सेवन शरीर में उपस्थित अतिरिक्त कैलोरी को मांसपेशियों में बदलने के लिए आवश्यक होता है।
हालांकि, ध्यान रखें कि अत्यधिक प्रोटीन का सेवन, भूख या खाने की इक्षा को काफी कम कर सकता है, जिससे पर्याप्त कैलोरी को प्राप्त करना कठिन हो सकता है। जो व्यक्ति वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन्हें अपने शरीर के वजन के अनुसार 1.5 से 2.2 ग्राम प्रोटीन प्रति किलोग्राम वजन के अनुसार सेवन करना चाहिए। यदि शरीर में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक है तो व्यक्ति इस सीमा से अधिक प्रोटीन का सेवन कर सकता है।
उच्च-प्रोटीन खाद्य पदार्थों में मांस, मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद, फलियां, नट और अन्य पदार्थों को शामिल किया जा सकता है।
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कुछ लोग उचित रूप से वजन कम करने के लिए कार्बोहाइड्रेट या वसा को पूर्ण रूप से सेवन न करने की कोशिश करते हैं। यह उचित तरीका नहीं है, क्योंकि ऐसा करने से पर्याप्त कैलोरी को प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। जो व्यक्ति वजन को बढ़ाना चाहते हैं, तो उन्हें उच्च कार्बोहाइड्रेट और उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों के सेवन पर ध्यान देना चाहिए। अतः वजन बढ़ाने के लिए डाइट में प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट से परिपूर्ण आहार को शामिल करना सबसे अच्छा विकल्प है। यह भोजन पर्याप्त कैलोरी को प्रदान करने में सहायता प्राप्त कर सकता है।
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वजन में प्रभावी रूप से वृद्धि करने के लिए सम्बंधित व्यक्ति को जितना संभव हो उच्च उर्जा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। उर्जा युक्त आहार में वजन बढ़ाने के लिए अधिक कैलोरी होती हैं। वजन बढ़ाने के लिए आवश्यक ऊर्जा सम्रद्ध खाद्य पदार्थ निम्न हैं:
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सॉस और मसाले का भरपूर उपयोग करने से वजन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। अतः भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए मसालों का प्रयोग करना आवश्यक होता है, इससे भोजन करने की इक्षाशक्ति में भी वृद्धि होती है और भूख बढ़ाने में मदद मिलती है। अतः मसाले भोजन के अधिक सेवन पर जोर देते हैं, जिससे वजन में वृद्धि करने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन का सेवन किया जा सकता है।
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वजन बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि उपभोग किये जाने वाले अतिरिक्त वसा का सेवन, मांसपेशियों के निर्माण में प्रयोग होना चाहिए। अतः इस बात को सुनिश्चित करने के लिए भारी वजन को उठाना और कसरत (Exercise) करना महत्वपूर्ण होता है। अतः वजन बढ़ाने के लिए व्यायाम में प्रति सप्ताह 3 से 4 बार भारी वजन उठाना सुनिचित करें और समय के साथ उठाये जाने वाले वजन की मात्रा में वृद्धि करने का प्रयाश करें। चिकित्सकीय समस्या होने पर वजन उठाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरुर लेनी चाहिए। वजन बढ़ाने के लिए भारी वजन उठाने के साथ-साथ अधिक कैलोरी के सेवन पर भी ध्यान देना जरुरी होता है।
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वजन बढ़ाने के लिए कुछ उपयोगी टिप्स निम्न हैं:
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