कोरोना वायरस की जाँच के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में, CSIR के भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने कम लागत वाली, पेपर-स्ट्रिप टेस्ट किट को विकसित किया है, जो एक घंटे के भीतर नए कोरोना वायरस का पता लगा सकती है और तेजी से परीक्षण के नतीजे दे सकती है।
यह टेस्ट किट संदिग्ध व्यक्तियों के नमूनों में नोवल कोरोना वायरस के जीनोमिक अनुक्रमों को लक्षित करने और उनकी पहचान करने के लिए अत्याधुनिक जीन-संपादन टूल- क्रिस्प-कास 9 (cutting-edge gene-editing tool- Crispr-Cas9) का उपयोग करती है।
नई दिल्ली में सीएसआईआर की प्रमुख प्रयोगशाला इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) डॉ देबज्योति चक्रवर्ती (Debjyoti Chakraborty) ने कहा “हम लगभग दो साल से इस टेस्ट किट पर काम कर रहे हैं। लेकिन, जनवरी के अंत में, जब चीन में इसका प्रकोप चरम पर था, तो हमने यह देखने के लिए परीक्षण करना शुरू किया कि क्या यह कोविड -19 के लिए काम कर सकती है। इन परिणामों तक पहुचने में हमें लगभग दो महीने लग गए।
यह किट एक पोर्टेबल पेपर-स्ट्रिप टेस्ट के ही समान है जिसका उपयोग गर्भावस्था की पुष्टि करने के लिए किया जाता है और कोरोना वायरस की जाँच के लिए इस टेस्ट किट का उपयोग करने के लिए किसी अलग या विशिष्ट कौशल की आवश्यकता नहीं होती है।
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सीएसआईआर-आईजीआईबी के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल ने कहा “तेजी से परीक्षण करने के लिए डेडिकेटेड मशीनरी की आवश्यकता होती है, इस टेस्ट किट का उपयोग हर पैथोलॉजिकल प्रयोगशाला और यहां तक कि दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक में उपलब्ध मानक उपकरणों का उपयोग करके भी किया जा सकता है। यह जरुरी भी है, क्योंकि यदि कोरोना वायरस के संक्रमण की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है, तो हमें उन परीक्षणों की आवश्यकता होगी जो स्थानीय सुविधाओं के साथ में किए जा सकते हैं। हमें ट्रांसमिशन को कम करने के लिए मरीजों के अधिक परीक्षण करने होंगे।
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डॉ सौविक मैती और डॉ देबज्योति चक्रवर्ती की अगुवाई वाली टीम वर्तमान में अपनी सटीकता और संवेदनशीलता के लिए एक पेशेंट में इस किट का परीक्षण कर रही है और एक सप्ताह के भीतर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक नियामक निकाय से इसे मान्यता मिलने की उम्मीद है।
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अभी वर्तमान में वास्तविक समय पीसीआर परीक्षण (real time PCR test) को भारत में कोरोना वायरस (Covid -19) के टेस्ट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसकी कीमत लगभग ₹ 4500 है जबकि पेपर स्ट्रिप टेस्ट की कीमत ₹ 500 हो सकती है।
जबकि अभी तक स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) सहित अन्य देशों के वैज्ञानिक इस दृष्टिकोण का परीक्षण कर रहे हैं, यह भारत में विकसित होने वाली CRISPR तकनीक पर आधारित पहली ऐसी स्वदेशी कोरोना वायरस टेस्ट किट है।
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चूंकि भारत में संक्रमणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, इसलिए अधिक तेजी से परीक्षण वायरस को फैलने से रोकने के लिए महत्वपूर्ण रणनीति होगी। शुक्रवार को, पूरे देश में सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 2650 को पार कर गई है। और अभी तक 63 लोगों की इससे मौत हो चुकी है, वहीं अगर दुनिया की बात करें तो सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 11 लाख से अधिक हो गई है और कुल मौतों का आंकड़ा लगभग 60 हजार तक पहुंच गया है।
नोट – लेख में कोरोना वायरस टेस्ट किट की प्रतीकात्मक तस्वीर दिखाई गयी है।
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