1 year baby diet chart in Hindi क्या आपका बच्चा 12 महीने का होने वाला है। अगर हां, तो अब आपको अपने एक साल के बच्चे के खाने को लेकर चिंता जरूर हो रही होगी। ऐसा हर मां के साथ होता है जब उनका बच्चा एक साल का हो जाता है। क्योंकि यहां से बच्चे को ठोस आहार देने की शुरूआत होती है। इस दौरान बच्चों में नए और ठोस खाद्य पदार्थों को चबाने की क्षमता विकसित हो जाती है। तब एक मां का सबसे बड़ा सवाल होता है कि अब बच्चे को क्या खिला सकते हैं। ऐसा उसे क्या खिलाएं, जिससे उसका विकास अच्छा हो, स्वास्थ्य बने और साथ में हाइट और वजन भी बढ़े। तो आपके इन सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे और आप जान पाएंगी की एक साल या 12 महीने के होने पर बच्चे को क्या खिलाएं।
विशेषज्ञ कहते हैं कि ये एक मां के लिए बहुत खुशी की बात है कि उनका बच्चा एक साल का हो गया है, लेकिन कई माताओं को बच्चे के खाने को लेकर चिंता रहती है। आपको अपने एक साल के बच्चे के लिए भोजन तैयार करने के बारे में जोर देने की जरूरत नहीं है। आपको उनके लिए कुछ स्पेशल तैयार नहीं करना है, बल्कि आपके परिवार के लोग जो कुछ भी रोज खाते हैं, बच्चे को भी वही खिलाया जा सकता है। लेकिन थोड़ा मैश करके। कोशिश करें कि बच्चे के खाने में नमक की मात्रा कम हो, क्योंकि बच्चे के लिए ज्यादा नमक नुकसानदायक हो सकता है। इस दौरान बच्चे को प्यूरी देना एकदम बंद कर दें और ठोस भोजन की तरफ उनकी रूचि बढ़ाएं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि 12 महीने के बच्चे को आप क्या खिला सकते हैं। साथ ही आपकी रोज-रोज की परेशानी को कम करने के लिए इस आर्टिकल में हमने एक बेबी फूड चार्ट के बारे में बताया है। यकीनन इस चार्ट की मदद से बच्चे को रोज कुछ नया ठोस आहार खिलाना आपके लिए बेहद आसान हो जाएगा।
विषय सूची
1. 12 महीने के बच्चों के माता-पिता को ध्यान में रखने रखने वाली बातें – Points for 12 months old babies to keep in mind in hindi
2. 12 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए – Foods for your Twelve Month Old Baby in hindi
3. 1 साल के बच्चे के लिए फूड रेसिपी – 1 year baby food recipe in hindi
4. एक साल के बच्चे के लिए परफेक्ट फूड चार्ट – 1 Year Old Baby Food Chart/Feeding Schedule in Hindi
5. बच्चे में खाने की आदत कैसे डालें – Tips to put a habit of eating in a child in Hindi
6. एक साल के बच्चे के लिए फीडिंग टिप्स – Feeding tips for 1 year old child in hindi
12 महीने की उम्र तक बच्चों को 20-32 औंस ब्रेस्ट मिल्क की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए दूध के सेवन को सीमित करें, ताकि बच्चे के पेट में ठोस आहार खाने के लिए जगह बन सके। 12 महीनों के बाद, आप चाहें तो धीरे-धीरे बच्चे की बोतल छुड़ाने की कोशिश करें, यदि आपके बच्चे को बोतल की आदत है तो। यदि आप अभी भी अपने 12 महीने के बच्चे को प्यूरीज दे रहे हैं तो ध्यान दें कि अब आपका बच्चा ठोस खाद्य पदार्थों को चबाने और खाने में पूरी तरह से सक्षम हैं। इसलिए उसे प्यूरी यानि तरल पदार्थ देना बंद कर दें। आपने अब तक अपने बच्चे को फिंगर फूड दिया है या नहीं। अगर नहीं, तो अब ऐसा करने का एक अच्छा समय है।
(और पढ़े – बच्चे को ठोस आहार कब देना शुरू करें, क्या दें और किन बातों का रखें ध्यान…)
आइये जानते है कि एक साल के बच्चे को आप किस तरह का आहार खिलाना शुरू कर सकती हैं।
अनाज बच्चों का ऑल टाइम फेवरेट होता है। 12 महीने के बच्चे इसे बड़े चाव से खाते भी हैं और उनका पेट भी भर जाता है। एक साल के बच्चे को अनाज के रूप में आप बच्चे को फ्लेक्ड कॉर्न दे सकते हैं। दूध में मिलाकर ये बहुत नरम हो जाते हैं और सबसे अच्छी बात ये है कि कॉर्न आसानी से पच जाते हैं, इसलिए जितना संभव हो सके 12 महीने के बच्चे को पूरा अनाज देने की कोशिश करें।
(और पढ़े – मकई या मक्का (कॉर्न) के फायदे और नुकसान…)
खीरा बच्चों के लिए एक अच्छा और ठोस नाश्ता है। बच्चे को खीरा खिलाने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे फ्रेंच फ्राइस के शेप में काटें। खासतौर से गर्मियों में बच्चों को खीरा खिलाने से डिहाइड्रेशन की समस्या दूर होती है।
(और पढ़े – खीरा के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
अगर आपका बच्चा 1 साल का हो गया है तो अब आप उसे दाल देना शुरू कर सकते हैं। दाल प्रोटीन से भरी होती है जो मांसपेशियों के विकास में मदद करती है। दाल को चावल या चपाती के साथ बच्चों को खिलाया जाता है, इसमें तेज स्वाद नहीं होता है। चपातियों के साथ भोजन करते समय, चपाती को छोटे आकार के टुकड़ों में में तोड़कर बच्चों को खिलाएं।
(और पढ़े – मूंग दाल खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ…)
शकरकंद 1 साल के शिशुओं के लिए अधिक लोकप्रिय पहले खाद्य पदार्थों में से एक है। ये रंगीन जड़ वाली सब्जियां बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी और खनिजों से भरी होती हैं, जिनमें लोहा और तांबा शामिल हैं।
(और पढ़े – शकरकंद के फायदे और नुकसान…)
1 साल के बच्चे को आप सब्जी का सूप भी दे सकते हैं। ये हमेशा उन्हें हेल्दी बनाए रखेगा। उदाहरण के लिए, गाजर का सूप आंखों के लिए अच्छा होगा और आलू में फाइबर होता है। इसलिए आप उनकी डेली डाइट में गाजर और आलू का बना सूप दे सकते हैं।
(और पढ़े – गाजर के जूस के फायदे और नुकसान…)
बीन्स और अन्य फलियां बहुत सारे लीन प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है और बच्चे की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद भी होती हैं। 1 साल के बच्चे के लिए ये सबसे सस्ते स्वस्थ खाद्य पदार्थों में से एक हैं जिन्हें आप खरीद सकते हैं।
(और पढ़े – मसूर की दाल के फायदे और नुकसान…)
केला बच्चों के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें भरपूर मात्रा में मौजूद पोटेशियम बच्चे के विकास के लिए बहुत जरूरी है। इसमें विटामिन बी-6, सी, कैल्शियम और आयरन से भी बच्चे का विकास जल्दी होता है।
(और पढ़े – रोज सुबह केला और गर्म पानी के सेवन के फायदे जानकर दंग रह जाएगे आप…)
प्योर वेजिटेरियन लोगों के लिए सोया ग्रेन्युल प्रोटीन से भरपूर आहार है। इसके पकाने के बाद यह काफी नरम हो जाता है और 12 महीने के बच्चों के लिए आदर्श भोजन बन जाता है।
(और पढ़े – सोयाबीन के फायदे उपयोग और नुकसान…)
परांठे परिवार के लिए एक नियमित भोजन है जिसे आसानी से बच्चे भी खा सकते हैं! सब्जियों या पनीर की स्टफिंग इसे संतुलित भोजन बनाती है।
(और पढ़े – पनीर खाने के फायदे पोषक तत्व और नुकसान…)
कार्बनिक चिकन खरीदने के लिए सावधान रहें। चिकन को इतना पकाएं कि ये नरम हो जाए और आपका बच्चा इसे आसानी से खा सके। इसके अलावा, इसमें ज्यादा मसाला डालने से बचें और पके हुए मांस को छोटे टुकड़ों में फाड़ दें, अपने बच्चे को खिलाने से पहले हड्डियों को हटा दें।
(और पढ़े – चिकन के फायदे और नुकसान…)
अगर आप नॉन-वेजीटेरियन हैं तो अपने एक साल के बच्चे को मछली भी खिला सकते हैं। मछली तैयार करते समय, हमेशा याद रखें कि इसे तलने से यह अपना पोषण मूल्य खो देता है, याद रखें कि बच्चों को मछली की हड्डियां न खिलाएं। यहां तक कि समुद्री मछली में पाई जाने वाली महीन हड्डियां भी किसी बच्चे के गले में फंस सकती हैं!
(और पढ़े – मछली खाने के फायदे और नुकसान…)
यहां पर 12 महीने या 1 साल के बच्चे के लिए आहार तैयार करने की जानकारी दी जा रही है पढ़ें एक साल के बच्चे के लिए फूड रेसिपी के बारे में
सामग्री
कैसे करें तैयार
(और पढ़े – कितने साल के बाद के बच्चों को अंडे खिलाने चाहिए…)
बेसन में हाई प्रोटीन होता है और पराठे में कार्बोहाइड्रेट जो दिनभर बच्चों में एनर्जी बनाए रखता है। 1 साल के बच्चे के लिए बेसन का पराठा बनाने के लिए नीचे दी गई रेसिपी को पढ़ सकते हैं।
सामग्री
तैयार कैसे करें
(और पढ़े – दही खाने से सेहत को होते हैं ये बड़े फायदे…)
रागी आयरन से भरपूर होता है और यह हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करके एनीमिया को रोकने में मदद कर सकता है। इसलिए 12 महीने या 1 साल के बच्चों के लिए रागी के लड्डू बनाकर खिलाना बहुत अच्छा होता है।
सामग्री
2 इलायची का चूर्ण
तैयार कैसे करें
(और पढ़े – रागी खाने के फायदे और नुकसान…)
12 महीने या 1 साल के बच्चे के लिए खिचड़ी बनाना आसान है और इसे कई अलग-अलग आधारों के साथ बनाया जा सकता है, जैसे कि टमाटर की खिचड़ी, गाजर की खिचड़ी, पालक की खिचड़ी, आदि। खिचड़ी को पारंपरिक रूप से शिशुओं द्वारा लिए जाने वाले पहले ठोस खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है। साथ ही खिचड़ी पचने में भी आसान होती है, इसलिए 1 साल के बच्चे के लिए खिचड़ी अच्छा आहार है।
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तैयार कैसे करें
(और पढ़े – खिचड़ी खाने के फायदे, बनाने की विधि और खिचड़ी के प्रकार…)
फ्रेंच टोस्ट सुबह और दोपहर में बच्चे के लिए सबसे जल्दी तैयार किया जाने वाला आहार है। ये स्वाद में भी अच्छा होता है और एक साल के बच्चे के लिए हेल्दी भी।
सामग्री
तैयार कैसे करें
(और पढ़े – बच्चों को तेज दिमाग के लिए क्या खिलाएं और घरेलू उपाय…)
अगर आप अपने 12 महीने या 1 साल के बच्चे के भोजन की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको सामान्य पदार्थों में ही कई विकल्प मिल जाएंगे। बस उसे इंटरेस्टिंग बनाने का तरीका आपको तलाशना पड़ेगा। यदि आपको भी ऐसा लगता है कि साप्ताहिक खाने का पैटर्न थोड़ा बोरिंग हो गया तो यही अच्छा समय है जब आप अपने बच्चे के खाने में कई रंग और स्वाद जोड़ सकते हैं। नीचे हम आपको एक सैंपल के तौर पर बेबी फूड चार्ट के बारे में बता रहे हैं, जिससे बच्चे को हर दिन कौन सा भोजन कब देना है , आपको पता चल सके।
(और पढ़े – दलिया खाने के फायदे स्वास्थ्य लाभ और नुकसान…)
(और पढ़े – 6 महीने के बच्चे को खिलाएं ये आहार…)
1 साल के बच्चे को घर का बना खाना ही खिलाएं। बच्चों के लिए खाने में हर दिन कुछ नई रेसिपी ट्राय करने से डरे नहीं। एक रिसर्च के अनुसार अगर बच्चे को हर दिन एक जैसा भोजन दिया जाए तो उनके व्यवहार में शरारतीपन आ जाता है और बड़े होने तक भी वह आसानी से खाना नहीं खाते। ऐसे बच्चों की मांओं को उन्हें खाना खिलाना सबसे बड़ा चैलेंज होता है। अगर आप भी ऐसी समस्या से बचना चाहते हैं तो अपने बच्चे की डाइट में कुछ ना कुछ नया एड करते रहे, ताकि उनके मुंह का स्वाद बदले और खाने की तरफ वे आकर्षित हों।
बच्चे को दिन में ठोस आहार देना सबसे अच्छा समय होता है। यह वह समय होता है जब वे नींद में से उठते हैं, उस वक्त उन्हें तेजी से भूख लगती है। ऐसे में ठोस आहार देने से उनमें दिनभर एनर्जी बनी रहती है।
कई माताओं की शिकायत होती है कि उनका बच्चा खाना नहीं खाता, या हर दिन बस एक ही चीज खाता है तो ऐसी माताओं के लिए हम बता दें कि आप रोजाना उनका खाने में इंटरेस्ट जगाना चाहती हैं तो हर दिन उनके लिए कुछ नया बनाएं। अगर वह एक दिन न खाएं तो 15वें दिन तो जरूर खाएंगे।
(और पढ़े – बच्चे को दूध पिलाने (स्तनपान कराने) के तरीके और टिप्स…)
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