Itchy Ears In Hindi कान में खुजली होना एक आम बात है लेकिन अगर कान में ज्यादा खुजली हो तो आपके लिए कान में खुजली दूर करने के उपाय जानना आवश्यक है। कान में होने वाली खुजली को आप सामान्य रूप से नहीं खुजला सकते हैं जैसा आप त्वचा या शरीर के अन्य हिस्सों में करते हैं। क्योंकि कान की यह खुजली कान के आंतरिक भाग में होती है। कहने के लिए कान की खुजली सामान्य है लेकिन यह लोगों को गंभीर रूप से परेशान कर सकती है। कान की खुजली लोगों के व्यक्तिगत जीवन को भी प्रभावित कर सकती है। क्योंकि जब तक खुजली शांत नहीं होती है तब तक व्यक्ति का मन किसी और काम में नहीं लगता है। आज इस आर्टिकल में आप कान की खुजली दूर करने के उपाय और घरेलू उपचार जानेगें। जिन्हें अपनाकर आप कान में होने वाली खुजली से छुटकारा पा सकते हैं।
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अगर आपके कान में खुजली होती है तो यह आपको बहुत परेशान कर सकती है। क्योंकि कान में होने वाली खुजली केवल खुजली तक ही सीमित नहीं होती है। बल्कि यह कान में जलन, कान की सूजन, कान से बदबू आना और कान से मवाद आना आदि का कारण बन सकता है। लेकिन कान साफ करने के तरीके अपनाकर आप आप इन सभी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। क्योंकि कान में खुजली रोकने के उपाय भी होते हैं। यहां बताए जाने वाले उपाय आपके लिए ही हैं। आइए कान की खुजली रोकने के उपाय किस प्रकार उपयोग किये जाते हैं यह जाने।
शरीर के किसी भी अंग की उचित सफाई उसे स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका होता है। आपको कान की खुजली रोकने के उपाय में कान की सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। स्वच्छता कानों में होने वाली किसी भी अवांछित संवेदना या समस्या को रोकने का एक अच्छा तरीका है। नियमित सफाई कर आप अपने कानों में स्वच्छता बनाए रख सकते है और कानों में मोम के जमाव को रोक सकते हैं। कान में खुजली का प्रमुख कारण कान की मोम का अधिक जमा होना हो सकता है। इस तरह से आप अपने कान की खुजली के घरेलू उपाय में कान की सफाई को अपना सकते हैं।
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कान में खुजली दूर करने के उपाय में आप कान में मौजूद नमी को दूर कर सकते हैं। कान में नमी का जमाव आमतौर पर तैराकों के कान में होता है। जो लोग अधिक समय तक पानी में रहते हैं और कान में पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों का उपयोग नहीं करते हैं उनके साथ ऐसी समस्या होती है। ऐसी स्थिति में कान में मॉइस्चर के संचय को रोकने के लिए व्यक्ति को स्नान या तैराकी करते समय पानी को कानों में प्रवेश करने से रोकना चाहिए। क्योंकि कान में नमी युक्त वातावरण बैक्टीरिया और फंगस के बढ़ने के लिए एक आदर्श स्थिति है। जिसके कारण आपके कानों में खुजली हो सकती है।
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कान की खुजली का घरेलू उपचार करने के लिए सिरका का उपयोग बहुत ही प्रभावी माना जाता है। यदि आप भी कान की खुजली दूर करने के उपाय खोज रहे हैं तो सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप सिरका और पानी की बराबर मात्रा लें और इन्हें आपस में मिलाएं। इस घोल की कुछ बूंदों को आप अपने कान में 3 दिनों तक रोजाना डालें। एक बार में आप इस मिश्रण की दो बूंदों का उपयोग कर कान की खजली से राहत पा सकते हैं।
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लापरवाही के कारण अक्सर छोटे बच्चों को कान में खुजली होने की संभावना अधिक होती है। छोटे बच्चें के कान में खुजली रोकने के लिए उन्हें गरारे और स्टीम जैसी विधियों का उपयोग करना चाहिए। गर्म पानी की भाप लेने या इस पानी से गरारे करना बच्चों को कान की खुजली से छुटकारा दिला सकता है। इसके लिए आप 1 गिलास दूध में 1 चुटकी हल्दी पाउडर मिलाएं और नियमित रूप से सुबह और रात में इसका सेवन करें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से छोटे बच्चों के कान की खुजली को रोका जा सकता है।
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आयुर्वेदिक उपचार थोड़ी धीमी गति से प्रभावी होते हैं, लेकिन ये समस्या का स्थायी इलाज करते हैं। कान में खुजली का घरेलू उपाय करने के लिए आप जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप एक ड्रॉपर की मदद से अपने कान में जैतून तेल की 2-3 बूंदों को नियमित रूप से दिन में 3 बार उपयोग करें। इस उपाय को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आप इस तेल में कुछ लहसुन को कुचलकर भी डाल सकते हैं। लहसुन मिलाने के बाद इस तेल को गर्म करें जब तक की लहसुन ब्राउन न हो जाए। इसके बाद मिश्रण को ठंडा होने दें और फिर ड्रॉपर की मदद से जैतून तेल को कान में डालें। इस तरह से आप कान में खुजली रोकने के घरेलू उपाय में जैतून के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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छोटे बच्चे अक्सर अपने शरीर में होने वाली समस्याओं से बहुत जल्दी परेशान हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में उनके कान की खुजली कैसे दूर करें यह प्रश्न स्वाभाविक है। लेकिन इस दौरान आप अपने द्वारा उपयोग किये जाने वाले खाद्य तेलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप नारियल का तेल, सूरजमुखी का तेल, सरसों का तेल और अन्य खाद्य तेलों का उपयोग कर सकते हैं। आप अपने कान में इन तेलों की 2 से 3 बूंदें डालें। ऐसा करने से कान में जमा मोम को ढीला किया जा सकता है जिससे कान की खुजली का इलाज संभव है।
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कान में खुजली होने का प्रमुख कारण कान में जमने वाली मोम या मैल होता है। लेकिन आप अपने कान में पानी की गर्म सिकाई कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी बोतल में गर्म पानी भरें और अपनी सहनशक्ति के अनुसार इससे अपने कान की सिकाई करें। ऐसा करने से आपके कान में मौजूद मोम को नरम किया जा सकता है। साथ ही गर्म सिकाई कान में मौजदू मॉइस्चराइज को कम करने में भी सहायक होता है।
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आप एलोवेरा को कान की खुजली के घरेलू नुस्खे के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप ताजा एलोवेरा की पत्तियों से एलोवेरा जेल निकालें। इसके बाद अपने कान में इस जेल की 2 से 3 बूंदें डालें। कान में डालने के बाद कुछ देर तक एलोवेरा जेल को कान में ही रहने दें। लगभग 10 सेकंड तक कान के अंदर रहने से यह कान के आंतरिक भागों में एक कोडिंग चढ़ा देता है जिससे कान के पीएच स्तर को सामान्य करने में मदद मिलती है। इसके अलावा एलोवेरा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं जो कान के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं। इस तरह से आप अपने कान की खुजली को दूर कर सकते हैं।
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अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जो कान के दर्द और खुजली से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। इसलिए कान में खुजली रोकने के उपाय में आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप अदरक के रस को सीधे ही अपने कान में डाल सकते हैं। इसके अलावा आप किसी भी आवश्यक तेल में अदरक की कुछ मात्रा लें और इसे तेल के साथ गर्म करें। फिर इस तेल को ठंडा कर आप अपने कान में ड्रॉपर की मदद से इस तेल को डालें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की यह तेल कान की आंतरिक दीवारों के सहारे ही अंदर जाए। सीधे ही कान में इस तेल को नहीं डालना चाहिए। ऐसा करने से तेल कान की आंतरिक दीवारों में फैलता है और वहां मौजूद मोम और बैक्टीरिया को निष्क्रिय करने में सहायक होता है। जिससे आपको कान की खुजली से राहत मिल सकती है।
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प्राचीन समय से ही लहसुन का उपयोग जड़ी बूटी के रूप में किया जा रहा है। क्योंकि लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीबायोटिक और दर्द निवारक गुण होते हैं। इसलिए कान की खुजली मिटाने के लिए भी आप लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। कान की खुजली के उपचार के लिए लहसुन का उपयोग आप जैतून या सरसों के तेल के साथ कर सकते हैं। इसके लिए आप सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां लें और तेल को गर्म करें। फिर लहसुन को तेल से बाहर निकाल लें और तेल को ठंडा होने दें। खुजली वाले कान में आप इस तेल की 2 से 3 बूंदें डालें और कुछ देर तक तेल को कान में ही रहने दें। इस तरह से कान की खुजली मिटाने के तरीका में लहसुन फायदेमंद होता है।
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यह एक आसान और प्रभावी तरीका है जो कान की खुजली रोकने में मदद करता है। इसके लिए आपको 3% वाले हाइड्रोजन पेरोक्साइड की आवश्यकता होती है। आप इसकी बराबर मात्रा में पानी मिला लें और अपने कान को एक तरफ झुकाते हुए दूसरे कान में इसकी 2-4 बूंदे डालें। कुछ सेकंड के बाद अपने कान को दूसरी तरफ झुकाएं और इसे कान से बाहर निकाल दें। ऐसा करने पर आपके कान में मौजूद मोम और बैक्टीरिया को आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। इसके बाद कान हाइड्रोजन पेरोक्साइड की बची हुई मात्रा को निकालने के लिए आप रूई का उपयोग कर सकते हैं। यदि आवश्यक हो तो इस विधि को दोबारा प्रयोग करें अन्यथा 1 बार उपयोग करने पर ही यह आपके कान को साफ कर सकता है। इस तरह से आप कान की खुजली रोकने के घरेलू उपाय में हाइड्रोजन पेरोक्साइड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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