Mucuna Pruriens Benefits in Hindi कौंच बीज (Kaunch Beej) एक आयुर्वेदिक दवा है जिसे कपिकच्छु (Kapikacchu) भी कहा जाता है, जो पुरुष बांझपन और तंत्रिका विकारों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है। इसका उपयोग कामोद्दीपक औषधी (aphrodisiac) के रूप में भी किया जाता है। शुक्राणुता से लेकर पार्किंसंस रोग तक के इलाज के लिए कौंच का उपयोग आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली में किया जाता है। कौंच बीज को मखमली सेम (velvet bean) के रूप में भी जाना जाता है। कौंच बीज पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाने में फायदेमंद होती है। कौंच बीज का उपयोग किस प्रकार से किया जाता है और इसके हमारे शरीर के लिए क्या-क्या लाभ होते है, आइये इसे विस्तार से जानते है।
1. कौंच का पौधा – Kaunch plant in Hindi
2. कौंच बीज के फायदे – Kaunch Beej Ke Fayde in Hindi
3. कौंच बीज के अन्य लाभ – Kaunch Seeds other benefits in Hindi
4. कौंच बीज के नुकसान – Kaunch Beej Ke Nuksan in Hindi
कपिकच्छु का वानस्पतिक नाम मुकुना प्रूरिएंस है जो फाबेसी परिवार से सम्बंधित है कौंच का पौधा (Kaunch plant) भारत के मैदानी इलाकों में झाडि़यों के रूप में फैला होता है। इसकी पत्तियां नीचे की तरफ झुकी होती हैं। कौंच के पौधे में झुके हुए गहरे बैंगनी रंग के फूलों के गुच्छे लगे होते हैं, जिस में करीब 5 से 25 तक फूल लगे होते हैं इस पौधे में सेम के समान फलियां लगती हैं। कौंच के पौधे के सभी भाग में औषधीय गुण होते हैं इसलिए इसकी पत्तियों, व बीजों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा के रूप में किया जाता है। कौंच का इस्तेमाल मुख्य रूप से लंबे समय तक सेक्स की क्षमता को बनाये रखने के लिए किया जता है।
मुकुना प्रुरियंस में बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो हमारे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। कौंच बीज में ग्लूथियोन, लेसितिण, गैलिक एसिड, ग्लाइकोसाइड्स, निकोटीन, प्रुरिनिन, प्रुरनिडाइन, अल्कोलोइड्स म्यूकेनाइन (Alkaloids mucanine), टैनिक एसिड आदि की अच्छी मात्रा होती है। इनके अलावा कौंच सेम में प्रोटीन, फाइबर और बहुत से खनिज पदार्थ होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। आइए जानते हैं कौंच बीज के फायदे जो हमारे जीवन को खुशहाल बनाने में हमारी मदद कर सकते हैं।
टेस्टोस्टेरोन उत्पादन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कामेच्छा और यौन प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाता है। पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम होता है। टेस्टोस्टेरोन यौन संबंध और इच्छा (sexual interest and desire) के लिए महत्वपूर्ण हार्मोन होता है।
कौंच बीज पुरुष और महिलाओं के लिए कामोद्दीपक (aphrodisiac) का काम करता है, क्योंकि इसमें प्रोलैक्टिन नामक एक हार्मोन पाया जाता है। प्रोलैक्टिन प्रजनन, चयापचय और इंम्यूरेग्यूलेटरी (immunoregulatory) कार्यों के लिए फायदेमंद होता है। महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन बहुत ही कम होती है लेकिन एस्ट्रोजन के कारण इसकी मात्रा शरीर में बढ़ भी सकती है। प्रोलैक्टिन शरीर में टेस्टोस्टेरोन का प्रतिरोध करने के लिए जाना जाता है, इस प्रकार यौन रुचि को कम करता है। वास्तव में प्रोलैक्टिन फंक्शन को उत्तेजित करने वाली दवाओं का एक आम दुष्प्रभाव पुरुषों में नपुंसकता और महिलाओं में कामेच्छा (libido for women) को कम करना हो सकता है।
मुकुना बीज में एल-डोपा की अच्छी मात्रा होती है, जो प्रोलैक्टिन की मात्रा को कम करने में मदद करता है और शरीर में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में मदद करता है।
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थकान, यौन इच्छा की कमी और उसे बढ़ाने के उपचार के लिए कौंच बीजों का उपयोग किया जाता है। यह शरीर के भीतर मुक्त कट्टरपंथी फ्री रेडिकल (free radical harm) को कम करने में मदद करता है। यह जड़ी बूटी यौन क्रिया के लिए बहुत ही शक्तिशाली होती है। कौंच बीज टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारने और सामान्य रूप से शारीरिक हार्मोन थायरॉइड को वापस करने और सेक्स टाइम (Sexual Drive) को बढ़ाने में मदद करता है।
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आपके शरीर में डोपोमाइन के स्तर को बढ़ाकर कर कौंच बीज मानव विकास हार्मोन के उत्पादन को उत्तेजित करके मांसपेशीय द्रव्यमान को बढ़ाने में मदद करता है। डोपोमाइन शरीर के अंदर एचजीएच के स्तर को बढ़ाने के लिए दिखाया गया है और मानव विकास हार्मोन प्रोटीन संश्लेषण (protein synthesis) बढ़ाने के लिए जाना जाता है और मांसपेशियों की वृद्धि को प्रोत्साहित करने में मदद करता है। कौंच बीज को बढ़ती उम्र हार्मोन (anti-aging hormone) के रूप में भी जाना जाता है। इसमें उपस्थित एचजीएच वसा को जलाता है और यौन प्रदर्शन को बढ़ाता है। यह हमारी त्वचा की सुंदरता और बनावट को सुधारने में मदद करता है और आपके स्वास्थ्य के लिए कई अन्य सकारात्मक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
डोपोमाइन की कमी के कारण अक्सर लोग कैफीन, निकोटीन या अन्य उत्तेजक करने वाले पदार्थो का सेवन करने लगते हैं जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। कौंच का सेवन करने से डोपामाइन (dopamine) का स्तर हमारे शरीर में बढ़ने लगता है जो शराब, सिग्रेट और अन्य मादक पदार्थो को छोड़ने में हमारी मदद करता है।
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डोपामाइन मस्तिष्क की प्रक्रियाओं में एक महात्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो नींद के सपनों से संबंधित होता है। यह पीनियल गंथि पर कार्य करता है जो नींद होर्मोन मेलाटोनिन को उत्तपन्न करता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि मस्तिष्क में डोपामाइन के स्तर की कमी के कारण नींद पूरी करने में अस्मर्थता होती है। यह भी माना जाता है कि डोपामाइन की कमी के साथ-साथ तनाव और बेचैनी भी आपकी नींद को प्रभावित करते हैं।
कौंच बीज के पारउडर का उपयोग करने से अच्छी नींद आती है। डोपामाइन के स्तर का बहुत अधिक बढ़ना हमारे लिए विपरीत प्रभाव छोड़ सकता है, इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। सोने से पहले उपयोग करने पर यह बहुत ही लाभकारी होता है।
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इस जड़ी बूटी के उपयोग और लाभ बहुत अधिक हैं। इसमें डोपामाइन की बहुत अधिक मात्रा होती है यह यौगिक पिट्यूटरी ग्रंथि (pituitary gland) को उत्तेजित करता है और स्वस्थ्य हार्मोन को पूरे जीवन तक बनाए रखता है। हमारे शरीर में विकास हार्मोन का उत्पादन 20 साल के बाद घटने लगता है, जिसे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के रूप में माना जाता है। विकास हार्मोन के स्तर को बनाए रखने के लिए यह जड़ी बूटी बहुत ही उपयोगी होती है और शरीर की कमजोरियों को दूर करने में मदद करती है। यह हमारे शरीर में युवा हार्मोन को बढ़ाने में मदद करता है।
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इस जड़ी बूटी में प्रोटीन और स्वस्थ वसा जैसे पोषक तत्व और आहार फाइबर होते हैं जो गतिशीलता और मांसपेशीय विकास में मदद करते हैं। मुकुना बीज आपके शरीर में स्वस्थ्य चयापचय, ऊर्जा और मजबूत मांसपेशियों को बनाए रखने में मदद करता है। यह आपके शरीर में विकास हार्मोन को बढ़ाने में मदद करता है जो आपको विभिन्न रोगों से बचाते हैं।
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पुरुष बांझपन को दूर करने के लिए कौंच बीज का उपयोग किया जाता है। कपिकच्छु टेस्टिकल्स (tectoles) के कार्य को प्रोत्साहित कर पिट्यूटरी ग्रंथि के कार्य को सुधारने में मदद करते हैं, जिससे शरीर में अधिक मात्रा में स्वस्थ्य और गतिशील शुक्राणुओं के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। यह जड़ी बूटी स्वस्थ्य शुक्राणुओं को नुकसान और अवरोधो से बचाती है, ताकि शुक्राणुओं के स्वस्थ स्खलन (smooth ejaculation) से गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके।
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यह जड़ी बूटी मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी होती है। कौंच के बीज तंत्रिका और संज्ञानात्मक (neural and cognitive) गतिविधियों को नियंत्रित कर मस्तिष्क को स्वस्थ्य बनाता है। यह तंत्रिका के कार्यो में सुधार और पार्किंसंस रोग (Parkinson’s disease) को कम करने में मदद करता है। कौंच अवसाद और अनिद्रा के इलाज में बेहद फायदेमंद होती है।
आमतौर पर कौंच के बीज को सुरक्षित माना जाता है और कम डोपामाइन के स्तर और अन्य स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करता है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जिनके बारे आपको पता होना चाहिए :
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