Increase Immunity Power In Hindi: अक्सर आपने लोगो से ये कहते सुना होगा की मेरी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है या कम होती जा रही है आखिर ऐसा क्या है रोग प्रतिरोधक क्षमता में जिससे हमें इसकी इतनी अधिक जरुरत पढ़ती है। आपने देखा होगा कि, समान परिस्थिति में भी कुछ व्यक्ति अक्सर जल्दी बीमार हो जाते है तो वहीं कुछ व्यक्ति अच्छी रोग प्रतिरोधक शक्ति होने की वजह से लम्बे समय तक बीमार नहीं होते है। इसके पीछे का कारण यह है की हमारे शरीर के आस पास हर समय बैक्टीरिया (Bacteria) और वायरस (Virus) मौजूद होते है। और हमारे शरीर कि रोग प्रतिरोधक शक्ति (Immune System) इन खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस से हमारे शरीर कि रक्षा करती है। इसलिए आपको इम्युनिटी पावर बढ़ाने के उपाय जानना बहुत जरूरी हो जाता है।
वैसे तो रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) हर रोग के खिलाफ लड़ने में बहुत ही अच्छा कार्य करती है। लेकिन कभी कभी इसके कार्य करने की क्षमता कम होती चली जाती है जिस वजह से रोगाणु बैक्टीरिया और वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करने लगते है और हम गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं।
हमारे शरीर कि रोग प्रतिरोधक क्षमता कई चीजो पर निर्भर करती है जैसे कि हमारा खान-पान और हमारी जीवनशैली। तो आज हम आपको रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय और स्वस्थ जीवनशैली से संबंधित कुछ ज़रूरी जानकारी देने वाले हैं। हमारे शरीर की रोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय निचे दिए गए है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता का मतलब होता है हमारे शरीर को किसी भी बाहरी कारक से बचा के हमे स्वस्थ्य बनाये रखने के लिए शरीर के अंदर जो रक्षा प्रणाली होती है उसे ही हम रोग प्रतिरोधक क्षमता कहते है और अगर आपका इम्यून सिस्टम (immune system) सही है तो आपको छोटे मोटे रोगों से कोई परेशानी नहीं होगी और होती भी है तो एक दो दिन में आप ठीक हो जाते है।
लेकिन अगर आपको मौसम के साथ होने वाले जुकाम और मौसम बदलने के साथ ठीक नहीं रहने की समस्या होती है या आपको थोड़े से काम करने से थकान और आलस महसूस होता है तो आप कह सकते है कि हो सकता है मेरा इम्यून सिस्टम दुरुस्त नहीं हो। इसलिए आज हम इस बारे में कुछ बात करते है और जानते है कि कैसे आप रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity power) को कैसे बढ़ा सकते है –
असल में हमारे शरीर के immune system को सही से काम करने के लिए बहुत सारे पोषक तत्वों की जरुरत होती है आपने देखा होंगे कि, संतुलित आहार लेने वालो कि तुलना में कुपोषित बच्चे जल्दी बीमार पड़ जाते है। हमारे शरीर को सही से कार्य करने के लिए विटामिन , मिनरल के साथ एंटीओक्सिडेंट की जरुरत होती है औरअध्ययन के अनुसार फलों और सब्जियों को अधिक मात्रा में खाने वाले लोगो का प्रतिरक्षा तंत्र उन लोगो की तुलना में अच्छा होता है जो खाने में ज्यादा सब्जियां और फल नहीं खाते है। शरीर कि रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए Zinc, Iron, Selenium, Copper, Folic acid और Vitamin A, B6, C, E जैसे Micro-nutrients और Anti-Oxidants कि जरुरत होती है।
Anti-Oxidants: शरीर कि रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने के लिए योग्य प्रमाण में एंटीऑक्सीडेंट लेना जरुरी है। एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर के ख़राब सेल को ठीक करते है और बुढ़ापे को दूर भगाते है। आप निचे दिए हुए आहार लेकर या अपने डॉक्टर कि सलाह अनुसार एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन (Vitamin) युक्त दवा ले सकते है।
बीटा कैरोटीन (Beta Carotene)– यह खुबानी (Apricot), हरी फूलगोभी (Broccoli), चुकंदर (Beet), पालक (Spinach), टमाटर (Tomatoes), मका (Corn) और गाजर (Carrots) में पाया जाता है।
सेलेनियम (Selenium)– यह जौ (Oats), प्याज (Onions), सूरजमुखी फूल के बीज (Sunflower seeds), मशरुम (Mushroom), भूरे चावल (Brown Rice), अंडा (Eggs), मछली (Fish) और मटन (Meat) में पाया जाता है। यह कई प्रकार के Cancer से शरीर को बचाने में मदद करता है।
विटामिन A– यह शक्कर कंद (Sweet Potato), गाजर (Carrots), खुबानी (Apricot), हरी सब्जिया (Green Vegetables), लाल मिर्च (Red Pepper), Cantaloupe (खरबूजा) में अधिक पाया जाता है।
Vitamin B2– यह पालक (Spinach), बदाम (Almonds), सोयाबीन (Soyabeans), मशरूम (Mushroom), गाय का दूध (Cow’s Milk) में पाया जाता है।
विटामिन B6– यह पालक (Spinach), केला (Banana), आलू (Potato), सूरजमुखी फूल के बीज (Sunflower seeds) में पाया जाता है।
Vitamin C– यह संत्रा (Oranges), टमाटर (Tomatoes), पपीता (Papaya), स्ट्रॉबेरी (Strawberry), पत्तागोभी (Cauliflower) में पाया जाता है।
विटामिन E– यह गाजर (Carrots), पपीता (Papaya), पालक (Spinach), सूरजमुखी फूल के बीज (Sunflower seeds), बादाम (Almonds) में पाया जाता है।
Vitamin D– यह दूध (Milk), मशरूम (Mushroom), अंडा (Eggs), सालमन (Salmon), सार्डिन मछली (Sardines) में पाया जाता है।
जिंक Zinc– यह लौकी के बिज (Pumpkin seeds), तिल (Sesame seeds), जौ (Oats), दही (Yogurt), झींगा (Shrimp), ऑयस्टर (कस्तूरी या सीप) (Oysters), मटन (Meat) में पाया जाता है।
पानी / Water – दिन भर में कम से कम 8 ग्लास पानी लेना चाहिए। सही और निरंतर अन्तराल में पानी पिने से शरीर को बल प्राप्त होता है और पाचन ठीक से होता है। पानी शरीर के अनावश्यक पदार्थो को शरीर से बाहर निकलता है।इसलिए खाने के साथ अपने पानी पीने पर भी ध्यान दें।
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रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आहार के साथ साथ हमारे दिनचर्या में बदलाव करना भी जरुरी है। अगर हम अपनी कुछ बुरी आदते बदल दे तो, कुछ बीमारियो से बच सकते है और अपनी रोग प्रतिकार शक्ति भी बढ़ा सकते है।
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आज के युग में मोटापे कि समस्या ने चारो तरफ एक महामारी की तरह जल फेला लिया है। मोटापा आते ही वो अपने साथ कई गम्भीर बीमारियो को भी ले आता है। मोटापा असल में बिभिन्न बीमारियों का घर है और हर तरह की पेट से सम्बन्धित बीमारियों और थकान के साथ आलस की शिकायत उन लोगो में अधिक होती है जो जरुरत से ज्यादा मोटे होते है।
आपको बता दें कि मोटापे से होने वाली परेशानियों में से एक दिक्कत यह भी है कि मोटापे की वजह से श्वेत रक्त सेल्स (white blood cells) बनने में समस्या आती है और वो बढ़ नहीं पाती है white cells हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है और कुछ जरुरी एंटीबाडीज के निर्माण में भी मोटापा परेशानी बनता है इसलिए आपको सबसे पहले अपने मोटापे के बारे में सोचे और उसके बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को बढ़ाने के बारे में ध्यान दें।
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दिन भर काम करने के बाद आपके मन और शरीर के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे कि नींद जरुरी है। जो लोग अपने मन और शरीर को पर्याप्त आराम देते है वे अधिक कार्यक्षम और निरोगी रहते है। पर्याप्त नींद के अपने फायदे है इस से आप खुद को फ्रेश महसूस करते है अभी हल ही के अध्यन से पता चला है की कम नीद के कारण मोटापे की समस्या सबसे जादा बढ़ रही है जो आपकी प्रतिरोधक शक्ति को भी प्रभावित करती है इसलिए काम के साथ साथ एक बेहतर नींद आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) के लिए वरदान साबित हो सकती है।
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इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए आप निम्न चीजों का सेवन करें।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी भी लाभप्रद है।
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लहसुन शरीर और दिमाग दोनों के लिए ही फायदेमंद है अपने खाने में रोजाना लहसुन का सेवन अवश्य रूप से करे।
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शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए मशरूम का सेवन किया जाता है। इसमें सेलेनियम नामक मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट तत्व ,विटमिन-बी, रिबोफ्लैविन और नाइसिन जैसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम (Immune System) को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। प्रतिदिन मशरूम का सेवन सलाद, सूप आदि के रूप में करने से फायदा मिलता है।
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आयुर्वेद के अनुसार रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए च्यवनप्राश का सेवन किया जाता है, इसको खाने से स्ट्रेस कम होता है, शरीर की कमजोरी दूर होती है आदि| इसके अतिरिक्त यह और भी कई परेशानिया जैसे भूख ना लगना से निजाद मिलती है।
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संतरे, स्ट्रॉबेरी और अनानास जैसे खट्टे फलो में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह फल कई तरह से संक्रमणों से लड़ने में मदद करते है। इनसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता सक्रिय होती है| इसीलिए रोजाना भोजन में खट्टे फलो का सेवन अवश्य करना चाहिए।
ऊपर आपने जाना रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय के बारे में आप दिए गए आहार, दिनचर्या और व्यायाम संबंधी सलाह का अनुकरण कर आप अपनी रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ा सकते है और साथ ही निरोगी और स्वस्थ जीवन का आनंद उठा सकते है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय (Increase Immunity Power In Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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