Kamar dard kam karne ke gharelu upay क्या आप जानते हैं आपके निचले हिस्से कमर और कूल्हे के दर्द का कारण क्या हो सकता है। यह हिप बर्साइटिस (hip bursitis) हो सकता है। यह स्थिति हिप क्षेत्र के आसपास दर्द और सूजन (pain and swelling) का कारण बनती है जो दैनिक जीवन में परेशानी का कारण बनता है। यदि आपको कमर में दर्द है तो कोई बात नहीं इस लेख को पढ़ने के बाद आप खुद इसका उपचार कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कमर के दर्द को दूर करने के उपाय (kamar dard kam karne ke gharelu upay) के बारे में।
बर्साइटिस का अर्थ है बर्सा की जलन। बर्सा तरल पदार्थ से भरी हुई थैली है जो मांसपेशियों, अस्थिबंधन (ligament), टेंडन या त्वचा की रक्षा करने में मदद करती है यह हड्डीयों के खिलाफ घर्षण उत्पन्न कर सकती है। पूरे शरीर में 160 बर्स होती हैं। लेकिन एड़ी, घुटनों, कोहनी, कंधे और कूल्हों के पास मौजूद बर्स अन्य भागों में उपस्थित बर्स की तुलना में अधिक सूजन (more inflamed) प्राप्त करती हैं। इस लेख में आप जानेगें कि हिप बर्साइटिस कैसे हो सकता है।
विषय सूची
1. कमर में बर्साइटिस का क्या कारण है – What Causes Bursitis in the Hip in Hindi
2. कमर दर्द के घरेलू उपाय और इलाज – Kamar Dard Ka Gharelu Upay Aur Ilaj in Hindi
- तेज कमर दर्द का उपाय अदरक – Ginger for Back pain in Hindi
- कमर दर्द का तेल – Herbal Oil for Back pain in Hindi
- तुलसी की पत्तियां कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा – Basil Leaves for Back pain in Hindi
- कमर का दर्द की दवा लहसुन – Kamar dard ki Dawa lehsun in Hindi
- गेंहूँ कमर दर्द के लिए लाभकारी – Wheat for Back ache in Hindi
- कमर दर्द दूर करने के लिए उपयोगी दूध – Milk for Back ache in Hindi
- महिलाओं के कमर दर्द का इलाज सेंधा नमक से स्नान – Epsom salt bath for Back pain in Hindi
- ठंड़ा और गर्म उपचार कमर दर्द के लिए – Cold and hot therapy for Back pain in Hindi
- कमर दर्द दूर करने का उपाय एक्सरसाईज – Exercises for Back pain in Hindi
- योग कमर दर्द के लिए – Yoga for Back pain in Hindi
- कमर दर्द का उपचार डॉक्टर से कब कराएं – When to see a doctor in Hindi
कमर में बर्साइटिस का क्या कारण है – What Causes Bursitis in the Hip in Hindi
यदि हिप बर्साइटिस या ट्राकेनेटरिक बर्साइटिस (trochanteric bursitis) हिप क्षेत्र में बर्सा की सूजन है, तो यह उन गतिविधियों के कारण होता है जो हड्डियों या बर्सा पर दबाव डालते हैं। हिप बर्साइटिस के लिए आम कारण हैं :
- घर पर ज्यादा काम या गलत मुद्रा।
- अधिक परिश्रम के कारण कूल्हे की मांसपेशियों और जोड़ों में तनाव (exertion)।
- रीढ़ की हड्डि के मुद्दे (Spinal issues)
यदि आपके दोनों पैर असामान्य रूप से छोटे और बड़े हैं तो यह ट्रोक्नेट्रिक बर्साइटिस (trochanteric bursitis) के खतरे को बढ़ा सकता है। मधुमेह, रूमेटोइड गठिया, गठिया और थायराइड रोग जैसी चिकित्सा स्थितियां भी कमर दर्द का कारण बन सकती हैं।
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कमर दर्द के घरेलू उपाय और इलाज – Kamar Dard Ka Gharelu Upay Aur Ilaj in Hindi
बहुत से लोगों को पीठ और उसके निचले हिस्से में दर्द होता है जिसका कोई निश्चित इलाज नहीं है। इसका सबसे अच्छा विकल्प यह है कि आप इसके लिए प्राकृतिक घरेलू उपचारों (home remedies) का प्रयोग करें। पारंपरिक चिकित्सा दृष्टिकोण आमतौर पर आपकी पीठ के निचले भाग में शारीरिक समस्याओं (Physical problems) को दूर करने में मदद करते हैं। लेकिन कुछ लोगों के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अधिक दर्द को दूर करने के लिए ज्यादा बेहतर होते हैं। आप इस लेख के माध्यम से जानेगें कि कमर दर्द को कैसे दूर किया जा सकता है।
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तेज कमर दर्द का उपाय अदरक – Ginger for Back pain in Hindi
उल्टी को ठीक करने के लिए अदरक अच्छा होता है, लेकिन यह कमर के दर्द को भी ठीक करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। अदरक में उपस्थित एंटी-इंफ्लामैट्री (inflammatory) योगिक आपको कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
कमर दर्द को ठीक करने के लिए अदरक की चाय का उपयोग करना चाहिए।
- दर्द वाले भाग पर नीलगिरी तेल से हल्की मसाज करने के बाद अदरक का पेस्ट बनाकर लगाना चाहिए।
- अदरक की चाय बनाने के लिए, ताजा अदरक की जड़ को 4-6 पतली स्लाइसों में काटें और उन्हें ढ़ाई कप पानी में डाल कर इसे 10 – 15 मिनिट तक उबालें। इस मिश्रण को ठंड़ा हाने दें और फिर इसे छान लें। आप इस अदरक की चाय में शहद मिला कर सेवन करें। जब तक आपको आराम नहीं मिलता है तब तक आप इस चाय को दिन में 2-3 बार तक पी सकते हैं।
- कमर दर्द के लिए आप एक हर्बल चाय भी बना सकते हैं जिसमें आधा चम्मच काली मिर्च के दाने, अदरक और लौंग के आधा-आधा चम्मच पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये उपचार निश्चित ही आपको कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगें।
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कमर दर्द का तेल – Herbal Oil for Back pain in Hindi
एक हर्बल तेल के साथ अपनी कमर की मालिश करने से आपकी मांसपेशियों को आराम और दर्द से छुटकारा मिल सकता है। आप किसी भी हर्बल तेल का उपयोग कर सकते हैं जैसे नीलगिरी तेल, बादाम का तेल, जैतून का तेल या नारियल का तेल। इन तेलों को उपयोग करने से पहले अच्छी तरह से गर्म करें और इसे हल्का ठंडा करने के बाद दर्द प्रभावित भाग या कमर में धीरे-धीरे मालिश करें।
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तुलसी की पत्तियां कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा – Basil Leaves for Back pain in Hindi
कमर का दर्द होने पर आप तुलसी की पत्तियों का भी उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप तुलसी के पत्तों की चाय का सेवन करें।
एक कप पानी में 8-10 तुलसी के पत्तों ड़ालें और इसे गर्म करें जब तक कि यह आधा वाष्पित (evaporates) ना हो जाए। फिर इस चाय को ठंड़ा होने दें और इसमें एक चुटकी नमक मिलाएं। कमर में हल्के दर्द के लिए रोजाना इस चाय को एक बार जरूर पीएं या अधिक दर्द होने पर इसे प्रतिदिन 2 कप पीना चाहिए।
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कमर का दर्द की दवा लहसुन – Kamar dard ki Dawa lehsun in Hindi
आयुर्वेद के अनुसार लहसुन एक और ऐसा घटक है जो पीठ दर्द का इलाज करने में मदद कर सकता है। इसके लिए आपके प्रतिदिन सुबह खाली पेट लहसुन की 2-3 कली (cloves of garlic) का सेवन करना है। आप लहसुन के तेल से अपनी कमर की मालिश भी कर सकते हैं।
लहसुन का तेल बनाने के लिए आपको नारियल तेल, सरसों का तेल या तिल के तेल की आवश्यकता होती है। इन तेलों में से किसी भी तेल को लें और गर्म करें फिर इसमें 8-10 लहसुन की कली ड़ालें। लहसुन को भूरा होने तक तेल में फ्राई होने दें। फिर इस तेल का ठंडा करके इससे लहसुन को अलग कर लें। आप इस लहसुन तेल का उपयोग कर अपनी कमर और पीठ पर धीरे धीरे मालिश करें। मालिश करने के बाद कुछ समय तक इसे लगे रहने दें और फिर गर्म पानी से स्नान कर लें।
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गेंहूँ कमर दर्द के लिए लाभकारी – Wheat for Back ache in Hindi
गेंहूँ में ऐसे यौगिक मौजूद रहते हैं जो एनाल्जेसिक प्रभाव उत्पन्न करते है जो दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप रात में एक मुठ्ठी गेंहूं को भिगों दें। सुबह कुस्कस घास पाउडर (cuscus grass powder) और धनिया को मिलाएं। इस मिश्रण में एक कप दूध और भीगें हुए गेहूं को मिला कर इसे गाढ़ा होने तक उबालें। अच्छे परिणामों के लिए आप इस मिश्रण को दिन में दो बार पीएं।
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कमर दर्द दूर करने के लिए उपयोगी दूध – Milk for Back ache in Hindi
दूध में कैल्शियम (Calcium) बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो आपके शरीर की हड्डीयों को स्वस्थ्य और मजबूत बनाता है। आपके शरीर को स्वस्थ्य और मजबूत मांसपेशियों की आवश्यकता होती है। दूध का नियमित सेवन करने से आपके शरीर को कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा मिलती है जो कमर के दर्द को कम करने और रोकने में मदद करता है।
आपको समग्र स्वास्थ्य (holistic health) के लिए भी दूध का नियमित सेवन करना चाहिए। आप इसे मीठा बनाने के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं। आप दूध में शक्कर और कुस्कस घास (cuscus grass) की बराबर मात्रा भी मिला सकते हैं और इसे गर्म करके 1 कप प्रतिदिन सेवन कर सकते हैं।
कमर दर्द से तत्काल राहत पाने के लिए इन उपचारों को आजमाएं। यदि वे दर्द प्रबंधन में सफल नहीं है तो तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
(और पढ़े – दूध के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान…)
महिलाओं के कमर दर्द का इलाज सेंधा नमक से स्नान – Epsom salt bath for Back pain in Hindi
मैग्नीशियम सल्फेट या सेंधा नमक (Epsom salt), त्वचा के माध्यम से मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है। मांसपेशिय दर्द को कम करने के लिए सेंधा नमक के घोल में दर्द प्रभावित भाग को कम से कम 20 मिनिट के लिए भिगोंना चाहिए। यह दर्द से राहत दिलाता है विशेष रूप से व्यायाम के बाद।
सेंधा नमक से स्नान करते समय यह ध्यान रखें कि पानी गर्म होना चाहिए। गर्म पानी मांसपेशियों की सूजन (muscles to swell) का कारण बन सकता है और ठंड़ा पानी मांसपेशियों में ऐंठन ला सकता है। आर्थराइटिस फाउंडेशन 92 और 100 डिग्री फारेनहाइट (33 और 38 डिग्री सेल्सियस) के बीच तापमान की सिफारिश करता है। 104 डिग्री फारेनहाइट (40 डिग्री सेल्सियस) से अधिक तापमान की सिफारिश नहीं की जाती है। खास कर यदि आपको दिल से संबंधित (heart problems) समस्याएं हैं।
सेंधा नमक का एक और लाभ यह है कि यह आपकी त्वचा के लिए बहुत अच्छा है। सेंधा नमक मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है और त्वचा को नरम बनाता है।
(और पढ़े – सेंधा नमक के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
ठंड़ा और गर्म उपचार कमर दर्द के लिए – Cold and hot therapy for Back pain in Hindi
अपने निचले हिस्से में दर्द को कम करने और उपचार प्रक्रिया को बढ़ाने मे के लिए आप ठंड़े और गर्म पैक का उपयोग कर सकते हैं।
कमर दर्द दूर करने के लिए ठंड़े उपचार : ठंडे उपचार (cold therapy) करने के दो प्राथमिक लाभ हैं :
- यह सूजन को कम करता है, जो आमतौर पर किसी भी प्रकार के कमर दर्द का कारण होता है।
- यह तंत्रिका आवेगों (nerve impolses) को धीमा कर स्थानीय एनेस्थेटिक के रूप में कार्य करता है जो नसों को स्पासमिंग से रोकता है और दर्द का कारण बनता है।
बर्फ से बने कोल्ड कम्प्रैस्ड कमर के दर्द और सूजन को कम करने में प्रभावी होते हैं। यदि बर्फ उपलब्ध न हो तो आप जमे हुए सब्जियों (frozen vegetables) के एक बैग का भी उपयोग कर सकते हैं।
बर्फ के तुकड़ों को एक तौलिया में लपेटें और दर्द वाले स्थान पर 10-15 मिनिट तक दबाते हुए रखें। ऐसा आप हर आधे घंटे के बाद करें।
(और पढ़े – सर्दियों में उठने वाले पुराने दर्द का कारण और उपाय…)
कमर दर्द दूर करने के लिए गर्म चिकित्सा : गर्म चिकित्सा लेने के दो प्राथमिक लाभ हैं :
- यह रक्त प्रवाह को उत्तेजित करता है जिससे उपचार पोषक तत्व (healing nutrients) दर्द प्रभावित क्षेत्र में राहत प्रदान करते हैं।
- यह मस्तिष्क को भेजे जाने वाले दर्द संदेशों को रोकता है।
गर्म उपचार कई प्रकार से किये जा सकते हैं यह आपको तय करना है कि कौन सा उपचार आपके लिए ज्यादा सुविधाजनक हो सकता है।
एक गर्म टब या शॉवर लेना, गर्म टब में डूबकी लगाना, हीटिंग पैड, गर्म पानी की बोतल आदि का उपयोग कर आप अपनी कमर के दर्द को ठीक कर सकते हैं।
(और पढ़े – अपराजिता के फायदे और नुकसान…)
कमर दर्द दूर करने का उपाय एक्सरसाईज – Exercises for Back pain in Hindi
व्यायाम उन लोगों के लिए अच्छा होता है जिन्हें कमर का दर्द परेशान करता है। व्यायाम मांसपेशियों को स्वस्थ्य कर भविष्य में होने वाले दर्द से आपकी रक्षा करने में मदद करता है। कुछ अभ्यास (exercises) हैं जो दर्द के लक्षणों को कम करने के लिए जाने जाते हैं :
- समतल सतह पर चलना
- पीछे झुककर खड़े होना (standing backbends)
- कोबरा मुद्रा में अभ्यास (cobra pose)
खिंचाव (stretching) मांसपेशियों के तनाव को कम कर सकता है और उन लोगों की मदद करता है जिन लोगों को दर्द होता है। जब आप स्ट्रेचिंग अभ्यास प्रारंभ करते हैं तो धीरे-धीरे प्रत्येक हिस्से से शुरू करना चाहिए। आपको इस अभ्यास को उस समय रोक देना चाहिए जब यह आपके लिए दर्द का कारण बनने लगे।
(और पढ़े – स्टेमिना बढ़ाने के लिए दवाओं की बजाय इस्तेमाल करें कुछ प्राकृतिक उपाय…)
योग कमर दर्द के लिए – Yoga for Back pain in Hindi
आप योग (Yoga) का उपयोग करके भी अपनी कमर और पीठ के दर्द को दूर कर सकते हैं। आपको प्रतिदिन सुबह कम से कम 30 मिनिट के लिए योग अभ्यास करने का प्रयास करना चाहिए। एक शोध से पता चलता है कि योग कमर दर्द को कम करने मे शारीरिक चिकित्सा अभ्यास के रूप में प्रभावी हो सकता है। योग में कई स्ट्रेचिंग वाले योग अभ्यास शामिल होते हैं जो मांसपेशीय तनाव को कम कर सकते हैं जो पीठ दर्द को बढ़ाता है।
(और पढ़े – स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, आखिर क्यों जरूरी है स्ट्रेचिंग)
(और पढ़े – शीर्षासन करने का तरीका, फायदे और सावधानियां)
कमर दर्द का उपचार डॉक्टर से कब कराएं – When to see a doctor in Hindi
सामान्य रूप से कमर दर्द का घरेलू उपचार ही किया जाता है लेंकिन इसके कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जिनके कारण आपको डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यक्ता होती है। ये लक्षण हैं :
- दर्द छ: सप्ताह से अधिक समय तक रहता है।
- ऐसा दर्द जो घरेलू उपचार किये जाने पर ठीक नहीं होता है।
- कमर का ऐसा दर्द जो रात में होता हो।
- कमर दर्द के साथ पेट का दर्द हो।
- बाहों या पैरों में कमजोरी, झुनझुनी (tingling), या सुन्न (numbness) होना।
ऐसी स्थिति होने पर आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
(और पढ़े – कमर पतली करने के सबसे आसान उपाय…)
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